आगरा में धीरेंद्र शास्त्री के सुरक्षाकर्मियों से भिड़े युवक:ढाबे पर खाना पैक कराने को लेकर हुआ विवाद; गाड़ी से उतरे बाबा

आगरा में धीरेंद्र शास्त्री के सुरक्षाकर्मियों से भिड़े युवक:ढाबे पर खाना पैक कराने को लेकर हुआ विवाद; गाड़ी से उतरे बाबा

आगरा में शनिवार को एक ढाबे पर बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री पंप पर रुके। यहां धीरेंद्र शास्त्री के सुरक्षा कर्मियों का ढाबे पर बैठे कुछ युवकों से विवाद हो गया। घटना शनिवार रात करीब 2.45 बजे की है। धीरेंद्र शास्त्री 5 गाड़ियों के काफिले के साथ वृंदावन से मध्य प्रदेश जा रहे थे। रास्ते में एक पेट्रोल पंप के पास रुके। यहीं बगल में एक बजरंग ढाबा है। बाबा के कर्मचारी वहां खाना पैक कराने चले गए। ढाबे पर पहले से कुछ युवक खड़े थे। उन्होंने कहा- पहले मैं आया हूं, मुझे खाना मिलना चाहिए। इसी बात पर सुरक्षा कर्मियों की उनसे बहस हो गई। हालांकि बाद में युवकों को पता चला कि धीरेंद्र शास्त्री के लोग हैं, तो वो लोग भाग गए। पहले 3 तस्वीरें देखिए धीरेंद्र शास्त्री की 5 गाड़ियों का काफिला बजरंग ढाबे पर रुका
न्यू दक्षिणी बाईपास पर ​भारत पेट्रोलियम का जीएस फिलिंग स्टेशन है। धीरेंद्र शास्त्री की 5 गाड़ियों का काफिला बजरंग ढाबे पर रुका था। इस काफिले में कई सुरक्षाकर्मी थे। आरोप है, ढाबे पर पहले से ही एक गाड़ी में कुछ युवक शराब पी रहे थे। ढाबा संचालक ने पहले सुरक्षाकर्मियों का खाना पैक करने को कहा। इस पर युवकों से विवाद हो गया। युवकों का कहना था कि पहले वो यहां पहुंचे थे। इसलिए उनका खाना पहले पैक हो। इसको लेकर युवकों का सुरक्षाकर्मियों और ढाबा संचालक से विवाद हो गया। जैसे ही पुलिस को घटना की जानकारी हुई, तो रविवार सुबह 9 बजे टीम ढाबे पर पहुंची। वहां के CCTV के खंगाले। उनको कुछ ऐसा नहीं मिला। वहीं, ढाबा संचालक संजय ने किसी तरह के विवाद से इनकार किया है। पुलिस का भी कहना है कि विवाद की कोई सूचना नहीं है। झांसी में धीरेंद्र शास्त्री पर फूल के साथ मोबाइल फेंका गया था झांसी में 27 नवंबर को पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री पर यात्रा के दौरान फूलों के साथ किसी ने मोबाइल फेंक दिया था। मोबाइल सीधे उनकी कनपटी पर आकर लगा था। हालांकि, उन्होंने खुद को संभालते हुए कहा था कि जिसने भी फूलों के साथ मोबाइल फेंककर मारा है। वह मोबाइल मुझे मिल गया है। थोड़ी देर बाद यात्रा में यह अफवाह फैलने लगी थी कि बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पर हमला हुआ है। मामला पुलिस तक पहुंच गया था। इसके तुंरत बाद धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने बीच यात्रा लाउडस्पीकर से अनाउंस किया। उन्होंने कहा कि पुलिस ने सूचना दी कि आप पर हमले की सूचनाएं चल रही हैं। मैं स्पष्ट करना चाहता हूं मेरे ऊपर किसी तरह का हमला नहीं हुआ। फूल फेंकते समय श्रद्धालु का मोबाइल गलती से आकर लगा था। किसी तरह की साजिशें नहीं चल रही हैं। ———————- यह खबर भी पढ़ें बिना नोटिस बुलडोजर से ढहाया मकान, 8 बहनें सड़क पर, बुलंदशहर डीएम से बोलीं- सारे कागजात हैं, जबरन तोड़ दिया; अब हम कहां जाएं मां-बाप की पहले ही मौत हो गई थी। अब जिस घर में बचपन से रहते थे। उसे भी बिना नोटिस दिए गिरा दिया। यही नहीं, जिस चाय की दुकान से घर चलता था, उसे भी ढहा दिया। अब हम लोग सड़क पर आ गए हैं। जबकि घर के सारे कागजात हम लोगों के पास हैं। ईओ ने जानबूझ कर कार्रवाई की। हम 10 भाई-बहन हैं, अब कहां जाएंगे। कोई सुनवाई नहीं हो रही है। पढ़ें पूरी खबर… आगरा में शनिवार को एक ढाबे पर बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री पंप पर रुके। यहां धीरेंद्र शास्त्री के सुरक्षा कर्मियों का ढाबे पर बैठे कुछ युवकों से विवाद हो गया। घटना शनिवार रात करीब 2.45 बजे की है। धीरेंद्र शास्त्री 5 गाड़ियों के काफिले के साथ वृंदावन से मध्य प्रदेश जा रहे थे। रास्ते में एक पेट्रोल पंप के पास रुके। यहीं बगल में एक बजरंग ढाबा है। बाबा के कर्मचारी वहां खाना पैक कराने चले गए। ढाबे पर पहले से कुछ युवक खड़े थे। उन्होंने कहा- पहले मैं आया हूं, मुझे खाना मिलना चाहिए। इसी बात पर सुरक्षा कर्मियों की उनसे बहस हो गई। हालांकि बाद में युवकों को पता चला कि धीरेंद्र शास्त्री के लोग हैं, तो वो लोग भाग गए। पहले 3 तस्वीरें देखिए धीरेंद्र शास्त्री की 5 गाड़ियों का काफिला बजरंग ढाबे पर रुका
न्यू दक्षिणी बाईपास पर ​भारत पेट्रोलियम का जीएस फिलिंग स्टेशन है। धीरेंद्र शास्त्री की 5 गाड़ियों का काफिला बजरंग ढाबे पर रुका था। इस काफिले में कई सुरक्षाकर्मी थे। आरोप है, ढाबे पर पहले से ही एक गाड़ी में कुछ युवक शराब पी रहे थे। ढाबा संचालक ने पहले सुरक्षाकर्मियों का खाना पैक करने को कहा। इस पर युवकों से विवाद हो गया। युवकों का कहना था कि पहले वो यहां पहुंचे थे। इसलिए उनका खाना पहले पैक हो। इसको लेकर युवकों का सुरक्षाकर्मियों और ढाबा संचालक से विवाद हो गया। जैसे ही पुलिस को घटना की जानकारी हुई, तो रविवार सुबह 9 बजे टीम ढाबे पर पहुंची। वहां के CCTV के खंगाले। उनको कुछ ऐसा नहीं मिला। वहीं, ढाबा संचालक संजय ने किसी तरह के विवाद से इनकार किया है। पुलिस का भी कहना है कि विवाद की कोई सूचना नहीं है। झांसी में धीरेंद्र शास्त्री पर फूल के साथ मोबाइल फेंका गया था झांसी में 27 नवंबर को पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री पर यात्रा के दौरान फूलों के साथ किसी ने मोबाइल फेंक दिया था। मोबाइल सीधे उनकी कनपटी पर आकर लगा था। हालांकि, उन्होंने खुद को संभालते हुए कहा था कि जिसने भी फूलों के साथ मोबाइल फेंककर मारा है। वह मोबाइल मुझे मिल गया है। थोड़ी देर बाद यात्रा में यह अफवाह फैलने लगी थी कि बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पर हमला हुआ है। मामला पुलिस तक पहुंच गया था। इसके तुंरत बाद धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने बीच यात्रा लाउडस्पीकर से अनाउंस किया। उन्होंने कहा कि पुलिस ने सूचना दी कि आप पर हमले की सूचनाएं चल रही हैं। मैं स्पष्ट करना चाहता हूं मेरे ऊपर किसी तरह का हमला नहीं हुआ। फूल फेंकते समय श्रद्धालु का मोबाइल गलती से आकर लगा था। किसी तरह की साजिशें नहीं चल रही हैं। ———————- यह खबर भी पढ़ें बिना नोटिस बुलडोजर से ढहाया मकान, 8 बहनें सड़क पर, बुलंदशहर डीएम से बोलीं- सारे कागजात हैं, जबरन तोड़ दिया; अब हम कहां जाएं मां-बाप की पहले ही मौत हो गई थी। अब जिस घर में बचपन से रहते थे। उसे भी बिना नोटिस दिए गिरा दिया। यही नहीं, जिस चाय की दुकान से घर चलता था, उसे भी ढहा दिया। अब हम लोग सड़क पर आ गए हैं। जबकि घर के सारे कागजात हम लोगों के पास हैं। ईओ ने जानबूझ कर कार्रवाई की। हम 10 भाई-बहन हैं, अब कहां जाएंगे। कोई सुनवाई नहीं हो रही है। पढ़ें पूरी खबर…   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर