हरियाणा के पूर्व मंत्री एवं भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता कृष्ण मूर्ति हुड्डा ने शनिवार को रोहतक स्थित अपने आवास पर पत्रकार वार्ता की। इस दौरान उन्होंने कहा कि कि वे 22 दिसंबर से राज्य क किसानों के साथ बैठकें करेंगे। इस दौरान किसानों की समस्याएं सुनेंगे और समाधान करवाने का प्रयास करेंगे। पूर्व मंत्री कृष्ण मूर्ति हुड्डा ने कांग्रेस द्वारा विपक्ष का नेता नहीं चुनने पर कहा कि अब उनका कांग्रेस से कोई लेना-देना नहीं है। हालांकि वे करीब 47-48 साल तक कांग्रेस में रहे हैं। लेकिन कांग्रेस में जो कुछ हुआ वह बाप-बेटे के कारण हुआ है। हुड्डा बाप-बेटे ने कांग्रेस को बर्बाद कर दिया और सभी लीडरों को निकाल दिया। मेरे जैसे सभी (राव इंद्रजीत, धर्मबीर, रमेश कौशिक, डॉ. अरविंद शर्मा आदि) उनकी वजह से गए हैं। कृष्ण मूर्ति हुड्डा ने कहा कि वे तो इंदिरा गांधी के साथ उस बुरे वक्त में भी थे, जब उन्हें हथकड़ी लगी थी। भूपेंद्र सिंह हुड्डा और उनके पिता तो पार्टी छोड़कर चले गए थे। जिन्होंने कांग्रेस के लिए कुर्बानी दी वे सभी आज बाहर है, जिन्होंने कांग्रेस का फायदा उठाया वे अंदर हैं। विपक्ष के नेता को लेकर स्पष्ट है कि कांग्रेस हाईकमान भूपेंद्र हुड्डा को नहीं बनाना चाहता। उसको खुद कह देना चाहिए कि मुझे ना बनाकर किसी दूसरे को बना देना चाहिए। 22 से शुरू होंगे बैठक
कृष्ण मूर्ति हुड्डा ने कहा कि किसानों के साथ बैठकों की शुरूआत रोहतक के गांव कलावड़ से 22 दिसम्बर से करेंगे। 2 साल में करीब 150 गांव में जाने का लक्ष्य रखा है। उनकी बैठकों में जाकर संवाद करेंगे। इस दौरान वे भाजपा की केन्द्र व राज्य सरकार द्वारा किए गए किसान हितैषी कामों को लेकर किसानों की चौखट पर जाएंगे। किसानों को सरकार की इन उपलब्धियों से अवगत कराएंगे। वर्ष 2025 व 2026 में करीब 150 गांवों में किसानों की बैठकों में जाकर उनसे बातचीत करेंगे और उनकी समस्याओं की जानकारी लेंगे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी चुनाव में तीन बार हारकर अब किसानों को भड़काकर अपना राजनीति स्वार्थ पूरा करना चाहती है। कांग्रेस पार्टी के हताश व निराश नेता किसानों के लिए घड़ियाली आंसू बहाकर किसानों में भ्रम फैला रहे है। ऐसे नेताओं की भी पोल खोलेंगे, जिन्होंने किसानों का फायदा उठाकर 2005 में हरियाणा में सता प्राप्त की, लेकिन 10 वर्ष के शासनकाल में किसानों के लिए कुछ नहीं किया। हरियाणा के पूर्व मंत्री एवं भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता कृष्ण मूर्ति हुड्डा ने शनिवार को रोहतक स्थित अपने आवास पर पत्रकार वार्ता की। इस दौरान उन्होंने कहा कि कि वे 22 दिसंबर से राज्य क किसानों के साथ बैठकें करेंगे। इस दौरान किसानों की समस्याएं सुनेंगे और समाधान करवाने का प्रयास करेंगे। पूर्व मंत्री कृष्ण मूर्ति हुड्डा ने कांग्रेस द्वारा विपक्ष का नेता नहीं चुनने पर कहा कि अब उनका कांग्रेस से कोई लेना-देना नहीं है। हालांकि वे करीब 47-48 साल तक कांग्रेस में रहे हैं। लेकिन कांग्रेस में जो कुछ हुआ वह बाप-बेटे के कारण हुआ है। हुड्डा बाप-बेटे ने कांग्रेस को बर्बाद कर दिया और सभी लीडरों को निकाल दिया। मेरे जैसे सभी (राव इंद्रजीत, धर्मबीर, रमेश कौशिक, डॉ. अरविंद शर्मा आदि) उनकी वजह से गए हैं। कृष्ण मूर्ति हुड्डा ने कहा कि वे तो इंदिरा गांधी के साथ उस बुरे वक्त में भी थे, जब उन्हें हथकड़ी लगी थी। भूपेंद्र सिंह हुड्डा और उनके पिता तो पार्टी छोड़कर चले गए थे। जिन्होंने कांग्रेस के लिए कुर्बानी दी वे सभी आज बाहर है, जिन्होंने कांग्रेस का फायदा उठाया वे अंदर हैं। विपक्ष के नेता को लेकर स्पष्ट है कि कांग्रेस हाईकमान भूपेंद्र हुड्डा को नहीं बनाना चाहता। उसको खुद कह देना चाहिए कि मुझे ना बनाकर किसी दूसरे को बना देना चाहिए। 22 से शुरू होंगे बैठक
कृष्ण मूर्ति हुड्डा ने कहा कि किसानों के साथ बैठकों की शुरूआत रोहतक के गांव कलावड़ से 22 दिसम्बर से करेंगे। 2 साल में करीब 150 गांव में जाने का लक्ष्य रखा है। उनकी बैठकों में जाकर संवाद करेंगे। इस दौरान वे भाजपा की केन्द्र व राज्य सरकार द्वारा किए गए किसान हितैषी कामों को लेकर किसानों की चौखट पर जाएंगे। किसानों को सरकार की इन उपलब्धियों से अवगत कराएंगे। वर्ष 2025 व 2026 में करीब 150 गांवों में किसानों की बैठकों में जाकर उनसे बातचीत करेंगे और उनकी समस्याओं की जानकारी लेंगे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी चुनाव में तीन बार हारकर अब किसानों को भड़काकर अपना राजनीति स्वार्थ पूरा करना चाहती है। कांग्रेस पार्टी के हताश व निराश नेता किसानों के लिए घड़ियाली आंसू बहाकर किसानों में भ्रम फैला रहे है। ऐसे नेताओं की भी पोल खोलेंगे, जिन्होंने किसानों का फायदा उठाकर 2005 में हरियाणा में सता प्राप्त की, लेकिन 10 वर्ष के शासनकाल में किसानों के लिए कुछ नहीं किया। हरियाणा | दैनिक भास्कर