रामपुर लवी मेला में लगी किन्नौरी मसालों की मंडी:चिलगोजा 2 व गुच्छी 14 हजार रुपए किलो; पैदावार कम होने से बढ़ी कीमतें

रामपुर लवी मेला में लगी किन्नौरी मसालों की मंडी:चिलगोजा 2 व गुच्छी 14 हजार रुपए किलो; पैदावार कम होने से बढ़ी कीमतें

शिमला के रामपुर में अंतरराष्ट्रीय लवी मेला स्थानीय और किन्नौरी मसालों की एक बड़ी मंडी के रूप में सजता है। मेले में विभिन्न तरह के ड्राइ-फ्रूट, सेब, दालें सहित अन्य मसालों की बिक्री हो रही है। इस साल चिलगोजा 2 हजार रुपए और गुच्छी 14 हजार रुपए प्रति किला बिक रहे हैं। व्यापारियों ने कहा कि पैदावार कम होने के कारण कीमतों में वृद्धि हुई है। मेले में आए रीना, दीपा, मीरा, मनोज, कान सिंह, आशा, प्रीति और तारा चंद ने बताया कि किन्नौरी मार्केट में मसाले सस्ते और अच्छे दामों पर मिलते हैं। विभिन्न राज्यों से लोग यहां आकर मसालों की खरीदारी करते हैं। पैदावार कम होने के कारण कीमतों में वृद्धि मेले में आए व्यापारी अतुल, चेवांग, राकेश, तेजिन नेगी, संजीव, उर्मिला ने बताया कि इस साल काला जीरा 2 हजार 600 रुपए, रॉयल सेब गिफ्ट पैक 1600 रुपए, गोल्डन सेब 1 हजार से 1 हजार 500 रुपए, बादाम 1200 और अखरोट 500 से एक हजार रुपए प्रति किलो बिक रहे हैं। पारंपरिक उत्पादों और सूखे मेवों की पैदावार कम होने के कारण इनकी कीमतों में इजाफा हो रहा है। रामपुर में हर साल लगने वाले प्रदेश के एकमात्र व्यापारिक मेले में गर्म कपड़ों, ऊनी वस्त्रों, खाद्य उत्पाद समेत अन्य वस्तुओं की बिक्री होती है। मेले में सजने वाली किन्नौरी मार्केट में हर साल किन्नौर के सूखे मेवे, सेब, किन्नौरी राजमाह, पट्टू और दोहडू की सबसे अधिक मांग रहती है। लोग दूर-दूर से किन्नौरी मार्केट में सामान खरीदने आते हैं। शिमला के रामपुर में अंतरराष्ट्रीय लवी मेला स्थानीय और किन्नौरी मसालों की एक बड़ी मंडी के रूप में सजता है। मेले में विभिन्न तरह के ड्राइ-फ्रूट, सेब, दालें सहित अन्य मसालों की बिक्री हो रही है। इस साल चिलगोजा 2 हजार रुपए और गुच्छी 14 हजार रुपए प्रति किला बिक रहे हैं। व्यापारियों ने कहा कि पैदावार कम होने के कारण कीमतों में वृद्धि हुई है। मेले में आए रीना, दीपा, मीरा, मनोज, कान सिंह, आशा, प्रीति और तारा चंद ने बताया कि किन्नौरी मार्केट में मसाले सस्ते और अच्छे दामों पर मिलते हैं। विभिन्न राज्यों से लोग यहां आकर मसालों की खरीदारी करते हैं। पैदावार कम होने के कारण कीमतों में वृद्धि मेले में आए व्यापारी अतुल, चेवांग, राकेश, तेजिन नेगी, संजीव, उर्मिला ने बताया कि इस साल काला जीरा 2 हजार 600 रुपए, रॉयल सेब गिफ्ट पैक 1600 रुपए, गोल्डन सेब 1 हजार से 1 हजार 500 रुपए, बादाम 1200 और अखरोट 500 से एक हजार रुपए प्रति किलो बिक रहे हैं। पारंपरिक उत्पादों और सूखे मेवों की पैदावार कम होने के कारण इनकी कीमतों में इजाफा हो रहा है। रामपुर में हर साल लगने वाले प्रदेश के एकमात्र व्यापारिक मेले में गर्म कपड़ों, ऊनी वस्त्रों, खाद्य उत्पाद समेत अन्य वस्तुओं की बिक्री होती है। मेले में सजने वाली किन्नौरी मार्केट में हर साल किन्नौर के सूखे मेवे, सेब, किन्नौरी राजमाह, पट्टू और दोहडू की सबसे अधिक मांग रहती है। लोग दूर-दूर से किन्नौरी मार्केट में सामान खरीदने आते हैं।   हिमाचल | दैनिक भास्कर