उत्तर प्रदेश के झांसी में मुफ्ती खालिद नदवी से NIA और ATS ने 7 घंटे पूछताछ की। पुलिस लाइन के बंद कमरे में मुफ्ती से 20 सवाल पूछे गए। मुफ्ती की इस्लामिक कोचिंग की ऑनलाइन क्लासेज से इंग्लैंड, सऊदी और भारत के अलग-अलग राज्यों के बच्चे जुड़े हुए हैं। जांच एजेंसियों ने इसको लेकर सवाल किए। एजेंसी जानना चाहती थीं कि खालिद को फंड किन सोर्स से मिल रहा है? जांच एजेंसियों की पूछताछ में जो सवाल सामने आए, वो पढ़िए… NIA : तुम्हारे मोबाइल में इतने विदेशी कॉन्टैक्ट कैसे हैं? मुफ्ती : हमारे ऑनलाइन ऐड जाते हैं। इस्लामिक कोचिंग चलाते हैं। लोग खुद ही संपर्क करते हैं। क्लास में जुड़ना चाहते हैं। NIA : कितनी फीस लेते हो? मुफ्ती : हम फ्री भी पढ़ाते हैं। 50 रुपए से लेकर 2 हजार रुपए तक हमारी फीस है। NIA : तुमको फंड कहां से मिलता है? मुफ्ती : मुझे कोई फंड नहीं मिलता है…। आप खुद जांच लो। मैं क्या बताऊं..। NIA : तुम्हारे कॉन्टैक्ट पाकिस्तान में भी है? किससे बात होती है? मुफ्ती : पूरी दुनिया में कॉन्टैक्ट है, लोग खुद फोन करते हैं। NIA : मुहम्मद इलियास घुमन को कैसे जानते हो? मुफ्ती : कोई जवाब नहीं दिया…। बैंक डिटेल की जांच, ऑनलाइन पेमेंट पर सबसे बड़ा सवाल
केंद्रीय जांच एजेंसी NIA ने गुरुवार को जम्मू-कश्मीर, महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश में छापेमारी की। इस बीच उत्तर प्रदेश के झांसी में NIA टीम मुफ्ती खालिद के घर रेड के लिए बुधवार रात 2.30 बजे पहुंची। 30 मिनट तक इंतजार के बाद खालिद ने दरवाजा खोला। NIA और ATS ने घर के अंदर दाखिल होते ही पूछा- यहां कौन-कौन रहता है? खालिद ने बताया कि अभी कोई नहीं है। इसके बाद उन्होंने सभी कमरे, अलमारियां और किचन सब कुछ देखा। एक कमरे में करीब 2 हजार किताबें मिली। खालिद से पूछा गया कि ये किसने लिखी हैं? ये कहां से आईं? इसमें से कई किताबों को टीम के सदस्यों ने अपने कब्जे में ले लिया। मुफ्ती ने बताया- हमारा ऑनलाइन काम है। देश-दुनिया के वॉट्सऐप ग्रुप में जुड़ा हुआ हूं। विदेश के अच्छे खासे नंबर हमारे मोबाइल में थे। इसके बाद मेरे बैंक के दस्तावेज, पासपोर्ट और वीजा टीम ने जब्त कर लिए। 2 दिन पहले भी आई NIA, मूवमेंट देखकर लौटी
सामने आया कि इस छापेमारी से 2 दिन पहले NIA की टीम झांसी आई थी। खालिद के मूवमेंट देखने के बाद लौट गई थी। बुधवार रात को छापेमारी के लिए कोतवाली पुलिस के साथ आई। पूरा घर घेरा गया, इसके बाद टीम अंदर दाखिल हुई। लोग बोले- 3 साल पहले यहां रहने आए, पत्नी कभी नहीं दिखीं
भास्कर टीम ने मुफ्ती खालिद के घर के आसपास रहने वाले लोगों से बातचीत की। सामने आया कि उनके पिता फारुख अंसारी की मौत हो चुकी है। वह एक वक्त पर मस्जिद में अजान देते थे। इसके अलावा टेंपो चलाते थे। खालिद को मिलाकर कुल 6 भाई हैं। खालिद 3 साल पहले मुकरयाना मोहल्ला में छोटी मस्जिद के पास रहते थे। फिर सलीम बाग के पास शिफ्ट हो गए। 4 साल पहले उनकी शादी हुई। 2 बेटे हैं, एक ढाई का, दूसरा डेढ़ साल का। मोहल्ले के लोगों ने बताया कि उनकी पत्नी भी ऑनलाइन पढ़ाती हैं, मगर उन्हें कभी किसी ने नहीं देखा। मुफ्ती घर पर भी क्लास लेते हैं, जहां करीब 50 से 60 बच्चे रोज पढ़ने आते हैं। अब लोगों की बातचीत पढ़िए…
