हरियाणा सरकार कौशल रोजगार निगम की नीति में बदलाव करेगी। हरियाणा कौशल रोजगार निगम (HKRN) के माध्यम से चयनित अभ्यर्थियों को अब सामाजिक-आर्थिक मानदंडों के लिए अंक नहीं मिलेंगे। पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने ये अंक देने पर रोक लगा दी है। इसके साथ ही हाईकोर्ट ने अनुभव के आधार पर दिए जाने वाले अंकों पर भी रोक लगा दी है, इसलिए सरकार अब कौशल रोजगार निगम की नीति में बदलाव की तैयारी में जुट गई है। हाईकोर्ट के जस्टिस दीपक सिब्बल और जस्टिस दीपक मनचंदा की बेंच ने 21 नवंबर को खालिद हुसैन बनाम हरियाणा राज्य व अन्य के मामले में अंतरिम आदेश पर रोक लगा दी है। इस मामले में याचिकाकर्ताओं की ओर से सार्थक गुप्ता और हरियाणा सरकार की ओर से सीनियर डीएजी श्रुति जैन गोयल ने बहस की। हाईकोर्ट ने अपने अंतरिम आदेश में लिखा है, ‘प्रतिवादियों की ओर से पेश वकील ने लिखित बयान दाखिल कर समय मांगा और उन्हें समय दे दिया गया। सुनवाई 30 जनवरी 2025 तक स्थगित कर दी गई है। HC ने ये दिए हैं निर्देश हाईकोर्ट की ओर से निर्देश दिया जाता है कि संविदा व्यक्तियों की तैनाती नीति, 2022 (डिप्लायमेंट ऑफ कांट्रैक्चुअल पर्सन्स पॉलिसी, 2022) के तहत नियुक्तियां करते समय, राज्य’ सामाजिक-आर्थिक मानदंड ‘ के तहत कोई वेटेज नहीं देगा। यह भी निर्देश दिया जाता है कि डिप्लायमेंट ऑफ कांट्रैक्चुअल पॉलिसी के तहत नियुक्तियां करते समय राज्य द्वारा अनुभव के लिए कोई अंक नहीं दिए जाएंगे। इन बिंदुओं को हाईकोर्ट ने बनाया आधार हाईकोर्ट ने कहा, क्योंकि इस शर्त के तहत अंक केवल उन उम्मीदवारों को दिए जाने हैं, जिनका संबंधित अनुभव हरियाणा सरकार के नियंत्रण में किसी विभाग, बोर्ड, विश्वविद्यालय, सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम, मिशन, प्राधिकरण आदि में है, जो मानदंड प्रथम दृष्ट्या मनमाना पाया जाता है क्योंकि इसमें उन संस्थानों में उम्मीदवारों द्वारा अर्जित वास्तविक अनुभव को शामिल नहीं किया जाता है जो हरियाणा सरकार के नियंत्रण में नहीं हैं । ‘ सीएम ने मीटिंग कर कही बदलाव की बात हरियाणा सरकार ने हरियाणा कौशल रोजगार निगम को डिप्लायमेंट ऑफ कांट्रैक्चुअल पर्सन्स पॉलिसी, 2022 में बदलाव करने के लिए कहा है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के मुख्य प्रधान सचिव राजेश खुल्लर, मुख्य सचिव डॉ. विवेक जोशी, मानव संसाधन विभाग के प्रधान सचिव विजेंद्र कुमार, सचिव सीजी रजनीकं धन, महानिदेशक जे गणेशन, अमित खत्री, विनय प्रताप सिंह और अन्य अधिकारियों की बुधवार को मीटिंग हो चुकी है। इस मीटिंग में एचकेआरएन को पॉलिसी में बदलाव करने को कहा है। कुछ अन्य बदलाव भी हो सकते हैं। फैसले का 1100 कर्मचारियों को झटका लगा हरियाणा कौशल रोजगार निगम के जरिए लगे हुए लगभग 1100 कर्मचारी हट गए हैं। चूंकि एचएसएससी से चयनित उम्मीदवारों ने ज्वाइन कर लिया है। इसलिए 1100 कर्मचारियों को रिलीव करना पड़ा है। फिलहाल इन हटाए गए कर्मचारियों को एडजस्ट