भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने आज चंडीगढ़ भाजपा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष संजय टंडन के निवास पर पहुंचकर उनकी दिवंगत माता स्वर्गीय बृजपाल टंडन को श्रद्धांजलि अर्पित की। चंडीगढ़ के बाद जेपी नड्डा देर शाम अपने गृह जिले बिलासपुर (हिमाचल प्रदेश) पहुंचे। सड़क मार्ग से पहुंचे नड्डा सबसे पहले डीयारा सेक्टर में अपने एक पुराने मित्र के घर गए। वहां उन्होंने एक नन्हें बच्चे को गोद में उठाकर दुलार किया और जलपान का आनंद लिया। इसके बाद वे अपने घर विजयपुर के लिए रवाना हुए। बिलासपुर के परिधि गृह में नड्डा को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। इस मौके पर उन्होंने स्थानीय लोगों और पार्टी कार्यकर्ताओं से मुलाकात की, जहां कार्यकर्ताओं में उनके आगमन से भारी उत्साह देखा गया। इससे पूर्व चंडीगढ़ में भाजपा नेता संजय टंडन के आवास पर नड्डा ने कहा कि, स्वर्गीय बृजपाल टंडन ने अपने पति बलराम दास टंडन के साथ मिलकर समाज और पार्टी की प्रगति में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उन्होंने परिवार को ढांढस बंधाते हुए कहा कि मृत्यु एक अटल सत्य है। उनके दिखाए मार्ग पर चलकर ही उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि दी जा सकती है। संजय टंडन ने अपनी मां के समर्पण को याद किया इस अवसर पर भाजपा नेता संजय टंडन ने अपनी माता के समर्पण को याद करते हुए कहा कि आज वह जिस मुकाम पर हैं, वह माता-पिता के संस्कारों और बलिदानों के कारण ही संभव हुआ है। श्रद्धांजलि सभा में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष जितेंद्र पाल मल्होत्रा, उपाध्यक्ष देवेंद्र सिंह बबला, कैलाश चंद जैन, शक्ति प्रकाश देवशाली, महामंत्री हुकम चंद, डिप्टी मेयर राजेंद्र शर्मा, पूर्व मेयर अनूप गुप्ता, पार्षद कंवर राणा, मनोज सोनकर, डॉ. नरेश पांचाल सहित कई अन्य कार्यकर्ता भी उपस्थित रहे। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने आज चंडीगढ़ भाजपा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष संजय टंडन के निवास पर पहुंचकर उनकी दिवंगत माता स्वर्गीय बृजपाल टंडन को श्रद्धांजलि अर्पित की। चंडीगढ़ के बाद जेपी नड्डा देर शाम अपने गृह जिले बिलासपुर (हिमाचल प्रदेश) पहुंचे। सड़क मार्ग से पहुंचे नड्डा सबसे पहले डीयारा सेक्टर में अपने एक पुराने मित्र के घर गए। वहां उन्होंने एक नन्हें बच्चे को गोद में उठाकर दुलार किया और जलपान का आनंद लिया। इसके बाद वे अपने घर विजयपुर के लिए रवाना हुए। बिलासपुर के परिधि गृह में नड्डा को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। इस मौके पर उन्होंने स्थानीय लोगों और पार्टी कार्यकर्ताओं से मुलाकात की, जहां कार्यकर्ताओं में उनके आगमन से भारी उत्साह देखा गया। इससे पूर्व चंडीगढ़ में भाजपा नेता संजय टंडन के आवास पर नड्डा ने कहा कि, स्वर्गीय बृजपाल टंडन ने अपने पति बलराम दास टंडन के साथ मिलकर समाज और पार्टी की प्रगति में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उन्होंने