अगहन माह की मासिक शिवरात्रि आज, महिलाएं रखती हैं व्रत

अगहन माह की मासिक शिवरात्रि आज, महिलाएं रखती हैं व्रत

भास्कर न्यूज | जालंधर/नवांशहर हिंदू पंचांग के अनुसार, प्रत्येक माह में कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मासिक शिवरात्रि का व्रत रखा जाता है। इस महीने यह व्रत 29 नवंबर को है। शिव की प्रिय शिवरात्रि तिथि पर भोलेनाथ के भक्त उन्हें प्रसन्न करने के लिए व्रत रखते हैं। मान्यता है कि मासिक शिवरात्रि का व्रत रखने से कभी न खत्म होने वाला पुण्य प्राप्त होता है। इस दिन व्रत रखकर पूजा करना और शिव जी का अभिषेक करना बहुत ही शुभ माना गया है। शिव दुर्गा खाटू श्याम मंदिर के पुजारी गौतम भार्गव ने बताया कि कुंवारे लोग इस दिन व्रत रखें तो उन्हें इच्छानुसार जीवनसाथी मिलता है और शादीशुदा लोगों के जीवन की समस्याएं दूर होती हैं। हिंदू धर्म में पति की लंबी आयु, बच्चे के अच्छे स्वास्थ्य के लिए महिलाएं भी यह व्रत करती हैं। इस दिन व्रत रखकर रात में चार प्रहर में संहार के देवता अविनाशी भगवान शंकर और जगत जननी मां पार्वती की पूजा की जाती है। पूजन करने की विधि मासिक शिवरात्रि के दिन प्रातः जल्दी उठकर नित्य क्रिया से निवृत्त होकर स्नान आदि करें। सबसे पहले शिव जी के समक्ष पूजा स्थान में दीप प्रज्वलित करें। शिवलिंग का दूध और गंगाजल आदि से अभिषेक करें। शिवलिंग पर बेलपत्र, धतूरा आदि अवश्य अर्पित करें। इस दिन भगवान शिव के साथ माता पार्वती की पूजा भी करनी चाहिए। पूजा करते समय ओम् नम: शिवाय मंत्र का उच्चारण करते रहें। भगवान शिव को भोग लगाएं और आरती करें। भास्कर न्यूज | जालंधर/नवांशहर हिंदू पंचांग के अनुसार, प्रत्येक माह में कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मासिक शिवरात्रि का व्रत रखा जाता है। इस महीने यह व्रत 29 नवंबर को है। शिव की प्रिय शिवरात्रि तिथि पर भोलेनाथ के भक्त उन्हें प्रसन्न करने के लिए व्रत रखते हैं। मान्यता है कि मासिक शिवरात्रि का व्रत रखने से कभी न खत्म होने वाला पुण्य प्राप्त होता है। इस दिन व्रत रखकर पूजा करना और शिव जी का अभिषेक करना बहुत ही शुभ माना गया है। शिव दुर्गा खाटू श्याम मंदिर के पुजारी गौतम भार्गव ने बताया कि कुंवारे लोग इस दिन व्रत रखें तो उन्हें इच्छानुसार जीवनसाथी मिलता है और शादीशुदा लोगों के जीवन की समस्याएं दूर होती हैं। हिंदू धर्म में पति की लंबी आयु, बच्चे के अच्छे स्वास्थ्य के लिए महिलाएं भी यह व्रत करती हैं। इस दिन व्रत रखकर रात में चार प्रहर में संहार के देवता अविनाशी भगवान शंकर और जगत जननी मां पार्वती की पूजा की जाती है। पूजन करने की विधि मासिक शिवरात्रि के दिन प्रातः जल्दी उठकर नित्य क्रिया से निवृत्त होकर स्नान आदि करें। सबसे पहले शिव जी के समक्ष पूजा स्थान में दीप प्रज्वलित करें। शिवलिंग का दूध और गंगाजल आदि से अभिषेक करें। शिवलिंग पर बेलपत्र, धतूरा आदि अवश्य अर्पित करें। इस दिन भगवान शिव के साथ माता पार्वती की पूजा भी करनी चाहिए। पूजा करते समय ओम् नम: शिवाय मंत्र का उच्चारण करते रहें। भगवान शिव को भोग लगाएं और आरती करें।   पंजाब | दैनिक भास्कर