कपूरथला में यूरिया-नाइट्रेट ने ली 23 गायों की जान:पुलिस ने 33 लोगों से की पूछताछ, एसपी बोलीं- मानवीय भूल- कोई साजिश नहीं

कपूरथला में यूरिया-नाइट्रेट ने ली 23 गायों की जान:पुलिस ने 33 लोगों से की पूछताछ, एसपी बोलीं- मानवीय भूल- कोई साजिश नहीं

कपूरथला की सब डिवीजन फगवाड़ा में श्री कृष्ण गऊशाला में 8 दिसंबर से 10 दिसंबर तक 23 गायों की मौत के मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। इस मामले में SP फगवाड़ा ने किसी तरह की साजिश होने की बात से इनकार किया है। कहा कि यह घटना चारा बेचने वालों की लापरवाही से घटी। मीडिया से बात करते हुए एसपी फगवाड़ा रुपिंदर कौर भट्टी ने बताया कि पिछले दिनों गऊशाला में हुई 23 गायों की मौत के मामले में पुलिस टीम ने उस दिन श्रीकृष्ण गऊशाला में आने वाले सभी 33 लोगों से पूछताछ की। जांच के आधार पर जो रिपोर्ट सामने आई है, उसके अनुसार गायों की मौत हरे चारे में यूरिया और नाइट्रेट की मात्रा ज्यादा होने के कारण हुई है। उन्होंने यह भी बताया कि इस घटना में किसी के द्वारा जानबूझकर जहर देने की बात नहीं है। कहा कि जिस जगह से गायों के लिए हरा चारा आया था। वहीं से 4 अन्य लोगों ने भी उस दिन चारा खरीद कर अपनी गायों को खिलाया था, जिनमें से भी दो गायों की मौत हो गई है, जबकि दो ठीक हैं। निमोनिया पीड़ित गाय नहीं कर पाई चारा हजम SP रुपिंदर कौर ने बताया कि जो गाय पहले से ही कमजोर थीं और जिन्हें निमोनिया की शिकायत थी, वह ज्यादा यूरिया वाले चारे को हजम नहीं कर पाई और उनकी मौत हो गई। जबकि जो स्वस्थ गाय थीं उन्हें डाक्टरों की टीम ने बचा लिया है। SP ने कहा कि इसे मानवीय भूल तो माना जा सकता है, लेकिन इसमें किसी की साजिश नहीं। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि इस बारे में चारा बेचने वालों को भी जागरुक करना जरूरी है कि वह जब चारा काटते हैं तो जड़ से नजदीक वाला हिस्सा ना काटें क्योंकि जड़ के नजदीक यूरिया का असर अधिक होता है। बता दें कि फगवाड़ा के मेहली गेट क्षेत्र स्थित श्री कृष्ण गऊशाला, तलाब अरोड़ियां में 23 गायों की मौत हुई थी। जिससे हिंदू समाज में भारी रोष था। 8 दिसंबर को ही पंजाब में नगर निगम व नगरपालिका के चुनावों की भी घोषणा हुई थी, जिस कारण लोग आरोप लगा रहे थे कि यह एक साजिश है। इस मौके पर SDM जश्नजीत सिंह भी उनके साथ थे। कपूरथला की सब डिवीजन फगवाड़ा में श्री कृष्ण गऊशाला में 8 दिसंबर से 10 दिसंबर तक 23 गायों की मौत के मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। इस मामले में SP फगवाड़ा ने किसी तरह की साजिश होने की बात से इनकार किया है। कहा कि यह घटना चारा बेचने वालों की लापरवाही से घटी। मीडिया से बात करते हुए एसपी फगवाड़ा रुपिंदर कौर भट्टी ने बताया कि पिछले दिनों गऊशाला में हुई 23 गायों की मौत के मामले में पुलिस टीम ने उस दिन श्रीकृष्ण गऊशाला में आने वाले सभी 33 लोगों से पूछताछ की। जांच के आधार पर जो रिपोर्ट सामने आई है, उसके अनुसार गायों की मौत हरे चारे में यूरिया और नाइट्रेट की मात्रा ज्यादा होने के कारण हुई है। उन्होंने यह भी बताया कि इस घटना में किसी के द्वारा जानबूझकर जहर देने की बात नहीं है। कहा कि जिस जगह से गायों के लिए हरा चारा आया था। वहीं से 4 अन्य लोगों ने भी उस दिन चारा खरीद कर अपनी गायों को खिलाया था, जिनमें से भी दो गायों की मौत हो गई है, जबकि दो ठीक हैं। निमोनिया पीड़ित गाय नहीं कर पाई चारा हजम SP रुपिंदर कौर ने बताया कि जो गाय पहले से ही कमजोर थीं और जिन्हें निमोनिया की शिकायत थी, वह ज्यादा यूरिया वाले चारे को हजम नहीं कर पाई और उनकी मौत हो गई। जबकि जो स्वस्थ गाय थीं उन्हें डाक्टरों की टीम ने बचा लिया है। SP ने कहा कि इसे मानवीय भूल तो माना जा सकता है, लेकिन इसमें किसी की साजिश नहीं। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि इस बारे में चारा बेचने वालों को भी जागरुक करना जरूरी है कि वह जब चारा काटते हैं तो जड़ से नजदीक वाला हिस्सा ना काटें क्योंकि जड़ के नजदीक यूरिया का असर अधिक होता है। बता दें कि फगवाड़ा के मेहली गेट क्षेत्र स्थित श्री कृष्ण गऊशाला, तलाब अरोड़ियां में 23 गायों की मौत हुई थी। जिससे हिंदू समाज में भारी रोष था। 8 दिसंबर को ही पंजाब में नगर निगम व नगरपालिका के चुनावों की भी घोषणा हुई थी, जिस कारण लोग आरोप लगा रहे थे कि यह एक साजिश है। इस मौके पर SDM जश्नजीत सिंह भी उनके साथ थे।   पंजाब | दैनिक भास्कर