खनौरी बॉर्डर पहुंची किसान नेता डल्लेवाल की बहन:गले मिलकर दोनों हुए भावुक, 8 दिनों से जगजीत का चल रहा मरणव्रत

खनौरी बॉर्डर पहुंची किसान नेता डल्लेवाल की बहन:गले मिलकर दोनों हुए भावुक, 8 दिनों से जगजीत का चल रहा मरणव्रत

केंद्र सरकार से अपनी मांगो को लेकर भूख हड़ताल पर चल रहे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल का आज 8वां दिन हैं, और उनकी भूख हड़ताल जारी है। इस बीच डल्लेवाल के परिवार को उनकी चिंता सता रही है। देर रात जगजीत सिंह डल्लेवाल से मिलने के लिए उनकी बहन खनौरी बॉर्डर पर पहुंची। जहां उन्होंने डल्लेवाल को गले लगाकर हालचाल जाना। साथ ही उन्हें आ रही दिक्कतों पर चर्चा की। इस बीच दोनों भावुक हो गए और दोनों की आंखे नम हो गई थी। बता दें कि डल्लेवाल को एक बार पंजाब पुलिस करीब 96 घंटे तक अपने हिरासत में रख चुकी है। ऐसे में किसान अलर्ट पर हैं। डल्लेवाल की सुरक्षा खुद किसानों संभाल रहे हैं। डल्लेवाल ने कहीं 3 अहम बातें… 1. मुझे जहां रखा, वहां मोबाइल ले जाने की परमिशन नहीं थी लुधियाना DMC अस्पताल से डिस्चार्ज होने के बाद जगजीत सिंह डल्लेवाल ने कहा कि मुझे रात में खनौरी बॉर्डर से उठाया और अस्पताल में दाखिल किया। मुझे जहां रखा, वहां मोबाइल ले जाने की परमिशन नहीं थी। दूसरे मरीजों को भी मोबाइल नहीं लाने दिया। सच्चाई ये थी कि मुझे यहां नजरबंद रखा गया। मैं किसानों की मेहनत की वजह से बाहर आया हूं। 2. टेस्ट करने की कई कोशिशें की ये लोग बहुत कोशिश करते रहे कि मुझे ट्रीटमेंट दे दें। ब्लड टेस्ट, दवा देने और अन्य जांच करने की कई कोशिशें की। अगर मुझे मरण व्रत पर नहीं बैठना होता तो पुलिस वालों की चाय पी लेता। 3. हमारा पंजाब से कोई झगड़ा नहीं लड़ाई 13 फरवरी से शुरू हुई। ये लड़ाई किसानों का फ्यूचर बचाने के लिए है। इस लड़ाई को शांतिमय तरीके से ऊपर ले जाने का एक ही तरीका बचता है कि नेता अपने प्राणों की आहूति देने की तैयारी करें। पंजाब सरकार ने जो किया, वो केंद्र की बुक्कल में बैठकर किया। हमारा पंजाब से कोई झगड़ा ही नहीं है। पंजाब सरकार को हमसे कोई लेना देना ही नहीं है। केवल MSP कानून चाहते हैं किसान पंधेर ने कहा कि 18 फरवरी के बाद सरकार की किसानों से बातचीत बंद की गई है। भाजपा प्रवक्ता सिर्फ मीडिया में ही बातें करते हैं। असलियत यह है कि खुद पीयूष गोयल कह चुके हैं कि वह कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग चाहते हैं। जबकि, किसान MSP कानून चाहते हैं। पंधेर ने कहा कि इस समय सदन चल रहा है। देखना है कि कितने लोगों ने किसानों की बातों को सदन में उठाया। हम सिर्फ MSP कानून की बात कर रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स में भी कहा गया कि किसान अपनी लागत भी नहीं निकाल पा रहा। इसलिए किसान MSP कानून की मांग कर रहा है। 6 राज्य के किसान नेताओं की मीटिंग हुई शनिवार को किसान मजदूर मोर्चा ने 6 राज्यों के किसान संगठनों के नेताओं के साथ बैठक की। बैठक की अध्यक्षता केरल के किसान नेता पीटी जोन और पंजाब के गुरअमनीत सिंह मांगट ने की। 