पंजाब के पूर्व डिप्टी CM और शिरोमणि अकाली दल के प्रधान सुखबीर बादल पर गोल्डन टेंपल के बाहर फायरिंग का बवाल बढ़ता जा रहा है। अकाली नेता बिक्रम मजीठिया ने गुरुवार को गोल्डन टेंपल के अंदर लगे सीसीटीवी कैमरों की 3 नई फुटेज जारी की। इन फुटेज के साथ मजीठिया ने दावा किया कि सुखबीर बादल की हत्या की पूरी साजिश में अमृतसर में तैनात पंजाब पुलिस के SP हरपाल सिंह भी शामिल थे। इससे पहले, बुधवार को भी मजीठिया ने सुखबीर बादल पर हमला करने वाले आतंकी नारायण सिंह चौड़ा और एसपी हरपाल सिंह की मुलाकात की फुटेज जारी की थी। वहीं अमृतसर के पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत भुल्लर ने गुरुवार को बुलाई गई प्रेस कॉन्फ्रेंस में बिक्रम मजीठिया के दावों से जुड़े सवाल पर कुछ भी कहने से इनकार कर दिया। भुल्लर ने कहा कि हर बात पर कमेंट देना वाजिब नहीं है। बिक्रम मजीठिया ने ये 3 नए वीडियो जारी किए… 1. सुखबीर पर हमले के वक्त SP हरपाल सिंह दफ्तर में चाय पी रहे थे
बिक्रम मजीठिया ने गुरुवार को गोल्डन टेंपल में लगे सीसीटीवी कैमरों की तीन फुटेज जारी करते हुए बताया कि जिस वक्त सुखबीर बादल पर हमला हुआ, उनकी सुरक्षा के लिए जिम्मेदार मेन अफसर SP हरपाल सिंह गोल्डन टेंपल के ही इन्फॉर्मेशन ऑफिस में बैठकर चाय पी रहे थे। यह उन 2 मिनट की बात है, जिस वक्त हमला हुआ। मजीठिया ने पूछा कि पंजाब पुलिस सुखबीर की सुरक्षा के लिए गोल्डन टेंपल परिसर में 175 जवान तैनात होने के दावे कर रही है। ये 175 जवान आखिर कहां थे? पंजाब पुलिस के जिस बहादुर अफसर जसबीर सिंह ने सुखबीर बादल की जान बचाई, वह तो ऑफिशियल ड्यूटी पर ही नहीं थे। मजीठिया ने पूछा कि क्या SP हरपाल सिंह को सुखबीर पर होने वाले हमले का पता था? आखिर SP हरपाल सिंह आतंकी नारायण चौड़ा को क्या बता रहा था? ये पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत भुल्लर को साफ करना चाहिए। 2. क्या SP ने ISI एजेंट चौड़ा को हमले की तकनीक बताई
मजीठिया ने 3 दिसंबर की सुबह 10.06 बजे का एक और सीसीटीवी फुटेज रिलीज करते हुए दावा किया कि इससे सुखबीर बादल को मारने की साजिश बेनकाब होती है। इसमें फुटेज में एसपी हरपाल सिंह आतंकी और पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI के एजेंट रह चुके नारायण सिंह चौड़ा के साथ गहन बातचीत में नजर आते हैं। मजीठिया ने पूछा कि क्या SP हरपाल सिंह खुद नारायण चौड़ा को सुखबीर पर हमला करने की तकनीक बता रहा है? उन्होंने एसपी हरपाल सिंह को तुरंत गिरफ्तार करने की मांग की। साथ ही पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान से भी इस्तीफा मांगा। 3. पुलिसकर्मी ने चौड़ा को इशारा किया
बिक्रम मजीठिया ने तीसरा सीसीटीवी फुटेज जारी करते हुए दावा किया कि 4 दिसंबर को हमले से पहले नारायण चौड़ा को गोल्डन टेंपल में ही तैनात एक पुलिसकर्मी ने कुछ इशारे किए। जिस पुलिसकर्मी पर मजीठिया ने आरोप लगाया, वह सिविल वर्दी में था। एप्लिकेशन में कहीं 4 अहम बातें… 1. नारायण चौड़ा को अवैध हिरासत में लिया