करने की संभावना नहीं हैं। उन्हें बाद में अनुभव के आधार पर प्राथमिकता दी जा सकती है। हरियाणा सरकार कौशल रोजगार निगम की नीति में बदलाव करेगी। हरियाणा कौशल रोजगार निगम (HKRN) के माध्यम से चयनित अभ्यर्थियों को अब सामाजिक-आर्थिक मानदंडों के लिए अंक नहीं मिलेंगे। पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने ये अंक देने पर रोक लगा दी है। इसके साथ ही हाईकोर्ट ने अनुभव के आधार पर दिए जाने वाले अंकों पर भी रोक लगा दी है, इसलिए सरकार अब कौशल रोजगार निगम की नीति में बदलाव की तैयारी में जुट गई है। हाईकोर्ट के जस्टिस दीपक सिब्बल और जस्टिस दीपक मनचंदा की बेंच ने 21 नवंबर को खालिद हुसैन बनाम हरियाणा राज्य व अन्य के मामले में अंतरिम आदेश पर रोक लगा दी है। इस मामले में याचिकाकर्ताओं की ओर से सार्थक गुप्ता और हरियाणा सरकार की ओर से सीनियर डीएजी श्रुति जैन गोयल ने बहस की। हाईकोर्ट ने अपने अंतरिम आदेश में लिखा है, ‘प्रतिवादियों की ओर से पेश वकील ने लिखित बयान दाखिल कर समय मांगा और उन्हें समय दे दिया गया। सुनवाई 30 जनवरी 2025 तक स्थगित कर दी गई है। HC ने ये दिए हैं निर्देश हाईकोर्ट की ओर से निर्देश दिया जाता है कि संविदा व्यक्तियों की तैनाती नीति, 2022 (डिप्लायमेंट ऑफ कांट्रैक्चुअल पर्सन्स पॉलिसी, 2022) के तहत नियुक्तियां करते समय, राज्य’ सामाजिक-आर्थिक मानदंड ‘ के तहत कोई वेटेज नहीं देगा। यह भी निर्देश दिया जाता है कि डिप्लायमेंट ऑफ कांट्रैक्चुअल पॉलिसी के तहत नियुक्तियां करते समय राज्य द्वारा अनुभव के लिए कोई अंक नहीं दिए जाएंगे। इन बिंदुओं को हाईकोर्ट ने बनाया आधार हाईकोर्ट ने कहा, क्योंकि इस शर्त के तहत अंक केवल उन उम्मीदवारों को दिए जाने हैं, जिनका संबंधित अनुभव हरियाणा सरकार के नियंत्रण में किसी विभाग, बोर्ड, विश्वविद्यालय, सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम, मिशन, प्राधिकरण आदि में है, जो मानदंड प्रथम दृष्ट्या मनमाना पाया जाता है क्योंकि इसमें उन संस्थानों में उम्मीदवारों द्वारा अर्जित वास्तविक अनुभव को शामिल नहीं किया जाता है जो हरियाणा सरकार के नियंत्रण में नहीं हैं । ‘ सीएम ने मीटिंग कर कही बदलाव की बात हरियाणा सरकार ने हरियाणा कौशल रोजगार निगम को डिप्लायमेंट ऑफ कांट्रैक्चुअल पर्सन्स पॉलिसी, 2022 में बदलाव करने के लिए कहा है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के मुख्य प्रधान सचिव राजेश खुल्लर, मुख्य सचिव डॉ. विवेक जोशी, मानव संसाधन विभाग के प्रधान सचिव विजेंद्र कुमार, सचिव सीजी रजनीकं धन, महानिदेशक जे गणेशन, अमित खत्री, विनय प्रताप सिंह और अन्य अधिकारियों की बुधवार को मीटिंग हो चुकी है। इस मीटिंग में एचकेआरएन को पॉलिसी में बदलाव करने को कहा है। कुछ अन्य बदलाव भी हो सकते हैं। फैसले का 1100 कर्मचारियों को झटका लगा हरियाणा कौशल रोजगार निगम के जरिए लगे हुए लगभग 1100 कर्मचारी हट गए हैं। चूंकि एचएसएससी से चयनित उम्मीदवारों ने ज्वाइन कर लिया है। इसलिए 1100 कर्मचारियों को रिलीव करना पड़ा है। फिलहाल इन हटाए गए कर्मचारियों को एडजस्ट करने की संभावना नहीं हैं। उन्हें बाद में अनुभव के आधार पर प्राथमिकता दी जा सकती है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में 3 मशीनों में अलग-अलग निकली धान की नमी:इनेलो विधायक ने पकड़ा फर्जीवाड़ा, 3 खरीद एजेंसियों की मशीनों से की जांच
हरियाणा में 3 मशीनों में अलग-अलग निकली धान की नमी:इनेलो विधायक ने पकड़ा फर्जीवाड़ा, 3 खरीद एजेंसियों की मशीनों से की जांच हरियाणा में इनेलो के डबवाली से विधायक आदित्य देवीलाल चौटाला ने किसानों के साथ हो रहा एक बड़ा फर्जीवाड़ा पकड़ा। आदित्य चौटाला आज सिरसा जिले के गांव चौटाला के अनाज मंडी पहुंचे और यहां धान की खरीद का जायजा लिया। आदित्य चौटाला ने यहां देखा कि तीन खरीद एजेंसी डबवाली मार्केट कमेटी, वेयर हाउस और हैफेड की मशीनों पर एक ही धान की ढेरी की अलग-अलग नमी दिखाई जा रही है। इसका डेमो आदित्य चौटाला ने सबके सामने करके दिखाया और बकायदा इसकी वीडियो बनाई। आदित्य चौटाला ने चौटाला गांव के किसान से भी बात की और पूछा कि मंडी में कितने दिन से धान बेचने के लिए आए हुए हो। किसान ने बताया कि आज पांचवां दिन है, नमी बताकर धान नहीं खरीदा जा रहा। बता दें कि हरियाणा में धान की आवक तेज है मगर उठान नहीं होने से मंडियां अटी पड़ी हैं। किसान आरोप लगा रहे हैं कि नमी ज्यादा बताकर सरकारी एजेंसियां खरीद नहीं कर रही। इससे किसानों को आढ़तियों को एमएसपी से कम दाम पर अनाज बेचना पड़ता है। विधायक ने ऐसे किया लूट को एक्सपोज…
चौटाला गांव के परचेज सेंटर पर दोपहर के समय आदित्य देवीलाल चौटाला पहुंचे। यहां उन्होंने तीन एजेंसियों के अधिकारियों को बुलाया। पहली जांच वेयर हाउस की मशीन से की गई। टेक्निकल एसिसटेंट विशाल कुमार ने वेयर हाउस की मशीन से धान की नमी की जांच की तो नमी की मात्रा 16.2 दिखाई। इसी मशीन में डाली धान को हैफेड की दूसरी मशीन में डालकर जांच की गई। हैफेड के अधिकारी विनोद कुमार पारीख ने मशीन से जांच की तो धान में नमी 21.8 दिखाई। इसके बाद तीसरी मार्केट कमेटी डबवाली की मशीन में यही धान डालकर देखा तो नमी की मात्रा 17.4 दिखाई। तीनों सरकारी एजेंसी की जांच मशीन में नमी की मात्रा अलग-अलग दिखाई दी। किसान बोला, 5 दिन से मंडी में ढेरी लगा रखी है
चौटाला गांव के किसान ने बताया कि पांच दिन गांव चौटाला की अनाज मंडी में हो गया। साढ़े 27 क्विंटल धान बेचना है। यहां तीन खरीद एजेंसी मौजूद हैं। हैफेड और वेयरहाउस खरीद कर रही है और आज वेयरहाउस का दिन है। वेयर हाउस ने 11 हजार 665 क्विंटल माल खरीदा है और महज 4659 क्विंटल धान लिफ्ट हुआ है। इसी तरह हैफेड ने 4375 क्विंटल अनाज खरीदा है और 2485 लिफ्ट हो चुका है। हरियाणा की मंडियों में अब तक 46.62 लाख टन धान पहुंचा
