पंजाब में तरनतारन के गांव असल के नजदीक काम करके अपने घर लौट रहे दो मजदूर सड़क पर गंभीर घायल पाए गए, जिनमें से एक की मौके पर मौत हो चुकी थी, जबकि दूसरे ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। मृतकों के परिजनों और साथियों का दावा है कि रास्ते में दोनों मृत मजदूरों पर लुटेरों ने हमला किया और मजदूरी के रुपए भी लूट कर ले गए। मृतकों के पहचान गुलजार सिंह और गुरदयाल सिंह के रूप में हुई है। मृतक के परिजनों ने बताया कि गुलजार सिंह और गुरदयाल सिंह दोनों लेंटर में सरिये का जाल बिछाने का काम करते थे। वे अपने पांच अन्य साथियों के साथ नजदीकी गांव सभ्रां में काम करने गए थे। काम खत्म करने के बाद देर रात गुरदयाल सिंह और गुलजार सिंह अपने साथियों से 10 मिनट पहले ही घर के लिए निकल गए। रास्ते में उनके साथियों को दोनों जख्मी हालत में सड़क के किनारे घायल अवस्था में पड़े मिले। जिनमें से एक की मौत हो चुकी थी तथा दूसरे को अस्पताल ले जाया गया जहां उसने दम तोड़ दिया। शरीर पर मिले तेजधार हथियारों के निशान दोनों के शरीर पर तेजधार हथियारों के निशान थे। किसी ने लूट करने के बाद दोनों पर तेजधार हथियार से वार किए थे। जिसकी सूचना पुलिस को दी गई। परिवार ने कहा कि इस इलाके में रोजाना लूट की वारदातें हो रही हैं। मौके पर पहुंचे एसपी इन्वेस्टिगेशन अजय राज सिंह ने कहा कि दोनों शवों के पोस्टमार्टम करवाए जा रहे हैं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद साफ हो पाएगा कि गुलजार सिंह व गुरदयाल सिंह की हत्या हुई है या सड़क हादसे में उनकी मौत हुई है। पंजाब में तरनतारन के गांव असल के नजदीक काम करके अपने घर लौट रहे दो मजदूर सड़क पर गंभीर घायल पाए गए, जिनमें से एक की मौके पर मौत हो चुकी थी, जबकि दूसरे ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। मृतकों के परिजनों और साथियों का दावा है कि रास्ते में दोनों मृत मजदूरों पर लुटेरों ने हमला किया और मजदूरी के रुपए भी लूट कर ले गए। मृतकों के पहचान गुलजार सिंह और गुरदयाल सिंह के रूप में हुई है। मृतक के परिजनों ने बताया कि गुलजार सिंह और गुरदयाल सिंह दोनों लेंटर में सरिये का जाल बिछाने का काम करते थे। वे अपने पांच अन्य साथियों के साथ नजदीकी गांव सभ्रां में काम करने गए थे। काम खत्म करने के बाद देर रात गुरदयाल सिंह और गुलजार सिंह अपने साथियों से 10 मिनट पहले ही घर के लिए निकल गए। रास्ते में उनके साथियों को दोनों जख्मी हालत में सड़क के किनारे घायल अवस्था में पड़े मिले। जिनमें से एक की मौत हो चुकी थी तथा दूसरे को अस्पताल ले जाया गया जहां उसने दम तोड़ दिया। शरीर पर मिले तेजधार हथियारों के निशान दोनों के शरीर पर तेजधार हथियारों के निशान थे। किसी ने लूट करने के बाद दोनों पर तेजधार हथियार से वार किए थे। जिसकी सूचना पुलिस को दी गई। परिवार ने कहा कि इस इलाके में रोजाना लूट की वारदातें हो रही हैं। मौके पर पहुंचे एसपी इन्वेस्टिगेशन अजय राज सिंह ने कहा कि दोनों शवों के पोस्टमार्टम करवाए जा रहे हैं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद साफ हो पाएगा कि गुलजार सिंह व गुरदयाल सिंह की हत्या हुई है या सड़क हादसे में उनकी मौत हुई है। पंजाब | दैनिक भास्कर
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सुरजीत कौर को अकाली दल के उम्मीदवार के तौर पर नामांकन भराया गया था। इसी दौरान अकाली दल में फूट पड़ गई। पार्टी प्रधान सुखबीर बादल के खिलाफ बगावत हो गई। जिसकी अगुआई सीनियर नेता प्रेम सिंह चंदूमाजरा, बीबी जागीर कौर और पूर्व विधायक गुरप्रताप वडाला समेत कई नेता कर रहे हैं। इन्हीं की सिफारिश पर सुरजीत कौर का अकाली दल से नामांकन भराया गया था। कुछ दिन पहले चंडीगढ़ में सुखबीर बादल ने मीटिंग बुलाई। जिसमें यह बागी नेता नहीं गए और जालंधर में अलग मीटिंग कर कहा कि अकाली दल में बदलाव की जरूरत है। यह सीधे तौर पर सुखबीर बादल के नेतृत्व पर सवाल उठाना था। जिसके बाद जिसके बाद सुखबीर सिंह बादल के पक्ष के वरिष्ठ अकाली नेता दलजीत सिंह चीमा ने बयान जारी कर कहा था कि जालंधर उपचुनाव में जिस उम्मीदवार को मैदान में उतारा गया है। अकाली दल उसका समर्थन नहीं करेगा। वह उम्मीदवार बीबी जागीर कौर ने बनाया है। इस बारे में पार्टी नेतृत्व से पूछा ही नहीं गया। इसके बाद अकाली दल ने BSP के उम्मीदवार को समर्थन दे दिया। अकाली उम्मीदवार की 2 तस्वीरें… 1. SAD कैंडिडेट के तौर पर नामांकन भरा 2. CM भगवंत मान से मुलाकात कर AAP में शामिल हुई AAP विधायक के इस्तीफे के बाद उपचुनाव
लोकसभा चुनाव से ठीक पहले 27 मार्च को इस जालंधर वेस्ट सीट से AAP के विधायक शीतल अंगुराल भाजपा में शामिल हो गए थे। इसके बाद उन्होंने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया। हालांकि 29 मई को अंगुराल ने अचानक अपना इस्तीफा वापस लेने का मन बनाया। 30 मई को अंगुराल ने अपना इस्तीफा वापस लेने के लिए स्पीकर को पत्र लिखा था। 3 जून को स्पीकर ने अंगुराल को इस्तीफे पर बातचीत को लेकर बुलाया था। मगर 30 मई को अंगुराल का इस्तीफा मंजूर कर दिया गया। इस पर अंगुराल ने पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में याचिका दायर करने की बात कही थी। CM मान बोले- अकाली दल ने कुर्बानी का मोल नहीं मोड़ा
सुरजीत कौर की जॉइनिंग पर सीएम भगवंत मान ने कहा थान कि अकाली दल में अपनी कुर्बानियां देने वाले सुरजीत कौर के परिवार को शिअद ने टिकट दी थी। मगर अकाली दल ने कुर्बानी को मोल नहीं मोड़ा। उनमें बहुत भारी रोष है कि खुद की निजी लड़ाई के कारण शिअद ने कुर्बानियां देने वाले परिवार से जलालत भरा सलूक किया है। मामला इतना बढ़ गया कि वह टिकट से मुकर गए। सीएम मान ने कहा कि पार्टी ने खुद टिकट दी और उसी के आधार पर प्रचार करना शुरू किया गया। देश में पहली बार ऐसा होगा कि कोई पार्टी अपना उम्मीदवार उतारे और उसे समर्थन न देकर विरोधी पार्टी को समर्थन दे रही है। सीएम मान ने आगे कहा- मगर मुझे आज मान हो रहा है कि हमारी पार्टी के साथ ऐसा परिवार जुड़ रहा है। परिवार अपने समर्थकों के साथ आप में शामिल हुआ है। सीएम मान ने कहा कि मैं अपने आप को खुशक़िस्मत समझता हूं कि परिवार ने हमें इस लायक समझा। हम सरकार में सुरजीत कौर को अच्छी जिम्मेदारी देंगे। परिवार ने इतनी कुर्बानियां दी हैं, इसलिए मैं परिवार का स्वागत करता हूं।