रुखसार ने कहा- ऑनलाइन शिक्षा देना क्या गुनाह है
रुखसार ने कहा- वो देश-विदेश के बच्चों को पढ़ाते हैं, क्या ये गलत है। हमारे PM मोदी और CM योगी, दोनों कह रहे हैं कि बच्चों को पढ़ाइए, तो इसमें क्या गलत है? ऑनलाइन शिक्षा देना क्या उनका गुनाह है। कहा जा रहा है कि उनके पास अवैध पैसा है। मैं बता दूं, उनके पास अवैध पैसा नहीं है।
हम यही चाहते हैं कि खालिद भाई को कहीं न ले जाया जाए। 10 घंटे की लंबी पूछताछ के बाद जब खालिद भाई के खिलाफ कुछ नहीं मिला, तब उन्हें क्यों ले जाया गया। आंखों के सामने छल हो सकता है। पीठ पीछे उनके साथ क्या होगा, ये हम नहीं कह सकते हैं। शब्बो बोलीं- खालिद को कुछ हुआ, तो जिम्मेदार कौन
खालिद के घर के पास रहने वाली शब्बो ने कहा- वो गलत आदमी कैसे हो सकते हैं। मेरे बच्चों को भी पढ़ाते हैं। गरीब बच्चियों की शादी करवाते हैं। गरीब लोगों को घर बुलाकर खाना देते हैं। 2.30 बजे रात में टीमें आकर पूछताछ कर रही हैं। जब कुछ नहीं मिला, तब भी ले गए। इसका जिम्मेदार कौन है? मस्जिद से एनाउंसमेंट, इकट्ठा हुए लोग मुफ्ती को छुड़ा ले गए
NIA ने यूपी ATS के साथ विदेशी फंडिंग मामले में बुधवार रात 2.30 बजे सुपर कॉलोनी में मुफ्ती के घर छापा मारा। टीम ने 8 घंटे तक घर में तलाशी और पूछताछ की। गुरुवार सुबह जब मुफ्ती को हिरासत में लेकर टीम घर से बाहर निकलने लगी तो समर्थकों ने विरोध शुरू कर दिया। मस्जिद से एनाउंसमेंट हुआ, जिसके बाद देखते-देखते वहां 200 से ज्यादा लोगों की भीड़ जमा हो गई। टीम ने समझाने की कोशिश की, लेकिन मुफ्ती के समर्थक बहस करते हुए उग्र हो गए। भीड़ मुफ्ती को छुड़ाकर ले जाने लगी। NIA ने लोगों को खदेड़ने की कोशिश की। इस बीच झड़प और धक्का-मुक्की हुई। लोग मुफ्ती को खींचकर साथ ले गए। NIA की हिरासत से छुड़ाकर भीड़ मुफ्ती खालिद को उनके घर से 50 मीटर दूर बनी फातिमा मस्जिद में ले गई। मुफ्ती को अंदर कर दिया। महिलाएं और पुरुष मस्जिद के बाहर खड़े हो गए। इस दौरान हंगामा कर रहे और परिवार के लोगों को समझाया। फिर सभी माने। पुलिस को इस दौरान करीब 3 घंटे का वक्त लग गया। मुफ्ती से जांच एजेंसियां लगातार इलियास घुमन के बारे में पूछती रहीं। वह मना करते रहे। स्लाइड में मुहम्मद इलियास के बारे में पढ़िए… ————————— मुफ्ती के घर NIA रेड से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें… विदेशी फंडिंग केस, भीड़ ने मुफ्ती को NIA से छुड़ाया; मस्जिद से अनाउंसमेंट के बाद 200 लोगों ने घेरा झांसी में शहर काजी के भतीजे मुफ्ती खालिद नदवी को उग्र भीड़ राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की हिरासत से छुड़ाकर ले गई। NIA ने यूपी ATS के साथ विदेशी फंडिंग मामले में बुधवार रात 2.30 बजे सुपर कॉलोनी में मुफ्ती के घर छापा मारा। टीम ने 8 घंटे तक घर में तलाशी और पूछताछ की। पूरी खबर पढ़ें… उत्तर प्रदेश के झांसी में मुफ्ती खालिद नदवी से NIA और ATS ने 7 घंटे पूछताछ की। पुलिस लाइन के बंद कमरे में मुफ्ती से 20 सवाल पूछे गए। मुफ्ती की इस्लामिक कोचिंग की ऑनलाइन क्लासेज से इंग्लैंड, सऊदी और भारत के अलग-अलग राज्यों के बच्चे जुड़े हुए हैं। जांच एजेंसियों ने इसको लेकर सवाल किए। एजेंसी जानना चाहती थीं कि खालिद को फंड किन सोर्स से मिल रहा है? जांच एजेंसियों की पूछताछ में जो सवाल सामने आए, वो पढ़िए… NIA : तुम्हारे मोबाइल में इतने विदेशी कॉन्टैक्ट कैसे हैं? मुफ्ती : हमारे ऑनलाइन ऐड जाते हैं। इस्लामिक कोचिंग चलाते हैं। लोग खुद ही संपर्क करते हैं। क्लास में जुड़ना चाहते हैं। NIA : कितनी फीस लेते हो? मुफ्ती : हम फ्री भी पढ़ाते हैं। 50 रुपए से लेकर 2 हजार रुपए तक हमारी फीस है। NIA : तुमको फंड कहां से मिलता है? मुफ्ती : मुझे कोई फंड नहीं मिलता है…। आप खुद जांच लो। मैं क्या बताऊं..। NIA : तुम्हारे कॉन्टैक्ट पाकिस्तान में भी है? किससे बात होती है? मुफ्ती : पूरी दुनिया में कॉन्टैक्ट है, लोग खुद फोन करते हैं। NIA : मुहम्मद इलियास घुमन को कैसे जानते हो? मुफ्ती : कोई जवाब नहीं दिया…। बैंक डिटेल की जांच, ऑनलाइन पेमेंट पर सबसे बड़ा सवाल
केंद्रीय जांच एजेंसी NIA ने गुरुवार को जम्मू-कश्मीर, महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश में छापेमारी की। इस बीच उत्तर प्रदेश के झांसी में NIA टीम मुफ्ती खालिद के घर रेड के लिए बुधवार रात 2.30 बजे पहुंची। 30 मिनट तक इंतजार के बाद खालिद ने दरवाजा खोला। NIA और ATS ने घर के अंदर दाखिल होते ही पूछा- यहां कौन-कौन रहता है? खालिद ने बताया कि अभी कोई नहीं है। इसके बाद उन्होंने सभी कमरे, अलमारियां और किचन सब कुछ देखा। एक कमरे में करीब 2 हजार किताबें मिली। खालिद से पूछा गया कि ये किसने लिखी हैं? ये कहां से आईं? इसमें से कई किताबों को टीम के सदस्यों ने अपने कब्जे में ले लिया। मुफ्ती ने बताया- हमारा ऑनलाइन काम है। देश-दुनिया के वॉट्सऐप ग्रुप में जुड़ा हुआ हूं। विदेश के अच्छे खासे नंबर हमारे मोबाइल में थे। इसके बाद मेरे बैंक के दस्तावेज, पासपोर्ट और वीजा टीम ने जब्त कर लिए। 2 दिन पहले भी आई NIA, मूवमेंट देखकर लौटी
सामने आया कि इस छापेमारी से 2 दिन पहले NIA की टीम झांसी आई थी। खालिद के मूवमेंट देखने के बाद लौट गई थी। बुधवार रात को छापेमारी के लिए कोतवाली पुलिस के साथ आई। पूरा घर घेरा गया, इसके बाद टीम अंदर दाखिल हुई। लोग बोले- 3 साल पहले यहां रहने आए, पत्नी कभी नहीं दिखीं
भास्कर टीम ने मुफ्ती खालिद के घर के आसपास रहने वाले लोगों से बातचीत की। सामने आया कि उनके पिता फारुख अंसारी की मौत हो चुकी है। वह एक वक्त पर मस्जिद में अजान देते थे। इसके अलावा टेंपो चलाते थे। खालिद को मिलाकर कुल 6 भाई हैं। खालिद 3 साल पहले मुकरयाना मोहल्ला में छोटी मस्जिद के पास रहते थे। फिर सलीम बाग के पास शिफ्ट हो गए। 4 साल पहले उनकी शादी हुई। 2 बेटे हैं, एक ढाई का, दूसरा डेढ़ साल का। मोहल्ले के लोगों ने बताया कि उनकी पत्नी भी ऑनलाइन पढ़ाती हैं, मगर उन्हें कभी किसी ने नहीं देखा। मुफ्ती घर पर भी क्लास लेते हैं, जहां करीब 50 से 60 बच्चे रोज पढ़ने आते हैं। अब लोगों की बातचीत पढ़िए…