अब तक हरियाणा की विभिन्न मंडियों में 46.62 लाख टन धान की आवक हो चुकी है। कुल आवक में से 44.59 लाख टन धान की खरीद एजेंसियों द्वारा की जा चुकी है और किसानों को धान खरीद के लिए 8545 करोड़ रुपए की राशि का भुगतान किया जा चुका है। इस खरीफ सीजन 2024-25 के दौरान धान के लिए “मेरी फसल, मेरा ब्योरा” पोर्टल पर लगभग 4.85 लाख किसानों ने पंजीकरण करवाया है, जबकि 28 अक्तूबर तक 2.35 लाख किसानों से धान की खरीद हुई है। सुरजेवाला और कृषि मंत्री हो चुके हैं आमने-सामने
हरियाणा में धान की सरकारी खरीद को लेकर सियासी तकरार तेज हो गई है। मंगलवार को कांग्रेस सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला ने भाजपा सरकार पर हरियाणा-पंजाब में एमएसपी खत्म करने की साजिश करने और किसानों से आंदोलन का बदला लेने का आरोप लगाया था। हरियाणा के कृषि मंत्री श्याम सिंह राणा ने पलटवार करते हुए रणदीप सिंह सुरजेवाला पर किसानों को गुमराह करने का आरोप लगाया। उन्होंने दावा किया कि राज्य में धान की खरीद प्रक्रिया सुचारु रूप से चल रही है और किसान सरकार की खरीद प्रणाली से पूरी तरह संतुष्ट हैं। सरकार का पूरा प्रयास है कि किसानों की उपज का एक -एक दाना एमएसपी पर खरीदा जाए। श्याम सिंह राणा ने सुरजेवाला पर निशाना साधते हुए कहा कि हरियाणा सरकार पर झूठे आरोप लगाने के बजाय सुरजेवाला को राजस्थान के मुद्दों पर ध्यान देना चाहिए, जहां से उनको राज्यसभा में भेजा गया है। किसानों के लिए समस्या, 15 नवंबर तक होगी खरीद
भारत सरकार द्वारा धान खरीद के लिए 15 नवंबर तक की समय सीमा निर्धारित की गई है। इस बार हरियाणा से 60 लाख मीट्रिक धान की खरीद का लक्ष्य है, जबकि खरीद एजेंसियों द्वारा 28 अक्तूबर तक 44.58 लाख मीट्रिक टन धान खरीदा जा चुका है। शेष धान की खरीद अगले दो सप्ताह में होनी है। गत वर्ष हरियाणा से 58.94 लाख टन धान की खरीद हुई थी। सरकार सामान्य धान के लिए 2,300 रुपए प्रति क्विंटल तथा ग्रेड-ए धान के लिए 2,320 रुपए प्रति क्विंटल न्यूनतम समर्थन मूल्य दे रही है।
हरियाणा कांग्रेस में टिकट के लिए बड़े नेता आमने-सामने:भाजपा सांसद के भाई ने तोशाम से मांगा टिकट, जेजेपी विधायक की डिमांड शाहबाद सीट
हरियाणा कांग्रेस में टिकट के लिए बड़े नेता आमने-सामने:भाजपा सांसद के भाई ने तोशाम से मांगा टिकट, जेजेपी विधायक की डिमांड शाहबाद सीट हरियाणा विधानसभा चुनाव की घोषणा अब कभी भी हो सकती है। राजनीति पार्टियां अपनी तरफ से तैयारियों में लगी है। वहीं कांग्रेस ने हरियाणा की कुल 90 विधानसभा सीटों पर हुए आवेदन के हिसाब से दूसरा सर्वे शुरू कर दिया है। कांग्रेस ने 10 अगस्त तक आवेदन मांगे थे। इसमें 90 सीटों पर 2556 दावेदार सामने आए हैं। कांग्रेस के आवेदन सूची में चौंकाने वाले नाम भी हैं। सबसे बड़ा चौंकाने वाला नाम सांसद चौधरी धर्मबीर के भाई राजबीर लाला का है। राजबीर लाला भाजपा के भिवानी-महेंद्रगढ़ के सांसद चौधरी धर्मबीर का पूरा चुनाव प्रचार भी संभालते हैं। लेकिन हैरानी की बात यह है कि धर्मबीर के भाई ने किरण चौधरी के सामने तोशाम से कांग्रेस का टिकट मांगा है। इसी सीट पर बंसीलाल के पौते अनिरुद्ध ने भी टिकट के लिए आवेदन किया है। दूसरा चौंकाने वाला नाम शाहबाद के मौजूदा विधायक रामकरण काला का है। रामकरण काला JJP के विधायक हैं। JJP विधायक ने कांग्रेस की टिकट के लिए आवेदन किया है। तोशाम और टोहाना सीट पर मचेगा घमासान
किरण चौधरी के भाजपा में जाने के बाद तोशाम सीट पर चौधरी बंसीलाल के पौते और रणबीर महेंद्रा के बेटे अनिरुद्ध चौधरी ने आवेदन किया है। वहीं चौधरी धर्मबीर के भाई राजबीर लाला ने भी यहां से आवेदन किया है। रणबीर महेंद्रा के परिवार ने इस बार बाढ़डा सीट से परिवार ने दावेदारी पेश नहीं की है। पिछले बार अनिरुद्ध चौधरी के पिता रणबीर महेंद्रा नैना चौटाला के सामने बाढड़ा विधानसभा से लड़े और वह दूसरे नंबर पर रहे थे। नैना चौटाला से हार के बाद अबकी बार रणबीर महेंद्रा अपनी पारंपरिक सीट पर शिफ्ट हो गया है। कांग्रेस बंसीलाल की पुत्रवधु किरण चौधरी के सामने पौते अनिरुद्ध चौधरी को लड़ाएगी या धर्मबीर के भाई राजबीर को इस पर पार्टी का फैसला करना आसान नहीं होगा। वहीं जजपा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष ने देवेंद्र बबली के इलाके टोहाना से कांग्रेस का टिकट मांगा है। देवेंद्र बबली की भी कांग्रेस से चुनाव लड़ने की चर्चाएं हैं। बबली सैलजा के भरोसे टिकट के लिए बैठे हैं वहीं निशान सिंह को कांग्रेस में लाने वाले भूपेंद्र हुड्डा हैं। ऐसे में पार्टी किसे टिकट देगी किसे नाराज करेगी। यह आने वाला समय बताएगा। हुड्डा अपनी सीट पर अकेले दावेदार, सुरजेवाला ने पत्ते नहीं खोले
बता दें कि पूर्व भूपेंद्र सिंह हुड्डा की गढ़ी सांपला किलोई से महज 1 आवेदन आया है। हुड्डा अपनी सीट पर अकेले दावेदार हैं। वहीं कांग्रेस नेता अवतार सिंह भड़ाना ने 3 जगह से दावेदारी जताई है। अवतार भड़ाना ने नांगल चौधरी, पुन्हाना और एनआईटी फरीदाबाद से दावेदारी ठोकी है। भाजपा सरकार से समर्थन वापस लेने वाले निर्दलीय विधायक सोमबीर सांगवान ने चरखी दादरी से कांग्रेट का टिकट के लिए आवेदन किया है। सबसे खास बात है कि कैथल विधानसभा से रणदीप सिंह सुरजेवाला ने अपने किसी समर्थक का आवेदन नहीं करवाया है। चर्चाएं हैं कि सुरजेवाला खुद या बेटे आदित्य सुरजेवाला को यहां से चुनाव लड़वा सकते हैं मगर सुरजेवाला परिवार में किसी ने आवेदन नहीं किया है। रिजर्व सीटों पर सर्वाधिक नामांकन
खास बात यह है कि हरियाणा की 14 रिजर्व सीटों पर सबसे ज्यादा दावेदार हैं। लोकसभा चुनाव में भाजपा रिजर्व सीटों पर पिछड़ गई थी यही कारण है कि हरियाणा की रिजर्व सीटों पर सबसे ज्यादा दावेदार हैं। रिजर्व सीटों को देखें तो मुलाना विधानसभा में 45, शाहबाद में 56, गुहला में 45, नीलोखेड़ी में 88, इसराना में 33, खरखौदा 54, नरवाना 44, रतिया 38, कालांवाली 14, बवानीखेड़ा 75, कलानौर 55, झज्जर 12 बावल 52 और पटौदी में 42 आवेदन कांग्रेस के आए हैं। इसके अलावा कांग्रेस की नीलोखेड़ी सीट पर सबसे अधिक 88 आवेदन आए हैं। इसके बाद जुलाना से 86, बवानीखेड़ा से 78, बाढ़डा से 60 और उकलाना से 57 लोगों ने आवेदन किया है। किसी ने 2 से 3 सीटों पर तो कहीं पिता-पुत्र, पति-पत्नी ने दावेदारी जताई
