भारत में बहुत सालों से कोई पोलियो का केस नहीं आया है लेकिन फिर भी पड़ोसी देशों से खतरा बना रहता है इसीलिए हर साल स्वास्थ्य विभाग पोलियो मुहिम चलाता है। आज भी देश भर में अलग अलग स्थानों पर पोलियो मुहिम शुरू की गई। अमृतसर में 1.92 लाख बच्चों को ड्रॉप्स पिलाने का टारगेट है जिसे तीन दिन में पूरा किया जाएगा। इसके लिए 1496 बूथ लगाए गए हैं। आज स्वास्थ्य विभाग की ओर से अमृतसर के सिविल हॉस्पिटल में पोलियो ड्रॉप्स पिलाने की मुहिम शुरू की गई। सिविल सर्जन डॉक्टर किरनदीप कौर ने बताया कि हालांकि बहुत सालों से पोलियो का कोई केस नहीं आया है लेकिन पड़ोसी देश से खतरा बना रहता है इसीलिए हर साल यह मुहिम चलाई जाती है। जिसमें 0 से पांच साल तक के बच्चे को दो बूंदें पोलियो ड्रॉप्स की पिलाई जाती हैं। उन्होंने बताया कि अमृतसर में 1.92 लाख बच्चे 0 से पांच साल के हैं। जिन्हें उनके 1496 बूथों पर ड्रॉप्स पिलाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि जो बच्चे आज ड्रॉप्स पीने से रह जाएंगे उन्हें कल घर घर जाकर ड्रॉप्स पिलाई जाएंगी। सेहत विभाग की 2896 टीमें बनी हैं जो घर घर जाकर ड्रॉप्स पिलाएगी। उन्होंने कहा कि वो लोगों से अपील करते हैं कि उनका सहयोग किया जाए ताकि कोई भी बच्चा पोलियो ड्रॉप्स के बिना न रहे। पोलियो ड्रॉप्स पिलाने की टीमों के साथ साथ लोगों को जागरूक करने के लिए ई रिक्शा भी भेजे गए जो कि जगह जगह जाकर पोलियो के खिलाफ जागरूकता फैलाएंगे और सभी को बताएंगे कि पोलियो ड्रॉप्स कितने जरूरी हैं। भारत में बहुत सालों से कोई पोलियो का केस नहीं आया है लेकिन फिर भी पड़ोसी देशों से खतरा बना रहता है इसीलिए हर साल स्वास्थ्य विभाग पोलियो मुहिम चलाता है। आज भी देश भर में अलग अलग स्थानों पर पोलियो मुहिम शुरू की गई। अमृतसर में 1.92 लाख बच्चों को ड्रॉप्स पिलाने का टारगेट है जिसे तीन दिन में पूरा किया जाएगा। इसके लिए 1496 बूथ लगाए गए हैं। आज स्वास्थ्य विभाग की ओर से अमृतसर के सिविल हॉस्पिटल में पोलियो ड्रॉप्स पिलाने की मुहिम शुरू की गई। सिविल सर्जन डॉक्टर किरनदीप कौर ने बताया कि हालांकि बहुत सालों से पोलियो का कोई केस नहीं आया है लेकिन पड़ोसी देश से खतरा बना रहता है इसीलिए हर साल यह मुहिम चलाई जाती है। जिसमें 0 से पांच साल तक के बच्चे को दो बूंदें पोलियो ड्रॉप्स की पिलाई जाती हैं। उन्होंने बताया कि अमृतसर में 1.92 लाख बच्चे 0 से पांच साल के हैं। जिन्हें उनके 1496 बूथों पर ड्रॉप्स पिलाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि जो बच्चे आज ड्रॉप्स पीने से रह जाएंगे उन्हें कल घर घर जाकर ड्रॉप्स पिलाई जाएंगी। सेहत विभाग की 2896 टीमें बनी हैं जो घर घर जाकर ड्रॉप्स पिलाएगी। उन्होंने कहा कि वो लोगों से अपील करते हैं कि उनका सहयोग किया जाए ताकि कोई भी बच्चा पोलियो ड्रॉप्स के बिना न रहे। पोलियो ड्रॉप्स पिलाने की टीमों के साथ साथ लोगों को जागरूक करने के लिए ई रिक्शा भी भेजे गए जो कि जगह जगह जाकर पोलियो के खिलाफ जागरूकता फैलाएंगे और सभी को बताएंगे कि पोलियो ड्रॉप्स कितने जरूरी हैं। पंजाब | दैनिक भास्कर
Related Posts
ट्रेनों की मेंटेनेंस में तैनात कर्मियों को कांट्रेक्टर के साथ सफाई की देखरेख के लिए ड्यूटी लगाने का मामला
ट्रेनों की मेंटेनेंस में तैनात कर्मियों को कांट्रेक्टर के साथ सफाई की देखरेख के लिए ड्यूटी लगाने का मामला भास्कर न्यूज | अमृतसर ट्रेनों की मेंटेनेंस के लिए तैनात कर्मियों को कांट्रेक्टर के साथ सफाई की देखरेख के लिए ड्यूटी लगाने को लेकर अफसरों की मनमानी का मामला दिल्ली तक पहुंचने के बाद अफसर हरकत में आ गए हैं। डीआरएम के बाद अब प्रिंसिपल चीफ मैकेनिकल इंजीनियर दिल्ली से अमृतसर स्टेशन के वाशिंग लाइन का दौरा करने आज पहुंच रहे हैं। इस दौरान रेल कर्मियों से बातचीत कर उनकी समस्या सुनेंगे और मौके पर ही निपटारा कराएंगे। दरअसल, कैरिज एंड वैगन में ट्रेनों की मेंटेनेंस से जुड़े कर्मियों को ट्रेनों में सफाई का काम देखने के लिए मजबूर कर 3 से 4 दिनों के लिए उच्च अफसर ड्यूटी लगा दे रहे थे। वहीं जब मेंटिनेंस का काम रुकने लगा तो कर्मियों को चार्जशीट दे दिया गया। यह सिलसिला करीब एक महीने से चल रहा था, इसमें करीब 13 कर्मियों को चार्जशीट किया गया है। इसके बाद ऑल इंडिया रेलवे इंप्लाई एससी/एसटी यूनियन का गुस्सा फूट पड़ा और रेलवे अफसरों के विरोध में वाशिंग लाइन की ट्रैक पर उतर आए। ट्रेनों की मेंटेनेंस सेंसिटिव मामला होने के कारण रेलवे के उच्च अफसरों ने गंभीरता से लिया है। सवाल उठने लगे हैं कि जब अफसर ने ही कर्मियों की ड्यूटी ट्रेनों में सफाई व्यवस्था की देख-रेख के लिए लगाई थी तो चार्जशीट कैसे किया जा सकता है। वहीं मामला जब बढ़ा तो हायर लेवल तक पहुंच गया। सवाल उठाए गए कि वाशिंग लाइन में सफाई का काम प्राइवेट कंपनी को दिया गया है। ऐसे में जिस प्राइवेट कर्मी को इस काम के लिए इंचार्ज लगाया गया उसे नोटिस क्यों नहीं जारी किया गया। प्राइवेट तौर पर काम कर रहे मुलाजिमों से सवाल-जवाब क्यों नहीं किया जा रहा है। वहीं यूनियन की ओर से पिछले दिनों इस मामले में की गई हड़ताल से अब सभी रेलवे के अफसर हरकत में आ गए है। वहीं मामले में दखलअंदाजी देने के लिए अमृतसर स्टेशन में पहुंच रहे है। ताकि पता चल सके कि आखिर यह काम कब से चल रहा था। बता दें कि सोमवार को भी वांशिंग लाइन अफसर पहुंचे थे, जिन्होंने यूनियन के साथ बातचीत कर उनकी सभी शर्तें मान ली थी। वहीं अब आज के दौरे को लेकर अफसर अपने बचाव में जुट गए है। एडवोकेट पीसी शर्मा ने कहा कि कैरिज एंड वैगन में तैनात रेल कर्मचारी ट्रेनों की मेंटिनेंस का काम कर रहे उनकी ड्यूटी प्राइवेट कांट्रेक्टर के सफाई का काम देखने के लिए ड्यूटी लगा दिया जाना सही नहीं है। यह कर्मचारी ट्रेनों के अलग-अलग पार्ट्स को चेक करते हैं। थोड़ी भी लापरवाही या चूक हुई तो इसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं। जिस भी अफसर ने कर्मियों की ड्यूटी सफाई चेक करने के लिए कांट्रेक्टर के साथ लगाया फिर उनको बाद में चार्जशीट कर दिया गया उसके खिलाफ अफसरों को जांच बिठानी चाहिए। जो कर्मचारी या एसएसई ठेकेदार के द्वारा किए काम को ठीक तरह से चेक करने के बजाय जेब का ख्याल रखते है, उन पर कार्यवाही होनी चाहिए। सूत्रों की मानें तो ट्रेनों की मेंटिनेंस के लिए जिन कर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है, उनको सफाई का काम देखरेख में लगाया ही क्यों गया। क्या अफसरों को यह नहीं पता कि ट्रेनों के मेंटिनेंस से जुड़ा मामला सेंसिटिव होता है। बता दें कि यह कर्मचारी ट्रेनों के पहिए चेंज करने, ब्रेक व अन्य मैकेनिज्म पार्ट्स को चेक करते हैं। कहीं कोई गड़बड़ी सामने आई तो उसे तत्काल दूर कराया जाता है। इसमें किसी भी तरह की चूक नहीं होनी चाहिए।
लुधियाना ने संसद को दिए 3 सांसद:खुद अपना MP राजा वड़िंग बाहरी, लोकसभा में गूंजेगे किशोरी लाल, तिवारी और डा. अमर सिंह
लुधियाना ने संसद को दिए 3 सांसद:खुद अपना MP राजा वड़िंग बाहरी, लोकसभा में गूंजेगे किशोरी लाल, तिवारी और डा. अमर सिंह पंजाब के लुधियाना शहर ने इस बार लोकसभा को 3 सांसद दिए हैं। लेकिन लुधियाना से जीतने वाला सांसद बाहरी हैं। पिछली बार लुधियाना से रवनीत सिंह बिट्टू, फरीदकोट से मोहम्मद सद्दीक, फतेहगढ़ साहिब से डॉ. अमर सिंह और श्री आनंदपुर साहिब से मनीष तिवारी चुने गए थे। लेकिन इस बार लुधियाना ने दूसरे क्षेत्रों को भी सांसद दिए हैं। वहीं लुधियाना में सांसद राजा वडिंग श्री मुक्तसर साहिब के रहने वाले हैं। कांग्रेस की सीट पर अमेठी से चुनाव लड़ने वाले के.एल. शर्मा, मनीष तिवारी और डॉ. अमर सिंह लुधियाना के रहने वाले हैं। के.एल. शर्मा शिवाजी नगर के रहने वाले हैं। मनीष तिवारी सराभा नगर के रहने वाले हैं। डॉ. अमर सिंह रायकोट के रहने वाले हैं। इससे पहले 1962 से लुधियाना से सांसद चुने जाने वाले कपूर सिंह, दविंदर सिंह गरचा, जगदेव सिंह तलवंडी, मेवा सिंह गिल, राजिंदर कौर बुलारा, गुरचरण सिंह गालिब, अमरीक सिंह आलीवाल, शरणजीत सिंह ढिल्लों, मनीष तिवारी, रवनीत सिंह बिट्टू लुधियाना से ही थे। पिछली बार लुधियाना से चार सांसद लोकसभा पहुंचे थे, जबकि इस बार लुधियाना के तीन सांसद चुने गए हैं। किशोरी लाल ने लिया राहुल गांधी की हार का बदला स्मृति ईरानी को हराकर अमेठी से सांसद बने किशोरी लाल शर्मा पिछले 40 सालों से अमेठी और रायबरेली में गांधी परिवार के लिए काम करते रहे हैं, इस बार पार्टी ने राहुल गांधी की सीट अमेठी पर उन्हें मैदान में उतारा था। किशोरी लाल शर्मा ने स्मृति ईरानी को हराकर पिछले लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी की हार का बदला लिया है। सराभा नगर के रहने वाले हैं तिवारी, पहली बार 2004 में लड़े थे चुनाव लुधियाना निवासी दूसरे सांसद हैं मनीष तिवारी, जो इस बार चंडीगढ़ से सांसद बने हैं। मनीष तिवारी ने सराभा नगर के रहने वाले हैं, और वेस्ट हलके के वोटर हैं। तिवारी पहली बार पहली बार साल 2004 में लुधियाना से लोकसभा चुनाव लड़े थे। लेकिन अकाली दल के शरणजीत सिंह ढिल्लों से चुनाव हार गए। पूर्व IAS डा. अमर सिंह है रायकोट के बाशिंदे फतेहगढ़ साहब से दूसरी बार कांग्रेसी सांसद चुने गए डॉक्टर अमर सिंह भी लुधियाना के रायकोट के रहने वाले हैं। यह शहर लुधियाना में है, जबकि संसदीय हलका फतेहगढ़ साहिब है। पंजाब सिविल मेडिकल सर्विसेज के दौरान सिविल अस्पताल व सिविल सर्जन ऑफिस लुधियाना में बतौर मेडिकल अफसर तैनात रहे हालांकि 1981 में वह IAS चुने गए।
लुधियाना सेंट्रल जेल में भिड़े हवालाती:चाय लेने को लेकर हुई झड़प,सिर पर मारा डोलू, घायल के लगे 6 टांके
लुधियाना सेंट्रल जेल में भिड़े हवालाती:चाय लेने को लेकर हुई झड़प,सिर पर मारा डोलू, घायल के लगे 6 टांके पंजाब के लुधियाना में सेट्रल जेल में बीती रात हंगामा हो गया। कुछ हवालातियों में चाय लेने को लेकर झड़प हो गई। मामला इतना बढ़ गया कि कुछ हवालातियों ने मिलकर एक हवालाती के सिर पर डोलू मारे। शोर शराबा सुन मौके पर जेल सुरक्षा कर्मी पहुंचे जिन्होंने घायल को छुड़वाया। उसे घायल अवस्था में पहले जेल अस्पताल ले जाया गया लेकिन हालत बिगड़ती देख तुरंत घायल को खून से लथपथ हालत में सिविल अस्पताल लाया गया जहां उसके सिर पर 6 टांके लगे। 2 महीने पहले जेल में हुआ बंद, चोरी के खरीदे थे मोबाइल जानकारी देते हुए घायल हवालाती गुरप्रीत सिंह ने कहा कि वह करीब 2 महीने पहले चोरी के मोबाइल खरीदने के कारण जेल में गया है। दो दिन पहले उसकी जेल में बंद अन्य हवालाती से गुटके को लेकर बहसबाजी हुई थी। जिसके चलते उक्त हवालाती ने अपने साथियों सहित शुक्रवार की देर शाम चाय लेने के दौरान उस पर डोलू से हमला कर दिया। जिसमें वह गंभीर रूप से घायल हो गया। गुरप्रीत मुताबिक जेल सुरक्षा कर्मियों के सामने ही यह मारपीट हुई है। फिलहाल अभी उसे सिविल अस्पताल में भर्ती करवाया गया। डॉक्टरों ने उसके सिर की सिटी स्कैन करवाई। इस संबंधी सेट्रल जेल पुलिस ने मामले की सूचना थाना डिवीजन 7 की पुलिस को दी है।