पंजाब के लुधियाना में आज कांग्रेस प्रदेश प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वडिंग अलग-अलग वार्डों में कांग्रेस के उम्मीदवारों के लिए चुनाव प्रचार करने पहुंचे। राजा वडिंग ने किसान आंदोलन पर बातचीत करते हुए कहा कि जल्द ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात की जाएगी। डल्लेवाल को कुछ हुआ तो केन्द्र और प्रदेश सरकार जिम्मेदार MSP का मुद्दा बहुत बड़ा मामला है। प्रधानमंत्री मोदी के बिना कोई इसे हल नहीं कर सकता। उन्हें कांग्रेस की तरफ से पत्र लिखा जाएगा। वडिंग ने कहा कि यदि किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल को कुछ हो गया तो उसकी जिम्मेदार आम आदमी पार्टी की प्रदेश सरकार और केन्द्र सरकार भाजपा होगी। वडिंग ने कहा कि आज देश के यह हालात बन गए है कि किसानों को खेत छोड़कर सड़कों पर पिछले 10 महीने से धरना देना पड़ रहा है। AAP पुरानी गारंटियां पहले पूरी करें फिर नई गारंटियों की बात करे पत्रकारों ने राजा वडिंग की लंबे समय से लुधियाना में गैरमौजूदगी पर सवाल किया तो उन्होंने कहा कि पहले गिदड़बाहा के चुनाव आ गए। जालंधर उप-चुनाव हुए अब पंजाब में निगम चुनाव है। इस कारण पूरे पंजाब में लोगों की आवाज बनना पड़ता है। बाकी जहां तक बात लुधियाना की है तो वह हमेशा से लुधियाना के लोगों के साथ है। आज अपने उम्मीदवारों के लिए वह हर गली मोहल्ले में जाकर वोट मांग रहे है। राजा वडिंग ने कहा कि आज आम आदमी पार्टी ने 5 गारंटियां लोगों को दी है। लेकिन जो पिछली गारंटियां है उसे सरकार कब पूरा करेगी। महिलाओं को 1 हजार रुपए और 2500 रुपए पेंशन सरकार देने में असमर्थ साबित हुई है। लोग अब AAP नेताओं के झांसे में आने वाले नहीं है। पंजाब के लुधियाना में आज कांग्रेस प्रदेश प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वडिंग अलग-अलग वार्डों में कांग्रेस के उम्मीदवारों के लिए चुनाव प्रचार करने पहुंचे। राजा वडिंग ने किसान आंदोलन पर बातचीत करते हुए कहा कि जल्द ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात की जाएगी। डल्लेवाल को कुछ हुआ तो केन्द्र और प्रदेश सरकार जिम्मेदार MSP का मुद्दा बहुत बड़ा मामला है। प्रधानमंत्री मोदी के बिना कोई इसे हल नहीं कर सकता। उन्हें कांग्रेस की तरफ से पत्र लिखा जाएगा। वडिंग ने कहा कि यदि किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल को कुछ हो गया तो उसकी जिम्मेदार आम आदमी पार्टी की प्रदेश सरकार और केन्द्र सरकार भाजपा होगी। वडिंग ने कहा कि आज देश के यह हालात बन गए है कि किसानों को खेत छोड़कर सड़कों पर पिछले 10 महीने से धरना देना पड़ रहा है। AAP पुरानी गारंटियां पहले पूरी करें फिर नई गारंटियों की बात करे पत्रकारों ने राजा वडिंग की लंबे समय से लुधियाना में गैरमौजूदगी पर सवाल किया तो उन्होंने कहा कि पहले गिदड़बाहा के चुनाव आ गए। जालंधर उप-चुनाव हुए अब पंजाब में निगम चुनाव है। इस कारण पूरे पंजाब में लोगों की आवाज बनना पड़ता है। बाकी जहां तक बात लुधियाना की है तो वह हमेशा से लुधियाना के लोगों के साथ है। आज अपने उम्मीदवारों के लिए वह हर गली मोहल्ले में जाकर वोट मांग रहे है। राजा वडिंग ने कहा कि आज आम आदमी पार्टी ने 5 गारंटियां लोगों को दी है। लेकिन जो पिछली गारंटियां है उसे सरकार कब पूरा करेगी। महिलाओं को 1 हजार रुपए और 2500 रुपए पेंशन सरकार देने में असमर्थ साबित हुई है। लोग अब AAP नेताओं के झांसे में आने वाले नहीं है। पंजाब | दैनिक भास्कर
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लुधियाना में सेहत विभाग की डेयरी पर छापेमारी:डेढ़ क्विंटल मिलावटी पनीर किया नष्ट, सिविल सर्जन बोले- कार्रवाई रहेगी जारी लुधियाना में सेहत विभाग ने त्यौहारी सीजन नजदीक आने पर मिलावटखोरों पर एक्शन लेना शुरू कर दिया है। सेहत विभाग की टीमें शहर में अलग-अलग डेयरियां और मिठाइयों की दुकानों पर रेड कर रही है। सेहत विभाग ने एक डेयरी पर रेड करके करीब डेढ़ क्विंटल मिलावटी पनीर नष्ट करवाया है। यह पनीर त्योहारी सीजन के चलते शहर में सप्लाई होना था। शहर में रेड रहेगी जारी सिविल सर्जन डा. प्रदीप ने बताया कि विभाग को सूचना मिली थी कि कुछ लोग राहों रोड पर डेयरियों में मिलावटी सामान बना रहे है। टीम ने रेड की तो करीब डेढ़ क्विंटल पनीर मिला। यह पनीर मिलावटी है। इस कारण पनीर सहित कई अन्य खाने-पीने के सामान के सैंपल लिए गए है। यह पनीर शहर में अलग-अलग दुकानों पर सप्लाई होना था। इसी तरह अब मिठाई की दुकानों और अन्य खाने-पीने वाले दुकानों पर दबिश जारी रहेगी। सिविल सर्जन डा. प्रदीप अग्रवाल ने कहा कि हमने दुकानदारों से अपील है कि शहर निवासियों को मिलवटी खाद्य पदार्थ न दे। लोगों से भी अपील कि जहां कही भी खाने-पीने के सामान में मिलावट होती है तो तुरंत सेहत विभाग को सूचित करें। दुकानदार से पूछताछ की जा रही है कि वह कहां कहां माल सप्लाई करते है।
अमृतपाल का समर्थक प्रधानमंत्री बाजेके लड़ेगा चुनाव:बेटा बोला- मेरे पिता गिद्दड़बाहा सीट से होंगे उम्मीदवार, डिब्रूगढ़ जेल में बंद है भगवंत सिंह
अमृतपाल का समर्थक प्रधानमंत्री बाजेके लड़ेगा चुनाव:बेटा बोला- मेरे पिता गिद्दड़बाहा सीट से होंगे उम्मीदवार, डिब्रूगढ़ जेल में बंद है भगवंत सिंह पंजाब में ‘वारिस पंजाब दे’ के प्रधान अमृतपाल सिंह के समर्थक भगवंत सिंह उर्फ प्रधानमंत्री बाजेके ने चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। उनके बेटे आकाशदीप सिंह ने इंस्टाग्राम पर इसकी घोषणा की है। भगवंत सिंह ने यह फैसला अमृतपाल सिंह के खडूर साहिब से लोकसभा चुनाव जीतने के बाद लिया है। प्रधानमंत्री बाजेके गिद्दड़बाहा विधानसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे। यहीं से उनके राजनीतिक करियर की शुरुआत होने जा रही है। बाजेके किसान आंदोलन में भी काफी सक्रिय रहे हैं। वह अक्सर किसान आंदोलन के वीडियो सोशल मीडिया पर लोगों के साथ शेयर करते रहते थे। बता दें कि कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वडिंग ने गिद्दड़बाहा सीट से विधानसभा चुनाव जीता था। अब उनके सांसद बनने के बाद इस सीट पर विधानसभा उपचुनाव होना है। सूत्रों के अनुसार पता चला है कि वडिंग अपनी पत्नी अमृता वडिंग को इस सीट पर चुनाव लड़वा सकते हैं। अमृतपाल सिंह के साथ बाजेके भी है डिब्रूगढ़ जेल में बंद भगवंत सिंह उर्फ प्रधानमंत्री बाजेके अमृतपाल सिंह के साथ डिब्रूगढ़ जेल में बंद है। अगर बाजेके चुनाव लड़ते हैं तो उन्हें भी जेल से ही चुनाव लड़ना होगा। पंजाब की खडूर साहिब सीट से लोकसभा सांसद चुने गए अमृतपाल सिंह और भगवंत सिंह बाजेके को राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत गिरफ्तार किया गया है। अमृतपाल सिंह और भगवंत सिंह पर भी इसी तरह के आरोप हैं। दोनों के साथ अन्य साथियों को पिछले साल गिरफ्तार किया गया था और सभी असम की जेल में बंद हैं। अमृतपाल सिंह ने बिना प्रचार किए ही चुनाव जीत लिया है। अमृतपाल ने कांग्रेस के कुलबीर सिंह जीरा को 1.9 लाख से ज्यादा वोटों से हराया है। प्रधानमंत्री बाजेके के नाम की घोषणा के बाद माहौल गरमा गया पंजाब की गिद्दड़बाहा विधानसभा सीट से अब तक कांग्रेस के तेजतर्रार नेता अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग विधायक थे। भगवंत सिंह उर्फ प्रधानमंत्री बाजेके के बेटे के नाम की घोषणा ने पंजाब की सियासत गरमा दी है। इस सीट पर लंबे समय से कांग्रेस का कब्जा है। अब देखना यह है कि क्या भगवंत सिंह ‘वारिस पंजाब दे’ के प्रमुख अमृतपाल सिंह की तरह जीतते हैं या नहीं? कुछ दिन पहले जेल में बंद बाजेके की तबीयत खराब होने की जानकारी भी सामने आई थी। कौन हैं भगवंत सिंह? एनएसए के तहत अमृतपाल के साथ डिब्रूगढ़ जेल में बंद बाजेके मोगा के धर्मकोट गांव के ही रहने वाले हैं। पिछले सप्ताह जब भगवंत सिंह की तबीयत खराब हुई थी, तब परिवार ने मांग की थी कि उन्हें पंजाब की जेल में रखा जाए। बाजेके के बेटे आकाशदीप ने डिब्रूगढ़ जेल प्रशासन पर उनके पिता को गलत खाना देने का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था कि जेल में खाने में तंबाकू मिलाया जा रहा है, जिससे उनके पिता और अन्य लोग बीमार हो रहे हैं। परिवार ने तर्क दिया था कि असम जाने के लिए एक व्यक्ति का 35 से 40 हजार रुपये खर्च आता है। बाजेके की मां दिल की मरीज हैं। अब बेटे ने घोषणा की है कि उनके पिता चुनाव लड़ेंगे। 18 मार्च 2024 को भगवंत को किया गया था गिरफ्तार अमृतपाल सिंह के करीबी भगवंत सिंह बाजेके को पुलिस ने 18 मार्च 2024 को गिरफ्तार किया था। जब पुलिस बाजेके का पीछा कर रही थी, तब वह फेसबुक पर लाइव हो गया था। मोगा पुलिस ने कड़ी मशक्कत के बाद उसे पकड़ लिया। इसके बाद उसे अमृतसर पुलिस को सौंप दिया गया, जहां से बाजेके पर एनएसए लगाया गया। इंस्टाग्राम और फेसबुक का शौकीन है बाजेके भगवंत सिंह बाजेके इंस्टाग्राम और फेसबुक पर अक्सर रील बनाता था। पुलिस के मुताबिक वह एक इन्फ्लुएंसर भी है। वह फेसबुक पर प्रधानमंत्री बाजेके नाम से पेज भी चलाता है। जहां वह लोगों से सामाजिक और राजनीतिक मुद्दे साझा करता है। कैसे बना भगवंत सिंह प्रधानमंत्री बाजेके साल 2020 में एक स्थानीय वेब चैनल को दिए इंटरव्यू में भगवंत सिंह ने बताया था कि वह सोशल मीडिया पर पॉपुलर होना चाहता था, इसलिए उसने अपना नाम प्रधानमंत्री रख लिया। भगवंत सिंह ने बताया कि उसने सोशल मीडिया पर मुख्यमंत्री के नाम से एक पेज देखा था। इसीलिए उसने अपने पेज का नाम प्रधानमंत्री रखा है। उसने यह भी कहा कि अगर मैं सोशल मीडिया के जरिए अपनी आजीविका चला रहा हूं तो किसी को कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए। भगवंत के खिलाफ 8 मामले दर्ज आपको बता दें कि भगवंत सिंह के फेसबुक पर करीब 6.11 फॉलोअर्स हैं। भगवंत सिंह के खिलाफ अब तक कुल 8 मामले दर्ज हो चुके हैं। जिसमें हत्या का प्रयास, एनडीपीएस एक्ट जैसे मामले शामिल हैं। साल 2015 में जमीन से जुड़े एक मामले में उसके खिलाफ हत्या के प्रयास का मामला दर्ज हुआ था। साल 2017 में कथित तौर पर 400 ग्राम अफीम बरामद हुई थी। भगवंत सिंह 8वीं पास है, उसके पास 4 एकड़ जमीन पुलिस के दस्तावेजों के मुताबिक भगवंत सिंह 8वीं पास है। उसके पास 4 एकड़ जमीन है। साथ ही एक घर भी है। वह अक्सर सोशल मीडिया पर लोगों को गाली देता नजर आता है। गांव के लोगों से उसका मेलजोल ठीक नहीं है। अमृतपाल सिंह के संपर्क में आने के बाद भगवंत सिंह के खिलाफ सरेआम हथियार लहराने का मामला दर्ज हुआ था। उसके पास किसी भी हथियार का लाइसेंस नहीं था। जब भगवंत सिंह ने अमृतपाल सिंह का समर्थन करना शुरू किया था, तब वह केवल टी-शर्ट, शर्ट और ट्राउजर में ही नजर आता था और पगड़ी भी नहीं पहनता था। लेकिन अमृतपाल के संपर्क में आने के बाद उसने खालसा रूप धारण कर लिया। वह अपने साथ राइफल और तलवार लेकर चलता था और अमृतपाल सिंह के हर कार्यक्रम में नजर आता था।
यूपी के पीलीभीत में 3 खालिस्तानी आतंकियों का एनकाउंटर:पंजाब में थाने पर हमला किया था, 2 AK-47 और कारतूस बरामद; 2 सिपाही जख्मी
यूपी के पीलीभीत में 3 खालिस्तानी आतंकियों का एनकाउंटर:पंजाब में थाने पर हमला किया था, 2 AK-47 और कारतूस बरामद; 2 सिपाही जख्मी UP के पीलीभीत में 3 खालिस्तानी आतंकियों को एनकाउंटर में मार गिराया गया। पीलीभीत पुलिस और पंजाब पुलिस ने सोमवार तड़के यह ऑपरेशन किया। सभी आतंकी खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स ( KZF) के सदस्य थे। इन्होंने 19 दिसंबर को पंजाब के गुरदासपुर जिले में पुलिस चौकी पर ग्रेनेड से हमला किया था। आतंकियों के पास से 2 एके-47 राइफल, 2 ग्लॉक पिस्टल और भारी मात्रा में कारतूस बरामद किए गए। मारे गए आतंकियों में गुरदासपुर निवासी गुरविंदर सिंह, वीरेंद्र सिंह उर्फ रवि और जसप्रीत सिंह उर्फ प्रताप सिंह हैं। पीलीभीत के पूरनपुर कोतवाली क्षेत्र में एनकाउंटर हुआ। गोली लगने के बाद तीनों घायलों को पूरनपुर CHC लाया गया। वहां डॉक्टरों ने सभी को मृत घोषित कर दिया। आतंकियों को घेरा तो पुलिस पर ताबड़तोड़ फायर किए: SP
पीलीभीत SP अविनाश पांडेय ने बताया- सोमवार सुबह पंजाब की गुरदासपुर पुलिस की टीम थाना पूरनपुर पहुंची। सूचना दी कि उनके यहां कुछ दिन पहले गुरदासपुर में बख्शीवाल पुलिस चौकी पर खालिस्तानी आतंकियों ने ग्रेनेड से हमला किया था। उनके पूरनपुर क्षेत्र में छिपे होने की सूचना मिली थी। तुरंत पूरे जिले की नाकाबंदी कर चेकिंग शुरू की गई। इस दौरान खमरिया पॉइंट पर तैनात पुलिसकर्मियों ने सूचना दी कि एक बाइक पर तीन संदिग्ध नजर आए हैं। उनके पास कुछ संदिग्ध वस्तुएं हैं। ये बाइक से पीलीभीत की तरफ गए हैं। पंजाब पुलिस और पूरनपुर पुलिस ने उनका पीछा किया। आगे के थानों को अलर्ट किया गया। SP अविनाश पांडेय ने बताया- पूरनपुर और पीलीभीत के बीच निर्माणाधीन पुल पर इन लोगों को पुलिस ने घेरा तो यह लोग एक पटरी की तरफ मुड़ गए। इसके बाद उन्हें रुकने के लिए कहा गया तो इन्होंने पुलिस टीम पर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में तीनों आतंकियों को गोली लगी। हॉस्पिटल में उनकी मौत हो गई। पंजाब पुलिस ने बताया कि इन आतंकियों का विदेशी कनेक्शन है। आरोपियों के पास से एक चोरी की मोटरसाइकिल बरामद हुई है। यह पूरनपुर थाना क्षेत्र से चोरी की गई थी। आतंकियों की फायरिंग में दो पुलिस कॉन्स्टेबल भी घायल हुए हैं। आतंकियों ने 30 मिनट में 100 से ज्यादा राउंड फायरिंग की
एनकाउंटर करने वाली टीम के एक अफसर ने बताया- आतंकियों के पास AK 47 थीं। पंजाब पुलिस को पहले से अनुमान था कि आतंकियों के पास बड़े हथियार हैं। इसलिए पीलीभीत पुलिस के SP अविनाश पांडे ने लॉन्ग रेंज वेपंस के साथ जवानों को साथ लिया। पुलिस और आतंकियों के बीच करीब आधे घंटे में 100 से ज्यादा राउंड फायर फायरिंग हुई। ज्यादातर फायरिंग आतंकियों ने की। खबर में आगे बढ़ने से पहले इस पोल में राय दीजिए… पंजाब डीजीपी बोले- पाकिस्तान के इशारे पर काम करते थे पंजाब डीजीपी गौरव यादव ने बताया- मारे गए तीनों आतंकी पाकिस्तान से ऑपरेट हो रहे खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स (KZF) के मेंबर थे। इसका सरगना रणजीत सिंह नीटा पाकिस्तान में है। वह पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI के लिए काम करता है। ISI के इशारों पर पंजाब में माहौल बिगाड़ने की फिराक में था। तीनों आतंकियों के खिलाफ पहले भी कई मामले दर्ज हैं। इनका मुखिया वरिंदर सिंह उर्फ रवि था। रवि आगे अपने सरगना के साथ टच में था। इस मॉड्यूल को KZF के प्रमुख रणजीत सिंह नीटा और ग्रीस में रहने वाले जसविंदर सिंह मन्नू ऑपरेट करता था। ये दोनों आतंकी ब्रिटेन में बैठे जगजीत सिंह उर्फ फतेह सिंह बागी को ऑर्डर देते थे। फतेह सिंह बागी रवि के साथ बातचीत करता था। जगजीत सिंह के ही इशारों पर थाने पर हमला किया गया था। शुरुआती जांच में पता चला है कि रवि ग्रीस में बैठे आतंकी जसविंदर सिंह मन्नू का करीबी है क्योंकि दोनों एक गांव के रहने वाले हैं। इसी वजह से रवि को थाने में हुए ग्रेनेड अटैक मॉड्यूल का हेड बनाया गया था। वहीं, जगजीत सिंह यूके आर्मी में भी काम कर चुका है, मगर अब आतंकी मॉड्यूल चला रहा है। अब पढ़िए तीनों आतंकियों की कहानी… रवि मास्टरमाइंड, UK में बैठे आतंकी के टच में था
पंजाब पुलिस के रिकॉर्ड के मुताबिक, मारे गए आतंकियों में गुरदासपुर के गांव अगवान का रहने वाला रवि मास्टरमाइंड था। रवि के दोनों साथी उसी के इशारों पर काम कर रहे थे। रवि आगे सरगना के साथ संपर्क करता था। इसके बाद उन्हें पैसे सहित अन्य चीजें मिलती थीं। रवि UK आर्मी में काम करने वाले खालिस्तानी आतंकी जगजीत सिंह उर्फ फतेह सिंह बागी के पैतृक गांव के रहने वाला था। इसके जरिए ही वह खालिस्तानी ग्रुप के लिए काम करने लगा था। रवि की 5 बहने हैं और 2 भाई हैं। रवि ही ट्रक ड्राइवरी कर परिवार को पाल रहा था। उसका कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है। दैनिक भास्कर की टीम जब उसके घर पहुंची तो वहां ताला लगा मिला। परिवार कहां है, किसी को कुछ पता नहीं है। पड़ोसियों ने बताया कि रवि की मां बीमार रहती है। पूरा परिवार मजदूरी करता था। तीन पहले हुई थी जसनप्रीत की शादी, घर से दिहाड़ी के लिए निकला था
जसनप्रीत सिंह उर्फ प्रताप सिंह का परिवार सरहदी गांव कलानौर में रहता है। परिवार काफी गरीब है। परिजन मजदूरी कर गुजारा कर रहे हैं। जसनप्रीत की मां परमजीत कौर ने दैनिक भास्कर से बातचीत में बताया कि रवि ड्राइवरी की दिहाड़ी का कहकर अपने साथ ले गया था। इसके बाद से वह घर नहीं लौटा। उन्होंने कहा कि 8 दिनों से जसनप्रीत का कोई अता पता नहीं था। उसका फोन भी बंद आ रहा था। परिवार काफी चिंतित था। सोमवार सुबह पता चला कि जसनप्रीत का एनकाउंटर कर दिया गया है। मां ने कहा कि लोग जो मर्जी कहते रहें, मगर मेरा बेटा ऐसा नहीं है। परमजीत कौर ने कहा कि जसनप्रीत के 2 और भाई हैं। वह मजदूरी कर गुजारा कर रहे हैं। तीनों बेटे अनपढ़ हैं। परिवार गरीबी से जूझ रहा है। हमले के लायक जसनप्रीत कैसे हो सकता है? जसनप्रीत की पत्नी गुरप्रीत कौर ने बताया कि 3 माह पहले उसकी शादी हुई थी। बीते मंगलवार (17 दिसंबर) जसनप्रीत घर से गया था। यह पहली बार था कि वह गांव से बाहर दिहाड़ी के लिए गया था। इसके बाद से उसका कोई अता पता नहीं था। गुरविंदर को गोद लिया था, गुरदासपुर में की थी हत्या
तीसरा आतंकी गुरविंदर सिंह भी गुरदासपुर के कलानौर एरिया के गांव रहीमाबाद का रहने वाला था। गुरविंदर के पिता गुरदेव सिंह ने उसे अपनी मौसी से गोद लिया था, क्योंकि उनकी कोई अपनी औलाद नहीं थी। मां सरबजीत ने बताया कि गुरविंदर अकेला बेटा था। खाना खाने के बाद वह घर से निकला था। 3-4 दिन से वह घर नहीं आया। एक दिन उसे फोन किया तो उसने बताया था कि वह यहां है। जानकारी के मुताबिक, कुछ साल पहले उसने किला लाल सिंह गांव में एक युवक को नहर में डुबोकर मार डाला था। इसके बाद हत्या का मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया। वह जमानत पर चल रहा था। हत्या के बाद वह माता-पिता को छोड़कर कलानौर में अकेले रहने लगा था। 12वीं तक पढ़ाई की। एनकाउंटर से जुड़ी तस्वीरें देखिए… ——————————————————————- गुरदासपुर में चौकी पर हमले से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें…. पंजाब के गुरदासपुर में चौकी और थाने पर हुआ था हमला: खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स ने ली थी जिम्मेदार पंजाब के भारत-पाकिस्तान बॉर्डर से सटे गुरदासपुर जिले की पुलिस चौकी पर 19 दिसंबर को आतंकी हमला हुआ। जिस बख्शीवाल चौकी में धमाका हुआ, वह कलानौर कस्बे में है और तकरीबन एक महीने पहले ही उसे बंद कर दिया गया था। खालिस्तानी आतंकी संगठन खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स (KZF) ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर इस हमले की जिम्मेदारी ली थी। पूरी खबर पढ़िए