6 दिसंबर को दिल्ली कूच की तैयारी को लेकर सभी संगठनों के बीच सहमति बन गई है। बैठक में लंगरों की व्यवस्था, सुरक्षा प्रबंधन और वालंटियर्स की संख्या पर चर्चा की गई। इस जत्थे में सिर्फ पंजाब-हरियाणा ही नहीं, देशभर से 6 राज्यों के किसान शामिल होंगे। केंद्र सरकार से अपनी मांगो को लेकर भूख हड़ताल पर चल रहे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल का आज 8वां दिन हैं, और उनकी भूख हड़ताल जारी है। इस बीच डल्लेवाल के परिवार को उनकी चिंता सता रही है। देर रात जगजीत सिंह डल्लेवाल से मिलने के लिए उनकी बहन खनौरी बॉर्डर पर पहुंची। जहां उन्होंने डल्लेवाल को गले लगाकर हालचाल जाना। साथ ही उन्हें आ रही दिक्कतों पर चर्चा की। इस बीच दोनों भावुक हो गए और दोनों की आंखे नम हो गई थी। बता दें कि डल्लेवाल को एक बार पंजाब पुलिस करीब 96 घंटे तक अपने हिरासत में रख चुकी है। ऐसे में किसान अलर्ट पर हैं। डल्लेवाल की सुरक्षा खुद किसानों संभाल रहे हैं। डल्लेवाल ने कहीं 3 अहम बातें… 1. मुझे जहां रखा, वहां मोबाइल ले जाने की परमिशन नहीं थी लुधियाना DMC अस्पताल से डिस्चार्ज होने के बाद जगजीत सिंह डल्लेवाल ने कहा कि मुझे रात में खनौरी बॉर्डर से उठाया और अस्पताल में दाखिल किया। मुझे जहां रखा, वहां मोबाइल ले जाने की परमिशन नहीं थी। दूसरे मरीजों को भी मोबाइल नहीं लाने दिया। सच्चाई ये थी कि मुझे यहां नजरबंद रखा गया। मैं किसानों की मेहनत की वजह से बाहर आया हूं। 2. टेस्ट करने की कई कोशिशें की ये लोग बहुत कोशिश करते रहे कि मुझे ट्रीटमेंट दे दें। ब्लड टेस्ट, दवा देने और अन्य जांच करने की कई कोशिशें की। अगर मुझे मरण व्रत पर नहीं बैठना होता तो पुलिस वालों की चाय पी लेता। 3. हमारा पंजाब से कोई झगड़ा नहीं लड़ाई 13 फरवरी से शुरू हुई। ये लड़ाई किसानों का फ्यूचर बचाने के लिए है। इस लड़ाई को शांतिमय तरीके से ऊपर ले जाने का एक ही तरीका बचता है कि नेता अपने प्राणों की आहूति देने की तैयारी करें। पंजाब सरकार ने जो किया, वो केंद्र की बुक्कल में बैठकर किया। हमारा पंजाब से कोई झगड़ा ही नहीं है। पंजाब सरकार को हमसे कोई लेना देना ही नहीं है। केवल MSP कानून चाहते हैं किसान पंधेर ने कहा कि 18 फरवरी के बाद सरकार की किसानों से बातचीत बंद की गई है। भाजपा प्रवक्ता सिर्फ मीडिया में ही बातें करते हैं। असलियत यह है कि खुद पीयूष गोयल कह चुके हैं कि वह कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग चाहते हैं। जबकि, किसान MSP कानून चाहते हैं। पंधेर ने कहा कि इस समय सदन चल रहा है। देखना है कि कितने लोगों ने किसानों की बातों को सदन में उठाया। हम सिर्फ MSP कानून की बात कर रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स में भी कहा गया कि किसान अपनी लागत भी नहीं निकाल पा रहा। इसलिए किसान MSP कानून की मांग कर रहा है। 6 राज्य के किसान नेताओं की मीटिंग हुई शनिवार को किसान मजदूर मोर्चा ने 6 राज्यों के किसान संगठनों के नेताओं के साथ बैठक की। बैठक की अध्यक्षता केरल के किसान नेता पीटी जोन और पंजाब के गुरअमनीत सिंह मांगट ने की। 6 दिसंबर को दिल्ली कूच की तैयारी को लेकर सभी संगठनों के बीच सहमति बन गई है। बैठक में लंगरों की व्यवस्था, सुरक्षा प्रबंधन और वालंटियर्स की संख्या पर चर्चा की गई। इस जत्थे में सिर्फ पंजाब-हरियाणा ही नहीं, देशभर से 6 राज्यों के किसान शामिल होंगे।   पंजाब | दैनिक भास्कर