वाराणसी साइबर क्राइम थाने में महमूरगंज निवासी महिला हुलासी मालू ने साइबर फ्रॉड का मुकदमा दर्ज कराया है। उन्होंने बताया कि उनके बेटे को गिरफ्तार किए जाने को लेकर साइबर फ्रॉड ने खुद को पुलिसकर्मी बताते हुए उसे फोन किया। इसके बाद बेटे को छोड़ने के नाम पर 14.70 लाख रुपए दो बैंक अकाउंट में ट्रांसफर करवाए। इसके लिए महिला ने अपनी एफडी भी तोड़वा दी। फिलहाल वाराणसी साइबर क्राइम थाना मामले की जांच में लगा है। महमूरगंज के नरसिंह अपार्टमेंट में रहती हैं वृद्धा
भेलूपुर थानाक्षेत्र के महमूरगंज स्थित नर्सिंग अपार्टमेंट में रहने वाली 64 वर्षीय वृद्ध ने साइबर क्राइम थाने में तहरीर देते हुए बताया कि बेटे की गिरफ्तारी का डर दिखते हुए उसे डिजिटल अरेस्ट किया गया और लाखों रुपए ऐंठ लिए गए। उनकी बहु का फोन के आने के बाद पता चला की उनका लड़का सुरक्षित है पर तब तक उनके 14 लाख रुपए कट चुके थे। फोन कर खुद को बताया पुलिसकर्मी
भुक्तभोगी महिला हुलासी मालू ने बताया- उनके पास एक काल आयी थी। जिसमें उधर से बोल रहे व्यक्ति ने खुद को पुलिस का अधिकारी बताया और कहा कि तुम्हारा लड़का गिरफ्तार हो गया है। उसे छुड़वाना है तो 15 लाख रुपए का खर्चा लगेगा। इस दौरान उसने बेटे की आवाज में किसी के रोने की आवाज भी चलाई। दामाद से लिए 70 हजार
महिला ने पुलिस को बताया कि उसने उन्हें डराया कि 15 लाख रुपए फौरन भेजो। इस पर मैंने अपने दामाद को फोन किया और उससे 70 हजार रुपए ऑनलाइन मंगवाए और साइबर जालसाजों के बताए अकाउंट में ट्रांसफर कर दिया। अगले दिन सुबह रथयात्रा स्थित एचडीएफसी बैंक में मौजूद एफडी तुड़वाकर चार लाख रुपए बिहार के मोतिहारी स्थित बैंक ऑफ़ बड़ौदा के खाताधारक चंदन कुमार ट्रांसफर कर दिया। इंडिया ओवरसीज बैंक के खाताधारक प्रिंस हेला के अकाउंट में 10 लाख रुपए ट्रांसफर किए। बहु से जानकारी ली तो खुली पोल, FIR
भुक्तभोगी महिला ने बताया कि अकॉउन्ट में पैसा ट्रांसफर करने के बाद हमने बहु को फोन किया तो उसने कहा के बेटा एकदम ठीक है जिसके बाद हमें साइबर फ्राड की जानकारी हुई तो हमने साइबर क्राइम थाने में इसकी सूचना दी। साइबर क्राइम प्रभारी ने बताया जांच की जा रही है। वाराणसी साइबर क्राइम थाने में महमूरगंज निवासी महिला हुलासी मालू ने साइबर फ्रॉड का मुकदमा दर्ज कराया है। उन्होंने बताया कि उनके बेटे को गिरफ्तार किए जाने को लेकर साइबर फ्रॉड ने खुद को पुलिसकर्मी बताते हुए उसे फोन किया। इसके बाद बेटे को छोड़ने के नाम पर 14.70 लाख रुपए दो बैंक अकाउंट में ट्रांसफर करवाए। इसके लिए महिला ने अपनी एफडी भी तोड़वा दी। फिलहाल वाराणसी साइबर क्राइम थाना मामले की जांच में लगा है। महमूरगंज के नरसिंह अपार्टमेंट में रहती हैं वृद्धा
भेलूपुर थानाक्षेत्र के महमूरगंज स्थित नर्सिंग अपार्टमेंट में रहने वाली 64 वर्षीय वृद्ध ने साइबर क्राइम थाने में तहरीर देते हुए बताया कि बेटे की गिरफ्तारी का डर दिखते हुए उसे डिजिटल अरेस्ट किया गया और लाखों रुपए ऐंठ लिए गए। उनकी बहु का फोन के आने के बाद पता चला की उनका लड़का सुरक्षित है पर तब तक उनके 14 लाख रुपए कट चुके थे। फोन कर खुद को बताया पुलिसकर्मी
भुक्तभोगी महिला हुलासी मालू ने बताया- उनके पास एक काल आयी थी। जिसमें उधर से बोल रहे व्यक्ति ने खुद को पुलिस का अधिकारी बताया और कहा कि तुम्हारा लड़का गिरफ्तार हो गया है। उसे छुड़वाना है तो 15 लाख रुपए का खर्चा लगेगा। इस दौरान उसने बेटे की आवाज में किसी के रोने की आवाज भी चलाई। दामाद से लिए 70 हजार
महिला ने पुलिस को बताया कि उसने उन्हें डराया कि 15 लाख रुपए फौरन भेजो। इस पर मैंने अपने दामाद को फोन किया और उससे 70 हजार रुपए ऑनलाइन मंगवाए और साइबर जालसाजों के बताए अकाउंट में ट्रांसफर कर दिया। अगले दिन सुबह रथयात्रा स्थित एचडीएफसी बैंक में मौजूद एफडी तुड़वाकर चार लाख रुपए बिहार के मोतिहारी स्थित बैंक ऑफ़ बड़ौदा के खाताधारक चंदन कुमार ट्रांसफर कर दिया। इंडिया ओवरसीज बैंक के खाताधारक प्रिंस हेला के अकाउंट में 10 लाख रुपए ट्रांसफर किए। बहु से जानकारी ली तो खुली पोल, FIR
भुक्तभोगी महिला ने बताया कि अकॉउन्ट में पैसा ट्रांसफर करने के बाद हमने बहु को फोन किया तो उसने कहा के बेटा एकदम ठीक है जिसके बाद हमें साइबर फ्राड की जानकारी हुई तो हमने साइबर क्राइम थाने में इसकी सूचना दी। साइबर क्राइम प्रभारी ने बताया जांच की जा रही है। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर