हरियाणा के सोनीपत में कारोबार कर रहे दिल्ली के एक व्यापारी से कुख्यात बदमाश मोनू राठधना ने कारोबार में हिस्सा मांगा है। बदमाश ने कहा कि ‘तुम बिजनेस में बढ़िया कमा रहे हो, हिस्सेदारी पहुंचा देना वरना देख लेंगे, इंकार करने की सूरत में मरने को तैयार रहना’। कुंडली थाना पुलिस ने केस दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। बदमाश इससे पहले BJP के प्रदेशाध्यक्ष मोहनलाल बड़ौली से भी 10 लाख कर फिरौती मांग चुका है। जानकारी के अनुसार दिल्ली में रहने वाले एक व्यक्ति का सोनीपत के कुंडली औद्यौगिक क्षेत्र में कारोबार है। उसको फोन पर रंगदारी के लिए धमकाया गया है। फोन करने वाले ने खुद को मोनू राठधना बताया है। वह कुख्यात बदमाश है और उस पर पहले ही हत्या और लूट सहित एक दर्जन से ज्यादा मामले दर्ज हैं। मोनू राठधाना के नाम से कारोबारी से कहा गया है कि तुम बिजनेस में बढ़िया कमा रहे हो। हरियाणा-दिल्ली में बड़ा धंधा चल रहा है। हिस्सेदारी पहुंचा देना वरना देख लेंगे। कारोबारी ने उसे रुपए देने से इनकार किया तो उसे जान से मारने की धमकी दी गई है। उसे कहा गया है कि इनकार करने की सूरत में मरने के लिए तैयार रहना। कारोबारी ने धमकी को लेकर परिजनों को पूरी जानकारी दी। इसके बाद थाना कुंडली में शिकायत दी गई। BJP अध्यक्ष से मांग चुका 10 लाख सोनीपत जिले के गांव राठधना के रहने वाले मोनू ने 24 फरवरी 2017 को भाजपा के नेता मोहन लाल बड़ौली से 10 लाख रुपए की रंगदारी मांगी थी। मोहन लाल बड़ौली जो कि अब पूर्व विधायक एवं भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष हैं, 2017 में वे भाजपा किसान मोर्चा के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य एवं कष्ट निवारण समिति थे। उनका पेट्रोल पंप व खनन का काम था। मोनू राठधना ने मोहनलाल को धमकी दी थी कि ‘वह खनन में मोटी कमाई कर रहा है। 10 लाख रुपए पहुंचा दे, नहीं तो काम तमाम कर दूंगा’। मोहन लाल कह शिकायत पर पुलिस ने थाना राई मे केस दर्ज कर अगले ही दिन मोनू को गिरफ्तार कर लिया था। पुलिस के अनुसार मोनू का पहले से आपराधिक रिकार्ड है। उस पर हत्या, लूट, मारपीट और जान से मारने की धमकी देने के एक दर्जन से ज्यादा मुकदमे दर्ज है। पुलिस ने दर्ज किया केस सोनीपत पुलिस के प्रवक्ता ASI रविंद्र ने बताया कि दिल्ली का एक व्यापारी कुंडली में कारोबार करता है। उसको एक मोनू है राठधना का, ने फिरौती मांगी है। फिरौती न देने पर उसे जान से मारने की धमकी दी गई है। पुलिस ने शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया है। छानबीन जारी है और जल्द ही आरोपी को गिरफ्तार कर लेंगे। हरियाणा के सोनीपत में कारोबार कर रहे दिल्ली के एक व्यापारी से कुख्यात बदमाश मोनू राठधना ने कारोबार में हिस्सा मांगा है। बदमाश ने कहा कि ‘तुम बिजनेस में बढ़िया कमा रहे हो, हिस्सेदारी पहुंचा देना वरना देख लेंगे, इंकार करने की सूरत में मरने को तैयार रहना’। कुंडली थाना पुलिस ने केस दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। बदमाश इससे पहले BJP के प्रदेशाध्यक्ष मोहनलाल बड़ौली से भी 10 लाख कर फिरौती मांग चुका है। जानकारी के अनुसार दिल्ली में रहने वाले एक व्यक्ति का सोनीपत के कुंडली औद्यौगिक क्षेत्र में कारोबार है। उसको फोन पर रंगदारी के लिए धमकाया गया है। फोन करने वाले ने खुद को मोनू राठधना बताया है। वह कुख्यात बदमाश है और उस पर पहले ही हत्या और लूट सहित एक दर्जन से ज्यादा मामले दर्ज हैं। मोनू राठधाना के नाम से कारोबारी से कहा गया है कि तुम बिजनेस में बढ़िया कमा रहे हो। हरियाणा-दिल्ली में बड़ा धंधा चल रहा है। हिस्सेदारी पहुंचा देना वरना देख लेंगे। कारोबारी ने उसे रुपए देने से इनकार किया तो उसे जान से मारने की धमकी दी गई है। उसे कहा गया है कि इनकार करने की सूरत में मरने के लिए तैयार रहना। कारोबारी ने धमकी को लेकर परिजनों को पूरी जानकारी दी। इसके बाद थाना कुंडली में शिकायत दी गई। BJP अध्यक्ष से मांग चुका 10 लाख सोनीपत जिले के गांव राठधना के रहने वाले मोनू ने 24 फरवरी 2017 को भाजपा के नेता मोहन लाल बड़ौली से 10 लाख रुपए की रंगदारी मांगी थी। मोहन लाल बड़ौली जो कि अब पूर्व विधायक एवं भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष हैं, 2017 में वे भाजपा किसान मोर्चा के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य एवं कष्ट निवारण समिति थे। उनका पेट्रोल पंप व खनन का काम था। मोनू राठधना ने मोहनलाल को धमकी दी थी कि ‘वह खनन में मोटी कमाई कर रहा है। 10 लाख रुपए पहुंचा दे, नहीं तो काम तमाम कर दूंगा’। मोहन लाल कह शिकायत पर पुलिस ने थाना राई मे केस दर्ज कर अगले ही दिन मोनू को गिरफ्तार कर लिया था। पुलिस के अनुसार मोनू का पहले से आपराधिक रिकार्ड है। उस पर हत्या, लूट, मारपीट और जान से मारने की धमकी देने के एक दर्जन से ज्यादा मुकदमे दर्ज है। पुलिस ने दर्ज किया केस सोनीपत पुलिस के प्रवक्ता ASI रविंद्र ने बताया कि दिल्ली का एक व्यापारी कुंडली में कारोबार करता है। उसको एक मोनू है राठधना का, ने फिरौती मांगी है। फिरौती न देने पर उसे जान से मारने की धमकी दी गई है। पुलिस ने शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया है। छानबीन जारी है और जल्द ही आरोपी को गिरफ्तार कर लेंगे। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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जींद में बारात लेकर आया नाबालिग लड़का:26 साल की लड़की से तय किया रिश्ता; प्रशासन ने रुकवाई शादी, बिना दुल्हन लौटे बाराती हरियाणा के जींद में 15 साल के नाबालिग लड़के का विवाह 26 साल की युवती से कराया जा रहा था। बारात शामली (UP) से आई थी। बाल विवाह की सूचना मिलने के बाद प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची गई। लड़के की उम्र के कागजात जांचे तो वह 15 साल 4 महीने का ही निकला। इसके बाद बाल विवाह निषेध अधिकारी टीम ने विवाह रुकवा दिया। बारात बिना दुल्हन के ही लौट गई। जानकारी अनुसार जींद जिला बाल विवाह निषेध अधिकारी सुनीता को सूचना मिली थी कि सफीदों के डिडवाड़ा गांव में एक नाबालिग लड़के की शादी करवाई जा रही है। बारात उत्तर प्रदेश के शामली जिले से आई हुई है। बारात दुल्हन के दरवाजे पर पहुंच चुकी थी। इस पर कार्रवाई करते हुए सहायक रवि लोहान, मुख्य सिपाही ओमप्रकाश, महिला सिपाही आरती, नीलम, सिपाही सुरेंद्र, प्रवीण थाना सदर सफीदों पुलिस के साथ मौके पर पहुंचे। लड़की के घर के पर शादी की तैयारियां चल रही थी। बारात दुल्हन के घर के पास ही बैठी हुई थी। टीम द्वारा बारात लेकर आए दूल्हे के परिवार वालों से लड़के के जन्म से संबंधित कागजात मांगे तो परिजनों ने पहले तो टाल मटोल करने की कोशिश की और दूल्हे के बालिग होने की बात कही। मौके पर अन्य मौजिज लोगों को बुलाया गया तो लगभग तीन घंटे के बाद जो सबूत दिखाए गए, उसमें लड़के की उम्र मात्र 15 वर्ष 4 महीने पाई गई। उससे शादी करने वाली दुल्हन की उम्र 26 वर्ष मिली। दुल्हन की उम्र दूल्हे से 11 वर्ष बड़ी मिली। इस पर उसके परिजनों द्वारा बताया गया कि लड़के के माता-पिता बीमार रहते हैं और उनको किसी कानून की कोई जानकारी नहीं है। इसलिए वह गलती से ऐसा कर रहे थे। इस पर रवि लोहान ने परिजनों को समझाया गया कि आपका लड़का नाबालिग है, इसलिए आप उसके बालिग होने तक का इंतजार करें। ताकि कोई कानूनी अड़चन नहीं आए। परिवार सहमत हो गया और शादी को स्थगित कर दिया गया। परिवार द्वारा महिला संरक्षण एवं बाल विवाह निषेध विभाग के अधिकारियों को लिखित बयान दिए कि वह कानून की पालना करेंगे और लड़के के बालिग होने पर ही उसकी शादी करेंगें। इसके बाद बारात बिना दुल्हन के ही लौट गई।
हिसार के होटल में डॉक्टर से मारपीट का मामला:मालिक का दावा-दिल्ली के डॉक्टर ने की थी ओवर ड्रिंक, कमरे से शराब-बीयर की बोतलें बरामद
हिसार के होटल में डॉक्टर से मारपीट का मामला:मालिक का दावा-दिल्ली के डॉक्टर ने की थी ओवर ड्रिंक, कमरे से शराब-बीयर की बोतलें बरामद हरियाणा के हिसार में मेदांता में प्रैक्टिस कर चुके डॉक्टर डॉ. सर्वोत्तम और उनके दोस्त मोहित नैन से मारपीट के मामले में नया खुलासा हुआ है। होटल मालिक ने पुलिस को बताया कि डॉक्टर और उसके दोस्त ने ही मारपीट की और कर्मचारी को कमरे में बंद कर पीटा था। होटल मालिक नवीन ने पुलिस को डॉक्टर के कमरे से बरामद बीयर की 5 व एक अंग्रेजी शराब की खाली बोतल भी दिखाई और कहा कि दो लोगों ने इतनी शराब पी थी। दोनों ने ओवर ड्रिंक कर होटल में हंगामा किया। दोनों रात को एक बजे मैन गेट की चाबी मांगने लगे, जब उनसे कहा गया कि आप ओवर ड्रिंक हो, आपके साथ कुछ अनहोनी हो गई तो होटल इसका जिम्मेदार माना जाएगा। इस पर डॉक्टर और उसका दोस्त भड़क गए और कमरे में घुसकर कर्मचारियों से मारपीट करने लगे। बाकायदा पूरा घटनाक्रम सीसीटीवी कैमरों में कैद है। होटल मालिक ने कहा कि वह कई सालों से होटल चला रहा है, आज तक उसकी एक भी शिकायत नहीं आई है। वह कस्टमर से मारपीट करने की कभी सोच नहीं सकता। मगर डॉक्टर और उसके दोस्त ने कर्मचारियों से खुद पहले मारपीट की। अर्बन एस्टेट चौकी पुलिस को सभी वीडियो और फुटेज मुहैया करवा दिए गए हैं। डॉक्टर के कमरे से शराब व बीयर की बोतल बरामद अस्पताल में भर्ती है होटल कर्मचारी वहीं इस मारपीट में घायल हुए 2 होटल कर्मचारी सिविल अस्पताल में दाखिल है। होटल मालिक नवीन ने बताया कि डॉक्टर और उसके दोस्त ने हमारे कर्मचारी को इतना मारा की उसके हाथ में फ्रैक्चर आ गया। वह दो दिन से नागरिक अस्पताल में दाखिल है। हमने भी पुलिस को बयान दिए हुए हैं। मगर डॉक्टर के प्रभाव में आकर पुलिस ने एक तरफा कार्रवाई की है। जबकि हमारे साथ ही घटना घटी, हम पीड़ित हैं और हमारे खिलाफ ही केस दर्ज कर लिया गया। होटल मालिक ने बताया कि उन्होंने अपनी जमा पूंजी लगाकर यह किराए पर बिल्डिंग लेकर होटल चला रहे हैं। पुलिस ने डॉक्टर की शिकायत पर केस दर्ज किया था दरअसल, हिसार में अपनी बीमार दादी से मिलने दिल्ली से आए। डॉक्टर और उसका दोस्त अर्बन एस्टेट के ऑलवेज वेलकम नाम के होटल में ठहरे थे। यहां उन्होंने 15 नवंबर की रात को एक कमरा 1200 रुपए में बुक कर लिया था। डॉक्टर का आरोप है कि रात को एक बजे जब वह दादी को संभालने जाने लगे तो कर्मचारियों ने गेट नहीं खोला। बल्कि उनके साथ मारपीट की गई। पुलिस ने फिजियोथैरेपिस्ट डॉ. सर्वोत्तम चौहान की शिकायत पर होटल मालिक नवीन कुमार और उसके दो कर्मचारियों सुनील और आनंद के खिलाफ धारा 15, 126, 190, 19(2),324(3),351(3) के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी। पुलिस को दी शिकायत में डॉक्टर डॉ. सर्वोत्तम चौहान ने क्या कहा… 1. दादी एडमिट थी तो रात को संभालने जाने लगे डॉ. सर्वोत्तम चौहान ने बताया कि वह दिल्ली में फीजियोथैरेपिस्ट है। उनकी दादी सुखदा अस्पताल हिसार में दाखिल है। जिससे मिलने वह 16 नवंबर को दिल्ली से हिसार आए थे। शाम को देर होने के कारण हिसार में ही ठहरने की सोची और सुखदा अस्पताल से थोड़ी दूर ही होटल ऑलवेज वेलकम में रात में रुकने के लिए एक कमरा नंबर 205, 1200 रुपए में बुक कर लिया था। मेरे साथ मेरा दोस्त मोहित जो नरवाना, जींद का रहने वाला है, साथ में था। खाना वगैरा खाकर रात के करीब 1 बजे हम मेरी दादी को संभालने अस्पताल जाने लगे, तो होटल वालों ने होटल का मैन गेट बंद कर रखा था और होटल के 2 कर्मचारी गेट के पास बने कमरे में शराब पी रहे थे। 2. होटल से बाहर जाने को कहा, तो मना कर दिया डॉक्टर ने बताया कि, मैंने और मेरे दोस्त ने होटल का मैन गेट खोलने के लिए कहा तो उन्होंने दरवाजा खोलने से मना कर दिया। इसी बात को लेकर हमारी होटल के कर्मचारी सुनील और आनंद के साथ बहस हो गई। शराब के नशे में होने के कारण सुनील और आनंद हमारे साथ हाथापाई करने लगे। इसी दौरान आरोपियों ने होटल के मालिक नवीन कुमार को फोन कर दिया। कुछ ही देर में नवीन भी मौके पर आ गया। नवीन के आते ही नवीन, सुनील और आनंद व अन्य 2 से 3 लड़कों ने लात-घूसों से हमला कर दिया। हम किसी तरह इनसे छुड़वाकर भागने लगे तो इन सभी ने हमारा रास्ता रोककर हमारे साथ फिर से मारपीट की तथा हमे गंदी-गंदी गालियां देते रहे। 3. डायल 112 को फोन कर बुलाया और अस्पताल ले गए डॉक्टर ने बताया कि झगड़े में इन्होंने मेरी सोने की चैन भी तोड़ दी, जो है तो मेरे पास है। लेकिन उसमें करीब 10 हजार रुपए का नुकसान हो गया। किसी तरह से बच-बचाकर हम होटल से नीचे आए तो इन्होंने कहा कि आज तो तुम बच गए अगर दोबारा दिखे तो तुम्हें जान से मार देंगे। नीचे आकर मेरे दोस्त मोहित ने डायल 112 पर कॉल की, जिसके बाद पुलिस की गाड़ी मौके पर आ गई। पुलिस की गाड़ी हमें नागरिक अस्पताल हिसार पहुंचाया, यहां मेरा इलाज चल रहा है। डॉक्टर ने बताया कि होटल के मालिक नवीन, सुनील,आनंद और अन्य 2 से 3 लोगों ने बिना किसी वजह से हमें बंधक बनाकर रखा, हमे गालियां दी, मारपीट करके चोटें पहुंचाई, सोने की चेन तोड़कर संपत्ति का नुकसान किया, रास्ता रोका और जान मारने की धमकी दी है।
हरियाणा की संयुक्त सचिव से राहत नहीं:1 लाख की रिश्वत लेने का मामला, हाईकोर्ट ने जमानत देने से किया इनकार
हरियाणा की संयुक्त सचिव से राहत नहीं:1 लाख की रिश्वत लेने का मामला, हाईकोर्ट ने जमानत देने से किया इनकार हरियाणा के मत्स्य विभाग की संयुक्त सचिव मीनाक्षी दहिया को 1 लाख रुपए की रिश्वत लेने के आरोप में पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट से राहत नहीं मिली। जस्टिस अनूप चितकारा की अदालत ने उनकी अग्रिम जमानत याचिका खारिज करते हुए कहा कि मामले के गंभीर तथ्यों को देखते हुए जमानत नहीं दी जा सकती। इससे पहले, हाईकोर्ट ने उन्हें अंतरिम राहत देते हुए जांच में सहयोग करने का आदेश दिया था, लेकिन अब भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) की जांच में मिले सबूतों के आधार पर कोर्ट ने यह याचिका खारिज कर दी। रिश्वत का मामला और एसीबी की कार्रवाई मीनाक्षी दहिया पर आरोप है कि उन्होंने एक चार्जशीट किए गए मत्स्य विभाग के अधिकारी को राहत देने के बदले 1 लाख रुपए रिश्वत मांगी थी। यह रिश्वत उनके स्टैनोग्राफर जोगिंद्र सिंह और सेवादार सत्येंद्र सिंह के जरिए ली गई। एसीबी ने दोनों को रंगे हाथों पकड़ा था। मामले में शिकायतकर्ता, पंचकूला निवासी राजन खोड़ा ने आरोप लगाया था कि चार्जशीट को हटाने और पदोन्नति देने के लिए यह रिश्वत मांगी गई थी। पार्टी में दी पर्ची और स्कूटर से जुड़ी जांच हाईकोर्ट ने इस बात का भी उल्लेख किया कि शिकायतकर्ता को मीनाक्षी दहिया का फोन नंबर एक विदाई पार्टी के दौरान पर्ची पर दिया गया था। बाद में, रिश्वत की रकम लेने के लिए मीनाक्षी दहिया का सेवादार सत्येंद्र सिंह पंचकूला एडीसी सेक्टर-5 स्थित कार्यालय में चंडीगढ़ नंबर के स्कूटर पर पहुंचा था, जो जांच में मीनाक्षी दहिया का निकला। हाईकोर्ट का सख्त रुख हाईकोर्ट ने माना कि मामले की गंभीरता और जांच में मिले तथ्यों को देखते हुए इस स्तर पर अग्रिम जमानत देना उचित नहीं है। कोर्ट ने दहिया की भूमिका और मामले की संवेदनशीलता को ध्यान में रखते हुए उनकी याचिका खारिज कर दी, जिससे उनके खिलाफ एसीबी की कार्रवाई का रास्ता साफ हो गया है।