विधानसभा में कई सीटें ऐसी हैं जहां पिता-पुत्र, पति-पत्नी ने एक ही सीट पर दावेदारी जताई है तो कुछ लोगों ने एक से अधिक सीटों पर दावेदारी जताई है। सिरसा में 3 पिता-पुत्रों ने दावेदारी जताई है। इसमें राजकुमार शर्मा उनके बेटे मोहित शर्मा, वीरभान मेहता और बेटे राजन मेहता, अमीरचंद चावला, करण चावला ने आवेदन किया है। नलवा सीट पर पूर्व मंत्री प्रो. संपत सिंह और उनके बेटे गौरव सिंह ने आवेदन किया है। फतेहाबाद में प्रह्लाद सिंह गिल्लाखेड़ा और उनके बेटे ने एक सीट से ही दावेदारी जताई है। हांसी में पूर्व मंत्री सुभाष गोयल और उनके बेटे सुशील गोयल ने आवेदन किया है। हिसार में हनुमान ऐरन और उनकी पत्नी रेखा ऐरन ने आवेदन किया है। जजपा विधायकों वाली सीट पर अधिक आवेदन
खास बात है कि जिन सीटों पर जजपा के विधायक हैं उन सीटों पर कांग्रेस की ओर से ज्यादा आवेदन हैं। इसका कारण है कि जजपा के वोट बैंक में कांग्रेस सेंधमारी कर चुकी है। लोकसभा चुनाव में भी जजपा के अधिकांश सीटों में कांग्रेस आगे रही थी। टोहाना, नारनौंद, उचाना, जुलाना, बाढड़ा, उकलाना, नरवाना, शाहबाद और गुहला जैसी सीटों पर कांग्रेस को बढ़त मिली थी। टोहाना में कांग्रेस के 21, उचाना में 17, जुलाना में 86, बाढड़ा में 60, शाहबाद में 56, गुहला में 45, उकलाना में 57, नरवाना में 44 और बरवाला में 55 लोगों ने आवेदन किया है।
फरीदाबाद में कार्यालय सील होने पर भड़के कांग्रेसी:बोले- भाजपा के इशारे पर काम कर रही नगर निगम, सभी को भेजा जा चुका था नोटिस
फरीदाबाद में कार्यालय सील होने पर भड़के कांग्रेसी:बोले- भाजपा के इशारे पर काम कर रही नगर निगम, सभी को भेजा जा चुका था नोटिस हरियाणा के जिले फरीदाबाद में हाई कोर्ट के आदेश के बाद नगर निगम ने आज सेक्टर 9 व 10 डिवाइडिंग रोड और सेक्टर 11 व 12 डिवाइडिंग रोड के पीछे की तरफ दरवाजा करके कमर्शियल एक्टिविटी करने वाले रेजिडेंस और ऑफिस को सीलिंग की कार्रवाई की है। नगर निगम के ज्वाइंट कमिश्नर वीरेंद्र ने बताया कि यह आदेश हाईकोर्ट की तरफ से दी गई है। सभी को पहले ही नोटिस दे दिया गया था, जिन्होंने अभी तक रेसिडेंस और ऑफिस के दूसरी तरफ के दरवाजे को बंद नहीं किया है उन्हें आज सील किया जा रहा है। इस कार्रवाई के बाद कोई भी सीलिंग को खोलने की कोशिश करता है तो उस पर FIR भी दर्ज करवाई जाएगी। वही सीलिंग के कार्रवाई में कांग्रेस के दो कार्यालय सील होने पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने कहा की राजनीतिक षड्यंत्र के तहत यह सीलिंग करवाई गई है। सुमित गॉड और वेदपाल दायमा ने कहा कि पिक एंड चूज के तहत कार्रवाई की जा रही है, कई ऐसे ढाबे हैं जिन्हें इन्होंने सील नहीं किया सिर्फ हमारे कार्यालय को ही सील कर दिया है। यह नगर निगम के अधिकारी भाजपा के लोगों के इशारे पर काम कर रहे हैं उन्हीं के इशारे पर कांग्रेस पार्टी के कार्यालय को सील करवाया है।