रुखसार ने कहा- ऑनलाइन शिक्षा देना क्या गुनाह है
रुखसार ने कहा- वो देश-विदेश के बच्चों को पढ़ाते हैं, क्या ये गलत है। हमारे PM मोदी और CM योगी, दोनों कह रहे हैं कि बच्चों को पढ़ाइए, तो इसमें क्या गलत है? ऑनलाइन शिक्षा देना क्या उनका गुनाह है। कहा जा रहा है कि उनके पास अवैध पैसा है। मैं बता दूं, उनके पास अवैध पैसा नहीं है।
हम यही चाहते हैं कि खालिद भाई को कहीं न ले जाया जाए। 10 घंटे की लंबी पूछताछ के बाद जब खालिद भाई के खिलाफ कुछ नहीं मिला, तब उन्हें क्यों ले जाया गया। आंखों के सामने छल हो सकता है। पीठ पीछे उनके साथ क्या होगा, ये हम नहीं कह सकते हैं। शब्बो बोलीं- खालिद को कुछ हुआ, तो जिम्मेदार कौन
खालिद के घर के पास रहने वाली शब्बो ने कहा- वो गलत आदमी कैसे हो सकते हैं। मेरे बच्चों को भी पढ़ाते हैं। गरीब बच्चियों की शादी करवाते हैं। गरीब लोगों को घर बुलाकर खाना देते हैं। 2.30 बजे रात में टीमें आकर पूछताछ कर रही हैं। जब कुछ नहीं मिला, तब भी ले गए। इसका जिम्मेदार कौन है? मस्जिद से एनाउंसमेंट, इकट्ठा हुए लोग मुफ्ती को छुड़ा ले गए
NIA ने यूपी ATS के साथ विदेशी फंडिंग मामले में बुधवार रात 2.30 बजे सुपर कॉलोनी में मुफ्ती के घर छापा मारा। टीम ने 8 घंटे तक घर में तलाशी और पूछताछ की। गुरुवार सुबह जब मुफ्ती को हिरासत में लेकर टीम घर से बाहर निकलने लगी तो समर्थकों ने विरोध शुरू कर दिया। मस्जिद से एनाउंसमेंट हुआ, जिसके बाद देखते-देखते वहां 200 से ज्यादा लोगों की भीड़ जमा हो गई। टीम ने समझाने की कोशिश की, लेकिन मुफ्ती के समर्थक बहस करते हुए उग्र हो गए। भीड़ मुफ्ती को छुड़ाकर ले जाने लगी। NIA ने लोगों को खदेड़ने की कोशिश की। इस बीच झड़प और धक्का-मुक्की हुई। लोग मुफ्ती को खींचकर साथ ले गए। NIA की हिरासत से छुड़ाकर भीड़ मुफ्ती खालिद को उनके घर से 50 मीटर दूर बनी फातिमा मस्जिद में ले गई। मुफ्ती को अंदर कर दिया। महिलाएं और पुरुष मस्जिद के बाहर खड़े हो गए। इस दौरान हंगामा कर रहे और परिवार के लोगों को समझाया। फिर सभी माने। पुलिस को इस दौरान करीब 3 घंटे का वक्त लग गया। मुफ्ती से जांच एजेंसियां लगातार इलियास घुमन के बारे में पूछती रहीं। वह मना करते रहे। स्लाइड में मुहम्मद इलियास के बारे में पढ़िए… ————————— मुफ्ती के घर NIA रेड से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें… विदेशी फंडिंग केस, भीड़ ने मुफ्ती को NIA से छुड़ाया; मस्जिद से अनाउंसमेंट के बाद 200 लोगों ने घेरा झांसी में शहर काजी के भतीजे मुफ्ती खालिद नदवी को उग्र भीड़ राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की हिरासत से छुड़ाकर ले गई। NIA ने यूपी ATS के साथ विदेशी फंडिंग मामले में बुधवार रात 2.30 बजे सुपर कॉलोनी में मुफ्ती के घर छापा मारा। टीम ने 8 घंटे तक घर में तलाशी और पूछताछ की। पूरी खबर पढ़ें… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर