आगरा में भतीजों ने एक महिला संग मिलकर अपने ही चाचा की हत्या कर दी। 10 घंटे तक शव को कमरे में छिपाए रखा। रात में गांव के बाहर खेत में दफना दिया। इसके बाद मृतक के बेटे को कॉल किया। कहा- तुम्हारे पिता लापता हो गए हैं। इस सूचना पर बेटा उनके पास पहुंचा, तो भतीजे उसके सामने रोने का नाटक करने लगे। घटना की सूचना पुलिस को दी गई। आरोपी भतीजे पुलिस के साथ चाचा की तलाश करते रहे। उनका व्यवहार देखकर पुलिस को शक हुआ। सख्ती से पूछताछ करने पर मामले का खुलासा हो गया। अवैध संबंध और ब्याज के पैसों के लिए घटना को अंजाम दिया गया। मामला बरहन थाना क्षेत्र के कटका गांव का है। विस्तार से जानिए पूरा मामला… 29 नवंबर से लापता थे
ACP एत्मादपुर पीयूष कांत ने बताया, मध्य प्रदेश के मुरैना के खरका गांव निवासी रामप्रेमी सिकरवार की बरहन के कटका गांव में ननिहाल है। उन्होंने गांव में भतीजे तेजवीर, राहुल समेत कई लोगों को ब्याज पर रुपए दे रखे थे। वो हर 2 माह में ब्याज लेने के लिए आते थे। 29 नवंबर को भी वो मुरैना से गांव में आए थे। इसके बाद उनका कुछ पता नहीं चला। इस पर तेजवीर ने रामप्रेमी के बेटे अजीत को कॉल की। कहा कि पता नहीं तुम्हारे पिता जी कहां चले गए। एक दिन पहले आए थे। तब से उनका कुछ पता नहीं। फोन भी बंद है। 1 दिसंबर को बेटे ने दर्ज कराई गुमशुदगी
रामप्रेमी का बेटा अजीत 1 दिसंबर को गांव आया। बरहन थाने में पिता के लापता होने की गुमशुदगी दर्ज कराई। इसके बाद पुलिस ने उनकी तलाश शुरू की। गांव के कुछ लोगों से पूछताछ की। जिन लोगों को उन्होंने ब्याज पर पैसे दे रखे थे, उनको भी बुलाया। इस दौरान रामप्रेमी का भतीजा तेजवीर खुद कर्जदारों को बुलाकर ला रहा था। बार-बार वह पुलिस के सामने रोने लगता। रामप्रेमी के बेटे को बार-बार समझाता, परेशान मत हो पिता जी मिल जाएंगे। भतीजे तेजवीर की इन हरकतों को देखकर पुलिस को कुछ अटपटा लगा। इसके बाद पुलिस ने CDR और सर्विलांस की मदद से पता लगाया कि रामप्रेमी की आखिरी बातचीत किससे हुई थी। जांच में पता चला कि तेजवीर से ही बातचीत हुई थी। इसी आधार पर पुलिस ने तेजवीर को हिरासत में लिया और कड़ाई से पूछताछ शुरू की। इस पर तेजवीर टूट गया और सारी सच्चाई उगल दी। उसने और उसके साथियों ने रामप्रेमी की हत्या कबूल कर ली। पुलिस ने भतीजे तेजवीर समेत गांव के उसके दोस्त वीरेंद्र, विजय और महिला को पकड़ लिया। अवैध संबंधों और ब्याज के पैसों को लेकर हुई हत्या
आरोपियों ने बताया- रामप्रेमी से उन्होंने रुपए उधार लिए थे। वो हर माह ब्याज के पैसे लेने आते थे। इसके अलावा गांव की एक महिला से उनका अवैध संबंध भी था। उस महिला से तेजवीर के भी संबंध थे। इससे भी तेजवीर रंजिश मानता था। तेजवीर ने ही हत्या का प्लान बनाया था। उसने ही रामप्रेमी को फोन कर ब्याज के रुपए लेने के लिए बुलाया था। 29 नवंबर को रामप्रेमी सुबह करीब 11 बजे गांव पहुंचे। तेजवीर ने अपने कमरे में साथियों की मदद से गला दबाकर रामप्रेमी को मार डाला। 10 घंटे तक गुमराह करते रहे
पुलिस की जांच में सामने आया कि तेजवरी और उसके साथियों ने रामप्रेमी की हत्या के बाद दिन में कमरे में ही शव को छिपा दिया था। करीब 10 घंटे तक वह रामप्रेमी के बेटे और पुलिस को गुमराह करते रहे। इसके बाद रात में गांव के बाहर खेत में शव को दफना दिया। पुलिस ने अगले दिन जब पूरे मामले का खुलासा किया तो आरोपियों ने डेडबॉडी बरामद करवाई। पुलिस ने महिला समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। —————————– ये भी पढ़ें: बरेली में लेखपाल 10 दिन से लापता, मां रोते-रोते बेहोश:डीएम से भाई बोला- 250 बीघा जमीन का घोटाला पकड़ा था, अपहरण हो गया बरेली का एक लेखपाल 10 दिनों से लापता है। शुक्रवार को परिजन डीएम से मिलने कलेक्ट्रेट पहुंचे। उस वक्त वहां अफसरों की मीटिंग हो रही थी। अफसरों को देखकर मां मोरवती के सब्र का बांध टूट गया। वह जोर-जोर से रोने लगीं और हाथ जोड़कर बेटे को बरामद कराने की गुहार लगाने लगीं। वह रोते-रोते कलेक्ट्रेट परिसर में बेहोश हो गईं…(पढ़ें पूरी खबर) आगरा में भतीजों ने एक महिला संग मिलकर अपने ही चाचा की हत्या कर दी। 