सुखबीर सिंह बाजवा | चंडीगढ़ राज्य सरकार ने ड्रग तस्करों की प्रॉपर्टी को सीज करने की तरह आरोपी इमीग्रेशन मालिकों व ट्रैवल एजेंटों की प्रॉपर्टी भी सीज करने का फैसला किया है। लोगों से लाखों-करोड़ों रुपयों की धोखाधड़ी करने वाले ऐसे करीब 3200 से ज्यादा ट्रैवल एजेंटों के खिलाफ लुक आउट नोटिस भी जारी कर दिए गए हैं। इन एजेंटों ने लोगों से उन्हें विदेश भेजने के नाम पर लाखों रुपए तो लिए लेकिन न तो उन्हें विदेश भेजा न ही उनके पैसा वापस किए उलटा अपने घर व दफ्तर पर ताला लगाकर फरार हो गए है। सरकार ने भी पुलिस विभाग को इसके लिए आदेश दिए हैं कि वे ऐसे ट्रैवल एजेंट्स की सूची तैयार करें और पूर्ण जांच के बाद उनकी बनाई गई प्रॉपर्टी को सीज करें। प्राथमिक जांच के दौरान राज्य के 11 जेसे जिलों की पहचान की गई है, जो सबसे अधिक अवैध रूप से इमीग्रेशन के नाम पर धंधा चलाते है, उनमें मुख्य तौर पर मोहाली, जालंधर, अमृतसर , पटियाला, लुधियाना, बठिंडा, मोगा, नवांशहर, रोपड़, संगरूर और कपूरथला शामिल है। इन संबंधित जिले में करीब 3200 से अधिक इमीग्रेशन व अवैध रूप से एजेंट के रूप में काम करने वाले की संख्या सामने आई है। इनमें 700 से अधिक जेसे लोगों की पहचान हुई है, जिनका कहीं भी ऑफिस नही है, वह केवल सब एजेंट के तौर पर अपनी ग्राहकों की तलाश करते रहे है, जो डॉकी या अवैध रूप से दस्तावेज तैयार अमेरिका, कनाडा समेत अन्य यूरोप के देशों में भेजने के दावे कर लाखों रुपए ठगते है। सुखबीर सिंह बाजवा | चंडीगढ़ राज्य सरकार ने ड्रग तस्करों की प्रॉपर्टी को सीज करने की तरह आरोपी इमीग्रेशन मालिकों व ट्रैवल एजेंटों की प्रॉपर्टी भी सीज करने का फैसला किया है। लोगों से लाखों-करोड़ों रुपयों की धोखाधड़ी करने वाले ऐसे करीब 3200 से ज्यादा ट्रैवल एजेंटों के खिलाफ लुक आउट नोटिस भी जारी कर दिए गए हैं। इन एजेंटों ने लोगों से उन्हें विदेश भेजने के नाम पर लाखों रुपए तो लिए लेकिन न तो उन्हें विदेश भेजा न ही उनके पैसा वापस किए उलटा अपने घर व दफ्तर पर ताला लगाकर फरार हो गए है। सरकार ने भी पुलिस विभाग को इसके लिए आदेश दिए हैं कि वे ऐसे ट्रैवल एजेंट्स की सूची तैयार करें और पूर्ण जांच के बाद उनकी बनाई गई प्रॉपर्टी को सीज करें। प्राथमिक जांच के दौरान राज्य के 11 जेसे जिलों की पहचान की गई है, जो सबसे अधिक अवैध रूप से इमीग्रेशन के नाम पर धंधा चलाते है, उनमें मुख्य तौर पर मोहाली, जालंधर, अमृतसर , पटियाला, लुधियाना, बठिंडा, मोगा, नवांशहर, रोपड़, संगरूर और कपूरथला शामिल है। इन संबंधित जिले में करीब 3200 से अधिक इमीग्रेशन व अवैध रूप से एजेंट के रूप में काम करने वाले की संख्या सामने आई है। इनमें 700 से अधिक जेसे लोगों की पहचान हुई है, जिनका कहीं भी ऑफिस नही है, वह केवल सब एजेंट के तौर पर अपनी ग्राहकों की तलाश करते रहे है, जो डॉकी या अवैध रूप से दस्तावेज तैयार अमेरिका, कनाडा समेत अन्य यूरोप के देशों में भेजने के दावे कर लाखों रुपए ठगते है। पंजाब | दैनिक भास्कर
