हरियाणा के फरीदाबाद जिले में नेशनल हाईवे नंबर 19 पर बाटा चौक के पास एक हरियाणा रोडवेज की सीएनजी बस में अचानक से आग लग गई। गनीमत रही कि ड्राइवर और कंडक्टर ने सूझबूझ का परिचय देते हुए बस से कूद कर अपनी जान बचा ली और बस में लगी आग पर काबू पाने के लिए आसपास से पानी और लोगों की मदद लेकर कोशिश में जुट गए। बल्लभगढ़ से गुरुग्राम जा रही थी बस बस ड्राइवर नवीन ने बताया कि वह फरीदाबाद के बल्लभगढ़ बस डिपो से लेकर चले थे, जिन्हें गुरुग्राम बस डिपो में जाना था कि कुछ दूर चलते ही अचानक से बस के पीछे से उन्हें आग की लपटे और धुआं दिखाई दिया। जिसके चलते उन्होंने बस को रोक दिया और बस में लगी आग पर काबू पाने के लिए पास के ही मंदिर से पानी लेकर आग पर काबू पाने की कोशिश की। इसी दौरान किसी ने फायर ब्रिगेड को सूचना दी। इसके चलते फायर ब्रिगेड भी समय रहते ही मौके पर पहुंच गई। बस में नहीं थी कोई सवारी फायर ब्रिगेड टीम ने समय से मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पा लिया। चालक नवीन ने बताया कि उनकी बस में कोई भी सवारी नहीं थी, यदि सवारी होती, तो शायद आग लगने के चलते बड़ा हादसा हो सकता था। बता दे कि फिलहाल आग लगने के कारणों के बारे में कुछ भी स्पष्ट नहीं हो पाया है। शॉर्ट सर्किट की वजह से लगी आग : इंचार्ज सेक्टर 11 चौकी इंचार्ज विनोद कुमार ने बताया कि स्मार्ट सिटी की बस में पीछे के इंजन वाले हिस्से में शॉर्ट सर्किट होने की वजह से आग लग गई थी। कंडक्टर और ड्राइवर की मदद से फायर सिलेंडर से आग बुझाने की कोशिश की जा रही थी, लेकिन आग नहीं बुझी। मौके पर फायर ब्रिगेड को बुलाया गया। जिसके बाद आग पर काबू पाया गया। उन्होंने बताया कि कोई जानमाल का नुकसान नहीं हुआ है, क्योंकि बस के अंदर कोई भी सवारी नहीं थी। हरियाणा के फरीदाबाद जिले में नेशनल हाईवे नंबर 19 पर बाटा चौक के पास एक हरियाणा रोडवेज की सीएनजी बस में अचानक से आग लग गई। गनीमत रही कि ड्राइवर और कंडक्टर ने सूझबूझ का परिचय देते हुए बस से कूद कर अपनी जान बचा ली और बस में लगी आग पर काबू पाने के लिए आसपास से पानी और लोगों की मदद लेकर कोशिश में जुट गए। बल्लभगढ़ से गुरुग्राम जा रही थी बस बस ड्राइवर नवीन ने बताया कि वह फरीदाबाद के बल्लभगढ़ बस डिपो से लेकर चले थे, जिन्हें गुरुग्राम बस डिपो में जाना था कि कुछ दूर चलते ही अचानक से बस के पीछे से उन्हें आग की लपटे और धुआं दिखाई दिया। जिसके चलते उन्होंने बस को रोक दिया और बस में लगी आग पर काबू पाने के लिए पास के ही मंदिर से पानी लेकर आग पर काबू पाने की कोशिश की। इसी दौरान किसी ने फायर ब्रिगेड को सूचना दी। इसके चलते फायर ब्रिगेड भी समय रहते ही मौके पर पहुंच गई। बस में नहीं थी कोई सवारी फायर ब्रिगेड टीम ने समय से मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पा लिया। चालक नवीन ने बताया कि उनकी बस में कोई भी सवारी नहीं थी, यदि सवारी होती, तो शायद आग लगने के चलते बड़ा हादसा हो सकता था। बता दे कि फिलहाल आग लगने के कारणों के बारे में कुछ भी स्पष्ट नहीं हो पाया है। शॉर्ट सर्किट की वजह से लगी आग : इंचार्ज सेक्टर 11 चौकी इंचार्ज विनोद कुमार ने बताया कि स्मार्ट सिटी की बस में पीछे के इंजन वाले हिस्से में शॉर्ट सर्किट होने की वजह से आग लग गई थी। कंडक्टर और ड्राइवर की मदद से फायर सिलेंडर से आग बुझाने की कोशिश की जा रही थी, लेकिन आग नहीं बुझी। मौके पर फायर ब्रिगेड को बुलाया गया। जिसके बाद आग पर काबू पाया गया। उन्होंने बताया कि कोई जानमाल का नुकसान नहीं हुआ है, क्योंकि बस के अंदर कोई भी सवारी नहीं थी। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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गेहूं बुआई पर 3600 रुपए देगी हरियाणा सरकार:8 जिलों के किसानों के 25 तक होंगे आवेदन, 1041 एकड़ के लिए 37.48 लाख अनुदान हरियाणा सरकार ने गेहूं की बुआई पर किसानों को 3600 रुपए प्रति एकड़ देगी। जिसके लिए प्रदेश के 8 जिलों के किसानों को इसका फायदा लेने के लिए 25 दिसंबर तक आवेदन करना होगा। जिसके बाद सरकार 8 जिलों के 1041 एकड़ जमीन पर गेहूं बुआई के लिए 37.48 लाख अनुदान दिया जाएगा। कृषि तथा किसान कल्याण विभाग ने खाद्य एवं पोषण सुरक्षा गेहूं स्कीम के अंतर्गत हरियाणा के 8 जिलों में उन्नत तकनीक से अधिक उपज देने वाली किस्मों में गेहूं के समूह प्रदर्शन प्लांट पर अनुदान किसानों को दिया जाना है। जिसमें अंबाला, भिवानी, हिसार, झज्जर, मेवात, पलवल, चरखी दादरी और रोहतक जिले शामिल हैं। अनुदान लेने के लिए किसानाों को कृषि एवं किसान कल्याण विभाग हरियाणा की वेबसाइट पर 25 दिसंबर तक कर सकते हैं। उन्नत तकनीक से अधिक उपज देने वाली किस्मों में गेहूं के प्रदर्शन प्लांट पर 3600 रुपए प्रति एकड़ अनुदान मिलेगा। जिला वाइज अनुदान ढाई एकड़ का लाभ ले सकता है एक किसान
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पलवल के कई घरों में चोरी:3 बाइक, ट्रैक्टर और स्कूटी ले गए चोर, कई मकानों से नगदी व जेवर किए साफ
पलवल के कई घरों में चोरी:3 बाइक, ट्रैक्टर और स्कूटी ले गए चोर, कई मकानों से नगदी व जेवर किए साफ हरियाणा के पलवल जिले में चोरों का आतंक हर दिन बढ़ता जा रहा है। जिले में चोरों ने एक ही रात में आधा दर्जन से अधिक चोरी की वारदातों को अंजाम दिया। जिनमें चोर लाखों रुपए की नगदी, जेवरात, घरेलू सामान, एक ट्रैक्टर, एक स्कूटी व तीन बाइक को चोरी कर ले गए। संबंधित थानों की पुलिस ने चोरों के खिलाफ मुकदमे दर्ज कर तलाश शुरू कर दी है। एडवोकेट के कार्यालय में चोरी कैंप थाना प्रभारी दिनेश कुमार ने बताया कि, राजीव नगर (शमशाबाद) निवासी सचिन एडवोकेट ने दी शिकायत में कहा है कि उसने न्यू कॉलोनी में अपना कार्यालय खोला हुआ है। वह अपने दोस्तों के साथ गंगा स्नान करने के लिए गया था। लेकिन जब वापस लौट कर आया तो देखा की उसके कार्यालय से चोर उसकी 53 हजार रुपए की नगदी व एक स्कूटी को चोरी करके ले गए। घर के बाहर से ट्रैक्टर चोरी चांदहट थाना प्रभारी दलवीर सिंह ने बताया कि अलावलपुर गांव निवासी राजेश कुमार ने दी शिकायत में कहा है कि 4 जुलाई को उसने अपना सोनालिका ट्रैक्टर घर के बाहर खड़ा किया था। लेकिन जब 5 जुलाई को सुबह देखा तो ट्रैक्टर वहां से गायब था। जिसको काफी तलाश किया, लेकिन कहीं कोई सुराग नहीं लगा। कई घरों से नगदी व जेवर चोरी हथीन थाना प्रभारी छत्रपाल के अनुसार, मिंडकोला निवासी रिटायर फौजी बुद्धी ने दी शिकायत में कहा है कि रात के समय चोर उसके मकान से 20 हजार रुपए नगद, दो सोने की अंगूठी व एक चैन और एक मोबाइल फोन को चोरी कर ले गए। उसने सुबह जब चोरों की तलाश की तो पता चला कि उसके पड़ोसी सरजीत की बाइक को व पड़ोसी बबली के घर से 63 हजार रुपए नगद, एक मोबाइल फोन व दो किलो देशी की घी को चोरी कर ले गए। 2 लोगों की बाइक चोरी कैंप थाना प्रभारी दिनेश कुमार के अनुसार, कुसलीपुर निवासी सनी शर्मा ने दी शिकायत में कहा है कि उसने अपनी बाइक को रोहन मोटर की पार्किंग में खड़ा किया था। लेकिन जब अपना कार्य निपटाने के बाद वह अपनी बाइक लेने पहुंचा तो उसकी बाइक गायब थी। वाहन चोर बाइक को चोरी करके ले गए। शहर थाना प्रभारी राजेश कुमार के अनुसार, रजपूरा गांव निवासी इमरान ने दी शिकायत में कहा है कि उसकी दुकान अन्नू रेफटीजेशन के नाम से है। उसने अपनी बाइक को 4 जुलाई को देर शाम दुकान के बाहर खड़ा किया था। लेकिन चोर उसकी दुकान के बाहर से ही उसकी बाइक को चोरी करके ले गए।
हरियाणा की मनु भाकर आज ओलिंपिक गोल्ड पर लगाएगी निशाना:पिता बोले- शूटिंग छोड़ने वाली थी; मां बोलीं- पिस्टल सिराहने रख सोई, 4 साल से पार्टी में नहीं गई
हरियाणा की मनु भाकर आज ओलिंपिक गोल्ड पर लगाएगी निशाना:पिता बोले- शूटिंग छोड़ने वाली थी; मां बोलीं- पिस्टल सिराहने रख सोई, 4 साल से पार्टी में नहीं गई इंडियन शूटर मनु भाकर पेरिस ओलिंपिक में 10 मीटर एयर पिस्टल इवेंट के फाइनल में पहुंच गई हैं। आज यानी रविवार को उनका फाइनल मुकाबला चल रहा है। मुकाबले में 8 शूटर निशाना लगा रहे हैं। मनु भाकर हरियाणा में झज्जर जिले के गोरिया गांव की रहने वाली हैं। मनु ने क्वालिफिकेशन इवेंट में 600 में से 580 पॉइंट्स हासिल किए और 45 शूटर्स में तीसरे स्थान पर रहीं। हालांकि एक वक्त ऐसा भी था कि मनु भाकर मायूस होकर शूटिंग छोड़ना चाहती थी लेकिन माता-पिता ने मनु को मोटीवेट किया और आज वह गोल्ड मेडल जीतने की दहलीज पर खड़ी है। मनु भाकर के पिता रामकिशन भाकर इसकी पुष्टि करते हुए कहते हैं- ”टोक्यो ओलिंपिक में प्रतियोगिता के दौरान मनु भाकर की पिस्टल का लीवर टूट गया था। यह 10 लाख में से किसी एक के साथ होता है, लेकिन किस्मत ने मनु का साथ नहीं दिया, उसके 22 मिनट खराब हो गए। मेडल जब सामने दिख रहा हो और यह सब चीजें हो जाएं तो अच्छे से अच्छा इंसान टूट जाता है। मनु 2022 में शूटिंग छोड़ देना चाहती थी। हमने उससे पूछा कि आगे क्या करोगी?। किसी चीज को छोड़ने में कितना समय लगता है?। पिता की यह बातें सुनकर मनु का मन फिर से शूटिंग की तरफ गया। मां सुमेधा भाकर कहती हैं कि बेटी पिस्टल को सिराहने रखकर सोती है। गेम पर फोकस के लिए 4 साल से वह किसी जश्न में शामिल होना तो दूर, किसी की बर्थडे पार्टी में तक नहीं गई। पिता मर्चेंट नेवी में, उन्हीं की शूटिंग रेंज में पहली बार निशाना देखा मनु भाकर का जन्म 18 फरवरी 2002 को हुआ था। उनके पिता राम किशन भाकर मर्चेंट नेवी में हैं। एक दिन मनु अपने पापा के साथ शूटिंग रेज में घूम रही थी। अचानक मनु शूटिंग करने लगी। उसने बिल्कुल बीच में 10 नंबर टारगेट पर निशाना साधा। यह देखकर पिता ने मनु को शूटिंग करने के लिए प्रोत्साहित किया और बंदूक खरीदकर दी। मनु को नेशनल कोच यशपाल राणा ने शूटिंग के गुर सिखाए। शूटिंग से पहले मनु खुद को कराटे, थांग टा, टांता, स्केटिंग, स्वीमिंग और टेनिस में आजमा चुकी हैं। कराटे, थांग टा और टांता में मनु नेशनल मेडलिस्ट है। टांता में 3 बार की नेशनल चैंपियन है। स्केटिंग में स्टेट मेडल जीत चुकी हैं। उन्होंने स्कूल में स्वीमिंग और टेनिस खेला है। रोजाना 8 घंटे मेहनत की, किसी जश्न में शामिल नहीं हुई
मनु भाकर ने पेरिस ओलिंपिक के लिए बहुत तैयारी की है। मनु 8 घंटे से ज्यादा टाइम रोजाना प्रैक्टिस करती थीं। वह पिस्टल को अपने सिराहने रखकर सोतीं। मनु भाकर ने यूथ ओलिंपिक्स, वर्ल्ड चैंपियनशिप और एशियाड सहित तकरीबन 20 मेडल जीते हैं। ओलिंपिक में मेडल लाने के लिए वह 4 साल से न तो किसी बर्थडे पार्टी में गई हैं और न ही किसी के जश्न में शामिल हुईं। मनु की मां सुमेधा भाकर कहती हैं कि “ओलिंपिक के मेडल के लिए मनु इससे ज्यादा कुछ नहीं कर सकतीं, अगर अब नहीं मेडल नहीं जीता तो ऊपर वाले से भी भरोसा उठ जाएगा.” ऐसे मिला ओलिंपिक का कोटा
मनु भाकर ने 2022 काहिरा विश्व चैंपियनशिप में महिलाओं की 25 मीटर पिस्टल में ब्रॉन्ज और हांगझोऊ में 2023 एशियाई खेलों में उसी स्पर्धा में गोल्ड मेडल जीता। साल 2023 में भोपाल में हुई ISSF विश्व कप चैम्पियनशिप में 25 मीटर शूटिंग में उन्होंने सिल्वर मेडल जीता। मनु चांगवान में एशियन शूटिंग चैंपियनशिप 2023 में महिलाओं की 25 मीटर पिस्टल स्पर्धा में पांचवें स्थान पर रहीं और भारत के लिए पेरिस 2024 ओलिंपिक कोटा हासिल कर लिया।