10 घंटे तक शव को कमरे में छिपाए रखा। रात में गांव के बाहर खेत में दफना दिया। इसके बाद मृतक के बेटे को कॉल किया। कहा- तुम्हारे पिता लापता हो गए हैं। इस सूचना पर बेटा उनके पास पहुंचा, तो भतीजे उसके सामने रोने का नाटक करने लगे। घटना की सूचना पुलिस को दी गई। आरोपी भतीजे पुलिस के साथ चाचा की तलाश करते रहे। उनका व्यवहार देखकर पुलिस को शक हुआ। सख्ती से पूछताछ करने पर मामले का खुलासा हो गया। अवैध संबंध और ब्याज के पैसों के लिए घटना को अंजाम दिया गया। मामला बरहन थाना क्षेत्र के कटका गांव का है। विस्तार से जानिए पूरा मामला… 29 नवंबर से लापता थे
ACP एत्मादपुर पीयूष कांत ने बताया, मध्य प्रदेश के मुरैना के खरका गांव निवासी रामप्रेमी सिकरवार की बरहन के कटका गांव में ननिहाल है। उन्होंने गांव में भतीजे तेजवीर, राहुल समेत कई लोगों को ब्याज पर रुपए दे रखे थे। वो हर 2 माह में ब्याज लेने के लिए आते थे। 29 नवंबर को भी वो मुरैना से गांव में आए थे। इसके बाद उनका कुछ पता नहीं चला। इस पर तेजवीर ने रामप्रेमी के बेटे अजीत को कॉल की। कहा कि पता नहीं तुम्हारे पिता जी कहां चले गए। एक दिन पहले आए थे। तब से उनका कुछ पता नहीं। फोन भी बंद है। 1 दिसंबर को बेटे ने दर्ज कराई गुमशुदगी
रामप्रेमी का बेटा अजीत 1 दिसंबर को गांव आया। बरहन थाने में पिता के लापता होने की गुमशुदगी दर्ज कराई। इसके बाद पुलिस ने उनकी तलाश शुरू की। गांव के कुछ लोगों से पूछताछ की। जिन लोगों को उन्होंने ब्याज पर पैसे दे रखे थे, उनको भी बुलाया। इस दौरान रामप्रेमी का भतीजा तेजवीर खुद कर्जदारों को बुलाकर ला रहा था। बार-बार वह पुलिस के सामने रोने लगता। रामप्रेमी के बेटे को बार-बार समझाता, परेशान मत हो पिता जी मिल जाएंगे। भतीजे तेजवीर की इन हरकतों को देखकर पुलिस को कुछ अटपटा लगा। इसके बाद पुलिस ने CDR और सर्विलांस की मदद से पता लगाया कि रामप्रेमी की आखिरी बातचीत किससे हुई थी। जांच में पता चला कि तेजवीर से ही बातचीत हुई थी। इसी आधार पर पुलिस ने तेजवीर को हिरासत में लिया और कड़ाई से पूछताछ शुरू की। इस पर तेजवीर टूट गया और सारी सच्चाई उगल दी। उसने और उसके साथियों ने रामप्रेमी की हत्या कबूल कर ली। पुलिस ने भतीजे तेजवीर समेत गांव के उसके दोस्त वीरेंद्र, विजय और महिला को पकड़ लिया। अवैध संबंधों और ब्याज के पैसों को लेकर हुई हत्या
आरोपियों ने बताया- रामप्रेमी से उन्होंने रुपए उधार लिए थे। वो हर माह ब्याज के पैसे लेने आते थे। इसके अलावा गांव की एक महिला से उनका अवैध संबंध भी था। उस महिला से तेजवीर के भी संबंध थे। इससे भी तेजवीर रंजिश मानता था। तेजवीर ने ही हत्या का प्लान बनाया था। उसने ही रामप्रेमी को फोन कर ब्याज के रुपए लेने के लिए बुलाया था। 29 नवंबर को रामप्रेमी सुबह करीब 11 बजे गांव पहुंचे। तेजवीर ने अपने कमरे में साथियों की मदद से गला दबाकर रामप्रेमी को मार डाला। 10 घंटे तक गुमराह करते रहे
पुलिस की जांच में सामने आया कि तेजवरी और उसके साथियों ने रामप्रेमी की हत्या के बाद दिन में कमरे में ही शव को छिपा दिया था। करीब 10 घंटे तक वह रामप्रेमी के बेटे और पुलिस को गुमराह करते रहे। इसके बाद रात में गांव के बाहर खेत में शव को दफना दिया। पुलिस ने अगले दिन जब पूरे मामले का खुलासा किया तो आरोपियों ने डेडबॉडी बरामद करवाई। पुलिस ने महिला समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। —————————– ये भी पढ़ें: बरेली में लेखपाल 10 दिन से लापता, मां रोते-रोते बेहोश:डीएम से भाई बोला- 250 बीघा जमीन का घोटाला पकड़ा था, अपहरण हो गया बरेली का एक लेखपाल 10 दिनों से लापता है। शुक्रवार को परिजन डीएम से मिलने कलेक्ट्रेट पहुंचे। उस वक्त वहां अफसरों की मीटिंग हो रही थी। अफसरों को देखकर मां मोरवती के सब्र का बांध टूट गया। वह जोर-जोर से रोने लगीं और हाथ जोड़कर बेटे को बरामद कराने की गुहार लगाने लगीं। वह रोते-रोते कलेक्ट्रेट परिसर में बेहोश हो गईं…(पढ़ें पूरी खबर) उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर