हमें गिफ्ट में साड़ी, कुकर, बैग मिला। लेकिन, चांदी की पायल और बिछिया नहीं मिली। हमने वहां चेक नहीं किया। सोचा कि सब कुछ इसी बैग में रखा होगा। घर आए तो पता चला कि इसमें है ही नहीं। फिर हमने फोन किया तो कहा गया कि ब्लॉक पर ही मिलेगा। प्रधान से भी कहा। उन्होंने जवाब दिया- मिल जाएगा। 5 दिन बीत गए, लेकिन हमें नहीं मिला। यह बात बस्ती के भेड़िहा गांव की रहने वाली पूनम ने कही। पूनम की शादी मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में 26 नवंबर को हुई है। इसी दिन बस्ती के राजकीय इंटर कॉलेज में समाज कल्याण विभाग की तरफ से 513 जोड़ों का सामूहिक विवाह करवाया गया। इस कार्यक्रम में गड़बड़ी को लेकर कई शिकायतें मिलीं। कहा गया, नकली चांदी के गिफ्ट दिए गए। कुछ लोगों को वह भी नहीं मिले। बाकी के जो गिफ्ट मिले, वो भी घटिया क्वालिटी के थे। दैनिक भास्कर की टीम ने इस पूरे मामले की पड़ताल की। हम ग्राउंड पर गए। जिनकी शादी हुई, उनसे बात की। उन्हें मिला सामान देखा। आरोप लगाने वालों की बात सुनी। अधिकारियों का पक्ष जाना। पढ़िए पूरी रिपोर्ट… विश्व हिंदू महासंघ की शिकायत पर सामने आया मामला
मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह आयोजन में विश्व हिंदू महासंघ के जिला अध्यक्ष अखिलेश सिंह पहुंच गए। जोड़ों को मिलने वाले गिफ्ट को देखा। फिर मीडिया के सामने आए और कहा कि सारा सामान घटिया दिया गया है। अखिलेश सिंह ने कहा- चांदी की पायल और बिछिया नकली है। चांदी नहीं, गिलट की हैं। जो सूटकेस दिया गया, वह भी घटिया क्वालिटी का है। कई सूटकेस की तो चेन तक खराब है। कुकर ISI मार्का वाला होना चाहिए, लेकिन वह भी लोकल कंपनी का है। साड़ी 5 मीटर की होनी चाहिए, लेकिन वह भी छोटी है। अखिलेश ने कहा- ये सीएम योगी आदित्यनाथ की सरकार को बदनाम करने की साजिश है। उन्होंने मौके पर मौजूद डीएम रवीश गुप्ता से शिकायत की। डीएम ने जवाब दिया- जांच करवाएंगे। हालांकि अखिलेश के बयान के बाद विभाग हरकत में आ गया। विभाग ने अखिलेश के खिलाफ नोटिस जारी कर सफाई मांगी है। लिस्ट में जिसका पहला नाम, उसकी शादी ही नहीं हुई
जिन 513 जोड़ों की शादी हुई, हमने उनकी लिस्ट निकाली। लिस्ट में उनका नाम और मोबाइल नंबर था। हमने लिस्ट के पहले नंबर पर दर्ज वंदना को फोन किया। पूछा, सामूहिक विवाह में जो सामान मिला, क्या उससे आप संतुष्ट हैं? वह चौंक गईं। कहती हैं- हमारी तो शादी ही नहीं हुई। इसके बाद हम सीधे वंदना से मिलने उनके गांव पाल्हा पहुंच गए। यह बहादुरपुर ब्लॉक का गांव है। वंदना ने कहा- हमने 8 फरवरी, 2024 को सामूहिक विवाह के लिए फॉर्म भरा था। एक बार वहां से फोन आया कि आप बस्ती आ जाइए। हम परिवार के साथ बस्ती पहुंच गए। वहां लिस्ट में हमारा नाम नहीं मिला। फिर हमने पूछा कि क्या होगा? तब कहा गया कि जब अगली बार आयोजन होगा, तब आना। भाई ने कहा- हमें कोई सूचना नहीं दी गई
जब तक हमने वंदना को फोन नहीं किया था, तब तक उन्हें नहीं पता था कि उनका नाम शादी हो चुके लोगों की लिस्ट में है। फोन करने के बाद वंदना अपने भाई बबलू के साथ बहादुरपुर ब्लॉक के समाज कल्याण विभाग पहुंच गई। वहां बैठे एक अधिकारी ने कहा- फोन और मैसेज से सूचना दी गई थी, तुम आई क्यों नहीं? वंदना ने अपना फोन दिखाया और कहा कि कोई सूचना नहीं दी गई। वंदना के भाई बबलू कहते हैं- अगर हमें सूचना मिलती, तो हम क्यों नहीं जाते? जब यही बात अधिकारी से कही तो उन्होंने कहा कि वंदना के सामने अब्सेंट लगा दिया है। अब फरवरी में शादी होगी। इसी तरह का एक और मामला है। हालांकि विभाग ने हमें अब्सेंट लिखी लिस्ट नहीं दिखाई। वंदना के भाई बबलू ने कहा- यह सच है कि अगर आप मुझे फोन नहीं करते, तो मुझे इसके बारे में कुछ पता नहीं चल पाता। पूनम बोली- गिफ्ट में मिली साड़ी पांच मीटर की भी नहीं इसी मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह आयोजन में बस्ती के भेड़िहा गांव की पूनम की शादी हुई है। हम उससे मिलने पहुंचे। उसने कहा- हमें चांदी का सामान नहीं मिला। इसके बाद पूनम शादी में मिला बाकी सामान दिखाती है। हमने पैकेट से साड़ी निकाली और उसे खोला। पूनम कहती है- यह पांच मीटर की नहीं है। इसमें से ब्लाउज का हिस्सा निकल जाएगा, तो पहनने के लिए भी पूरी नहीं होगी। इसके बाद वह सिंगारदान दिखाती हैं। छोटे से इस सिंगारदान में 10 रुपए वाला तेल, 5 रुपए वाली क्रीम, 5 रुपए वाले हेयर बैंड, एक बहुत छोटा शीशा रखा गया था। इसके बाद हमने गिफ्ट में मिले बाकी सामान देखे। जोड़ों को साढ़े पांच लीटर का प्रेशर कुकर मिला है। इसका नाम किंग मेकर स्मार्ट है। हमने गूगल पर सर्च किया, लेकिन इससे जुड़ी कोई भी जानकारी नहीं मिली। जो सूटकेस मिला, वह भी काफी कमजोर है। उसकी बॉडी बाकी के सूटकेस से बहुत हल्की है। इस बारे में हमने अफसरों से बात की, तो उन्होंने कहा कि सामान पहुंच जाएगा। इसके बाद पूनम का हमारे पास फोन आया। उसने बताया कि हमारे पास अफसर का फोन आया था। उन्होंने कहा है कि सोमवार (आज) को चांदी की पायल और बिछिया पहुंच जाएगी। तमाम जोड़ों ने चांदी के गहने पर शक जताया
इसके बाद हमने लिस्ट में दर्ज कई अन्य लोगों को फोन लगाया। नवली गांव के हीरालाल गौतम ने भी इसी सामूहिक विवाह में शादी की थी। वह भी कहते हैं- जो सामान मिला है, उसकी क्वालिटी अच्छी नहीं। इसी तरह आरती कहती हैं कि उन्हें जो साड़ी मिली, वह फटी है। एक अन्य व्यक्ति कहते हैं कि बेटी को चांदी की जो पायल और बिछिया मिली, वह गिलट की लगती है। हमने पूछा कि क्या आपने जांच करवाई? वह कहते हैं कि जांच नहीं करवाई, लेकिन तजुर्बे के आधार पर यह कह रहा हूं। रीना की पायल तो 2 दिन में ही टूट गई
हमने साऊ घाट ब्लॉक की रीना को फोन किया। उससे सामान की क्वालिटी के बारे में पूछा। वह कहती है- क्वालिटी तो अच्छी नहीं है। एक साड़ी थोड़ी ठीक है, एक तो एकदम खराब है। इसी तरह से बबिता को फोन किया। उसके पापा कहते हैं, पायल तो बहुत पतली और कमजोर थी। 2 दिन में ही टूट गई। नवला गांव के हीरालाल की भी शादी इस समारोह में हुई थी। वह कहते हैं- दूल्हे के लिए जो कपड़ा दिया गया, वह एकदम अच्छा नहीं है। पगड़ी भी 20 रुपए से ज्यादा की नहीं है। अधिकारी बोले- जो छूट गए, उनकी फरवरी में शादी होगी
इस बारे में हमने समाज कल्याण विभाग के अधिकारी सत्य प्रकाश पांडेय से बात की। उनसे वंदना की शादी न होने और पूनम को गहने नहीं मिलने पर बात की। वह कहते हैं- हमने बहादुरपुर ब्लॉक के संबंधित अधिकारी से बात की। वंदना की शादी फरवरी में करवाई जाएगी। उन्हें अब्सेंट किया गया है। पूनम को गिफ्ट नहीं मिलने की जांच करवाएंगे। अगर नहीं मिला, तो कोशिश करेंगे कि उन्हें मिल जाए। इस सामूहिक शादी में गिफ्ट देने का टेंडर SJM इंटरप्राइजेज प्राइवेट लिमिटेड के पास था। यह अलीगढ़ की फर्म है। इसके प्रमुख मोहम्मद मुस्तफा हैं। सत्य प्रकाश कहते हैं- कुल 9,949 रुपए में गिफ्ट के सामान फाइनल हुए थे। इसमें जीएसटी भी देना था। सारी चीजें मानक के अनुसार ही रहीं। नकली चांदी की पायल और बिछिया को लेकर ज्यादा सवाल उठे हैं। हमने उसकी जांच 20 नवंबर को ही करवा ली थी। इसमें 70% चांदी मिली थी। अब जानिए मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह क्या है?
अक्टूबर, 2017 से यूपी सरकार ने मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना की शुरुआत की। इसे समाज कल्याण विभाग करवाता है। इसमें उन्हीं लड़कियों की शादी होती है, जो यूपी की मूल निवासी हों। उनका परिवार गरीब और जरूरतमंद हो। परिवार की सालाना इनकम दो लाख रुपए से कम हो। ऐसे लोग cmsvy.upsdc.gov.in के जरिए अप्लाई कर सकते हैं। इस बार बस्ती में 513 लड़कियों ने अप्लाई किया था। सामूहिक विवाह की इस योजना में एक शादी पर 51 हजार रुपए का खर्च आता है। इसमें 35 हजार रुपए लड़की के खाते में भेजे जाते हैं। 10 हजार रुपए के गिफ्ट जोड़े को दिए जाते हैं। इसमें 2 साड़ी सेट होता है। दूल्हे को पैंट-शर्ट का कपड़ा और पगड़ी मिलती है। 5 लीटर का प्रेशर कुकर, ट्रॉली बैग, वैनिटी किट, दीवार घड़ी, डिनर सेट दिया जाता है। इस पूरी किट का वजन 8 किलो होता है। 30 ग्राम की चांदी की पायल, 10 ग्राम की बिछिया दी जाती हैं। बाकी के 6 हजार रुपए में प्रशासन शादी करवाने में खर्च करता है। —————— ये भी पढ़ें… बधाई…सीएम खुद आपकी शादी में आए हैं, योगी ने विधायकों की चुटकी ली, कहा- पछता रहे होंगे कि सामूहिक विवाह में शादी क्यों नहीं की सोचिए…आपका विवाह अगर घर पर होता तो न मैं आ पाता और न ही मंच पर बैठे जनप्रतिनिधि। जनप्रतिनिधि भी पछता रहे होंगे कि हमारा विवाह भी सामूहिक विवाह योजना के तहत हुआ होता ये भी फोटो दिखाकर बोलते कि मेरी भी शादी में इतने लोग शामिल हुए थे। इन लोगों को ये सौभाग्य नहीं मिला। आप लोग इतने सौभाग्यशाली हैं कि हम लोग आपके कार्यक्रम जुड़ रहे हैं।सीएम योगी ने ये बातें गोरखपुर में आयोजित मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह कार्यक्रम में कही। पढ़ें पूरी खबर… हमें गिफ्ट में साड़ी, कुकर, बैग मिला। लेकिन, चांदी की पायल और बिछिया नहीं मिली। हमने वहां चेक नहीं किया। सोचा कि सब कुछ इसी बैग में रखा होगा। घर आए तो पता चला कि इसमें है ही नहीं। फिर हमने फोन किया तो कहा गया कि ब्लॉक पर ही मिलेगा। प्रधान से भी कहा। उन्होंने जवाब दिया- मिल जाएगा। 5 दिन बीत गए, लेकिन हमें नहीं मिला। यह बात बस्ती के भेड़िहा गांव की रहने वाली पूनम ने कही। पूनम की शादी मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में 26 नवंबर को हुई है। इसी दिन बस्ती के राजकीय इंटर कॉलेज में समाज कल्याण विभाग की तरफ से 513 जोड़ों का सामूहिक विवाह करवाया गया। इस कार्यक्रम में गड़बड़ी को लेकर कई शिकायतें मिलीं। कहा गया, नकली चांदी के गिफ्ट दिए गए। कुछ लोगों को वह भी नहीं मिले। बाकी के जो गिफ्ट मिले, वो भी घटिया क्वालिटी के थे। दैनिक भास्कर की टीम ने इस पूरे मामले की पड़ताल की। हम ग्राउंड पर गए। जिनकी शादी हुई, उनसे बात की। उन्हें मिला सामान देखा। आरोप लगाने वालों की बात सुनी। अधिकारियों का पक्ष जाना। पढ़िए पूरी रिपोर्ट… विश्व हिंदू महासंघ की शिकायत पर सामने आया मामला
मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह आयोजन में विश्व हिंदू महासंघ के जिला अध्यक्ष अखिलेश सिंह पहुंच गए। जोड़ों को मिलने वाले गिफ्ट को देखा। फिर मीडिया के सामने आए और कहा कि सारा सामान घटिया दिया गया है। अखिलेश सिंह ने कहा- चांदी की पायल और बिछिया नकली है। चांदी नहीं, गिलट की हैं। जो सूटकेस दिया गया, वह भी घटिया क्वालिटी का है। कई सूटकेस की तो चेन तक खराब है। कुकर ISI मार्का वाला होना चाहिए, लेकिन वह भी लोकल कंपनी का है। साड़ी 5 मीटर की होनी चाहिए, लेकिन वह भी छोटी है। अखिलेश ने कहा- ये सीएम योगी आदित्यनाथ की सरकार को बदनाम करने की साजिश है। उन्होंने मौके पर मौजूद डीएम रवीश गुप्ता से शिकायत की। डीएम ने जवाब दिया- जांच करवाएंगे। हालांकि अखिलेश के बयान के बाद विभाग हरकत में आ गया। विभाग ने अखिलेश के खिलाफ नोटिस जारी कर सफाई मांगी है। लिस्ट में जिसका पहला नाम, उसकी शादी ही नहीं हुई
जिन 513 जोड़ों की शादी हुई, हमने उनकी लिस्ट निकाली। लिस्ट में उनका नाम और मोबाइल नंबर था। हमने लिस्ट के पहले नंबर पर दर्ज वंदना को फोन किया। पूछा, सामूहिक विवाह में जो सामान मिला, क्या उससे आप संतुष्ट हैं? वह चौंक गईं। कहती हैं- हमारी तो शादी ही नहीं हुई। इसके बाद हम सीधे वंदना से मिलने उनके गांव पाल्हा पहुंच गए। यह बहादुरपुर ब्लॉक का गांव है। वंदना ने कहा- हमने 8 फरवरी, 2024 को सामूहिक विवाह के लिए फॉर्म भरा था। एक बार वहां से फोन आया कि आप बस्ती आ जाइए। हम परिवार के साथ बस्ती पहुंच गए। वहां लिस्ट में हमारा नाम नहीं मिला। फिर हमने पूछा कि क्या होगा? तब कहा गया कि जब अगली बार आयोजन होगा, तब आना। भाई ने कहा- हमें कोई सूचना नहीं दी गई
जब तक हमने वंदना को फोन नहीं किया था, तब तक उन्हें नहीं पता था कि उनका नाम शादी हो चुके लोगों की लिस्ट में है। फोन करने के बाद वंदना अपने भाई बबलू के साथ बहादुरपुर ब्लॉक के समाज कल्याण विभाग पहुंच गई। वहां बैठे एक अधिकारी ने कहा- फोन और मैसेज से सूचना दी गई थी, तुम आई क्यों नहीं? वंदना ने अपना फोन दिखाया और कहा कि कोई सूचना नहीं दी गई। वंदना के भाई बबलू कहते हैं- अगर हमें सूचना मिलती, तो हम क्यों नहीं जाते? जब यही बात अधिकारी से कही तो उन्होंने कहा कि वंदना के सामने अब्सेंट लगा दिया है। अब फरवरी में शादी होगी। इसी तरह का एक और मामला है। हालांकि विभाग ने हमें अब्सेंट लिखी लिस्ट नहीं दिखाई। वंदना के भाई बबलू ने कहा- यह सच है कि अगर आप मुझे फोन नहीं करते, तो मुझे इसके बारे में कुछ पता नहीं चल पाता। पूनम बोली- गिफ्ट में मिली साड़ी पांच मीटर की भी नहीं इसी मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह आयोजन में बस्ती के भेड़िहा गांव की पूनम की शादी हुई है। हम उससे मिलने पहुंचे। उसने कहा- हमें चांदी का सामान नहीं मिला। इसके बाद पूनम शादी में मिला बाकी सामान दिखाती है। हमने पैकेट से साड़ी निकाली और उसे खोला। पूनम कहती है- यह पांच मीटर की नहीं है। इसमें से ब्लाउज का हिस्सा निकल जाएगा, तो पहनने के लिए भी पूरी नहीं होगी। इसके बाद वह सिंगारदान दिखाती हैं। छोटे से इस सिंगारदान में 10 रुपए वाला तेल, 5 रुपए वाली क्रीम, 5 रुपए वाले हेयर बैंड, एक बहुत छोटा शीशा रखा गया था। इसके बाद हमने गिफ्ट में मिले बाकी सामान देखे। जोड़ों को साढ़े पांच लीटर का प्रेशर कुकर मिला है। इसका नाम किंग मेकर स्मार्ट है। हमने गूगल पर सर्च किया, लेकिन इससे जुड़ी कोई भी जानकारी नहीं मिली। जो सूटकेस मिला, वह भी काफी कमजोर है। उसकी बॉडी बाकी के सूटकेस से बहुत हल्की है। इस बारे में हमने अफसरों से बात की, तो उन्होंने कहा कि सामान पहुंच जाएगा। इसके बाद पूनम का हमारे पास फोन आया। उसने बताया कि हमारे पास अफसर का फोन आया था। उन्होंने कहा है कि सोमवार (आज) को चांदी की पायल और बिछिया पहुंच जाएगी। तमाम जोड़ों ने चांदी के गहने पर शक जताया
इसके बाद हमने लिस्ट में दर्ज कई अन्य लोगों को फोन लगाया। नवली गांव के हीरालाल गौतम ने भी इसी सामूहिक विवाह में शादी की थी। वह भी कहते हैं- जो सामान मिला है, उसकी क्वालिटी अच्छी नहीं। इसी तरह आरती कहती हैं कि उन्हें जो साड़ी मिली, वह फटी है। एक अन्य व्यक्ति कहते हैं कि बेटी को चांदी की जो पायल और बिछिया मिली, वह गिलट की लगती है। हमने पूछा कि क्या आपने जांच करवाई? वह कहते हैं कि जांच नहीं करवाई, लेकिन तजुर्बे के आधार पर यह कह रहा हूं। रीना की पायल तो 2 दिन में ही टूट गई
हमने साऊ घाट ब्लॉक की रीना को फोन किया। उससे सामान की क्वालिटी के बारे में पूछा। वह कहती है- क्वालिटी तो अच्छी नहीं है। एक साड़ी थोड़ी ठीक है, एक तो एकदम खराब है। इसी तरह से बबिता को फोन किया। उसके पापा कहते हैं, पायल तो बहुत पतली और कमजोर थी। 2 दिन में ही टूट गई। नवला गांव के हीरालाल की भी शादी इस समारोह में हुई थी। वह कहते हैं- दूल्हे के लिए जो कपड़ा दिया गया, वह एकदम अच्छा नहीं है। पगड़ी भी 20 रुपए से ज्यादा की नहीं है। अधिकारी बोले- जो छूट गए, उनकी फरवरी में शादी होगी
इस बारे में हमने समाज कल्याण विभाग के अधिकारी सत्य प्रकाश पांडेय से बात की। उनसे वंदना की शादी न होने और पूनम को गहने नहीं मिलने पर बात की। वह कहते हैं- हमने बहादुरपुर ब्लॉक के संबंधित अधिकारी से बात की। वंदना की शादी फरवरी में करवाई जाएगी। उन्हें अब्सेंट किया गया है। पूनम को गिफ्ट नहीं मिलने की जांच करवाएंगे। अगर नहीं मिला, तो कोशिश करेंगे कि उन्हें मिल जाए। इस सामूहिक शादी में गिफ्ट देने का टेंडर SJM इंटरप्राइजेज प्राइवेट लिमिटेड के पास था। यह अलीगढ़ की फर्म है। इसके प्रमुख मोहम्मद मुस्तफा हैं। सत्य प्रकाश कहते हैं- कुल 9,949 रुपए में गिफ्ट के सामान फाइनल हुए थे। इसमें जीएसटी भी देना था। सारी चीजें मानक के अनुसार ही रहीं। नकली चांदी की पायल और बिछिया को लेकर ज्यादा सवाल उठे हैं। हमने उसकी जांच 20 नवंबर को ही करवा ली थी। इसमें 70% चांदी मिली थी। अब जानिए मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह क्या है?
अक्टूबर, 2017 से यूपी सरकार ने मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना की शुरुआत की। इसे समाज कल्याण विभाग करवाता है। इसमें उन्हीं लड़कियों की शादी होती है, जो यूपी की मूल निवासी हों। उनका परिवार गरीब और जरूरतमंद हो। परिवार की सालाना इनकम दो लाख रुपए से कम हो। ऐसे लोग cmsvy.upsdc.gov.in के जरिए अप्लाई कर सकते हैं। इस बार बस्ती में 513 लड़कियों ने अप्लाई किया था। सामूहिक विवाह की इस योजना में एक शादी पर 51 हजार रुपए का खर्च आता है। इसमें 35 हजार रुपए लड़की के खाते में भेजे जाते हैं। 10 हजार रुपए के गिफ्ट जोड़े को दिए जाते हैं। इसमें 2 साड़ी सेट होता है। दूल्हे को पैंट-शर्ट का कपड़ा और पगड़ी मिलती है। 5 लीटर का प्रेशर कुकर, ट्रॉली बैग, वैनिटी किट, दीवार घड़ी, डिनर सेट दिया जाता है। इस पूरी किट का वजन 8 किलो होता है। 30 ग्राम की चांदी की पायल, 10 ग्राम की बिछिया दी जाती हैं। बाकी के 6 हजार रुपए में प्रशासन शादी करवाने में खर्च करता है। —————— ये भी पढ़ें… बधाई…सीएम खुद आपकी शादी में आए हैं, योगी ने विधायकों की चुटकी ली, कहा- पछता रहे होंगे कि सामूहिक विवाह में शादी क्यों नहीं की सोचिए…आपका विवाह अगर घर पर होता तो न मैं आ पाता और न ही मंच पर बैठे जनप्रतिनिधि। जनप्रतिनिधि भी पछता रहे होंगे कि हमारा विवाह भी सामूहिक विवाह योजना के तहत हुआ होता ये भी फोटो दिखाकर बोलते कि मेरी भी शादी में इतने लोग शामिल हुए थे। इन लोगों को ये सौभाग्य नहीं मिला। आप लोग इतने सौभाग्यशाली हैं कि हम लोग आपके कार्यक्रम जुड़ रहे हैं।सीएम योगी ने ये बातें गोरखपुर में आयोजित मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह कार्यक्रम में कही। पढ़ें पूरी खबर… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर