‘मेरे बच्चे ने रविवार को फोन करके मुझसे कहा कि मां मुझे बुला लो…मैंने पूछा कि क्या हुआ बेटा तो वह फफक-फफक कर रोने लगा। फिर उसने कहा-मुझे यहां से बुला लो मां, मुझे यहां नहीं रहना। यह सुनते ही मेरी आंखों में आंसू आ गए। मैंने दलाल पप्पू यादव से फोन पर बात की। मैंने उससे कहा, मेरा बेटा कहां है, मुझे उससे मिलना है तो उसने कहा कि अब तुम्हारा बेटा कभी वापस लौटकर नहीं आएगा।’ यह बताते हुए तरनिया घाट मोतिहारी बिहार निवासी संगीता (काल्पनिक नाम) रोने लगीं। उन्होंने कहा, मुझे मेरा बच्चा चाहिए। वह मंगलवार रात 11 बजे अपने पति के साथ कानपुर पहुंचीं। बेटे से मिलने के लिए तो कारोबारी ने की पत्नी ने उन्हें जेल भिजवाने की धमकी दी। इससे परिजन और सहम गए और फिर पिता दीनानाथ (काल्पनिक नाम) ने मामले की शिकायत डायल-112 पर कर दी। इसके बाद पुलिस ने बच्चे को गोविंद नगर बी-ब्लॉक निवासी कारोबारी अंकित आनंद के घर से बरामद कर लिया। पुलिस जांच में पता चला कि उनके बेटे का सौदा हो गया है। मामले की हकीकत जानने के लिए दैनिक भास्कर टीम ने बच्चे के माता-पिता से बात की। उन्होंने बताया कि बच्चे के ताऊ और दलाल ने मिलकर बच्चे को महज 30 हजार में बेच दिया था। बच्चे के माता-पिता ने क्या कहा…? पढ़ें कानपुर से खास रिपोर्ट…। पहले पढ़िए पूरा मामला गोविंद नगर बी-ब्लॉक निवासी कारोबारी सतीश आनंद के गोविंद नगर और गुमटी समेत शहर में चार फर्नीचर के बड़े शोरूम हैं। सतीश परिवार बेटे अंकित आनंद के साथ में रहते हैं। सतीश ने बताया कि बेटे अंकित की शादी लखनऊ में हुई है। अंकित के ससुर ने ही बिहार के दो बच्चों को गुड़गांव के एक एजेंट पप्पू यादव से खरीदा था। इसके बाद उन्होंने एक बच्चा अपने यहां रख दिया और दूसरा उनके घर पर काम के लिए भेज दिया था। अंकित ने अपने दोनों बच्चों की देखरेख के लिए इस 12 साल के बच्चे को मंगाया था। गोविंदनगर थाना प्रभारी प्रदीप सिंह ने बताया- सोमवार रात को डायल-112 पर सूचना मिली कि गोविंद नगर बी-ब्लॉक में फर्नीचर कारोबारी अंकित आनंद के घर में मेरे 12 साल के बच्चे को बंधक बनाकर मजदूरी करवाई जाती है। विरोध करने पर उसे बेरहमी से पीटते हैं। इसके बाद हमने गोविंद नगर बी-ब्लॉक के मकान नंबर 124/278 में रहने वाले फर्नीचर कारोबारी सतीश आनंद के बेटे अंकित के घर पर दबिश दी। बच्चे को अपने कब्जे में लिया। घर से 12 साल का बच्चा बरामद हुआ और गाल पर चोट के निशान थे। अंकित ने पुलिस को बताया – मेरे ससुर सुनील मलिक के घर से करीब 1 महीने पहले यह लड़का हमारे घर काम करने के लिए आया था। इसके लिए मेरी पत्नी ने पप्पू यादव को 30 हजार रुपए दिए थे। पप्पू यादव गुडगांव में रहता है। उन्होंने बताया – बच्चा मेरे घर मे छोटे मोटे काम किया करता है और इसका एक चचेरा भाई अर्पित भी मेरे ससुर के यहां आलमबाग लखनऊ में रहता है। इसके बाद पुलिस की एक टीम लखनऊ रवाना करने की तैयारी की जा रही है। इससे कि बच्चे की खरीद-फरोख्त करने वाले अंकित आनंद के ससुर के खिलाफ भी कार्रवाई की जा सके। मां बोली-मुझे मेरा बेटा चाहिए गोविंद नगर थाने पहुंची मां संगीता अपने बच्चे की एक झलक पाने की आस में इधर-उधर देखती रही, बोली कि बस एक बार मेरे बच्चे को दिखा तो। फिर फफक कर रोने लगी…। थानेदार ने बताया कि बच्चे चाइल्ड लाइन में रखा गया है, सुबह मुलाकात हो पाएगी। इसके बाद मां ने अपने बयान में बताया कि वह वर्तमान में हरियाणा में रहते हैं। मेरे बच्चे के पारिवारिक ताऊ के बेटे शिव महतो और दलाल पप्पू दोनों दोस्त हैं। तीन महीने पहले कर्ज में डूबे पति को सहारा देने का भरोसा दिलाकर बच्चे को नौकरी पर भेजने की बात कही थी, लेकिन मैंने साफ इनकार कर दिया था। ताऊ ने कहा-बच्चे को नौकरी पर भेज दिया है मेरे पति दीनानाथ भी इस बात को लेकर राजी नहीं थे। जब वह एक दिन घर से बाहर गई तो ताऊ का बेटा मेरे बच्चे को बहला-फुसला कर घर से ले गया। उसके साथ दलाल भी था। जब बच्चा घर नहीं मिला तो मैंने ताऊ से पूछा तो उसने कहा कि नौकरी पर लगा दिया है। हम भी निश्चिंत हो गए थे। बताया गया कि कानपुर निवासी कारोबारी के यहां मेरा बेटा नौकरी कर रहा है। उनका नंबर भी मेरे पास था। मगर रविवार को बेटे ने फोन किया और वह रोने लगा तो मुझे अनहोनी की आशंका लगी। इस पर मैंने दलाल से बात की तो उसने कहा, तुम्हारा बेटा कभी नहीं आएगा। इसके बाद मैंने कारोबारी की पत्नी साक्षी से बात की। कहा कि अगर बच्चे को लेने आ रहे हैं तो उसने पूरे परिवार को चोरी के इल्जाम में जेल भिजवाने की धमकी दी। इसके बाद हमने पुलिस से शिकायत की। पुलिस जांच में पता चला कि मेरे बच्चे को बेच दिया गया है। बताया कि 30 हजार रुपए में मेरे बच्चे को दलाल और ताऊ के बेटे ने बेचा था। इसके बाद 15-15 हजार रुपए आपस में बांट लिया। अब पढ़िए बच्चे के पिता ने क्या कहा पिता बोले, नौकरी का झांसा देकर बच्चे को बेचा बच्चे के पिता दीनानाथ ने बताया कि मेरे ताऊ का बेटा शिव और दलाल पप्पू यादव ने मेरे साथ धोखा किया है। मेरे बेटे को नौकरी पर भेजने की बात कहकर बेच दिया। मुझे सिर्फ 10 हजार रुपए ही एक बार में मिला था, इसके बाद एक रुपया नहीं दिया है। मेरे भाई शिव और पप्पू दलाल ने पैसे लिए। मेरे भाई और दलाल के बीच झगड़ा हुआ था तो उसने बताया कि तुम्हारे बच्चे को बेच दिया है, अब कभी तुम्हें वापस नहीं मिल पाएगा। इसके बाद गोविंद नगर के कारोबारी के घर बेटे से बात की तो बच्चा फफक कर रोने लगा और घर आने की जिद करने लगा। हमने पुलिस को सूचना दी। मैंने बच्चे के काम के बदले में कोई रकम नहीं ली है। बताते-बताते पिता फफक कर रोने लगे…बोले कि बहनों की शादी करने में 8 लाख रुपए कर्ज हो गया था। इतनी किश्तें हो गई कि उन्हें चुकाने के लिए कर्ज लेना पड़ा और पूरा परिवार बहुत आर्थिक तंगी के दौरान से गुजर रहा था। इस दौरान बच्चे के ताऊ ने नौकरी का झांसा दिया था, लेकिन हम लोग राजी नहीं हो रहे थे। इसके बाद बच्चे को बगैर बताए घर से ले गया और दलाल के साथ मिलकर बेच दिया था। कारोबारी, उनकी बीवी पर ह्यूमन ट्रैफिकिंग का केस दर्ज दरोगा कुशलवीर राठी की तहरीर पर 12 साल के बच्चे को बंधक बनाकर मजदूरी कराने और बेरहमी से पीटने के मामले में आरोपी कारोबारी अंकित आनंद, साक्षी, सुनील मलिक और पप्पू यादव के खिलाफ मानव तस्करी, बंधक बनाकर मजदूरी कराने, मारपीट करने समेत अन्य गंभीर धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की गई है। जेल भेजे गए कारोबारी के पिता बोले पुलिस दबाव बना रही जेल भेजे गए फर्नीचर कारोबारी के पिता सतीश आनंद ने बताया कि सहमति से बच्चे के पिता ने भेजा है। पुलिस अब आए हुए माता-पिता पर दबाव बना रही कि बयान बदलो। पिता ने पैसे लेने की बात से इनकार किया तो सतीश ने बताया कि दलाल पप्पू यादव और बच्चे के ताऊ शिव पैसे लेकर गए हैं। इसके बाद पिता ने पुलिस से शिकायत की है। ह्यूमन ट्रैफिकिंग का आरोप गलत है, बस नाबालिग से काम कराना मेरा अपराध है। इसी बात की सजा मेरे बेटे को मिली है। ………………….. ये खबर भी पढ़ें महबूबा मुफ्ती की बेटी पर भड़के नरसिंहानंद:गाजियाबाद में बोले- तुम ऐसी शिक्षा पाती हो, विश्वासघात खून में आ ही जाता है यति नरसिंहानंद गिरि ने जम्मू कश्मीर की पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती के ‘हिंदुत्व एक बीमारी’ वाले बयान पर रिएक्शन दिया। कहा- असल में तुम ऐसी शिक्षा पाते हो, अहसान फरामोशी और विश्वासघात तुम्हारे खून में आ ही जाता है। 2 चमाटों में इतनी विचलित हो गई। तुम कहती हो हिंदुत्व बीमारी है। तुम इसका इलाज करोगी। मुझे यह बताओ हिंदुत्व ने कब किसका घर लूटा, कब किसी निर्दोष को मारा ? कब हिंदुत्व ने किसी को बर्बाद किया? लेकिन जिस कश्मीर में तुम घूम रही हो, यह तुम्हारे बाप-दादा का नहीं है, हिंदुओं का रहा है। तुम बहुत पहले मुसलमान नहीं रही होगी। पढ़ें पूरी खबर ‘मेरे बच्चे ने रविवार को फोन करके मुझसे कहा कि मां मुझे बुला लो…मैंने पूछा कि क्या हुआ बेटा तो वह फफक-फफक कर रोने लगा। फिर उसने कहा-मुझे यहां से बुला लो मां, मुझे यहां नहीं रहना। यह सुनते ही मेरी आंखों में आंसू आ गए। मैंने दलाल पप्पू यादव से फोन पर बात की। मैंने उससे कहा, मेरा बेटा कहां है, मुझे उससे मिलना है तो उसने कहा कि अब तुम्हारा बेटा कभी वापस लौटकर नहीं आएगा।’ यह बताते हुए तरनिया घाट मोतिहारी बिहार निवासी संगीता (काल्पनिक नाम) रोने लगीं। उन्होंने कहा, मुझे मेरा बच्चा चाहिए। वह मंगलवार रात 11 बजे अपने पति के साथ कानपुर पहुंचीं। बेटे से मिलने के लिए तो कारोबारी ने की पत्नी ने उन्हें जेल भिजवाने की धमकी दी। इससे परिजन और सहम गए और फिर पिता दीनानाथ (काल्पनिक नाम) ने मामले की शिकायत डायल-112 पर कर दी। इसके बाद पुलिस ने बच्चे को गोविंद नगर बी-ब्लॉक निवासी कारोबारी अंकित आनंद के घर से बरामद कर लिया। पुलिस जांच में पता चला कि उनके बेटे का सौदा हो गया है। मामले की हकीकत जानने के लिए दैनिक भास्कर टीम ने बच्चे के माता-पिता से बात की। उन्होंने बताया कि बच्चे के ताऊ और दलाल ने मिलकर बच्चे को महज 30 हजार में बेच दिया था। बच्चे के माता-पिता ने क्या कहा…? पढ़ें कानपुर से खास रिपोर्ट…। पहले पढ़िए पूरा मामला गोविंद नगर बी-ब्लॉक निवासी कारोबारी सतीश आनंद के गोविंद नगर और गुमटी समेत शहर में चार फर्नीचर के बड़े शोरूम हैं। सतीश परिवार बेटे अंकित आनंद के साथ में रहते हैं। सतीश ने बताया कि बेटे अंकित की शादी लखनऊ में हुई है। अंकित के ससुर ने ही बिहार के दो बच्चों को गुड़गांव के एक एजेंट पप्पू यादव से खरीदा था। इसके बाद उन्होंने एक बच्चा अपने यहां रख दिया और दूसरा उनके घर पर काम के लिए भेज दिया था। अंकित ने अपने दोनों बच्चों की देखरेख के लिए इस 12 साल के बच्चे को मंगाया था। गोविंदनगर थाना प्रभारी प्रदीप सिंह ने बताया- सोमवार रात को डायल-112 पर सूचना मिली कि गोविंद नगर बी-ब्लॉक में फर्नीचर कारोबारी अंकित आनंद के घर में मेरे 12 साल के बच्चे को बंधक बनाकर मजदूरी करवाई जाती है। विरोध करने पर उसे बेरहमी से पीटते हैं। इसके बाद हमने गोविंद नगर बी-ब्लॉक के मकान नंबर 124/278 में रहने वाले फर्नीचर कारोबारी सतीश आनंद के बेटे अंकित के घर पर दबिश दी। बच्चे को अपने कब्जे में लिया। घर से 12 साल का बच्चा बरामद हुआ और गाल पर चोट के निशान थे। अंकित ने पुलिस को बताया – मेरे ससुर सुनील मलिक के घर से करीब 1 महीने पहले यह लड़का हमारे घर काम करने के लिए आया था। इसके लिए मेरी पत्नी ने पप्पू यादव को 30 हजार रुपए दिए थे। पप्पू यादव गुडगांव में रहता है। उन्होंने बताया – बच्चा मेरे घर मे छोटे मोटे काम किया करता है और इसका एक चचेरा भाई अर्पित भी मेरे ससुर के यहां आलमबाग लखनऊ में रहता है। इसके बाद पुलिस की एक टीम लखनऊ रवाना करने की तैयारी की जा रही है। इससे कि बच्चे की खरीद-फरोख्त करने वाले अंकित आनंद के ससुर के खिलाफ भी कार्रवाई की जा सके। मां बोली-मुझे मेरा बेटा चाहिए गोविंद नगर थाने पहुंची मां संगीता अपने बच्चे की एक झलक पाने की आस में इधर-उधर देखती रही, बोली कि बस एक बार मेरे बच्चे को दिखा तो। फिर फफक कर रोने लगी…। थानेदार ने बताया कि बच्चे चाइल्ड लाइन में रखा गया है, सुबह मुलाकात हो पाएगी। इसके बाद मां ने अपने बयान में बताया कि वह वर्तमान में हरियाणा में रहते हैं। मेरे बच्चे के पारिवारिक ताऊ के बेटे शिव महतो और दलाल पप्पू दोनों दोस्त हैं। तीन महीने पहले कर्ज में डूबे पति को सहारा देने का भरोसा दिलाकर बच्चे को नौकरी पर भेजने की बात कही थी, लेकिन मैंने साफ इनकार कर दिया था। ताऊ ने कहा-बच्चे को नौकरी पर भेज दिया है मेरे पति दीनानाथ भी इस बात को लेकर राजी नहीं थे। जब वह एक दिन घर से बाहर गई तो ताऊ का बेटा मेरे बच्चे को बहला-फुसला कर घर से ले गया। उसके साथ दलाल भी था। जब बच्चा घर नहीं मिला तो मैंने ताऊ से पूछा तो उसने कहा कि नौकरी पर लगा दिया है। हम भी निश्चिंत हो गए थे। बताया गया कि कानपुर निवासी कारोबारी के यहां मेरा बेटा नौकरी कर रहा है। उनका नंबर भी मेरे पास था। मगर रविवार को बेटे ने फोन किया और वह रोने लगा तो मुझे अनहोनी की आशंका लगी। इस पर मैंने दलाल से बात की तो उसने कहा, तुम्हारा बेटा कभी नहीं आएगा। इसके बाद मैंने कारोबारी की पत्नी साक्षी से बात की। कहा कि अगर बच्चे को लेने आ रहे हैं तो उसने पूरे परिवार को चोरी के इल्जाम में जेल भिजवाने की धमकी दी। इसके बाद हमने पुलिस से शिकायत की। पुलिस जांच में पता चला कि मेरे बच्चे को बेच दिया गया है। बताया कि 30 हजार रुपए में मेरे बच्चे को दलाल और ताऊ के बेटे ने बेचा था। इसके बाद 15-15 हजार रुपए आपस में बांट लिया। अब पढ़िए बच्चे के पिता ने क्या कहा पिता बोले, नौकरी का झांसा देकर बच्चे को बेचा बच्चे के पिता दीनानाथ ने बताया कि मेरे ताऊ का बेटा शिव और दलाल पप्पू यादव ने मेरे साथ धोखा किया है। मेरे बेटे को नौकरी पर भेजने की बात कहकर बेच दिया। मुझे सिर्फ 10 हजार रुपए ही एक बार में मिला था, इसके बाद एक रुपया नहीं दिया है। मेरे भाई शिव और पप्पू दलाल ने पैसे लिए। मेरे भाई और दलाल के बीच झगड़ा हुआ था तो उसने बताया कि तुम्हारे बच्चे को बेच दिया है, अब कभी तुम्हें वापस नहीं मिल पाएगा। इसके बाद गोविंद नगर के कारोबारी के घर बेटे से बात की तो बच्चा फफक कर रोने लगा और घर आने की जिद करने लगा। हमने पुलिस को सूचना दी। मैंने बच्चे के काम के बदले में कोई रकम नहीं ली है। बताते-बताते पिता फफक कर रोने लगे…बोले कि बहनों की शादी करने में 8 लाख रुपए कर्ज हो गया था। इतनी किश्तें हो गई कि उन्हें चुकाने के लिए कर्ज लेना पड़ा और पूरा परिवार बहुत आर्थिक तंगी के दौरान से गुजर रहा था। इस दौरान बच्चे के ताऊ ने नौकरी का झांसा दिया था, लेकिन हम लोग राजी नहीं हो रहे थे। इसके बाद बच्चे को बगैर बताए घर से ले गया और दलाल के साथ मिलकर बेच दिया था। कारोबारी, उनकी बीवी पर ह्यूमन ट्रैफिकिंग का केस दर्ज दरोगा कुशलवीर राठी की तहरीर पर 12 साल के बच्चे को बंधक बनाकर मजदूरी कराने और बेरहमी से पीटने के मामले में आरोपी कारोबारी अंकित आनंद, साक्षी, सुनील मलिक और पप्पू यादव के खिलाफ मानव तस्करी, बंधक बनाकर मजदूरी कराने, मारपीट करने समेत अन्य गंभीर धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की गई है। जेल भेजे गए कारोबारी के पिता बोले पुलिस दबाव बना रही जेल भेजे गए फर्नीचर कारोबारी के पिता सतीश आनंद ने बताया कि सहमति से बच्चे के पिता ने भेजा है। पुलिस अब आए हुए माता-पिता पर दबाव बना रही कि बयान बदलो। पिता ने पैसे लेने की बात से इनकार किया तो सतीश ने बताया कि दलाल पप्पू यादव और बच्चे के ताऊ शिव पैसे लेकर गए हैं। इसके बाद पिता ने पुलिस से शिकायत की है। ह्यूमन ट्रैफिकिंग का आरोप गलत है, बस नाबालिग से काम कराना मेरा अपराध है। इसी बात की सजा मेरे बेटे को मिली है। ………………….. ये खबर भी पढ़ें महबूबा मुफ्ती की बेटी पर भड़के नरसिंहानंद:गाजियाबाद में बोले- तुम ऐसी शिक्षा पाती हो, विश्वासघात खून में आ ही जाता है यति नरसिंहानंद गिरि ने जम्मू कश्मीर की पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती के ‘हिंदुत्व एक बीमारी’ वाले बयान पर रिएक्शन दिया। कहा- असल में तुम ऐसी शिक्षा पाते हो, अहसान फरामोशी और विश्वासघात तुम्हारे खून में आ ही जाता है। 2 चमाटों में इतनी विचलित हो गई। तुम कहती हो हिंदुत्व बीमारी है। तुम इसका इलाज करोगी। मुझे यह बताओ हिंदुत्व ने कब किसका घर लूटा, कब किसी निर्दोष को मारा ? कब हिंदुत्व ने किसी को बर्बाद किया? लेकिन जिस कश्मीर में तुम घूम रही हो, यह तुम्हारे बाप-दादा का नहीं है, हिंदुओं का रहा है। तुम बहुत पहले मुसलमान नहीं रही होगी। पढ़ें पूरी खबर उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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अफजाल बोले- पूर्वांचल को बुलडोजर से रौंदा, जनता खारिज करेगी:जिस ब्रजेश के लिए मुख्तार को मरवाया, वो और धनंजय भाजपा के शंकराचार्य
अफजाल बोले- पूर्वांचल को बुलडोजर से रौंदा, जनता खारिज करेगी:जिस ब्रजेश के लिए मुख्तार को मरवाया, वो और धनंजय भाजपा के शंकराचार्य अफजाल अंसारी गाजीपुर से चुनाव लड़ रहे हैं। वह मुख्तार अंसारी के बड़े भाई हैं। जेल में मुख्तार की मौत होने के बाद गाजीपुर के सियासी माहौल पर सहानुभूति फैक्टर हावी है। इस पर अफजाल कहते हैं- ब्रजेश को बचाने के लिए मुख्तार की हत्या करवा दी। ब्रजेश और धनंजय भाजपा वालों के शंकराचार्य हैं। मुख्तार फैक्टर फिर चुनाव में हावी होने पर कहते हैं- ये उसकी लोकप्रियता थी कि जेल से भी वह चुनाव जीतता था, फिर विपक्ष हार को छिपाने के लिए कहता था कि चुनाव मुख्तार के कब्जे में था। जानिए क्यों अफजाल ने कहा- जुमला उछालने वालों को जनता खारिज कर देगी। पढ़िए पूरा इंटरव्यू… सवाल : पीएम गाजीपुर आए, उन्होंने कहा- विकास होगा, मगर माफिया की धौंस नहीं चलेगी?
जवाब : मैं भी कहता हूं कि जुमला उछालने वाले, झूठ बोलने वाले, जनता को ठगने वाले और संविधान को दरकिनार करके सरकार बनाने का प्रयास करने वालों को जनता खारिज कर देगी। सवाल : योगीजी के भाषण के केंद्र में बुलडोजर रहता है, क्या इसका पब्लिक पर असर है?
जवाब : गाजीपुर से ज्यादा बुलडोजर कहीं नहीं चला। पूरे पूर्वांचल को उन्होंने बुलडोजर से रौंदा। अपनी जनसभाओं में बुलडोजर लेकर गए। बेशर्म लोग हैं। जनता के सपोर्ट को आप ऐसे समझिए, पूर्वांचल के गेट अंबेडकरनगर की एक भी विधानसभा सीट भाजपा को नहीं मिली। जौनपुर में 1 सीट जीती, 1 मऊ में मिली, आजमगढ़ की 1 भी सीट नहीं मिली। आप समझिए कि बुलडोजर नीति को जनता का सपोर्ट नहीं है। ये उनका अंहकार है। कंस जैसी मानसिकता रखने वाले लोग हैं, उनका उसी की तरह जनता के हाथ विनाश होगा। सवाल : योगीजी बोल रहे हैं कि हमने माफियाओं की गर्मी शांत कर दी? ब्रिगेडियर उस्मान आपके रिश्तेदार नहीं हैं?
जवाब : दूसरे के इतिहास से जलने की जरूरत नहीं है। हमारे खानदान में कभी उंगली काटने वालों ने जन्म नहीं लिया, सिर कटाने वालों ने जन्म लिया है। हमें उनसे सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं। वो अपना सर्टिफिकेट दिखाएं वो कहां से आए हैं। सवाल : योगीजी अतीक-मुख्तार पर बोलते हैं, मगर राजा भैया-धनंजय पर नहीं बोलते हैं, क्या कारण है?
जवाब : राजा भैया को अलग करिए। उनको धनंजय से नहीं जोड़ सकते। उन्हें जनता ने चुनकर जनप्रतिनिधि बनाया। जहां तक धनंजय की बात है, उनको गोद में बैठा रखा है। ब्रजेश को बचाने के लिए मुख्तार की हत्या करवा दी। सुभाष ठाकुर को फांसी की सजा हुई, उसको बदलकर उम्रकैद करवाया। अब BHU में एयर कंडीशन में इलाज चल रहा है। दोनों दाऊद केस में को-एक्यूस्ड हैं। इन लोगों ने इन दोनों को शंकराचार्य बना रखा है। सवाल : मुख्तार अंसारी इस चुनाव में नहीं हैं। क्या लोगों में उनकी मौत का गुस्सा है?
जवाब : वो साढ़े 28 साल से जेल में थे। चुनाव में वो लोकप्रिय थे, वो खुद कभी मौजूद नहीं रहे। विपक्ष हार को छिपाने के लिए कहता था कि मुख्तार साहब ने चुनाव को कब्जे में कर रखा है। जहां तक सवाल है कि मुख्तार माफिया था। आज वो नहीं है, जिन लोगों ने उसको इस दुनिया से विदा करने में भूमिका अदा की। इन लोगों के दिमाग में घुसा हुआ था कि उसका आतंक था, अब इन्हें लग रहा है कि ये दांव उल्टा हो गया। सरकार के खिलाफ लोगों में गुस्सा है। पूर्वांचल की हर सीट पर मुख्तार का असर दिखाई देगा। कम से कम 50 हजार वोट का… सरकार को सजा के तौर पर नुकसान होगा। सवाल : क्या ये चुनाव बेटी नुसरत की पॉलिटिकल एंट्री की तरह है?
जवाब : हमारा खानदान पॉलिटिकल है। गजेटियर पढ़िए, उसमें लिख रहे हैं कि अंसारी परिवार की महिलाएं क्रांतिकारियों के साथ सूचना लेने-देने के लिए जेल गईं। हम सोच सकते हैं कि बेटा-बेटी अच्छे हैं, मगर फील्ड में जनता से मुहर लगवानी होती है। जनता भौकाल पर मुहर नहीं लगाती है। सवाल : I.N.D.I संविधान को बचाने का चुनाव बता रहा है, ऐसा क्यों?
जवाब : फैजाबाद से लल्लू सिंह भाजपा सांसद हैं। वो कहते हैं- 2/3 बहुमत मिल जाएगा, हम संविधान खत्म कर देंगे। नया संविधान बना देंगे। पब्लिक ने ठान लिया है कि जो लोग संविधान को खत्म कर सकते हैं, उन्हें सत्ता में नहीं रखना है। संविधान लोगों को जीने का रास्ता भी देता है। उसका अधिकार भी सुरक्षित करता है। लोकतंत्र का पूरा सिस्टम उस संविधान पर आधारित है। इनको अंदाजा नहीं है, साइलेंट वेव है, जो इनके खिलाफ है। सवाल : विपक्ष अग्निवीर को मुद्दा बना रहा है, क्या लगता है यह पब्लिक का मुद्दा है?
जवाब : आज लड़कों के पास डिग्री होते हुए भी नौकरी नहीं है। लड़के ओवरएज हो रहे हैं। अग्निवीर भर्ती से लोगों में इतना गुस्सा है। यहां से कुछ दूर गहमर गांव में 4 पीढ़ियों से लोग सेना में जा रहे हैं। अब उनके बेटे 4 साल में रिटायरमेंट लेकर घर आ जा रहे हैं, बाप सेना में सर्विस दे रहा है। सोचिए क्या स्थिति बन रही है। सवाल : क्या सरकारी योजनाओं से होने वाला फायदा वोट में कन्वर्ट होता है?
जवाब : भाजपा वाले सोच रहे हैं कि लाभार्थी वाले वोट करेंगे। कांग्रेस की सरकार से 2 रुपए किलो गेहूं और 3 रुपए किलो चावल मिल रहा था। भाजपा वालों ने रुपए वाला रेट छूट कर दिया। मगर क्या गरीब का घर 5 किलो गेहूं से चल जाएगा? सवाल : गाजीपुर सीट पर I.N.D.I गठबंधन को कितना मजबूत मान रहे हैं?
जवाब : जनता के बीच हम जा रहे हैं। आम लोगों में सरकार के रवैया से गुस्सा है। भाजपा के खिलाफ मन बनाए बैठे हैं। सरकार की जनविरोधी पॉलिसी से लोग परेशान हैं। लोगों को जो आश्वासन मिला, पीएम अब उस पर बात नहीं करते। महंगाई से लोग परेशान हैं। व्यापारी अपनी पूंजी खा रहा है, व्यापार नहीं है। ग्राहक की जेब में पैसा नहीं है। हर तरफ लूट-खसोट का माहौल बना हुआ है। कोई बाइक से जल्दबाजी में दवा लेने जा रहा हो, कागज घर छूट गया हो तो पकड़कर उसका 5-6 हजार के चालान काट दे रहे हैं। प्राइवेट हाथ में देने के बाद बिजली वालों के दिन-रात छापेमारी, वो भी गरीबों के घरों पर। बड़ी फैक्ट्रियों में ये लोग नहीं जाते। सवाल : अखिलेश गाजीपुर आए, उन्होंने तमाम दावे किए। अगर सांसद बनते हैं, तो क्या प्राथमिकता रहेगी?
जवाब : इंडी के घोषणापत्र में ऐलान कर चुके है। गाजीपुर में 350 स्कूल, 1 विश्वविद्यालय और 1 स्पोर्ट्स कॉलेज खोलेंगे। प्रधानमंत्री से मिलकर हम लिखित दे चुके हैं। सवाल : चुनाव में सबसे बड़ा चैलेंज क्या है?
जवाब : सत्ता का दुरुपयोग हमारे लिए चैलेंज है। पीएम कहते हैं कि मां-बहनों का मंगलसूत्र नहीं बचेगा। इंडी वालों की सरकार बनी तो दो मकानों में एक ले लेगी। ये सरकार घबरा चुकी है। भगवान उनको हार स्वीकार करने की शक्ति दें। सवाल : मनोज सिन्हा 2 बार आपके खिलाफ प्रत्याशी रहे, इस बार वो चुनाव में नहीं हैं, क्या ये आपके लिए फायदेमंद है?
जवाब : बता दूं कि दोनों चुनाव में वो बड़े अंतर से हारे। इस बार वो नहीं हैं, मगर चुनाव उनकी छाया में हो रहा है। बहुत थोड़े वोट पर उनका असर है। वो संचार मंत्री थे, 4 लाख करोड़ की कंपनी BSNL को डूबा दिया, आज नीलाम हो रही है। इन्होंने क्या किया? 4 लाख करोड़ का नुकसान करवा दिया। मनोज सिन्हा के खिलाफ कोई मुकदमा नहीं हुआ। सवाल : क्या सांसद बनने के बाद BSNL जैसे मुद्दे संसद में उठाएंगे?
जवाब : बिल्कुल उठा सकता हूं। इलाहाबाद में BSNL की 5 मंजिला इमारत ईडी ने खरीदी है। पूरे देश में संपत्ति बेची जा रही है। आप कहिए हम बहुत बड़े देशभक्त हैं। सवाल : चुनाव में आपके मददगार समीकरण क्या हैं?
जवाब : पब्लिक में हमारी मौजूदगी, मेरे परिवार का बैकग्राउंड। हमने अपने 50 साल के जीवन में कमेरा वर्ग को ऑर्गनाइज करने की आवाज उठाई। वो लोग एक वक्त पर बूथ पर जाकर वोट नहीं दे सकते थे। हमने उनके लिए काम किए। सवाल : गाजीपुर की जनता के लिए कोई संदेश देंगे?
जवाब : सामंतशाही सोच रखने वाले लोगों के खिलाफ गरीबों को हमने जोड़ा है। ये आगे भी जारी रहेगी।
जम्मू में बजरंग दल का प्रदर्शन, फारूक अब्दुल्ला पुतला फूंका, पूर्व CM को जेल भेजने की मांग
जम्मू में बजरंग दल का प्रदर्शन, फारूक अब्दुल्ला पुतला फूंका, पूर्व CM को जेल भेजने की मांग <p style=”text-align: justify;”><strong>Bajrang Dal Protest Against Farooq Abdullah:</strong> जम्मू में बजरंग दल ने नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला के खिलाफ प्रदर्शन किया. इस दौरान कार्यकर्ताओं ने पूर्व सीएम का पुतला भी फूंका. फारूक अब्दुल्ला के हाल के बयानों से तिलमिलाए बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार से उन्हें सलाखों के पीछे डालने की मांग की.</p>
<p style=”text-align: justify;”>बजरंग दल के निशाने पर फारूक अब्दुल्ला का वह बयान था, जिसमें हाल ही में उन्होंने कहा था कि सरकार को अस्थिर करने के लिए कश्मीर और जम्मू में यह हमले किए जा रहे हैं. बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन करते हुए फारूक अब्दुल्ला के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. बजरंग दल के जम्मू के अध्यक्ष राकेश बजरंगी ने कहा, ”यह प्रदर्शन फारूक अब्दुल्ला के खिलाफ किया गया क्योंकि वह समय-समय देश विरोधी बयान देते रहते हैं.”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’फारूक अब्दुल्ला के बयान से पाकिस्तान प्रेम झलकता है'</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने कहा, ”ऐसे बयानों से डॉ. फारूक अब्दुल्ला का पाकिस्तान प्रेम साफ झलकता है. बजरंग दल ने फारूक अब्दुल्ला से सवाल किया कि अगर उन आतंकियों को जो देश में सुरक्षा बलों को निशाना बनाते हैं, जो मासूम को निशाना बनाते हैं, उन्हें मारा नहीं जाना चाहिए तो उनके साथ क्या किया जाना चाहिए.”<br /> <br />बजरंग दल ने फारूक अब्दुल्ला के उस बयान को भी आड़े हाथों लिया जिसमें उन्होंने कहा कि एजेंसियां मिलकर प्रदेश सरकार को अस्थिर करने के लिए यह हमले करवा रहे हैं. राकेश बजरंगी ने कहा, ”फारूक अब्दुल्ला के इस बयान से साफ लगता है कि वह आतंकवाद के मामले पर पाकिस्तान को क्लीन चिट दे रहे हैं.”<br /> <br /><strong>फारूक अब्दुल्ला को जेल में डाल देना चाहिए- राकेश बजरंगी</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>बजरंग दल ने केंद्र सरकार से फारूक अब्दुल्ला के खिलाफ एक्शन लेने की मांग की. उन्होंने कहा, ”जो भारत में रहकर कुर्सी का सुख भोगते हैं, भारत का खाते भी हैं लेकिन पाकिस्तान और आतंकवाद के समर्थन में बात करते हैं, उन्हें जेल में डाल दिया जाना चाहिए.” </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें: </strong><strong><a title=”‘जम्मू को स्थायी राजधानी घोषित करें’, उद्धव गुट का प्रदर्शन, CM उमर अब्दुल्ला से की मांग” href=”https://www.abplive.com/states/jammu-and-kashmir/jammu-kashmir-shiv-sena-uddhav-thackeray-leader-manish-sahni-protest-demanded-jammu-permanent-capital-of-state-ann-2816558″ target=”_self”>’जम्मू को स्थायी राजधानी घोषित करें’, उद्धव गुट का प्रदर्शन, CM उमर अब्दुल्ला से की मांग</a></strong></p>
44 गो संरक्षण केंद्रों का होगा निर्माण:बरेली, आगरा, मथुरा समेत कुल 15 जिलों में खुलेंगे गो संरक्षण केंद्र
44 गो संरक्षण केंद्रों का होगा निर्माण:बरेली, आगरा, मथुरा समेत कुल 15 जिलों में खुलेंगे गो संरक्षण केंद्र उत्तर प्रदेश में गोवंश संरक्षण के लिए प्रदेश के विभिन्न जिलों में 44 गो संरक्षण केंद्रों के निर्माण व विकास का मार्ग प्रशस्त हो गया है। इस क्रम में प्रदेश सरकार द्वारा पशुधन विभाग को आदेश जारी किया गया है जिसके तहत 5.28 लाख रुपए की धनराशि के खर्च से 15 जिलों में गो संरक्षण केंद्रों के निर्माण व विकास को सुनिश्चित किया जाएगा। इन स्थानों पर हो रहा है गोवंश संरक्षण स्थलों का निर्माण… इस प्रक्रिया के अंतर्गत प्रत्येक गौ संरक्षण केंद्रों को 12 हजार रुपए की धनराशि व्यय से निर्मित व विकसित किया जाएगा। इस क्रम में बरेली के अनिरुद्धपुर, मउचंदपुर, सिकोड़ा, अंबरपुर, करतौली, मानपुर अहियापुर, चुरई दलपतपुर, बांसबोझ, महेशपुर शिव सिंह और शेखापुर में गौ संरक्षण केंद्रों का निर्माण व विकास किया जाएगा। इसी प्रकार, उन्नाव के तौरा, टिकरा सामद, छूलामऊ, कोंथा व देवमई में गौ संरक्षण केंद्रों का निर्माण व विकास किया जाएगा। वहीं, शआहजहांपुर के शहबाजनगर, धुसगवां, बागपत के बिजवाड़ा, काकौर, अगला अगरी, लखीमपुर खीरी के कादीपुर, जालौन के नुनबई व गुजराजपुर, कासगंत के नादरमई व मथुरा के बढ़ौता में भी विकास कार्यों को पूर्ण किया जाएगा। इसी प्रकार, सम्भल के साकिन शोभापुर मुनजब्ता, एचौली व निरयावली, रायबरेली के बन्नांवा, अमेठी के दक्खिनगांव, कोरारी लच्छनशाह, खारा व टीकरमाफी, हरदोई के बरेला कमालपुर, कुरसेली व उचवल, फतेहपुर के जरौली व भादर, मुरादाबाद के मोहम्मदपुर मनसुख, रायपुर खुर्द व राजपुर मिलक तथा आगरा के खेड़ी अडू व कुर्रा चित्तरपुर में में गौ संरक्षण केंद्रों का निर्माण व विकास किया जाएगा।