हिमाचल प्रदेश के अधिक ऊंचे क्षेत्रों में आज मौसम करवट बदल सकता है। मौसम विभाग के अनुसार, शुक्रवार से वेस्टर्न डिस्टरबेंस एक्टिव हो रहा है। इसका असर किन्नौर, लाहौल स्पीति, चंबा, कुल्लू और कांगड़ा के अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में नजर आ सकता है। मौसम विभाग (IMD) की माने तो वेस्टर्न डिस्टरबेंस कमजोर है। इससे अच्छी बर्फबारी के कम आसार है। मगर अधिक ऊंचे इलाकों में अगले चार दिन तक हल्का हिमपात हो सकता है। मगर अधिक ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फ की हल्की सफेद चादर बिछ सकती है। सरचू-दारचा से हटाए चेक पोस्ट मौसम विभाग के पूर्वानुमान को देखते हुए लाहौल स्पीति पुलिस ने सरचू और दारचा से चेक-पोस्ट हटा दिए है। इन दोनों जगह बंद करके जिस्पा में चेक पोस्ट लगाया गया है,जहां पर पुलिस के जवान दिन रात तैनात रहेंगे। दरअसल, अधिक ऊंचाई के कारण सरचू और दारचा में अचानक बर्फ गिर जाती है और इससे ऊंचे क्षेत्र जिला मुख्यालय और कुल्लू से पूरी तरह कट जाते है। इसलिए जिस्पा में चेक पोस्ट लगाकर पर्यटकों और स्थानीय लोगों को ऊंचे क्षेत्रों में जाने से रोका जाएगा। मैदानी व मध्यम ऊंचाई वाले इलाकों में नहीं टूटेगा दो महीने का ड्राइ स्पेल वहीं प्रदेश के अन्य क्षेत्रों में दो महीने का ड्राइ स्पेल टूटने के आसार नहीं है। ऊंचे पहाड़ों पर अगले 96 घंटे तक बेशक बर्फबारी का पूर्वानुमान है। मगर मैदानी और मध्यम ऊंचाई वाले इलाकों में धूप खिली रहेगी। इन क्षेत्रों अगले दो सप्ताह तक अच्छी बारिश-बर्फबारी की संभावना नहीं है। शिमला में भी आज सुबह से ही अच्छी धूप खिली हुई है। बिलासपुर-मंडी में धुंध का येलो अलर्ट बिलासपुर और मंडी जिला के कुछेक क्षेत्रों में अगले तीन दिन तक घनी धुंध छाने का येलो अलर्ट दिया गया है। इससे विजिबिलिटी 50 मीटर से भी कम हो जाएगी। इसे देखते हुए लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। किसानों-बागवानों और टूरिज्म इंडस्ट्री पर मार प्रदेश में ड्राइ स्पेल की वजह से सूखे जैसे हालात बन गए है। इसकी सबसे ज्यादा मार किसानों, बागवानों और टूरिज्म इंडस्ट्री पर पड़ी है। अब पानी के स्त्रोत भी सूखने लगे है। सूखे की मार से 63 प्रतिशत जमीन पर किसान गेंहू की बुवाई नहीं कर पाए। प्रदेश में गेंहू की फसल 3.26 लाख हैक्टेयर भूमि पर होती थी। बुवाई नहीं होने से उत्पादन पर असर पड़ेगा। इसी तरह अब सेब के बगीचों पर सूखे के कारण संकट मंडरा रहा है। वूलि एफिड नाम का कीट सेब बगीचों पर हमला बोल चुका है। इससे बचाव के लिए बर्फबारी बेहद जरूरी है। हिमाचल प्रदेश के अधिक ऊंचे क्षेत्रों में आज मौसम करवट बदल सकता है। मौसम विभाग के अनुसार, शुक्रवार से वेस्टर्न डिस्टरबेंस एक्टिव हो रहा है। इसका असर किन्नौर, लाहौल स्पीति, चंबा, कुल्लू और कांगड़ा के अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में नजर आ सकता है। मौसम विभाग (IMD) की माने तो वेस्टर्न डिस्टरबेंस कमजोर है। इससे अच्छी बर्फबारी के कम आसार है। मगर अधिक ऊंचे इलाकों में अगले चार दिन तक हल्का हिमपात हो सकता है। मगर अधिक ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फ की हल्की सफेद चादर बिछ सकती है। सरचू-दारचा से हटाए चेक पोस्ट मौसम विभाग के पूर्वानुमान को देखते हुए लाहौल स्पीति पुलिस ने सरचू और दारचा से चेक-पोस्ट हटा दिए है। इन दोनों जगह बंद करके जिस्पा में चेक पोस्ट लगाया गया है,जहां पर पुलिस के जवान दिन रात तैनात रहेंगे। दरअसल, अधिक ऊंचाई के कारण सरचू और दारचा में अचानक बर्फ गिर जाती है और इससे ऊंचे क्षेत्र जिला मुख्यालय और कुल्लू से पूरी तरह कट जाते है। इसलिए जिस्पा में चेक पोस्ट लगाकर पर्यटकों और स्थानीय लोगों को ऊंचे क्षेत्रों में जाने से रोका जाएगा। मैदानी व मध्यम ऊंचाई वाले इलाकों में नहीं टूटेगा दो महीने का ड्राइ स्पेल वहीं प्रदेश के अन्य क्षेत्रों में दो महीने का ड्राइ स्पेल टूटने के आसार नहीं है। ऊंचे पहाड़ों पर अगले 96 घंटे तक बेशक बर्फबारी का पूर्वानुमान है। मगर मैदानी और मध्यम ऊंचाई वाले इलाकों में धूप खिली रहेगी। इन क्षेत्रों अगले दो सप्ताह तक अच्छी बारिश-बर्फबारी की संभावना नहीं है। शिमला में भी आज सुबह से ही अच्छी धूप खिली हुई है। बिलासपुर-मंडी में धुंध का येलो अलर्ट बिलासपुर और मंडी जिला के कुछेक क्षेत्रों में अगले तीन दिन तक घनी धुंध छाने का येलो अलर्ट दिया गया है। इससे विजिबिलिटी 50 मीटर से भी कम हो जाएगी। इसे देखते हुए लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। किसानों-बागवानों और टूरिज्म इंडस्ट्री पर मार प्रदेश में ड्राइ स्पेल की वजह से सूखे जैसे हालात बन गए है। इसकी सबसे ज्यादा मार किसानों, बागवानों और टूरिज्म इंडस्ट्री पर पड़ी है। अब पानी के स्त्रोत भी सूखने लगे है। सूखे की मार से 63 प्रतिशत जमीन पर किसान गेंहू की बुवाई नहीं कर पाए। प्रदेश में गेंहू की फसल 3.26 लाख हैक्टेयर भूमि पर होती थी। बुवाई नहीं होने से उत्पादन पर असर पड़ेगा। इसी तरह अब सेब के बगीचों पर सूखे के कारण संकट मंडरा रहा है। वूलि एफिड नाम का कीट सेब बगीचों पर हमला बोल चुका है। इससे बचाव के लिए बर्फबारी बेहद जरूरी है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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आरट्रेक शिमला में नए लेफ्टिनेंट जनरल:देवेंद्र शर्मा ने संभाला जीओसी-इन-सी का पदभार; अति विशिष्ट सेवा मेडल से सम्मानित: NDA के प्रशिक्षक भी रह चुके लेफ्टिनेंट जनरल देवेंद्र शर्मा ने आज शिमला स्थित सेना प्रशिक्षण कमान के 25वें जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ का पदभार संभाला। देवेंद्र शर्मा मेयो कॉलेज, अजमेर, राष्ट्रीय रक्षा अकादमी और भारतीय सैन्य अकादमी के पूर्व छात्र हैं। जनरल ऑफिसर प्रतिष्ठित ‘स्वॉर्ड ऑफ ऑनर’ के प्राप्तकर्ता हैं और उन्हें 19 दिसंबर 1987 को ‘द सिंध हॉर्स’ में कमीशन मिला था। लगभग चार दशकों के करियर में जनरल ने विभिन्न संवेदनशील ऑपरेशनल क्षेत्रों, आतंकवाद विरोधी माहौल और उच्च ऊंचाई वाले इलाकों में महत्वपूर्ण कमान नियुक्तियों को संभाला है। उन्होंने ‘द सिंध हॉर्स’ को कमांड किया, स्ट्राइक कोर के हिस्से के रूप में एक आर्मड ब्रिगेड और पश्चिमी मोर्चे पर एक इन्फैंट्री डिवीजन और एक कोर को भी कमांड किया। जीओसी-इन-सी आरट्रैक का पदभार संभालने से पहले जनरल पश्चिमी कमान के मुख्यालय के चीफ ऑफ स्टाफ थे। NDA में प्रशिक्षक भी रह चुके अपनी सेवा के दौरान, जनरल देवेंद्र शर्मा एनडीए में प्रशिक्षक भी रहे हैं। इम्ट्राट, भूटान में ऑपरेशन्स के स्टाफ ऑफिसर के रूप में एवं कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य में संयुक्त राष्ट्र मिशन के मुख्य सैन्य कार्मिक अधिकारी के रूप में तैनात रहें हैं। जनरल ने रक्षा सेवा स्टाफ कॉलेज, उच्च रक्षा प्रबंधन कोर्स और लोक प्रशासन में उन्नत व्यावसायिक कार्यक्रम जैसे विभिन्न प्रतिष्ठित कोर्सेज किए हैं। अति विशिष्ट सेवा मेडल से सम्मानित राष्ट्र के प्रति उनके अनुकरणीय नेतृत्व और कर्तव्य के प्रति समर्पण के लिए, जनरल को 2022 में अति विशिष्ट सेवा मेडल से सम्मानित किया गया । उन्होंने काउंटर इंसर्जेंसी ऑपरेशंस में ऑपरेशन रक्षक में इन्फैंट्री के साथ काम किया, जहां उन्हें वीरता के लिए सेना मेडल अवार्ड से सम्मानित किया गया और उनको सेंट्रल आर्मी कमांडर के प्रशस्ति पत्र एवं संयुक्त राष्ट्र फोर्स कमांडर के प्रशंसा पत्र से भी सम्मानित किया गया है।
हिमाचल CM देहरा में करेंगे ध्वजारोहण:कर्मचारी-पेंशनरों के लिए कर सकते हैं घोषणाएं; केबीसी फेम अरुणोदय को विशिष्ट सम्मान मिलेगा
हिमाचल CM देहरा में करेंगे ध्वजारोहण:कर्मचारी-पेंशनरों के लिए कर सकते हैं घोषणाएं; केबीसी फेम अरुणोदय को विशिष्ट सम्मान मिलेगा हिमाचल में राज्य स्तरीय स्वतंत्रता दिवस समारोह आज कांगड़ा जिला के देहरा में मनाया जाएगा। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू यहां ध्वजारोहण करेंगे। प्रदेश के पौने दो लाख कर्मचारियों और डेढ़ लाख पेंशनर की नजरें नए वेतनमान के एरियर और महंगाई भत्ते पर टिकी हुई हैं। प्रदेश सरकार पर कर्मचारी-पेंशनर की 10 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा की देनदारी है। इस दौरान मुख्यमंत्री सुक्खू एरयिर व डीए के अलावा भी कई बड़ी घोषणाएं कर सकते हैं। इनमें देहरा को जिला बनाने का भी ऐलान संभव है, क्योंकि विधानसभा उपचुनाव के दौरान देहरा को जिला बनाने की मांग उठी थी। देहरा की जनता ने सीएम की पत्नी कमलेश ठाकुर को यहां से चुन कर विधानसभा भेजा है। सीएम सुक्खू इस मौके पर सिविल सर्विसेज, हिमाचल प्रेरणा स्त्रोत सम्मान और हिमाचल गौरव पुरस्कार से प्रदेश की हस्तियों को नवाजेंगे। सामान्य प्रशासन विभाग ने इसके लिए नामों की घोषणा कर दी है। इन हस्तियों को नवाजेंगे सीएम सुक्खू
IT डिपार्टमेंट ऑफ डिजिटल टेक्नोलॉजी एंड गवर्नेंस को सिविल सेवा अवॉर्ड दिया जाएगा। डॉ. राकेश कुमार, पद्मश्री प्रो. महेश वर्मा व सत्यप्रकाश शर्मा को प्रेरणा स्त्रोत सम्मान मिलेगा। डॉ.राकेश को हस्तशिल्प व्यापार व निर्यात संवर्धन के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य के लिए यह पुरस्कार दिया जाएगा। पद्मश्री प्रो. महेश वर्मा भारतीय प्रोस्थोडॉन्टिस्ट है। मौलाना आजाद इंस्टीट्यूट ऑफ डेंटल साइंसेज के पूर्व निदेशक व प्रिंसिपल हैं। वहीं सत्यप्रकाश शर्मा दिव्य मानव ज्योति सेवा ट्रस्ट के संस्थापक है। कुल्लू के रंगकर्मी केहर सिंह ठाकुर, सोलन के साहित्यकार प्रो. केशव राम शर्मा व सहायक आयुक्त कर एवं आबकारी विभाग पूनम ठाकुर को हिमाचल गौरव पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। KBC फेम अरुणोदय शर्मा को विशिष्ट सम्मान से नवाजा जाएगा। पूनम ठाकुर को इसलिए हिमाचल गौरव पुरस्कार
