संभल हिंसा को लेकर सहारनपुर से कांग्रेस सांसद इमरान मसूद शुक्रवार को बेहद गुस्से में दिखे। उन्होंने कहा कि मुसलमान कहां जाए? बहराइच में घर में रहा तो उसे बाहर निकाल कर मारा गया। संभल में बाहर निकला, तो पुलिस ने गोली मार दी। आखिर करे तो क्या करें मुसलमान। इमरान ने संभल हिंसा के लिए पुलिस को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि संभल में पुलिस को रोकना ही था तो पैर में गोली मार सकती थी। माथे पर क्यों मारी? इस हिंसा में पुलिस ही दोषी है। पुलिस की तरफ से फायरिंग की गई, जिसकी वजह से लोगों की जान गई। इसलिए पुलिसवालों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज हो। भाजपा ने इमरान मसूद पर पलटवार किया है। बीजेपी के अल्पसंख्यक मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जमाल सिद्दीकी ने कहा कि 100 चूहे खाकर बिल्ली हज को चली है। इमरान मसूद का इतिहास सब जानते हैं, उनकी राजनीति ही दंगे से शुरू हुई है। अब विस्तार से पढ़िए… तमंचे की गोली आर-पार नहीं जाती
इमरान मसूद शुक्रवार को दिल्ली में अपने आवास पर एक मीडिया से बात कर रहे थे। उन्होंने कहा कि संभल में अच्छे से, शांति से सर्वे हो रहा था। इन लोगों को लगा, यार यहां पर बवाल नहीं हुआ। तो अपने साथ दूसरे दिन आदमी लेकर गए। नारेबाजी करवाई। पीछे से पत्थर फेंकवाए। इसके बाद उनके आदमी पीछे हो गए और पुलिस ने सामने से आकर गोली मार दी। उन्होंने पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट पर सवाल उठाते हुए कहा कि तमंचे की गोली आर-पार नहीं जाती। राइफल की जाती है, जो पुलिस के पास रहती है। संभल में पुलिस बनाम मुसलमान का विवाद
इमरान मसूद ने कहा कि मुझे तो लगता है पुलिसवालों ने ही सिविल ड्रेस में जाकर नारे लगाए थे। संभल में पुलिस बनाम मुसलमान का विवाद हो रहा है। अगर किसी के धर्मस्थल में घुसकर कोई नारेबाजी करेगा तो हंगामा तो मचेगा ही। भगवान के वास्ते इस देश को मत जलाओ। नफरत की आड़ में सब झुलस जाएंगे। जिस तरह से बर्बरता हुई है, उससे लगता है कि हमारी जान की कोई कीमत ही नहीं है। आप पैरों और हाथ पर गोली मार देते। पुलिस बोल रही कि गोली नहीं चली, तो कहां से आ गई। मुझे बहुत दर्द होता है, जब कोई बेकसूर मारा जाता है। नहीं देख सकता हूं, ये सब। भाजपा ने कहा- इमरान की राजनीति दंगे से शुरू हुई
बीजेपी के अल्पसंख्यक मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जमाल सिद्दीकी ने इमरान मसूद पर पलटवार किया। उन्होंने कहा कि 100 चूहे खाकर बिल्ली हज को चली है। इमरान मसूद का इतिहास सब जानते हैं, उनकी राजनीति ही दंगे से शुरू हुई है। वह जो बयान दे रहे हैं ठीक नहीं है। योगी जी की अगुवाई में उत्तर प्रदेश में किसी के साथ भेदभाव नहीं हो रहा। जमाल सिद्दीकी ने कहा कि सपा, बसपा और कांग्रेस जैसे दल समाज को बांटने की राजनीति करते हैं, जबकि बीजेपी सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास के मंत्र पर काम कर रही है। संभल सांसद को तत्काल गिरफ्तार करना चाहिए। उन्हीं की साजिश थी कि दंगा भड़के और लोग आपस में लड़ें, ताकि भारतीय जनता पार्टी से मुस्लिम दूर हो जाएं। एक महीने पहले हेट स्पीच मामले में इमरान पर चार्ज फ्रेम कांग्रेस सांसद इमरान मसूद पर 23 अक्टूबर को कोर्ट ने चार्ज फ्रेम किया था। 10 साल पहले इमरान मसूद ने देवबंद में PM मोदी पर विवादित बयान दिया था। उन्होंने धमकाते हुए कहा था- ‘नरेंद्र मोदी यहां आए, तो बोटी-बोटी कर दी जाएगी। गुजरात में 4 प्रतिशत मुसलमान हैं और सहारनपुर में 42 प्रतिशत हैं।’ उन्होंने ये बयान 2014 लोकसभा चुनाव में दिया था। सरकारी अधिवक्ता गुलाब सिंह ने बताया- देवबंद के गांव लबकरी में इमरान मसूद ने PM मोदी के खिलाफ बोटी-बोटी वाला बयान दिया था। इस मामले में विशेष न्यायाधीश MP-MLA मोहित शर्मा की कोर्ट में 19 लोगों के बयान दर्ज किए गए। कोर्ट ने चार्ज फ्रेम किया है। ——————-
यह भी पढ़ें : संभल में महिलाओं ने युवकों को घरों में दी पनाह, जिनके घरों पर लटक रहा ताला, पुलिस उन्हें बनाएगी हिंसा का आरोपी संभल हिंसा में अभी तक 31 आरोपी जेल भेजे जा चुके हैं। इसमें 3 महिलाएं भी शामिल हैं। पुलिस जांच में पता चला है कि जामा मस्जिद एरिया के मकानों में दंगाइयों को पनाह दी गई। यह काम इन घरों की महिलाओं ने किया। एक-एक घर में 20-20 दंगाई घुसे हुए थे, जो पुलिस पर पथराव-फायरिंग कर रहे थे। ये दावा पुलिस का है। पढ़िए पूरी खबर… संभल हिंसा को लेकर सहारनपुर से कांग्रेस सांसद इमरान मसूद शुक्रवार को बेहद गुस्से में दिखे। उन्होंने कहा कि मुसलमान कहां जाए? बहराइच में घर में रहा तो उसे बाहर निकाल कर मारा गया। संभल में बाहर निकला, तो पुलिस ने गोली मार दी। आखिर करे तो क्या करें मुसलमान। इमरान ने संभल हिंसा के लिए पुलिस को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि संभल में पुलिस को रोकना ही था तो पैर में गोली मार सकती थी। माथे पर क्यों मारी? इस हिंसा में पुलिस ही दोषी है। पुलिस की तरफ से फायरिंग की गई, जिसकी वजह से लोगों की जान गई। इसलिए पुलिसवालों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज हो। भाजपा ने इमरान मसूद पर पलटवार किया है। बीजेपी के अल्पसंख्यक मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जमाल सिद्दीकी ने कहा कि 100 चूहे खाकर बिल्ली हज को चली है। इमरान मसूद का इतिहास सब जानते हैं, उनकी राजनीति ही दंगे से शुरू हुई है। अब विस्तार से पढ़िए… तमंचे की गोली आर-पार नहीं जाती
इमरान मसूद शुक्रवार को दिल्ली में अपने आवास पर एक मीडिया से बात कर रहे थे। उन्होंने कहा कि संभल में अच्छे से, शांति से सर्वे हो रहा था। इन लोगों को लगा, यार यहां पर बवाल नहीं हुआ। तो अपने साथ दूसरे दिन आदमी लेकर गए। नारेबाजी करवाई। पीछे से पत्थर फेंकवाए। इसके बाद उनके आदमी पीछे हो गए और पुलिस ने सामने से आकर गोली मार दी। उन्होंने पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट पर सवाल उठाते हुए कहा कि तमंचे की गोली आर-पार नहीं जाती। राइफल की जाती है, जो पुलिस के पास रहती है। संभल में पुलिस बनाम मुसलमान का विवाद
