हरियाणा के पलवल में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक विवाहिता के साथ उसके पति के दोस्त ने रेप किया। बहीन थाना पुलिस के अनुसार, पीड़िता अपने पति के साथ गुरुग्राम में रहती थी, जहां उसकी मुलाकात नासिर नाम के व्यक्ति से हुई, जो उसके पति का दोस्त था। नासिर का पीड़िता के घर आना-जाना रखता था और उसकी आर्थिक स्थिति का फायदा उठाकर उसे अपनी बातों में फंसा लिया। आरोपी ने पीड़िता को शादी का झांसा देकर अपने गांव ले गया, जहां उसने कई बार रेप किया। कुछ समय बाद आरोपी ने दूसरी लड़की से शादी कर ली। जब पीड़िता ने शादी की बात की तो आरोपी ने उसके साथ मारपीट कर घर से निकाल दिया और जान से मारने की धमकी दी। पीड़िता अपने मायके पहुंची और परिजनों को पूरी घटना बताई। परिजनों के साथ बहीन थाने पहुंची पीड़िता की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ रेप सहित विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है और आरोपी की तलाश में जुट गई है। हरियाणा के पलवल में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक विवाहिता के साथ उसके पति के दोस्त ने रेप किया। बहीन थाना पुलिस के अनुसार, पीड़िता अपने पति के साथ गुरुग्राम में रहती थी, जहां उसकी मुलाकात नासिर नाम के व्यक्ति से हुई, जो उसके पति का दोस्त था। नासिर का पीड़िता के घर आना-जाना रखता था और उसकी आर्थिक स्थिति का फायदा उठाकर उसे अपनी बातों में फंसा लिया। आरोपी ने पीड़िता को शादी का झांसा देकर अपने गांव ले गया, जहां उसने कई बार रेप किया। कुछ समय बाद आरोपी ने दूसरी लड़की से शादी कर ली। जब पीड़िता ने शादी की बात की तो आरोपी ने उसके साथ मारपीट कर घर से निकाल दिया और जान से मारने की धमकी दी। पीड़िता अपने मायके पहुंची और परिजनों को पूरी घटना बताई। परिजनों के साथ बहीन थाने पहुंची पीड़िता की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ रेप सहित विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है और आरोपी की तलाश में जुट गई है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
Related Posts
हरियाणा में चंडीगढ़ पुलिस के ASI पर हमला:बीच रास्ते स्विफ्ट अड़ा कार रोकी; पत्नी समेत बाहर घसीटकर डंडों से पीटा, कुल्हाड़ी से गाड़ी तोड़ी
हरियाणा में चंडीगढ़ पुलिस के ASI पर हमला:बीच रास्ते स्विफ्ट अड़ा कार रोकी; पत्नी समेत बाहर घसीटकर डंडों से पीटा, कुल्हाड़ी से गाड़ी तोड़ी हरियाणा के पलवल में भतीजों ने चंडीगढ़ पुलिस के ASI पर हमला कर दिया। आरोपियों ने ASI फूफा और उसकी पत्नी को जबरन गाड़ी से नीचे खींचा। फिर लाठी-डंडों से जमकर पीटा। कुल्हाड़ी से हमला कर उनकी कार के शीशे भी तोड़ दिए। घायल ASI और उसकी पत्नी को पलवल के नागरिक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। चांदहट थाना पुलिस ने घायल एएसआई (फूफा) की शिकायत पर 4 नामजद सहित 6 लोगों पर विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर तलाश शुरू कर दी है। चांदहट थाना प्रभारी दलबीर सिंह के अनुसार, बंचारी गांव निवासी भूपेंद्र सिंह ने शिकायत दर्ज कराई है कि वह चंड़ीगढ़ पुलिस में बतौर एएसआई कार्यरत है। फिलहाल उसकी ड्यूटी चंडीगढ सेक्टर-19 थाना में चल रही है। साल 2021 में उसने अपने साले धर्मपाल व सतबीर से अपनी पत्नी सत्यवती के नाम 2 एकड़ जमीन का पारिवारिक हस्तांतरण कराया था। अब दोनों की नीयत खराब हो गई है। कोर्ट तारीख को लेकर पलवल आया था ASI
उन्होंने जमीन वापस लेने तथा हस्तांतरण को रद्द कराने के लिए कोर्ट में केस किया हुआ है। बीती 7 मई को उसे इस बारे में नोटिस प्राप्त हुआ। नोटिस में 9 जुलाई को जवाब दाखिल करना था। सात जुलाई को पांच दिन छुट्टी लेकर पलवल आ गया। नौ जुलाई को जवाब दायर करने पर 11 जुलाई की तारीख लगा दी गई। उसने बताया कि 11 जुलाई को वकीलों की हड़ताल होने के कारण 2 अगस्त की तारीख लग गई। स्विफ्ट कार आगे लगा गाड़ी रोकी
इसके बाद वह शाम के करीब छह बजे अपनी पत्नी सत्यवती के साथ कार में छज्जूनगर में खेतों को देखने चला गया। वापस लौटते समय गांव छज्जूनगर के अड्डे पर एक स्विफ्ट कार ने उनका रास्ता रोक लिया। कार से चार युवक उतरे। उनमें साले सतवीर का बेटा पालेंद्र व धर्मपाल का बेटा आकाश व दो नकाबपोश युवक शामिल थे। कुल्हाड़ी से हमला किया, पत्नी को बाहर खींचकर पिटाई की
उन्होंने आते ही कुल्हाड़ी से कार से शीशे पर वार किया। उसके बाद उसकी पत्नी को कार से बाहर खींचकर डंडों से पिटाई शुरू दी। उन्होंने उसे भी कार से खींच कर सड़क पर गिरा लिया और जमकर पीटा। आरोपियों ने उन्हें जान से मारने की धमकी दी और मौके से फरार हो गए। उसके बाद सतवीर व धर्मपाल आए और उन्हें घायल अवस्था देखकर वापस लौट गए। सतवीर व धर्मपाल ने षडयंत्र के तहत उन पर हमला करवाया है।
चरखी दादरी में माइनिंग के खिलाफ प्रदर्शन:काम बंद, पहाड़ खिसकने से गिरे थे पत्थर और मिट्टी, निगरानी जारी रहेगी
चरखी दादरी में माइनिंग के खिलाफ प्रदर्शन:काम बंद, पहाड़ खिसकने से गिरे थे पत्थर और मिट्टी, निगरानी जारी रहेगी चरखी दादरी के गांव पिचौपा कलां में हादसा होने के चार दिन बाद भी ग्रामीणों का रोष बरकरार है। ग्रामीणों ने शुक्रवार को बैठक कर कंपनी के खिलाफ मोर्चा खोला है और माइनिंग क्षेत्र में काम नहीं करने का निर्णय लिया गया है। ग्रामीणों ने कहा कि वहां जाना खतरे से खाली नहीं है इसलिए ग्रामीण वहां से दूरी बनाए। इसके बावजूद यदि कोई वहां जाता है और हादसा होता तो वह स्वयं जिम्मेदार होगा। ग्रामीणों के अनुसार माइनिंग विभाग के अधिकारियों ने मौके का निरीक्षण कर खनन काम बंद करवाने की बात कही है। जिससे ग्रामीण कुछ शांत हुए है। विधायक करेंगे निरीक्षण
शनिवार दोपहर बाद बाढ़डा विधायक उमेद सिंह पातुवास अधिकारियों के साथ माइनिंग क्षेत्र पहुंचकर घटनास्थल का निरीक्षण करेंगे। ग्रामीणों ने बताया कि विधायक से बात हुई है और उन्होंने आने की बात कही है। काम बंद करवा दिया
पिचौपा कलां सरपंच प्रतिनिधि अशोक कुमार ने बताया कि शुक्रवार को माइनिंग विभाग की टीम मौके पर पहुंची थी, उन्होंने ग्रामीणों को आश्वस्त किया है कि मिट्टी को परोपर तरीके से हटवा दिया जाएगा और जो भी कुछ उसके नीचे दबा होगा उसको बाहर निकाला जाएगा। इसके अलावा विभाग ने फिलहाल वहां काम बंद करवा दिया है। रात को नहीं दिया पहरा
ग्रामीणों ने वीरवार रात को माइनिंग क्षेत्र में पहरा दिया था, ताकि वहां नीचे जो कुछ दबा है उसको रातोरात निकालकर इधर उधर ना कर दिया जाए। लेकिन शुक्रवार रात को ग्रामीणों ने पहरा नहीं दिया। सरपंच प्रतिनिधि अशोक ने कहा कि अभी तक उनके गांव या दूसरे स्थान से कोई सामने नहीं आया है कि उनका कोई व्यक्ति गायब है या नीचे दबा हुआ है जिसके चलते ग्राम पंचायत ने भी पहरा नहीं दिया। ये था मामला
बुधवार शाम को पिचौपा कलां के माइनिंग क्षेत्र में पहाड़ी खिसक गई थी, जिसके मलबे के नीचे गाड़ी भी दब गई थी। घटना का वीडियो भी सामने आया था। दो हफ्ते में दूसरी घटना सामने आने के बाद ग्रामीणों में इसको लेकर काफी रोष देखने को मिला और जिसके बाद वीरवार सुबह सरपंच प्रतिनिधि, पंच, नंबरदार सहित मौजिज लोग वहां पहुंचे थे और सरकार, प्रशासन, माइनिंग विभाग व माइनिंग कंपनी के खिलाफ नारेबाजी कर रोष जताया और अवैध माइनिंग के आरोप लगाए। इसके बाद ग्रामीण पहाड़ की तलहटी में पहुंचे और मौके का मुआयना किया। वहां से ग्रामीण वापिस लौटे तो कंपनी के कर्मचारियों ने नीचे जाने पर एतराज जताया और उनका रास्ता रोक दिया। जिसके बाद पुलिस की मौजूदगी में ग्रामीणों में कंपनी कर्मचारियों के बीच हाथापाई हुई थी।
पानीपत का युवक मानव तस्करी का हुआ शिकार:अमेरिका की जगह कजाकिस्तान भेजा, बंधक बनाकर बदमाश परिवार से ले चुके 1.09 करोड़
पानीपत का युवक मानव तस्करी का हुआ शिकार:अमेरिका की जगह कजाकिस्तान भेजा, बंधक बनाकर बदमाश परिवार से ले चुके 1.09 करोड़ हरियाणा के पानीपत जिले के एक गांव का रहने वाला युवक मानव तस्करों के हाथ लग गया। युवक के किसान पिता ने उसे अमेरिका भेजना चाहा। जिसके लिए उन्होंने अपने परिचित अंसल सुशांत सिटी निवासी एक दंपती से संपर्क किया। दंपती ने किसान से 30 लाख रुपए ले लिए। युवक को अमेरिका भेजने की बजाय कजाकिस्तान भेज दिया। वहां मानव तस्करों ने युवक को बंधक बना लिया। पिछले 10 माह से युवक बंदूकधारियों के कब्जे में है। बदमाश परिवार को कॉल कर पैसों की मांग कर रहे हैं। पैसे न देने पर युवक को जान से मारने की धमकी दी जा रही है। बदमाश अब तक किसान से 1.09 करोड़ रुपए की फिरौती ले चुके हैं। किसान की शिकायत पर पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है। दुबई से भारत और फिर भारत से भेजा कजाकिस्तान पुलिस को दी शिकायत में नरेश कुमार ने बताया कि वह गांव जोशी का रहने वाला है। उसका बेटा रमन सितंबर 2023 में अंसल सुशांत सिटी निवासी सोनू पाहवा व राहुल आहूजा के संपर्क में आया था। इन्होंने रमन को अमेरिका भेजने, स्थायी नौकरी व स्थायी नागरिकता दिलवाने का झांसा देकर अपने जाल में फंसाया था। 10 दिसंबर 2023 को रमन उसे सोनू के अंसल स्थित घर पर लेकर गया था। यहां व सोनू पाहवा व उसकी पत्नी से मिले। उन्होंने रमन को अमेरिका भेजने का कुल खर्च 30 लाख रुपए बताया था। शुरुआत में 20 लाख रुपए उन्हें दे दिए। 26 दिसंबर 2023 को रमन को दुबई भेज दिया गया। इससे पहले उनसे 10 लाख रुपए और ले लिए गए। चार दिन बाद रमन को वापस भारत भेज दिया गया। सोनू पाहवा ने उन्हें कहा कि फिलहाल दुबई से अमेरिका के लिए कोई चार्टर प्लेन नहीं है। जब प्लेन की व्यवस्था होगी वह तब रमन को अमेरिका में भेज देंगे। तीन माह तक वह उन्हें रमन को अमेरिका भेजने का आश्वासन देते रहे। 14 मार्च 2024 को सोनू पाहवा ने उन्हें कॉल कर बताया कि अब दुबई से अमेरिका चार्टर प्लेन जा रहा है। वह रमन को दुबई भेज दें। इसके लिए पांच लाख रुपए और ले लिए। मार्च से मई 2024 तक सोनू पाहवा, रमन से ग्रुप कॉलिंग के जरिए बात करवाता रहा। मई 2024 में सोनू पाहवा व उसकी पत्नी ने उन्हें बताया कि रमन कजाकिस्तान के अलमाटी में है। बदमाशों ने मां-बाप को गुमराह कर हड़पे रुपए दो जून 2024 को रमन का उनके पास फोन आया। वह काफी घबराया हुआ था और रो रहा था। उसने बताया कि यहां कुछ बंदूकधारी युवकों ने उसे बंधक बनाया है। उससे लगातार पैसों की मांग की जा रही है। उन्होंने इस बारे में सोनू पाहवा व उसकी पत्नी से बात की तो उन्होंने उसे राहुल आहूजा से मिलवाया और उन्हें बताया कि राहुल आहूजा भी उनके साथ काम करता है। राहुल ने उन्हें बताया कि रमन बड़ी मुसीबत में फंस गया है। वह आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों के चंगुल में है। वो लोग जो पैसे मांगते हैं दे दो। उन्होंने फिर सोनू व राहुल को तीन लाख रुपए दिए। 27 जुलाई को उनसे 20 लाख रुपए, फिर उनको जिम्मी नाम के युवक से मिलवाया गया। उसने उनसे रमन को छुड़ाने के लिए 20 लाख रुपए मांगे। यह पैसे देने के बाद भी उनका रमन से संपर्क नहीं हुआ। दो सितंबर 2024 व 16 सितंबर 2024 को उन्होंने इन्हें 10-10 लाख रुपए दिए। उन्होंने 16 नवंबर को डेढ लाख रुपए दिए। इसके बाद भी उनका रमन से संपर्क नहीं करवाया गया। आरोपियों ने उन्हें धमकी दी है कि एक युवक जान गंवा बैठा है अब रमन भी नहीं बचेगा।