हरियाणा में महेंद्रगढ़ के बाघोत गांव में 13 दिसंबर की शाम को एक युवक ने फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली थी। शनिवार को उसके शव का पोस्टमॉर्टम कराया गया। बाद में परिजनों ने आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज करने की मांग को लेकर शव लेने से इनकार कर दिया। इसके बाद रविवार को परिजन अस्पताल में ही धरने पर बैठ गए। परिजनों ने भाजपा के पूर्व मंत्री रामबिलास शर्मा और उनके बेटे पर भी आरोप लगाए। मृतक के पिता का कहना है कि रामबिलास शर्मा ने उनके पैसे हड़पे हैं। उनके खिलाफ झूठे केस दर्ज कराए। वह राजनीतिक दबाव डालकर केस दर्ज नहीं होने दे रहा। चीफ सेक्रेटरी ने DGP को एक्शन लेने के ऑर्डर दे रखे हैं, इसके बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई। घर में ही फांसी लगाई बाघोत गांव निवासी कैलाश शर्मा ने पुलिस में दी शिकायत में बताया कि उसके 2 लड़के हैं। बड़ा लड़का मोहित 26 वर्ष व छोटा लड़का पुलकित 25 वर्ष का है। दोनों लड़के अविवाहित हैं। 13 दिसंबर की शाम लगभग 7 बजे उसके दोनों लड़के गांव में किसी की जन्मदिन पार्टी से आए थे। रात को 8 बजे उसके बड़े लड़के मोहित ने घर में अज्ञात कारणों के चलते फंदा लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। इससे पहले मोहित की मां ने भी जहर खाकर आत्महत्या करने की कोशिश की थी। उसका बेटा इस बात से काफी परेशान था। बोले- पूर्व मंत्री मौत का जिम्मेदार कैलाश ने आगे कहा कि पूर्व मंत्री रामबिलास शर्मा, उनके लड़के गौतम शर्मा, रणधीर, जगत, विकास हांसी, जयवीर ढाणी पाल, सतबीर व कुलदीप उनके बेटे की मौत के लिए जिम्मेदार हैं। उन्होंने सभी के खिलाफ बेटे को आत्महत्या के लिए मजबूर करने की शिकायत दी थी। अभी तक पुलिस ने मामला दर्ज नहीं किया है। इसके विरोध में वे कनीना के नागरिक अस्पताल में धरने पर बैठ गए। जब तक आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज नहीं होगा, वे बेटे का शव नहीं लेंगे। DSP बोले- जांच के बाद मामला दर्ज होगा कनीना के DSP दिनेश कुमार का कहना है कि पुलिस द्वारा मामले की जांच की जा रही है। जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे, उनके आधार पर ही मामला दर्ज किया जाएगा। पुलिस परिजनों को समझाने का प्रयास कर रही है। रामबिलास शर्मा पर आरोप पढ़िए…. 19 अगस्त को पैसे हड़पने की शिकायत दी 19 अगस्त 2024 को कैलाश चंद शर्मा की पत्नी नीलम शर्मा ने हरियाणा के मुख्यमंत्री, गृहमंत्री, हरियाणा पुलिस महानिदेशक, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक, पुलिस अधीक्षक नारनौल और मानवाधिकार आयोग शिकायत एक शिकायत भेजी थी। नीलम शर्मा ने आरोप लगाया था कि उसके पति कैलाश पुजारी पूर्व मंत्री रामबिलास शर्मा के राजनीतिक प्रभाव में आकर उनके झांसे में आ गए। जिस कारण मंत्री ने उनको बार-बार अपने कामों व खर्चों में प्रयोग किया। उनके पति ने करोड़ों रुपए की धन दौलत रामबिलास शर्मा के प्रचार, खाने-पीने, रैली, ज्वेलरी, लड़की की शादी, पिता के काज, दामाद के इलाज, सतनाली के फार्म हाउस का निर्माण तथा नई गाड़ी आदि दिलवाने में खर्च कर दी। बेटे को जेल में बंद कराया नीलम ने आरोप लगाया था कि रामबिलास शर्मा ने 15 करोड़ रुपए कैश भी ले लिए। इस प्रकार उसके पति ने रामबिलास शर्मा के ऊपर 20 वर्षों में करीब 22 करोड़ रुपए लगा दिए। उसके पति ने पाइप फैक्ट्री की पूरी कमाई उस पर लगा दी। जब उसके पति के पास कोई पैसा नहीं बचा तब रामबिलास शर्मा ने उसके पति को दुत्कार दिया। उसके पति ने रकम और खर्च किए गए करोड़ों की राशि जब वापस मांगी तो राजनीतिक प्रभाव के कारण उनके बेटे मोहित को झूठे पॉक्सो एक्ट में बंद करवा दिया। उसके पति पर एक चेक बाउंस का केस और जमीन पर दावा डलवा दिया। पुरानी पुश्तैनी हवेली पर भी कब्जा कर लिया। साथ ही खेत में लगे ट्यूबवेल का बिजली कनेक्शन कटवा दिया। हरियाणा में महेंद्रगढ़ के बाघोत गांव में 13 दिसंबर की शाम को एक युवक ने फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली थी। शनिवार को उसके शव का पोस्टमॉर्टम कराया गया। बाद में परिजनों ने आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज करने की मांग को लेकर शव लेने से इनकार कर दिया। इसके बाद रविवार को परिजन अस्पताल में ही धरने पर बैठ गए। परिजनों ने भाजपा के पूर्व मंत्री रामबिलास शर्मा और उनके बेटे पर भी आरोप लगाए। मृतक के पिता का कहना है कि रामबिलास शर्मा ने उनके पैसे हड़पे हैं। उनके खिलाफ झूठे केस दर्ज कराए। वह राजनीतिक दबाव डालकर केस दर्ज नहीं होने दे रहा। चीफ सेक्रेटरी ने DGP को एक्शन लेने के ऑर्डर दे रखे हैं, इसके बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई। घर में ही फांसी लगाई बाघोत गांव निवासी कैलाश शर्मा ने पुलिस में दी शिकायत में बताया कि उसके 2 लड़के हैं। बड़ा लड़का मोहित 26 वर्ष व छोटा लड़का पुलकित 25 वर्ष का है। दोनों लड़के अविवाहित हैं। 13 दिसंबर की शाम लगभग 7 बजे उसके दोनों लड़के गांव में किसी की जन्मदिन पार्टी से आए थे। रात को 8 बजे उसके बड़े लड़के मोहित ने घर में अज्ञात कारणों के चलते फंदा लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। इससे पहले मोहित की मां ने भी जहर खाकर आत्महत्या करने की कोशिश की थी। उसका बेटा इस बात से काफी परेशान था। बोले- पूर्व मंत्री मौत का जिम्मेदार कैलाश ने आगे कहा कि पूर्व मंत्री रामबिलास शर्मा, उनके लड़के गौतम शर्मा, रणधीर, जगत, विकास हांसी, जयवीर ढाणी पाल, सतबीर व कुलदीप उनके बेटे की मौत के लिए जिम्मेदार हैं। उन्होंने सभी के खिलाफ बेटे को आत्महत्या के लिए मजबूर करने की शिकायत दी थी। अभी तक पुलिस ने मामला दर्ज नहीं किया है। इसके विरोध में वे कनीना के नागरिक अस्पताल में धरने पर बैठ गए। जब तक आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज नहीं होगा, वे बेटे का शव नहीं लेंगे। DSP बोले- जांच के बाद मामला दर्ज होगा कनीना के DSP दिनेश कुमार का कहना है कि पुलिस द्वारा मामले की जांच की जा रही है। जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे, उनके आधार पर ही मामला दर्ज किया जाएगा। पुलिस परिजनों को समझाने का प्रयास कर रही है। रामबिलास शर्मा पर आरोप पढ़िए…. 