परिवार को ढांढस बंधाते हुए कहा कि मृत्यु एक अटल सत्य है। उनके दिखाए मार्ग पर चलकर ही उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि दी जा सकती है। संजय टंडन ने अपनी मां के समर्पण को याद किया इस अवसर पर भाजपा नेता संजय टंडन ने अपनी माता के समर्पण को याद करते हुए कहा कि आज वह जिस मुकाम पर हैं, वह माता-पिता के संस्कारों और बलिदानों के कारण ही संभव हुआ है। श्रद्धांजलि सभा में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष जितेंद्र पाल मल्होत्रा, उपाध्यक्ष देवेंद्र सिंह बबला, कैलाश चंद जैन, शक्ति प्रकाश देवशाली, महामंत्री हुकम चंद, डिप्टी मेयर राजेंद्र शर्मा, पूर्व मेयर अनूप गुप्ता, पार्षद कंवर राणा, मनोज सोनकर, डॉ. नरेश पांचाल सहित कई अन्य कार्यकर्ता भी उपस्थित रहे। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल में 6 इको टूरिज्म साइट का आवंटन आज:EC की मीटिंग में होगा फैसला; प्रकृति की गोद में बैठकर खूबसूरती निहार सकेंगे पर्यटक हिमाचल सरकार आज 6 इको टूरिज्म साइट आवंटित कर सकती है। वन विभाग के इसके लिए एग्जीक्यूटिव काउंसिल (EC) की मीटिंग बुलाई है। इसमें साइट के आवंटन का फैसला होगा। EC में सहमति के बाद इन साइट को इको टूरिज्म के लिए तैयार करने के निर्देश दे दिए जाएंगे। इसके बाद देश-दुनिया से हिमाचल प्रदेश पहुंचने वाले पर्यटक नजदीक से प्रकृति की खूबसूरती को निहार सकेंगे। इसका ज्यादा आनंद पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली का पर्यटक उठाएंगे, क्योंकि इन्हीं राज्यों से ज्यादातर सैलानी पहाड़ों पर पहुंचता है। दरअसल, वन विभाग ने इको टूरिज्म को बढ़ावा देने के मकसद से पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (PPP) मोड पर कुल्लू की केसधार, कसौल, खीरगंगा, सुमारोपा, बिंद्रवणी और कांगड़ा जिले में बीड़ बिलिंग साइट के लिए एप्लीकेशन इनवाइट की हैं। इन 6 जगहों पर 16 बिडर ने इको-टूरिज्म यूनिट खोलने में दिलचस्पी दिखाई है। इनमें से किसे कौन की साइट दी जाए, यह फैसला आज की मीटिंग में होगा। इको टूरिज्म स्थलों पर होटलों की तर्ज पर खाने-पीने और रहने की सुविधा होगी। इन स्थलों पर इको फ्रेंडली संरचनाएं और टेंट हाउस बनाए जाएंगे। जंगलों में पक्का स्ट्रक्चर बनाने की इजाजत नहीं होगी इन साइट का एरिया एक हैक्टेयर या इससे कम होगा। केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्रालय की शर्त के अनुसार, प्रकृति से छेड़छाड़ की किसी को भी इजाजत नहीं दी जाएगी। जंगलों में पक्के स्ट्रक्चर नहीं बनाए जा सकेंगे। स्थानीय लोगों को इन साइट पर अनिवार्य रूप से रोजगार देना होगा। इन साइट को 10 साल के लिए दिया जा रहा है। शहरों की चकाचौंध से दूर भाग रहे पर्यटक पिछले एक दशक के दौरान पर्यटक सुकून की तलाश में शहरों की चकाचौंध से दूर भागने लगा है। वह प्रकृति की खूबसूरती निहारना चाहता है। इसी उम्मीद के साथ पर्यटक पहाड़ों पर पहुंच रहे हैं। प्रकृति की गोद में इन साइट के बनने के बाद पर्यटक सीधे हरे भरे जंगलों, झर-झर बहते झरनों, ऊंचे पहाड़ों और बहती नदियों के किनारे पहुंच सकेंगे। इको-टूरिज्म को बढ़ावा दे रही सरकार इसे देखते हुए राज्य सरकार पर्यटन के नए कॉन्सेप्ट इको-टूरिज्म को बढ़ावा देने जा रही है। प्रकृति की गोद में बनी प्रस्तावित साइटों पर टूरिस्ट ट्रैकिंग का भी आनंद उठा सकेंगे। इन साइटों के लिए बीते फरवरी माह में भी टेंडर निकाले गए थे, लेकिन तब इन साइटों के लिए आवेदन नहीं मिल पाए। हालांकि, शिमला की पोटरहिल और शोघी साइट मार्च में ही अलॉट कर दी गई थी। फर्म को खुद तैयार करना होगा इन्फ्रास्ट्रक्चर संबंधित फर्म को साइट पर इन्फ्रास्ट्रक्चर खुद फॉरेस्ट-लॉ का पालन करते हुए तैयार करना होगा। वन और जैव विविधता को नुकसान पहुंचाने की किसी को भी इजाजत नहीं होगी, क्योंकि हिमाचल में 2020-21 में वन संपदा को नुकसान पहुंचाने और बिना FCA के आरोपों की वजह से पूर्व में चल रही 11 इको-टूरिज्म साइट का ऑपरेशन केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्रालय बंद कर चुका है। FCA में मिली छूट राहत की बात यह है कि केंद्रीय वन मंत्रालय ने FCA के बगैर इको-टूरिज्म एक्टिविटी शुरू करने की मंजूरी दे दी है, लेकिन वन संपदा को नुकसान पहुंचाने की किसी को इजाजत नहीं दी जाएगी। इसके बाद फॉरेस्ट डिवीजन धर्मशाला के अंतर्गत सवार, सौरव वन विहार, न्यूगल पार्क, बंजार फॉरेस्ट डिवीजन के शौजा, शिमला जिले के कोटगढ़ फॉरेस्ट डिवीजन में नारकंडा और मंडी फॉरेस्ट डिवीजन में गंगा नाल इको-टूरिज्म साइट के लिए भी जल्द एप्लिकेशन इनवाइट की जाएंगी। युवाओं को मिलेगा रोजगार प्रदेश में इससे युवाओं को रोजगार के अवसर और पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। साथ ही पर्यटक जिस शांति की तलाश में पहाड़ों पर पहुंचते हैं, वह उन्हें प्रकृति की गोद में आसानी से मिलेगी। क्या है इको-टूरिज्म पर्यटन इको-टूरिज्म आज की नई अवधारणा है। प्रदेश के खूबसूरत स्थलों को सैर-सपाटे के लिए इस तरह तैयार किया जाता है कि वनों को भी नुकसान न हो और सैलानी भी पर्वतीय सैरगाहों, बर्फीले पहाड़, झरनों, नदियों व हरे-भरे वनों का लुत्फ ले सकें। इको-टूरिज्म का मकसद राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देकर ज्यादा से ज्यादा लोगों को रोजगार देना तथा गांव-गांव तक पर्यटन को पहुंचाना है।
शिमला में युवती के साथ रेप की कोशिश:आरोपी ने छेड़छाड़ कर मारपीट की; रोहड़ू में जागरा देखने गई थी पीड़िता
शिमला में युवती के साथ रेप की कोशिश:आरोपी ने छेड़छाड़ कर मारपीट की; रोहड़ू में जागरा देखने गई थी पीड़िता हिमाचल प्रदेश के राजधानी शिमला के रोहड़ू चिडग़ांव में युवती से रेप करने की कोशिश करने का मामला सामने आया है। पुलिस को दी शिकायत में युवती ने एक युवक पर आरोप लगाए है कि युवक ने जबरदस्ती उसके प्राइवेट पार्ट को पकड़ा और उसके कपड़े फाड़ने की कोशिश की है। पुलिस के मुताबिक घटना शुक्रवार की है। शनिवार को युवती ने पुलिस को शिकायत दी है। जिसमें उसने बताया है कि 6 सितंबर की रात को वह स्थानीय देवता का जागरा देखने के लिए टोडसा गांव गयी थी। युवती के साथ आरोपी ने की मारपीट रात को करीब ढाई बजे बजे वह अपनी सहेली के साथ शौच के लिए जा रही थी। इसी दौरान संजू नाम का युवक वहां आया और गलत नियत के साथ वहां आया और उसके साथ मारपीट व उसके साथ छेड़छाड़ करने लगा। युवती के शोर मचाने पर भागा आरोपी लड़की ने पुलिस को दी शिकायत में आरोप लगाया है कि आरोपी युवक ने उसके प्राइवेट पार्ट को बहुत जोर से दबाया और उसके कपड़े फाड़ने की कोशिश की। जब वह चिल्लाने लगी तो आरोपी युवक वहां से भाग गया। पीड़िता ने पुलिस को बताया कि आरोपी युवक इसके बाद दुबारा उसे मन्दिर परिसर में मिला और उसे धमकी दी है कि अभी तो वह बच गयी है लेकिन वह उसे छोड़ेगा नहीं। उसने पुलिस को बताया कि इस दौरान युवक के साथ एक और शख्स भी था परंतु वह उसे जानती नहीं है।
शिमला में 8 नशा तस्कर गिरफ्तार:शाही महात्मा गैंग के अबतक पकड़े गए 34 आरोपी, गिरोह में अभी भी 30 सदस्य होने की आशंका
शिमला में 8 नशा तस्कर गिरफ्तार:शाही महात्मा गैंग के अबतक पकड़े गए 34 आरोपी, गिरोह में अभी भी 30 सदस्य होने की आशंका शिमला जिला में पुलिस को चिट्टा तस्करों के खिलाफ बड़ी कामयाबी मिली है। जिला पुलिस ने शनिवार को अंतरराज्यीय चिट्टा गिरोह शाही महात्मा गैंग के 8 तस्करों गिरफ्तार कर किया है। पुलिस ने अब तक इस गैंग के 34 लोग पकड़ लिए हैं। पुलिस को शक है कि इस गैंग में 30 से ज्यादा और सदस्य हो सकते हैं। पुलिस अधीक्षक संजीव गांधी ने बताया कि नशे के खिलाफ जिला में पुलिस की सख्त कार्रवाई जारी है, जिसमें शनिवार को बड़ी कामयाबी मिली है। पुलिस ने अंतरराज्यीय चिट्टा तस्कर गिरोह शाही महात्मा गैंग के 8 तस्करों को गिरफ्तार किया है। एक आरोपी यूपी का रहने वाला
शनिवार को पुलिस के हत्थे चढ़े आरोपियों की पहचान अल्तमस मकरानी बिजनौर उतर प्रदेश उम्र 21 साल, जो वर्तमान में रोहड़ू में रहता था। इसके अलावा नवदीप नेगी उम्र 39 साल, संदीप शर्मा उम्र 29 साल, रानुष पुहारता उम्र 27 वर्ष, खुशी राम ठाकुर उम्र 28 साल, सोमेश्वर उम्र 32 साल, हनीश रांटा उम्र 25 वर्ष व पुरस्कृत वर्मा उम्र 33 वर्ष शामिल है। सभी आरोपी शिमला जिला के रोहड़ू क्षेत्र से सबंध रखने वाले हैं। अब तक 34 लोग गिरफ्तार
SP शिमला ने बताया कि पुलिस ने शाही महात्मा गैंग के अब तक 34 तस्करों को गिरफ्तार कर लिया है। उन्होंने कहा कि पुलिस को शक है कि इस गैंग में अभी भी 30 से ज्यादा और सदस्य हो सकते हैं। SP ने कहा कि नशे के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई जारी रहेगी। उन्होंने बताया कि बीते कुछ समय में पुलिस टीम तीन गैंग का भंडाफोड़ कर चुकी है। 468 ग्राम चिट्टे के साथ गिरफ्तार किया था पहला आरोपी
बता दें कि पुलिस ने इस मामले में सबसे पहले रोहड़ू क्षेत्र से कश्मीर के एक व्यक्ति को 468 ग्राम चिट्टे के साथ गिरफ्तार किया था। जिसके बाद पुलिस गैंग के सरगना शाही महात्मा (शशि नेगी) तक पहुंची। पुलिस ने उसे गिरफ्तार करते ही गैंग का भंडाफोड़ किया और इस गैंग के सदस्यों की गिरफ्तारी जारी है। शनिवार को पुलिस ने इस मामले में 8 और लोगों को गिरफ्तार किया है।