वहीं, चौड़ा के एडवोकेट बेटों ने पंजाब पुलिस की वर्किंग पर सवाल उठा दिए हैं। बेटे जगजीत व बलजिंदर बाजवा की ओर से एडवोकेट जगदीप सिंह रंधावा ने कोर्ट में कहा कि सुखबीर बादल पर हमला करने की ये कहानी गढ़ी गई है। नारायण चौड़ा को अवैध हिरासत में लिया गया और अज्ञात स्थान पर बिना परिवार व वकील को बताए रखा गया। कोर्ट में दी गई एप्लिकेशन में वकील ने बताया कि चौड़ा के खिलाफ जो FIR दर्ज की गई है, उसे कोर्ट में पेश करने से भी रोका गया है और चौड़ा के परिवार के सदस्यों को भी नहीं दिया गया है। 2. बिक्रम सिंह मजीठिया को सप्लाई किए सबूत
एप्लिकेशन में बताया गया कि अकाली नेता बिक्रम मजीठिया की तरफ से की गई प्रेस कॉन्फ्रेंस और उसमें उपलब्ध करवाई गईं वीडियोज पर भी सवाल उठाया है। कुछ सबूत जो पुलिस ने 4 दिसंबर को ही कब्जे में लिए थे, उन्हें तुरंत बिक्रम सिंह मजीठिया को सप्लाई किया गया। जिन्हें बिक्रम मजीठिया ने सार्वजनिक किया। 3. अकाली नेता के रिश्तेदारों को पाकिस्तान से हथियार और गोला-बारूद सप्लाई हुआ
एप्लिकेशन में सिद्धू मूसेवाला की हत्या का भी जिक्र किया गया है। जिसमें कहा गया है कि तत्कालीन वरिष्ठ अकाली नेता के रिश्तेदारों को पाकिस्तान से हथियार और गोला-बारूद की सप्लाई की गई थी। बाद में अकाली नेता के उस रिश्तेदार को गिरफ्तार किया गया और हथियार व गोला-बारूद में से कुछ बरामद किए गए। दो पिस्टल जानबूझकर बरामद नहीं की गईं। यहां तक कि मूसेवाला मामले में राज्य एजेंसियों ने कुछ ही दिनों में जमानत दिलाने में मदद की और इस मामले की उचित जांच नहीं की गई। इसलिए मौजूदा नारायण सिंह चौड़ा के खिलाफ की गई कथित साजिश में सिख विरोधी ताकतों के हाथों में खेल रहे वरिष्ठ अकाली नेताओं की भूमिका से इनकार नहीं किया जा सकता। 4. घर में की गई रेड, DVR-फोन जब्त
4 दिसंबर की सुबह ही एडवोकेट बेटों के घर रेड की गई। पुलिस इनके घर से DVR, पेन ड्राइव, कैमरे, मोबाइल, गहने, किताबें आदि पंजाब पुलिस साथ ले गई थी। वकील ने अपील की है कि पुलिस को वे सभी जब्त की गई वस्तुओं को कोर्ट में पेश करने के लिए कहा जाए। कोर्ट ने चौड़ा को 3 दिन के रिमांड पर भेजा
नारायण सिंह चौड़ा को गुरुवार को अमृतसर कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने उसे 3 दिन के रिमांड पर भेज दिया। इस दौरान कोर्ट में एक महिला नारायण सिंह चौड़ा को मिठाई खिलाने पहुंच गई। हालांकि पुलिस ने उसे रोक लिया। सेवादार बने सुखबीर पर करीब आकर चलाई थी गोली, सुरक्षाकर्मी ने बचाया
अमृतसर स्थित गोल्डन टेंपल में बुधवार को पंजाब के पूर्व डिप्टी CM सुखबीर सिंह बादल पर खालिस्तानी आतंकी नारायण सिंह चौड़ा ने फायरिंग की। सुखबीर गोल्डन टेंपल के गेट पर सेवादार बनकर बैठे थे। डेरा सच्चा सौदा के मुखी राम रहीम को माफी और श्री गुरू ग्रंथ साहिब की बेअदबी जैसी गलतियों पर सिखों की सर्वोच्च अदालत अकाल तख्त ने उन्हें यह सजा दी है। वारदात के वक्त हमलावर ने जैसे ही चंद कदमों की दूरी से सुखबीर पर गोली चलाई, उसी समय सिविल वर्दी में तैनात उनके सुरक्षाकर्मियों ने उसका हाथ पकड़कर ऊपर उठा दिया। जिससे गोली गोल्डन टेंपल की दीवार पर जा लगी। इससे सुखबीर बादल बाल-बाल बच गए। इसके बाद हमलावर ने भागने की कोशिश की, लेकिन पुलिसकर्मियों ने उसे पकड़ लिया। सुखबीर बादल को तुरंत सुरक्षा घेरे में ले लिया गया। गोल्डन टेंपल के बाहर भी सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। सुखबीर बादल पर फायरिंग की 2 तस्वीरें… सुखबीर पर आरोपों से आहत था आरोपी
वारदात के बाद पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत भुल्लर गोल्डन टेंपल पहुंचे। उन्होंने बताया कि आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है और उससे पूछताछ की जा रही है। पुलिस सूत्रों के अनुसार चौड़ा ने बयान दिया कि सुखबीर बादल पर बेअदबी और डेरा मुखी राम रहीम को माफी दिलाने के आरोप थे। इसी से आहत होकर उसने यह कदम उठाया। अकाली नेता डॉ. दलजीत चीमा ने कहा कि गुरदासपुर से कांग्रेस सांसद सुखजिंदर रंधावा का एक साथी मार्केट कमेटी का चेयरमैन है। गोली चलाने वाला व्यक्ति चेयरमैन के साथी का भाई है। कौन है आतंकी नारायण सिंह चौड़ा, जिसने सुखबीर बादल पर फायरिंग की…. 1. आतंकवाद के दौर में एक्टिव रहा, पाकिस्तान गया
नारायण सिंह चौड़ा 1984 में पंजाब में आतंकवाद के दौर में सक्रिय रहा। वह साल 1984 में पाकिस्तान भी गया, जहां वह भारत विरोधी संगठनों से मिला। पाकिस्तान में रहते हुए गुरिल्ला वॉर पर किताब और देशद्रोही साहित्य भी लिखा। पंजाब में आतंकवाद के दौरान आतंकी गुरिल्ला वॉर की तरह ही वारदात किया करते थे। वह हथियारों-विस्फोटकों की स्मगलिंग भी करता रहा। 2. पुलिस ने उसके ठिकाने से RDX पकड़ा
अमृतसर, तरनतारन और रोपड़ जिले में चौड़ा पर गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (UAPA) के केस भी दर्ज हैं। पंजाब पुलिस ने नारायण सिंह चौड़ा को 28 फरवरी 2013 को तरनतारन से गिरफ्तार किया था। जिसके बाद उसके मोहाली के कुराली गांव में रेड करके RDX और हथियारों का जखीरा बरामद किया था। इस केस में नारायण सिंह चौड़ा को जमानत मिली हुई है। 3. बुड़ैल जेलब्रेक में आतंकियों की मदद की
चौड़ा 2004 में चंडीगढ़ की बुड़ैल जेल ब्रेक में भी शामिल रहा। उसने पूर्व CM बेअंत सिंह के हत्यारे आतंकी जगतार सिंह हवारा, परमजीत सिंह भ्यौरा और जगतार सिंह तारा को जेल के अंदर सुरंग खोदकर फरार होने में मदद की। वह पगड़ी देने के बहाने आतंकियों से मिलता था। जब ये आतंकी जेल से भागे तो इसी कपड़े की मदद से ही जेल की दीवार फांदी थी। चौड़ा पर फरारी के वक्त जेल की बिजली गुल करने का भी आरोप है। 4. चौड़ा की हिटलिस्ट में था बादल परिवार
बादल परिवार काफी समय से नारायण सिंह चौड़ा के निशाने पर था। जनवरी-2013 में केंद्र ने पंजाब सरकार को इंटेलिजेंस इनपुट भी दिया था। जिसमें लिखा था कि चौड़ा पूर्व CM प्रकाश सिंह बादल और उनके बेटे सुखबीर बादल को टारगेट कर सकता है। उसके बाद पंजाब के तत्कालीन DGP सुमेध सिंह सैनी ने दोनों की सुरक्षा बढ़ा दी थी। वह बादल परिवार को सिख धर्म का गद्दार मानता था। 5. अपनी आर्मी बना रखी, नकली नाम भी रखा था
चौड़ा ने अपनी खालिस्तान लिब्रेशन आर्मी बना रखी थी। उसके एक ठिकाने पर रेड के वक्त ही पुलिस को कंप्यूटर-पेन ड्राइव से उसके खालिस्तानी आतंकी संगठन बब्बर खालसा इंटरनेशनल से लिंक मिले थे। उसने आतंकी गतिविधियां चलाने के लिए खालिस्तानी समर्थकों के बीच अपना नाम रणधीर सिंह रखा हुआ था। 3 तस्वीरों में देखिए, सुखबीर बादल पर कैसे हुआ हमला.. ———————– सुखबीर बादल मामले से जुड़ी ये खबरें पढ़ें… सुखबीर बादल पर पूरी प्लानिंग से की फायरिंग:3 दिन से गोल्डन टेंपल आ रहा था खालिस्तानी आतंकी चौड़ा; लगातार फोन पर बात कर रहा था पंजाब के पूर्व डिप्टी CM सुखबीर बादल पर फायरिंग करने वाले खालिस्तानी आतंकी नारायण सिंह चौड़ा ने पूरी प्लानिंग से वारदात को अंजाम दिया। वह पिछले 3 दिन से गोल्डन टेंपल आ रहा था। पुलिस ने हमले के बाद गोल्डन टेंपल में लगे सीसीटीवी खंगाले और वहां तैनात सेवादारों से भी बात की। जिसमें उसके 4 दिसंबर के सीसीटीवी फुटेज हमें मिले। (पढ़ें पूरी खबर…) पंजाब के पूर्व डिप्टी CM और शिरोमणि अकाली दल के प्रधान सुखबीर बादल पर गोल्डन टेंपल के बाहर फायरिंग का बवाल बढ़ता जा रहा है। अकाली नेता बिक्रम मजीठिया ने गुरुवार को गोल्डन टेंपल के अंदर लगे सीसीटीवी कैमरों की 3 नई फुटेज जारी की। इन फुटेज के साथ मजीठिया ने दावा किया कि सुखबीर बादल की हत्या की पूरी साजिश में अमृतसर में तैनात पंजाब पुलिस के SP हरपाल सिंह भी शामिल थे। इससे पहले, बुधवार को भी मजीठिया ने सुखबीर बादल पर हमला करने वाले आतंकी नारायण सिंह चौड़ा और एसपी हरपाल सिंह की मुलाकात की फुटेज जारी की थी। वहीं अमृतसर के पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत भुल्लर ने गुरुवार को बुलाई गई प्रेस कॉन्फ्रेंस में बिक्रम मजीठिया के दावों से जुड़े सवाल पर कुछ भी कहने से इनकार कर दिया। भुल्लर ने कहा कि हर बात पर कमेंट देना वाजिब नहीं है। बिक्रम मजीठिया ने ये 3 नए वीडियो जारी किए… 1. सुखबीर पर हमले के वक्त SP हरपाल सिंह दफ्तर में चाय पी रहे थे
बिक्रम मजीठिया ने गुरुवार को गोल्डन टेंपल में लगे सीसीटीवी कैमरों की तीन फुटेज जारी करते हुए बताया कि जिस वक्त सुखबीर बादल पर हमला हुआ, उनकी सुरक्षा के लिए जिम्मेदार मेन अफसर SP हरपाल सिंह गोल्डन टेंपल के ही इन्फॉर्मेशन ऑफिस में बैठकर चाय पी रहे थे। यह उन 2 मिनट की बात है, जिस वक्त हमला हुआ। मजीठिया ने पूछा कि पंजाब पुलिस सुखबीर की सुरक्षा के लिए गोल्डन टेंपल परिसर में 175 जवान तैनात होने के दावे कर रही है। ये 175 जवान आखिर कहां थे? पंजाब पुलिस के जिस बहादुर अफसर जसबीर सिंह ने सुखबीर बादल की जान बचाई, वह तो ऑफिशियल ड्यूटी पर ही नहीं थे। मजीठिया ने पूछा कि क्या SP हरपाल सिंह को सुखबीर पर होने वाले हमले का पता था? आखिर SP हरपाल सिंह आतंकी नारायण चौड़ा को क्या बता रहा था? ये पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत भुल्लर को साफ करना चाहिए। 2. क्या SP ने ISI एजेंट चौड़ा को हमले की तकनीक बताई
मजीठिया ने 3 दिसंबर की सुबह 10.06 बजे का एक और सीसीटीवी फुटेज रिलीज करते हुए दावा किया कि इससे सुखबीर बादल को मारने की साजिश बेनकाब होती है। इसमें फुटेज में एसपी हरपाल सिंह आतंकी और पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI के एजेंट रह चुके नारायण सिंह चौड़ा के साथ गहन बातचीत में नजर आते हैं। मजीठिया ने पूछा कि क्या SP हरपाल सिंह खुद नारायण चौड़ा को सुखबीर पर हमला करने की तकनीक बता रहा है? उन्होंने एसपी हरपाल सिंह को तुरंत गिरफ्तार करने की मांग की। साथ ही पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान से भी इस्तीफा मांगा। 3. पुलिसकर्मी ने चौड़ा को इशारा किया
बिक्रम मजीठिया ने तीसरा सीसीटीवी फुटेज जारी करते हुए दावा किया कि 4 दिसंबर को हमले से पहले नारायण चौड़ा को गोल्डन टेंपल में ही तैनात एक पुलिसकर्मी ने कुछ इशारे किए। जिस पुलिसकर्मी पर मजीठिया ने आरोप लगाया, वह सिविल वर्दी में था। एप्लिकेशन में कहीं 4 अहम बातें… 1. नारायण चौड़ा को अवैध हिरासत में लिया
वहीं, चौड़ा के एडवोकेट बेटों ने पंजाब पुलिस की वर्किंग पर सवाल उठा दिए हैं। बेटे जगजीत व बलजिंदर बाजवा की ओर से एडवोकेट जगदीप सिंह रंधावा ने कोर्ट में कहा कि सुखबीर बादल पर हमला करने की ये कहानी गढ़ी गई है। नारायण चौड़ा को अवैध हिरासत में लिया गया और अज्ञात स्थान पर बिना परिवार व वकील को बताए रखा गया। कोर्ट में दी गई एप्लिकेशन में वकील ने बताया कि चौड़ा के खिलाफ जो FIR दर्ज की गई है, उसे कोर्ट में पेश करने से भी रोका गया है और चौड़ा के परिवार के सदस्यों को भी नहीं दिया गया है। 2. बिक्रम सिंह मजीठिया को सप्लाई किए सबूत
एप्लिकेशन में बताया गया कि अकाली नेता बिक्रम मजीठिया की तरफ से की गई प्रेस कॉन्फ्रेंस और उसमें उपलब्ध करवाई गईं वीडियोज पर भी सवाल उठाया है। कुछ सबूत जो पुलिस ने 4 दिसंबर को ही कब्जे में लिए थे, उन्हें तुरंत बिक्रम सिंह मजीठिया को सप्लाई किया गया। जिन्हें बिक्रम मजीठिया ने सार्वजनिक किया। 3. अकाली नेता के रिश्तेदारों को पाकिस्तान से हथियार और गोला-बारूद सप्लाई हुआ
एप्लिकेशन में सिद्धू मूसेवाला की हत्या का भी जिक्र किया गया है। जिसमें कहा गया है कि तत्कालीन वरिष्ठ अकाली नेता के रिश्तेदारों को पाकिस्तान से हथियार और गोला-बारूद की सप्लाई की गई थी। बाद में अकाली नेता के उस रिश्तेदार को गिरफ्तार किया गया और हथियार व गोला-बारूद में से कुछ बरामद किए गए। दो पिस्टल जानबूझकर बरामद नहीं की गईं। यहां तक कि मूसेवाला मामले में राज्य एजेंसियों ने कुछ ही दिनों में जमानत दिलाने में मदद की और इस मामले की उचित जांच नहीं की गई। इसलिए मौजूदा नारायण सिंह चौड़ा के खिलाफ की गई कथित साजिश में सिख विरोधी ताकतों के हाथों में खेल रहे वरिष्ठ अकाली नेताओं की भूमिका से इनकार नहीं किया जा सकता। 4. घर में की गई रेड, DVR-फोन जब्त
4 दिसंबर की सुबह ही एडवोकेट बेटों के घर रेड की गई। पुलिस इनके घर से DVR, पेन ड्राइव, कैमरे, मोबाइल, गहने, किताबें आदि पंजाब पुलिस साथ ले गई थी। वकील ने अपील की है कि पुलिस को वे सभी जब्त की गई वस्तुओं को कोर्ट में पेश करने के लिए कहा जाए। कोर्ट ने चौड़ा को 3 दिन के रिमांड पर भेजा
नारायण सिंह चौड़ा को गुरुवार को अमृतसर कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने उसे 3 दिन के रिमांड पर भेज दिया। इस दौरान कोर्ट में एक महिला नारायण सिंह चौड़ा को मिठाई खिलाने पहुंच गई। हालांकि पुलिस ने उसे रोक लिया। सेवादार बने सुखबीर पर करीब आकर चलाई थी गोली, सुरक्षाकर्मी ने बचाया
अमृतसर स्थित गोल्डन टेंपल में बुधवार को पंजाब के पूर्व डिप्टी CM सुखबीर सिंह बादल पर खालिस्तानी आतंकी नारायण सिंह चौड़ा ने फायरिंग की। सुखबीर गोल्डन टेंपल के गेट पर सेवादार बनकर बैठे थे। डेरा सच्चा सौदा के मुखी राम रहीम को माफी और श्री गुरू ग्रंथ साहिब की बेअदबी जैसी गलतियों पर सिखों की सर्वोच्च अदालत अकाल तख्त ने उन्हें यह सजा दी है। वारदात के वक्त हमलावर ने जैसे ही चंद कदमों की दूरी से सुखबीर पर गोली चलाई, उसी समय सिविल वर्दी में तैनात उनके सुरक्षाकर्मियों ने उसका हाथ पकड़कर ऊपर उठा दिया। जिससे गोली गोल्डन टेंपल की दीवार पर जा लगी। इससे सुखबीर बादल बाल-बाल बच गए। इसके बाद हमलावर ने भागने की कोशिश की, लेकिन पुलिसकर्मियों ने उसे पकड़ लिया। सुखबीर बादल को तुरंत सुरक्षा घेरे में ले लिया गया। गोल्डन टेंपल के बाहर भी सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। सुखबीर बादल पर फायरिंग की 2 तस्वीरें… सुखबीर पर आरोपों से आहत था आरोपी
वारदात के बाद पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत भुल्लर गोल्डन टेंपल पहुंचे। उन्होंने बताया कि आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है और उससे पूछताछ की जा रही है। पुलिस सूत्रों के अनुसार चौड़ा ने बयान दिया कि सुखबीर बादल पर बेअदबी और डेरा मुखी राम रहीम को माफी दिलाने के आरोप थे। इसी से आहत होकर उसने यह कदम उठाया। अकाली नेता डॉ. दलजीत चीमा ने कहा कि गुरदासपुर से कांग्रेस सांसद सुखजिंदर रंधावा का एक साथी मार्केट कमेटी का चेयरमैन है। गोली चलाने वाला व्यक्ति चेयरमैन के साथी का भाई है। कौन है आतंकी नारायण सिंह चौड़ा, जिसने सुखबीर बादल पर फायरिंग की…. 1. आतंकवाद के दौर में एक्टिव रहा, पाकिस्तान गया
नारायण सिंह चौड़ा 1984 में पंजाब में आतंकवाद के दौर में सक्रिय रहा। वह साल 1984 में पाकिस्तान भी गया, जहां वह भारत विरोधी संगठनों से मिला। पाकिस्तान में रहते हुए गुरिल्ला वॉर पर किताब और देशद्रोही साहित्य भी लिखा। पंजाब में आतंकवाद के दौरान आतंकी गुरिल्ला वॉर की तरह ही वारदात किया करते थे। वह हथियारों-विस्फोटकों की स्मगलिंग भी करता रहा। 2. पुलिस ने उसके ठिकाने से RDX पकड़ा
अमृतसर, तरनतारन और रोपड़ जिले में चौड़ा पर गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (UAPA) के केस भी दर्ज हैं। पंजाब पुलिस ने नारायण सिंह चौड़ा को 28 फरवरी 2013 को तरनतारन से गिरफ्तार किया था। जिसके बाद उसके मोहाली के कुराली गांव में रेड करके RDX और हथियारों का जखीरा बरामद किया था। इस केस में नारायण सिंह चौड़ा को जमानत मिली हुई है। 3. बुड़ैल जेलब्रेक में आतंकियों की मदद की
चौड़ा 2004 में चंडीगढ़ की बुड़ैल जेल ब्रेक में भी शामिल रहा। उसने पूर्व CM बेअंत सिंह के हत्यारे आतंकी जगतार सिंह हवारा, परमजीत सिंह भ्यौरा और जगतार सिंह तारा को जेल के अंदर सुरंग खोदकर फरार होने में मदद की। वह पगड़ी देने के बहाने आतंकियों से मिलता था। जब ये आतंकी जेल से भागे तो इसी कपड़े की मदद से ही जेल की दीवार फांदी थी। चौड़ा पर फरारी के वक्त जेल की बिजली गुल करने का भी आरोप है। 4. चौड़ा की हिटलिस्ट में था बादल परिवार
बादल परिवार काफी समय से नारायण सिंह चौड़ा के निशाने पर था। जनवरी-2013 में केंद्र ने पंजाब सरकार को इंटेलिजेंस इनपुट भी दिया था। जिसमें लिखा था कि चौड़ा पूर्व CM प्रकाश सिंह बादल और उनके बेटे सुखबीर बादल को टारगेट कर सकता है। उसके बाद पंजाब के तत्कालीन DGP सुमेध सिंह सैनी ने दोनों की सुरक्षा बढ़ा दी थी। वह बादल परिवार को सिख धर्म का गद्दार मानता था। 5. अपनी आर्मी बना रखी, नकली नाम भी रखा था
चौड़ा ने अपनी खालिस्तान लिब्रेशन आर्मी बना रखी थी। उसके एक ठिकाने पर रेड के वक्त ही पुलिस को कंप्यूटर-पेन ड्राइव से उसके खालिस्तानी आतंकी संगठन बब्बर खालसा इंटरनेशनल से लिंक मिले थे। उसने आतंकी गतिविधियां चलाने के लिए खालिस्तानी समर्थकों के बीच अपना नाम रणधीर सिंह रखा हुआ था। 3 तस्वीरों में देखिए, सुखबीर बादल पर कैसे हुआ हमला.. ———————– सुखबीर बादल मामले से जुड़ी ये खबरें पढ़ें… सुखबीर बादल पर पूरी प्लानिंग से की फायरिंग:3 दिन से गोल्डन टेंपल आ रहा था खालिस्तानी आतंकी चौड़ा; लगातार फोन पर बात कर रहा था पंजाब के पूर्व डिप्टी CM सुखबीर बादल पर फायरिंग करने वाले खालिस्तानी आतंकी नारायण सिंह चौड़ा ने पूरी प्लानिंग से वारदात को अंजाम दिया। वह पिछले 3 दिन से गोल्डन टेंपल आ रहा था। पुलिस ने हमले के बाद गोल्डन टेंपल में लगे सीसीटीवी खंगाले और वहां तैनात सेवादारों से भी बात की। जिसमें उसके 4 दिसंबर के सीसीटीवी फुटेज हमें मिले। (पढ़ें पूरी खबर…) पंजाब | दैनिक भास्कर