19 अगस्त को पैसे हड़पने की शिकायत दी 19 अगस्त 2024 को कैलाश चंद शर्मा की पत्नी नीलम शर्मा ने हरियाणा के मुख्यमंत्री, गृहमंत्री, हरियाणा पुलिस महानिदेशक, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक, पुलिस अधीक्षक नारनौल और मानवाधिकार आयोग शिकायत एक शिकायत भेजी थी। नीलम शर्मा ने आरोप लगाया था कि उसके पति कैलाश पुजारी पूर्व मंत्री रामबिलास शर्मा के राजनीतिक प्रभाव में आकर उनके झांसे में आ गए। जिस कारण मंत्री ने उनको बार-बार अपने कामों व खर्चों में प्रयोग किया। उनके पति ने करोड़ों रुपए की धन दौलत रामबिलास शर्मा के प्रचार, खाने-पीने, रैली, ज्वेलरी, लड़की की शादी, पिता के काज, दामाद के इलाज, सतनाली के फार्म हाउस का निर्माण तथा नई गाड़ी आदि दिलवाने में खर्च कर दी। बेटे को जेल में बंद कराया नीलम ने आरोप लगाया था कि रामबिलास शर्मा ने 15 करोड़ रुपए कैश भी ले लिए। इस प्रकार उसके पति ने रामबिलास शर्मा के ऊपर 20 वर्षों में करीब 22 करोड़ रुपए लगा दिए। उसके पति ने पाइप फैक्ट्री की पूरी कमाई उस पर लगा दी। जब उसके पति के पास कोई पैसा नहीं बचा तब रामबिलास शर्मा ने उसके पति को दुत्कार दिया। उसके पति ने रकम और खर्च किए गए करोड़ों की राशि जब वापस मांगी तो राजनीतिक प्रभाव के कारण उनके बेटे मोहित को झूठे पॉक्सो एक्ट में बंद करवा दिया। उसके पति पर एक चेक बाउंस का केस और जमीन पर दावा डलवा दिया। पुरानी पुश्तैनी हवेली पर भी कब्जा कर लिया। साथ ही खेत में लगे ट्यूबवेल का बिजली कनेक्शन कटवा दिया। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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सिरसा के रिश्वतखोर सीआईए इंचार्ज को सजा मिलेगी आज:2 लाख के साथ रंगे हाथ पकड़ा था, झूठे केस में फंसाने की धमकी
सिरसा के रिश्वतखोर सीआईए इंचार्ज को सजा मिलेगी आज:2 लाख के साथ रंगे हाथ पकड़ा था, झूठे केस में फंसाने की धमकी सिरसा जिले में दो लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़े गए तत्कालीन सीआईए इंचार्ज को सेशन कोर्ट आज सजा सुनाएगी। कोर्ट ने 14 नवंबर को आरोपी को दोषी करार दिया था। स्टेट विजिलेंस ब्यूरो ने दोषी एसआई अजय कुमार को 5 जुलाई 2021 को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया था। तय समय पर वापस नहीं पहुंचे जेल मामले के अनुसार हुडा सेक्टर सिरसा निवासी सुक्खा सिंह ने विजिलेंस निदेशक को दी थी कि उसका पिता बलदेव सिंह एनडीपीएस एक्ट में जिला जेल में है। कोरोना संक्रमण के समय उसके पिता को 42 दिनों की पैरोल मिली थी। हार्ट की बीमारी के कारण उसका पिता तय समय पर वापस जेल नहीं जा पाए। इसके बाद उसके पिता का वारंट जारी हो गया। 3 लाख की मांग की थी 15 जून को डबवाली सीआईए इंचार्ज एसआई अजय कुमार उनके घर आया और पिता को पकड़ लिया। इसके बाद अजय कुमार कहने लगा कि पूरे परिवार को धारा 216 में गिरफ्तार करुंगा। अगर बचना है, तो तीन लाख रुपए देने होंगे। सुक्खा ने अजय कुमार को कहा कि इतने रुपए तो उसके पास अभी नहीं हैं। सुक्खा ने अजय कुमार को एक लाख रुपए दे दिए। डीएसपी के नेतृत्व में आई थी टीम एसआई अजय कुमार ने सुक्खा से कहा कि एसपी ने कहा है कि दो लाख रुपए और देने होंगे, तभी पूरा परिवार गिरफ्तारी से बचेगा। 5 जुलाई 2021 को डीएसपी कैलाश के नेतृत्व में विजिलेंस ब्यूरो की टीम सिरसा पहुंची। इसके बाद सुक्खा सिंह ने एसआई अजय कुमार को अपनी अनाज मंडी स्थित आढ़ती की दुकान में बुलाया। एसआई अजय कुमार ने सुक्खा से दो लाख रुपए रिश्वत के लिए तो तुरंत विजिलेंस की टीम ने उसे दबोच लिया। पावरफुल एसआई के रूप में थी पहचान बता दें कि गिरफ्तारी के कुछ ही दिन बाद सब इंस्पेक्टर अजय कुमार जेल से बाहर आ गया था। उसे जेल में अजय कुमार को कोरोना हो गया था। शिकायतकर्ता सुक्खा सिंह ने आरोप लगाया था कि अजय कुमार ने अपनी पावर का इस्तेमाल किया है। जब तक कोर्ट से जमानत नहीं मिलती उसे कोरोना मरीज दिखाकर कोविड सेंटर में रखने की प्लानिंग है। शिकायतकर्ता का आरोप था कि कोविड सेंटर में आरोपी को वीआईपी सुविधाएं मिल रही हैं। बड़े लीडरों से गहरे रिश्ते सब इंस्पेक्टर अजय कुमार काफी वर्षों तक इनेलो प्रधान महासचिव अभय चौटाला का पीएसओ रहा। इसके संबंध जेजेपी के सीनियर नेताओं से भी गहरे हैं। इन संबंधों का लाभ अजय कुमार को एस इंस्पेक्टर प्रमोट होते ही मिला। पुलिस लाइन से उसे सीआईए सिरसा में जगह मिल गई। पुलिस सूत्रों के अनुसार सीनियर लीडरों का फोन आने पर तत्कालीन एसपी भूपेंद्र सिंह ने अजय को पहले सीआईए सिरसा में नियुक्त दी। बाद में अजय कुमार को अपनी मनपसंद पोस्ट डबवाली सीआईए इंचार्ज की मिल गई।
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हरियाणा में गंगाजल देख नायब तहसीलदार ने दी रजिस्ट्री:डीड राइटर के जरिए रिश्वत मांगी; सीधे शिकायत की तो बोला- मैं कसम खाता हूं हरियाणा के सिरसा में जमीन की रजिस्ट्री के लिए डीड राइटर के जरिए रिश्वत मांग रहा नायब तहसीलदार गंगाजल सामने देखकर डर गया। जमीन के मालिक के सामने अधिकारी रिश्वत मांगने की बात से मुकर रहा था, इसलिए व्यक्ति ने अधिकारी की टेबल पर गंगाजल लाकर रख दिया और कसम खाने के लिए कहा। इसके बाद अधिकारी ने तुरंत व्यक्ति को जमीन की रजिस्ट्री निकालकर दे दी। यह मामला सिरसा के डबवाली एरिया का है। पीड़ित का आरोप है कि उससे रिश्वत मांगी जा रही थी। जबकि, आरोपी का कहना है कि उसने कोई रिश्वत नहीं मांगी। डीड राइटर ने नायब तहसीलदार के नाम पर मांगी रिश्वत
डबवाली निवासी दर्शन मोंगा ने बताया है कि वह सब्जी बेचते हैं। उनके आवासीय प्लॉट की रजिस्ट्री 7 जून को हुई। वह रजिस्ट्री की कॉपी पाने के लिए तहसील के चक्कर काट रहे थे। जब वह जमीन के डीड राइटर के पास गए तो उसने कहा कि साहब को 10 हजार रुपए देने पड़ेंगे। इसके बाद ही रजिस्ट्री मिलेगी। साहब ने रजिस्ट्री अपने पास रख ली है। इसके बाद दर्शन नायब तहसीलदार रणबीर सिंह के पास पहुंच गए। उन्होंने तहसीलदार से कहा कि वह रजिस्ट्री के लिए 10 हजार रुपए नहीं देंगे। इस पर नायब तहसीलदार ने कहा कि वह रिश्वत नहीं मांग रहे। यह भी कहा कि उन्होंने किसी से सुविधा शुल्क नहीं मांगा। वह गंगाजल की कसम खा सकते हैं। गंगाजल देखकर अधिकारी ने कर दिया काम
जब उनसे कहा गया कि जब रिश्वत नहीं मांगी तो रजिस्ट्री दे दें। इस पर अधिकारी आनाकानी कर रहा था। इसके बाद 19 जून को दर्शन गंगाजल लेकर तहसील कार्यालय पहुंच गए। उन्होंने गंगाजल नायब तहसीलदार की टेबल पर रख दिया और कसम खाने को कहा। इससे नायब तहसीलदार के होश उड़ गए। उन्होंने संबंधित डीड राइटर और प्रॉपर्टी डीलर को बुलाया। नायब तहसीलदार की बुलाने पर सामने आए प्रॉपर्टी डीलर ने कहा कि डीड राइटर ने कहा था कि साहब 10 हजार रुपए मांगते हैं। वहीं, डीड राइटर ने इससे इनकार कर दिया। इसके बाद नायब तहसीलदार ने गंगाजल से कसम नहीं खाई, लेकिन प्लॉट की रजिस्ट्री दे दी। SDM बोले- मामले को देखा जाएगा
इस प्रकरण पर डबवाली के SDM अभय सिंह जांगड़ा ने कहा कि डीड रायटर के पास जाने की कोई जरूरत नहीं थी। ऑनलाइन आवेदन भरकर रजिस्ट्री करवाई जा सकती है। मैं इस व्यवस्था को दोबारा चेक करवा रहा हूं। मामला क्या है, इसे भी देखता हूं। वहीं, नायब तहसीलदार रणबीर सिंह ने कहा कि मैंने किसी से सुविधा शुल्क नहीं मांगा। मैं तो खुद कहता हूं कि दलालों से बचकर रहो। जो व्यक्ति काम करवाने आता है, उसका काम बिना रुकावट किया जाता है। रजिस्ट्री कराने में किसी तरह की कोई परेशानी या देरी नहीं हो रही।
करनाल में गैंगस्टर छोटे दलाल की गवाह को धमकी:कहा- कंप्लेंट वापस नहीं ली तो तेरी फोटो पर हार टांग देंगे, 3 करोड़ के लेन-देन का मामला
करनाल में गैंगस्टर छोटे दलाल की गवाह को धमकी:कहा- कंप्लेंट वापस नहीं ली तो तेरी फोटो पर हार टांग देंगे, 3 करोड़ के लेन-देन का मामला हरियाणा के करनाल के नीलोखेड़ी में गैंगस्टर छोटे दलाल ने अपने गुंडों के साथ मिलकर एक गवाह को फिल्मी अंदाज में जान से मारने की धमकी दी है। गुंडों ने पीड़ित को धमकाते हुए कहा है कि अगर 14 तारीख तक शिकायत वापस नहीं ली तो 15 तारीख को हम तुम्हारी फोटो पर माला चढ़ा देंगे। मामला तीन करोड़ के लेन-देन से जुड़ा है। इसके बाद से गवाह डरा और सहमा हुआ है। उसने मामले की शिकायत बुटाना थाने में की है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। 3 गाड़ियों में आए बदामश नीलोखेड़ी के कुनाल चोपड़ा ने पुलिस को दी शिकायत में बताया है कि कल शाम करीब साढ़े 6 बजे उसके फार्म पर दो गाड़ियों में 17-18 हथियारबंद बदमाश आए। एक बदमाश ने अपना नाम छोटा दलाल बताया। शिकायतकर्ता कुनाल ने पुलिस को बताया है कि छोटा दलाल गैंगस्टर उसे कई दिन से फोन कर रहा था और मिलने के लिए कह रहा था। तरावड़ी थाना में केस दर्ज पीड़ित ने शिकायत में बताया है कि तरावड़ी के रवि गुप्ता ने दिल्ली निवासी राधेश्याम से तीन करोड़ रुपए लेने थे और इसी मुकदमे में वह गवाह था। आरोपी मेरे फार्म पर आए, इसके छोटा दलाल तो था ही साथ ही राधेश्याम की बेटी ईश सिंगला, बेटा यश और एक अन्य शिवम नाम का युवक भी था। इन सभी ने मेरे ऊपर रिवाल्वर तान दी और कहने लगे कि तुने जो पैसे लेने है उसमें से एक रुपया भी नहीं मिलेगा। अपना केस वापस ले लो। अगर केस वापस नहीं लिया तो रवि गुप्ता को जान से मार देंगे और तू भी नहीं बचेगा। गाली गलौज के बाद सभी वहां से चले गए। इसके साथ ही यह भी धमकी दी है कि अगर तुमने 14 तारीख तक कंप्लेंट वापस नहीं ली तो 15 तारीख को तेरी फोटो पर हार टांग देंगे। पुलिस जुटी जांच में बुटाना थाना के जांच अधिकारी प्रवीन कुमार ने बताया कि कुनाल चोपड़ा को जान से मारने की धमकी छोटा दलाल व अन्य ने दी है। शिकायत के आधार पर आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।