कर एवं आबकारी विभाग के सहायक आयुक्त पूनम ठाकुर को हिमाचल गौरव पुरस्कार उनके द्वारा 40 करोड़ का राजस्व जुटाने के लिए दिया जा रहा है। वर्तमान में पूनम ठाकुर शिमला में सेवारत्त हैं। मंडी के संधोल की रहने वाली पूनम ठाकुर ने 1998 में एलाइड सर्विस में टॉप किया। इनका विवाह वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉ. राजेश राणा से हुआ। पूनम ठाकुर ने 2 साल तक जीएसटी एक्ट के तहत 95 से ज्यादा मामलों की डिटेक्शन की और 17.85 करोड़ रुपए की टैक्स वसूली की। इसके अलावा ईआईयू के मामलों में 23.31 करोड़ रुपए से अधिक की राशि वसूली। इस काम के लिए विभाग भी इन्हें सम्मानित कर चुका है। हिंदी साहित्य और संस्कृत की सेवा के लिए प्रो. शर्मा को सम्मान
जीवन भर हिंदी साहित्य और संस्कृत की सेवा के लिए प्रो.केशव राम शर्मा को हिमाचल गौरव पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। उन्हें राष्ट्रपति पुरस्कार सहित 25 से ज्यादा सम्मान पहले भी मिल चुके हैं। इन्होंने 30 साल तक आकाशवाणी में सेवाएं दी। हिमाचल के अलावा राजस्थान, चंडीगढ़, हरियाणा में 400 से ज्यादा बार पुराणों के प्रवचन से समाज में आध्यात्मिक, सांस्कृतिक एवं मानवता की चेतना जागृत की। अरुणोदय को इस वजह से सम्मान
केबीसी फेम अरुणोदय ने 2021 में कौन बनेगा करोड़पति में भाग लिया। प्रदेश सरकार आज उन्हें विशिष्ट सेवा पुरस्कार से नवाजेगी। कोटखाई के बागी के रहने वाले अरुणोदय ने इस साल मई महीने में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के शिमला दौरे के दौरान विशेष बच्चों की स्वास्थ्य सुविधाओं के एक ज्ञापन दिया। उन्होंने विशेष बच्चों के लिए प्रदेश में शैक्षणिक सुविधाएं देने का आग्रह किया।
बिलासपुर में मंडी भराड़ी पुल में आई दरार:पूर्व मंत्री ने किया निरीक्षण, बोले- निर्माता कंपनी ने बरती लापरवाही
बिलासपुर में मंडी भराड़ी पुल में आई दरार:पूर्व मंत्री ने किया निरीक्षण, बोले- निर्माता कंपनी ने बरती लापरवाही पूर्व मंत्री एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राम लाल ठाकुर ने किरतपुर-नेरचैक फोर लेन प्रोजेक्ट के तहत बिलासपुर जिला के मंडी भराड़ी पुल की गुणवत्ता को लेकर निर्माणाधीन कंपनी पर कई सवाल खड़े किए हैं। बिलासपुर जिला का मंडी भराड़ी पुल के कुछ हिस्सों पर दरारें आ गई है। जिसके चलते उन्होंने खुद शनिवार को पुल का निरीक्षण किया। उन्होंने निर्माता कंपनी के कार्य पर सवाल खड़े किए किए है। एक साल पहले बना था पुल उन्होंने कहा अभी एक साल पहले ही इस पुल का उद्घाटन किया गया है। लेकिन एक साल में ही यह पुल क्रेक हो गया है। कांग्रेस नेता ने कहा कि सवाल अब यह पैदा हो रहा है कि इस पुल को अभी शुरू हुए एक साल से अधिक समय हुआ है। एक साल के भीतर ही पुल रिपेयरिंग वर्क मांग रहा है। इससे साफ जाहिर हो रहा है कि निर्माता कंपनी की ओर से पुल निर्माण में कहीं न कहीं लापरवाही भी बरती गई है। हालांकि अभी तक निर्माता कंपनी की इस विषय पर अपना कोई भी पक्ष नहीं रखा जा रहा है।