इमरान मसूद ने कहा कि मुझे तो लगता है पुलिसवालों ने ही सिविल ड्रेस में जाकर नारे लगाए थे। संभल में पुलिस बनाम मुसलमान का विवाद हो रहा है। अगर किसी के धर्मस्थल में घुसकर कोई नारेबाजी करेगा तो हंगामा तो मचेगा ही। भगवान के वास्ते इस देश को मत जलाओ। नफरत की आड़ में सब झुलस जाएंगे। जिस तरह से बर्बरता हुई है, उससे लगता है कि हमारी जान की कोई कीमत ही नहीं है। आप पैरों और हाथ पर गोली मार देते। पुलिस बोल रही कि गोली नहीं चली, तो कहां से आ गई। मुझे बहुत दर्द होता है, जब कोई बेकसूर मारा जाता है। नहीं देख सकता हूं, ये सब। भाजपा ने कहा- इमरान की राजनीति दंगे से शुरू हुई
बीजेपी के अल्पसंख्यक मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जमाल सिद्दीकी ने इमरान मसूद पर पलटवार किया। उन्होंने कहा कि 100 चूहे खाकर बिल्ली हज को चली है। इमरान मसूद का इतिहास सब जानते हैं, उनकी राजनीति ही दंगे से शुरू हुई है। वह जो बयान दे रहे हैं ठीक नहीं है। योगी जी की अगुवाई में उत्तर प्रदेश में किसी के साथ भेदभाव नहीं हो रहा। जमाल सिद्दीकी ने कहा कि सपा, बसपा और कांग्रेस जैसे दल समाज को बांटने की राजनीति करते हैं, जबकि बीजेपी सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास के मंत्र पर काम कर रही है। संभल सांसद को तत्काल गिरफ्तार करना चाहिए। उन्हीं की साजिश थी कि दंगा भड़के और लोग आपस में लड़ें, ताकि भारतीय जनता पार्टी से मुस्लिम दूर हो जाएं। एक महीने पहले हेट स्पीच मामले में इमरान पर चार्ज फ्रेम कांग्रेस सांसद इमरान मसूद पर 23 अक्टूबर को कोर्ट ने चार्ज फ्रेम किया था। 10 साल पहले इमरान मसूद ने देवबंद में PM मोदी पर विवादित बयान दिया था। उन्होंने धमकाते हुए कहा था- ‘नरेंद्र मोदी यहां आए, तो बोटी-बोटी कर दी जाएगी। गुजरात में 4 प्रतिशत मुसलमान हैं और सहारनपुर में 42 प्रतिशत हैं।’ उन्होंने ये बयान 2014 लोकसभा चुनाव में दिया था। सरकारी अधिवक्ता गुलाब सिंह ने बताया- देवबंद के गांव लबकरी में इमरान मसूद ने PM मोदी के खिलाफ बोटी-बोटी वाला बयान दिया था। इस मामले में विशेष न्यायाधीश MP-MLA मोहित शर्मा की कोर्ट में 19 लोगों के बयान दर्ज किए गए। कोर्ट ने चार्ज फ्रेम किया है। ——————-
यह भी पढ़ें : संभल में महिलाओं ने युवकों को घरों में दी पनाह, जिनके घरों पर लटक रहा ताला, पुलिस उन्हें बनाएगी हिंसा का आरोपी संभल हिंसा में अभी तक 31 आरोपी जेल भेजे जा चुके हैं। इसमें 3 महिलाएं भी शामिल हैं। पुलिस जांच में पता चला है कि जामा मस्जिद एरिया के मकानों में दंगाइयों को पनाह दी गई। यह काम इन घरों की महिलाओं ने किया। एक-एक घर में 20-20 दंगाई घुसे हुए थे, जो पुलिस पर पथराव-फायरिंग कर रहे थे। ये दावा पुलिस का है। पढ़िए पूरी खबर… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर