हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले को रेल सुविधा से जोड़ने के लिए चंबा सांसद डॉ. राजीव भारद्वाज ने संसद सत्र में मामले को उठाया। यह मामला महज संसद सत्र तक सीमित न रह जाए, इसके लिए सांसद अतिरिक्त प्रयास करने में जुट गए हैं। इसी के फल स्वरुप वह रेल मंत्री के समक्ष उठाने जा रहे हैं। केंद्र सरकार के समक्ष रख चुके मांग
चंबा दौरे के दौरान बीजेपी सांसद राजीव भारद्वाज ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए बताया कि मामले को लेकर वह सोमवार को रेल मंत्री से मिलने जा रहे हैं। गौरतलब है कि संसद सत्र में कांगड़ा-चंबा सांसद राजीव भारद्वाज ने केंद्र सरकार के समक्ष जिला चंबा को रेल सुविधा से जोड़ने की मांग पटल पर रखी थी, अब मामले को लेकर सांसद राजीव भारद्वाज सोमवार को रेल मंत्री से मुलाकात करने वाले है। विकास रफ्तार को तरसता रहेगा शहर उन्होंने कहा कि जिला चंबा से आगे कोई दुनिया नहीं है, तो साथ ही यहां की विकट भौगोलिक स्थिति की वजह से यह जिला विकास की दृष्टि से अन्य जिलों के मुकाबले पिछड़ गया, लेकिन जिला में पर्यटन की अपार संभावनाएं है, जब तक रेल जैसी सुविधा से यह जिला अछूता रहेगा, तब तक सही मायने में यह विकास की तेज रफ्तार को तरसता रहेगा। यही वजह है कि उन्होंने संसद के सत्र में यह मामला उठाया है। उन्होंने कहा कि जिला चंबा में डलहौली व खजियार जैसे विश्व प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है, तो 1 हजार से अधिक वर्ष पुराना इतिहास संजोए ऐतिहासिक चंबा शहर मौजूद है। इस तमाम खूबियों के बावजूद यह जिला देश के आकांक्षी जिलों की सूची में शुमार है। हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले को रेल सुविधा से जोड़ने के लिए चंबा सांसद डॉ. राजीव भारद्वाज ने संसद सत्र में मामले को उठाया। यह मामला महज संसद सत्र तक सीमित न रह जाए, इसके लिए सांसद अतिरिक्त प्रयास करने में जुट गए हैं। इसी के फल स्वरुप वह रेल मंत्री के समक्ष उठाने जा रहे हैं। केंद्र सरकार के समक्ष रख चुके मांग
चंबा दौरे के दौरान बीजेपी सांसद राजीव भारद्वाज ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए बताया कि मामले को लेकर वह सोमवार को रेल मंत्री से मिलने जा रहे हैं। गौरतलब है कि संसद सत्र में कांगड़ा-चंबा सांसद राजीव भारद्वाज ने केंद्र सरकार के समक्ष जिला चंबा को रेल सुविधा से जोड़ने की मांग पटल पर रखी थी, अब मामले को लेकर सांसद राजीव भारद्वाज सोमवार को रेल मंत्री से मुलाकात करने वाले है। विकास रफ्तार को तरसता रहेगा शहर उन्होंने कहा कि जिला चंबा से आगे कोई दुनिया नहीं है, तो साथ ही यहां की विकट भौगोलिक स्थिति की वजह से यह जिला विकास की दृष्टि से अन्य जिलों के मुकाबले पिछड़ गया, लेकिन जिला में पर्यटन की अपार संभावनाएं है, जब तक रेल जैसी सुविधा से यह जिला अछूता रहेगा, तब तक सही मायने में यह विकास की तेज रफ्तार को तरसता रहेगा। यही वजह है कि उन्होंने संसद के सत्र में यह मामला उठाया है। उन्होंने कहा कि जिला चंबा में डलहौली व खजियार जैसे विश्व प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है, तो 1 हजार से अधिक वर्ष पुराना इतिहास संजोए ऐतिहासिक चंबा शहर मौजूद है। इस तमाम खूबियों के बावजूद यह जिला देश के आकांक्षी जिलों की सूची में शुमार है। हिमाचल | दैनिक भास्कर