केंद्रीय मंत्री नितिनि गडकरी और हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी आज अमृतसर आ रहे हैं। बीते दो दिन से अमृतसर के रेलवे स्टेशन के पास बी-ब्लॉक में चल रहे सहकार भारती का 8वें राष्ट्रीय अधिवेशन में वे पहुंचेंगे। अमृतसर में ये अधिवेशन राष्ट्रीय अध्यक्ष दीनानाथ ठाकुर व राष्ट्रीय महामंत्री डॉ. उदय जोशी की अध्यक्षता में हो रहा है। सहकारिता को समर्पित सहकार भारती के राष्ट्रीय अधिवेशन में देशभर से 2500 से अधिक प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं। राष्ट्रीय अध्यक्ष दीनानाथ ठाकुर ने कहा कि यह अत्यंत हर्ष का विषय है कि पहली बार अमृतसर की पवित्र भूमि, जो सेवा की भूमि है, वहां सहकार भारती का राष्ट्रीय अधिवेशन हो रहा है। सेवा की भावना को लेकर जागृत मन से एवं और अधिक ऊर्जा से अपने क्षेत्र में कार्यकर्ताओं को सहकारिता से उद्धार के लिए कार्य करना है। तीन सालों की योजनाओं का हो रहा मंथन उन्होंने कहा कि 2021 में जब सहकारिता मंत्रालय की स्थापना हुई तो देश में सहकारिता के प्रति एक नई चेतना का निर्माण हुआ। इसके बाद सहकारिता क्षेत्र को नई प्रतिष्ठा मिली है और इस बात के लिए हम सभी को गौरवान्वित होना चाहिए कि इसके लिए सबसे अधिक योगदान सहकार भारती का रहा है। तीन दिवसीय अधिवेशन में सहकार भारती के आगामी तीन वर्ष की कार्य योजना पर मंथन हो रहा है। केंद्रीय मंत्री नितिनि गडकरी और हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी आज अमृतसर आ रहे हैं। बीते दो दिन से अमृतसर के रेलवे स्टेशन के पास बी-ब्लॉक में चल रहे सहकार भारती का 8वें राष्ट्रीय अधिवेशन में वे पहुंचेंगे। अमृतसर में ये अधिवेशन राष्ट्रीय अध्यक्ष दीनानाथ ठाकुर व राष्ट्रीय महामंत्री डॉ. उदय जोशी की अध्यक्षता में हो रहा है। सहकारिता को समर्पित सहकार भारती के राष्ट्रीय अधिवेशन में देशभर से 2500 से अधिक प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं। राष्ट्रीय अध्यक्ष दीनानाथ ठाकुर ने कहा कि यह अत्यंत हर्ष का विषय है कि पहली बार अमृतसर की पवित्र भूमि, जो सेवा की भूमि है, वहां सहकार भारती का राष्ट्रीय अधिवेशन हो रहा है। सेवा की भावना को लेकर जागृत मन से एवं और अधिक ऊर्जा से अपने क्षेत्र में कार्यकर्ताओं को सहकारिता से उद्धार के लिए कार्य करना है। तीन सालों की योजनाओं का हो रहा मंथन उन्होंने कहा कि 2021 में जब सहकारिता मंत्रालय की स्थापना हुई तो देश में सहकारिता के प्रति एक नई चेतना का निर्माण हुआ। इसके बाद सहकारिता क्षेत्र को नई प्रतिष्ठा मिली है और इस बात के लिए हम सभी को गौरवान्वित होना चाहिए कि इसके लिए सबसे अधिक योगदान सहकार भारती का रहा है। तीन दिवसीय अधिवेशन में सहकार भारती के आगामी तीन वर्ष की कार्य योजना पर मंथन हो रहा है। पंजाब | दैनिक भास्कर
Related Posts
सुखबीर बादल पर पूरी प्लानिंग से की फायरिंग:3 दिन से गोल्डन टेंपल आ रहा था खालिस्तानी आतंकी चौड़ा; लगातार फोन पर बात कर रहा था
सुखबीर बादल पर पूरी प्लानिंग से की फायरिंग:3 दिन से गोल्डन टेंपल आ रहा था खालिस्तानी आतंकी चौड़ा; लगातार फोन पर बात कर रहा था पंजाब के पूर्व डिप्टी CM सुखबीर बादल पर फायरिंग करने वाले खालिस्तानी आतंकी नारायण सिंह चौड़ा ने पूरी प्लानिंग से वारदात को अंजाम दिया। वह पिछले 3 दिन से गोल्डन टेंपल आ रहा था। पुलिस ने हमले के बाद गोल्डन टेंपल में लगे सीसीटीवी खंगाले और वहां तैनात सेवादारों से भी बात की। जिसमें उसके 4 दिसंबर के सीसीटीवी फुटेज हमें मिले। आतंकी चौड़ा गोल्डन टेंपल परिसर में घूमते हुए दिखा। हालांकि तब उसके पास हथियार था या नहीं, इसका पता नहीं लगा है। चौड़ा ने बुधवार को गोल्डन टेंपल के बाहर गेट पर अकाल तख्त की ओर से दी गई सेवादार की सजा भुगत रहे सुखबीर बादल की हत्या की कोशिश की। हालांकि सुखबीर की सुरक्षा में तैनात ASI जसबीर सिंह ने उसे देख लिया और पिस्टल का मुंह ऊपर को कर दिया, जिससे सुखबीर की जान बच गई। चौड़ा की गिरफ्तारी के बाद भी कुछ वीडियो सामने आए हैं, जिसमें वह फायरिंग के बाद मुस्कुराते हुए नजर आया। इससे साफ है कि उसे न तो पकड़े जाने का डर था और न ही इस घटना को लेकर कोई पछतावा हो रहा था। खास बात यह भी है कि चौड़ा पाकिस्तान में हथियारों की ट्रेनिंग ले चुका था। उसने बम बनाने और चलाने से लेकर इंपोर्टेड हथियारों तक की ट्रेनिंग ली है। हालांकि, सुरक्षाकर्मी की मुस्तैदी से उसका सुखबीर बादल को मारने का प्लान फेल हो गया। गोल्डन टेंपल में लगे CCTV कैमरों में 3 जगह दिखा आतंकी चौड़ा… सुखबीर बादल पर हमले से पहले चौड़ा से जुड़ी 5 अहम बातें… 1. सुबह 9.11 बजे गोल्डन टेंपल पहुंच गया था चौड़ा
नारायण चौड़ा सुबह 9.11 बजे गोल्डन टेंपल परिसर में आ गया था। उसने श्री अकाल तख्त सचिवालय से गोल्डन टेंपल के अंदर एंट्री की थी। वे पहले बाहर सेवादार बन सेवा कर रहे सुखबीर बादल के पास नहीं गया था। उसने पहले गोल्डन टेंपल के अंदर रेकी की थी और सही जगह तलाशी, जहां से वह घटना को अंजाम दे सकता था। सुबह 9.13 बजे नारायण चौड़ा परिक्रमा में बुड्ढ़ा बेर के पास दिखा था। इसके बाद वह दर्शनी ड्योढ़ी के नीचे बनी सीढ़ियों से ऊपर जाता सीसीटीवी में कैद हुआ था। सुबह 9.26 बजे उसने सुखबीर बादल पर फायर कर दिया। 2. फोन पर कर रहा था किसी से बातचीत
नारायण चौड़ा का फोन इस समय पुलिस की कस्टडी में है। लेकिन जब वह सुबह 9.11 बजे गोल्डन टेंपल परिसर में आया तो लगातार फोन पर किसी से बातचीत कर रहा था। अनुमान लगाया जा रहा है कि वह देश-विदेश में बैठे आतंकियों से इंस्ट्रक्शंस हासिल कर रहा था। फिलहाल उसके फोन की फोरेंसिक जांच चल रही है। 3. तीन दिन से लगातार आ रहा था गोल्डन टेंपल
सुखबीर बादल को 2 दिसंबर को सजा सुनाई गई थी। तब और उसके बाद 3 दिसंबर को भी चौड़ा गोल्डन टेंपल में आया था। पुलिस अधिकारियों ने भी यह माना है कि चौड़ा के रोजाना इन दिनों गोल्डन टेंपल आने की जानकारी मिली थी। इसके चलते वे सतर्क भी थे और इस तथ्य की गंभीरता से जांच भी की जा रही है। 4. 6.15 बजे निकला था घर से
नारायण चौड़ा तकरीबन 6.15 बजे अपने घर से निकला था। उसकी पत्नी जसमीत कौर ने यह जानकारी साझा की। डेरा बाबा नानक से अमृतसर पहुंचने में एक से डेढ़ घंटे का समय लगता है। 9.11 बजे वह गोल्डन टेंपल में दाखिल हुआ। जांच का विषय है कि वह एक-डेढ़ घंटा कहां रहा और किस-किस से मुलाकात की। ऐसे में यह शक है कि वह किसी से या अपने ठिकाने से हथियार लेने गया था। चौड़ा ने US मेड 9mm स्टार पिस्टल से सुखबीर बादल पर फायर किया था। यह गैर-लाइसेंसी पिस्टल है। शुरुआती जांच में यही सामने आ रहा है कि यह पिस्टल चौड़ा तक सरहद पार से आई थी। पुलिस इसे कब्जे में ले चुकी है। पंजाब पुलिस 3 एंगल पर कर रही फायरिंग की जांच… विदेशी एजेंसी या खालिस्तानी संगठन?
गुरदासपुर के डेरा बाबा नानक में गांव चौड़ा का रहने वाला नारायण सिंह चौड़ा खालिस्तानी आतंकी रहा है। इस वक्त भी वह खालिस्तान यानी सिखों के लिए भारत से अलग देश की मांग का समर्थक है। ऐसे में पड़ताल की जा रही है कि उसने यह कदम क्यों उठाया? उसके पीछे किसी विदेशी एजेंसी या खालिस्तानी संगठन का हाथ तो नहीं है? पॉलिटिकल दुश्मनी तो नहीं?
सुखबीर बादल अकाली दल के प्रधान हैं। हालांकि फिलहाल वे इस्तीफा दे चुके हैं लेकिन वह मंजूर नहीं हुआ है। 2 दिन पहले ही उन्होंने श्री अकाल तख्त साहिब पर अपनी गलतियां भी कबूलीं। उन्हें किसी पॉलीटिकल दुश्मनी के कारण निशाना तो नहीं बनाया गया? विदेशी फंडिंग या सुखबीर के प्रति सहानुभूति तो नहीं?
इसके अलावा पुलिस सहानुभूति के एंगल पर भी जांच कर रही है। सहानुभूति का यह एंगल नारायण चौड़ा और सुखबीर बादल, दोनों की तरफ घूमता है। नारायण चौड़ा ने कहीं विदेशी फंडिंग के लिए तो ऐसा नहीं किया या फिर राजनीतिक हाशिए पर पहुंचे सुखबीर बादल से जोड़कर भी पुलिस इसे देख रही है। पुलिस के दावों पर अकाली नेताओं ने उठाए सवाल
सुखबीर बादल पर हुए हमले के बाद अकाली दल के नेताओं ने लगातार पंजाब सरकार, पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों पर सवाल उठाने शुरू कर दिए। सुखबीर बादल की सांसद पत्नी हरसिमरत कौर बादल के भाई पूर्व अकाली मंत्री बिक्रम मजीठिया ने कहा कि नारायण चौड़ा आतंकी संगठनों से जुड़ा रहा। वह आपराधिक किस्म का है। वह 3 दिन से गोल्डन टेंपल में घूम रहा था। इंटेलिजेंस को उसके गोल्डन टेंपल आने की सूचना थी। इसके बावजूद न उस पर नजर रखी गई और न ही उसकी हरकतों को ट्रैक किया गया। 4 दिसंबर के वीडियो फुटेज में साफ है कि वह लगातार सुखबीर बादल को निशाना बनाने की तैयारी में था और अपने साथ हथियार लेकर घूम रहा था। इसके बावजूद पुलिस ने उसे न रोका और न ही उसकी जांच की। अगर उसकी जांच की जाती तो उससे हथियार पहले ही मिल जाता और यह घटना न होती। SGPC का प्रचारक रहा, ISI से ट्रेनिंग ले चुका चौड़ा
नारायण चौड़ा एक समय शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) में प्रचारक रह चुका है। 1982 में उसने अकाल फेडरेशन जॉइन कर ली थी। चौड़ा ट्रेनिंग लेने के लिए पाकिस्तान भी गया। ISI से उसने हर तरह की पिस्टल, रिवाल्वर, गन चलाने की ट्रेनिंग ली। चौड़ा इतना शातिर है कि खुद बम बनाने से लेकर उसे प्लांट और ब्लास्ट करने का माहिर है। गुरिल्ला वॉर में माहिर चौड़ा ने इस पर एक किताब भी लिखी थी। तकरीबन 6 साल तक वह पाकिस्तान में रहा था और 1990 में उसने वापसी की। इसके बाद उसने अपनी खालिस्तान नेशनल फोर्स बना ली। ********************* सुखबीर बादल पर फायरिंग से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें… पंजाब के पूर्व डिप्टी CM सुखबीर बादल पर फायरिंग: बाल-बाल बचे, गोल्डन टेंपल के बाहर सेवा कर रहे थे; हमलावर खालिस्तानी आतंकी गिरफ्तार अमृतसर स्थित गोल्डन टेंपल में बुधवार को पंजाब के पूर्व डिप्टी CM सुखबीर सिंह बादल पर खालिस्तानी आतंकी ने फायरिंग की। सुखबीर बादल गोल्डन टेंपल के गेट पर सेवादार बनकर बैठे थे (पढ़ें पूरी खबर…) खालिस्तानी आतंकी चौड़ा की हिटलिस्ट में था बादल परिवार:इसने पूर्व CM बेअंत सिंह के हत्यारों को जेल से भगाया, अपनी आर्मी भी बनाई नारायण सिंह चौड़ा की हिटलिस्ट में बादल परिवार पहले से था। वह बादल परिवार को सिख पंथ का गद्दार मानता है। चौड़ा आतंकियों के साथ जेल काट चुका है और खुद भी आतंकी गतिविधियों में शामिल रहा है (पढ़ें पूरी खबर…) सुखबीर बादल के हमलावर संग नहीं रहते वकील बेटे:गांव में 2 मंजिला मकान, पत्नी बोली- गोल्डन टेंपल में बरसी की बात कह निकला था गांव चौड़ा में सुखबीर बादल पर हमले का पता चलने के बाद कोई भी ग्रामीण ऑन कैमरा बात करने को राजी नहीं हुआ। उन्होंने इतना जरूर बताया कि नारायण के 2 बेटे हैं। दोनों ही वकील हैं। वह गांव में ही रहते हैं (पढ़ें पूरी खबर…)
पंजाब CM सभी जिलों के SSP के साथ करेंगे बैठक:नशे के खिलाफ जंग समेत कई मुद्दों पर बनेगी रणनीति
पंजाब CM सभी जिलों के SSP के साथ करेंगे बैठक:नशे के खिलाफ जंग समेत कई मुद्दों पर बनेगी रणनीति पंजाब के सीएम भगवंत मान आज राज्य की कानून व्यवस्था को लेकर सभी जिलों के एसएसपी के साथ बैठक करने जा रहे हैं। यह बैठक दोपहर 12 बजे चंडीगढ़ स्थित सीएम आवास पर होगी। इसमें नशे के खिलाफ जंग समेत कई मुद्दों पर रणनीति बनाई जाएगी। इस दौरान सभी जिलों के प्रदर्शन की समीक्षा की जाएगी। हालांकि सीएम पहले ही साफ आदेश दे चुके हैं कि पुलिस को अपने व्यवहार से लोगों का दिल जीतना होगा। सीएम भगवंत मान करीब तीन महीने बाद सभी जिलों के एसएसपी के साथ बैठक करने जा रहे हैं। इससे पहले उन्होंने लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लगने से पहले बैठक की थी। हालांकि यह बैठक काफी अहम मानी जा रही है। क्योंकि सीएम ने चुनाव के चलते पूरे राज्य का दौरा किया है। इसके साथ ही सीएम को पुलिस को लेकर कई सुझाव और शिकायतें भी मिली हैं। ऐसे में इस बैठक में उन बातों पर चर्चा की जाएगी। सीएम ने सोमवार को डीसी के साथ बैठक में साफ कर दिया है कि अगर किसी भी स्तर पर अधिकारियों के भ्रष्टाचार में लिप्त होने की शिकायत मिलती है तो जिलों के डीसी और एसएसपी से जवाब मांगा जाएगा। अधिकारियों के ऑफिसों में बैठने के आदेश दिए लोकसभा चुनाव संपन्न होते ही सीएम ने अपने आवास पर डीजीपी गौरव यादव से मीटिंग की थी। इसमें उन्होंने पुलिस को लोगों से जुड़ने की हिदायत दी थी। इसके बाद तय हुआ था पुलिस मुलाजिम सुबह 11 बजे से एक बजे तक अपने दफ्तरों में बैठेंगे। लोगों की शिकायतों का पहल के आधार पर निपटारा करेंगे। उक्त आदेश लागू कर दिए गए। वहीं, विभाग की तरफ से दावा किया गया पुलिस के प्रयासों काे कामयाबी मिली है। करीब चालीस हजार शिकायतों का निपटारा किया गया है। यह आदेश एसएचओ स्तर से लेकर डीजीपी आफिस तक जारी किए गए थे।
कनाडा में 3 पंजाबी स्टूडेंट्स की मौत:सड़क हादसे में गई जान, कार का टायर फटा, परिजनों ने सरकार से मांगी मदद
कनाडा में 3 पंजाबी स्टूडेंट्स की मौत:सड़क हादसे में गई जान, कार का टायर फटा, परिजनों ने सरकार से मांगी मदद कनाडा में सड़क हादसे में तीन पंजाबी छात्रों की मौत का मामला सामने आया है। हादसा चलती कार का टायर फटने से हुआ। मृतकों में समाना निवासी रसमदीप कौर, अमलोह के नजदीक बुरकदा गांव निवासी नवजोत सोमल और हरमन शामिल हैं। वे सगे भाई-बहन हैं। मृतकों के परिजनों का कहना है कि पंजाब सरकार को मृतकों के शव पंजाब लाने की पहल करनी चाहिए। ये छात्र कुछ समय के लिए पढ़ाई के लिए वहां गए थे। ऐसे हुआ हादसा पता चला है कि यह हादसा कनाडा के मिल कोव शहर के पास हुआ। ये तीनों न्यू ब्रंसविक प्रांत के मॉन्कटन शहर से वहां जा रहे थे। इस दौरान उनकी कार का टायर फट गया। जिसके बाद कार पलट गई। हालांकि, तीनों कार से बाहर निकलकर गिर गए। जिससे वे गंभीर रूप से घायल हो गए। इसके बाद वहां की पुलिस तीनों को अस्पताल ले गई। जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इसकी जानकारी परिजनों को मिली। गांव में परिजन काफी आहत हैं। इससे पहले गुरदासपुर की लड़की की जान गई थी कनाडा में भी सड़क हादसों में पंजाब के छात्रों की मौत के मामले बढ़े हैं। 22 जुलाई को गुरदासपुर के बटाला की रहने वाली 21 वर्षीय लखविंदर कौर की सड़क हादसे में मौत हो गई। यह हादसा बम्पटन के पास हुआ। वह दस महीने पहले ही स्टडी वीजा पर वहां गई थी। उसके साथ दो अन्य लड़कियों की भी मौत हो गई।