हिमाचल प्रदेश के पुलिस जिला बद्दी की SP इल्मा अफरोज आज सुबह-सुबह तड़के पुलिस मुख्यालय (PHQ) शिमला पहुंचीं। वह सोमवार शाम के वक्त बद्दी और देर रात तक शिमला पहुंचीं। PHQ में इल्मा ने आज कई अधिकारियों से मुलाकात की। इल्मा अफरोज एक-दो दिन में बद्दी SP का कार्यभार संभाल लेगी। बता दें कि स्थानीय विधायक राम कुमार चौधरी से विवाद के बाद इल्मा 42 दिन की लंबी छुट्टी पर थीं। उनकी छुट्टी 18 दिसंबर को समाप्त होने वाली थी। मगर वह दो दिन पहले ही काम पर लौट आईं हैं। DC-SP मीटिंग को शिमला आने के बाद छुट्टी पर गई इल्मा बीते 6 नवंबर को मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में DC-SP की कॉफ्रेंस के लिए शिमला आई थी। शिमला से लौटने के बाद इल्मा रातोरात बद्दी लौट गईं और अपनी मां के साथ सामान समेट कर वापस उत्तर प्रदेश के कुंदरकी गांव लौट गईं। वह मूल रूप से फिरोजपुर की रहने वाली हैं। पहले इल्मा ने 7 से 22 नवंबर तक छुट्टी ली। इसके बाद उन्होंने चार बार छुट्टियां बढ़ाई। छुट्टी पर जाने के बाद चर्चा में आईं इल्मा इल्मा छुट्टी पर जाने के बाद खूब चर्चा में आईं और इसे लेकर राजनीति भी हुई। हिमाचल के पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार ने भी कई बार सीएम सुखविंदर सुक्खू को इल्मा के बहाने निशाने पर लिया। फिलहाल इल्मा के छुट्टी पर जाने के बाद सरकार ने विनोद कुमार को एसपी बद्दी लगा रखा है। विधायक से विवाद की वजह इल्मा ने 7 जनवरी, 2024 को बद्दी SP का कार्यभार संभाला। अगस्त, 2024 में उनका दून के विधायक रामकुमार चौधरी से टकराव शुरू हुआ। इल्मा ने अगस्त महीने में पहले हफ्ते में विधायक की पत्नी का अवैध माइनिंग पर चालान काटा। पत्नी की गाड़ियों के चालान काटने से विधायक नाराज हो गए। उन्होंने SP पर विधानसभा मानसून सत्र के दौरान गंभीर आरोप लगाए। यही नहीं राम कुमार चौधरी ने SP को विधानसभा के प्रिविलेज मोशन से विशेषाधिकार हनन का नोटिस दिलावाया। गोलीकांड भी बना विवाद की वजह इस बीच, बद्दी में एक फायरिंग कांड हुआ, जिसमें स्क्रैप व्यापारी राम किशन की बुलेटप्रूफ गाड़ी पर गोलियां चलाई गई थीं। जांच में पता चला कि राम किशन ने ही खुद पर गोलियां चलाईं। इसका खुलासा इल्मा ने खुद प्रेस कान्फ्रेस में किया। राम किशन पुलिस से ऑल इंडिया गन लाइसेंस की मांग कर रहा था। लेकिन, पिछला रिकॉर्ड देखते हुए इसे मंजूरी नहीं दी गई। पुलिस ने राम किशन के खिलाफ केस दर्ज कर लिया। व्यापारी किसी कांग्रेसी नेता का करीबी बताया जा रहा था। हालांकि, इल्मा अफरोज उसके दबाव के आगे नहीं झुकीं। हाईकोर्ट की वजह से ट्रांसफर नहीं कर पाए विधायक से विवाद के बीच इल्मा को ट्रांसफर करने की चर्चाएं शुरू हुई। मगर, नालागढ़ के यौन शोषण केस की वजह से सरकार इल्मा को ट्रांसफर नहीं कर पाई। कोर्ट ने इल्मा को यौन शोषण केस की जांच के आदेश दे रखे है। हिमाचल प्रदेश के पुलिस जिला बद्दी की SP इल्मा अफरोज आज सुबह-सुबह तड़के पुलिस मुख्यालय (PHQ) शिमला पहुंचीं। वह सोमवार शाम के वक्त बद्दी और देर रात तक शिमला पहुंचीं। PHQ में इल्मा ने आज कई अधिकारियों से मुलाकात की। इल्मा अफरोज एक-दो दिन में बद्दी SP का कार्यभार संभाल लेगी। बता दें कि स्थानीय विधायक राम कुमार चौधरी से विवाद के बाद इल्मा 42 दिन की लंबी छुट्टी पर थीं। उनकी छुट्टी 18 दिसंबर को समाप्त होने वाली थी। मगर वह दो दिन पहले ही काम पर लौट आईं हैं। DC-SP मीटिंग को शिमला आने के बाद छुट्टी पर गई इल्मा बीते 6 नवंबर को मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में DC-SP की कॉफ्रेंस के लिए शिमला आई थी। शिमला से लौटने के बाद इल्मा रातोरात बद्दी लौट गईं और अपनी मां के साथ सामान समेट कर वापस उत्तर प्रदेश के कुंदरकी गांव लौट गईं। वह मूल रूप से फिरोजपुर की रहने वाली हैं। पहले इल्मा ने 7 से 22 नवंबर तक छुट्टी ली। इसके बाद उन्होंने चार बार छुट्टियां बढ़ाई। छुट्टी पर जाने के बाद चर्चा में आईं इल्मा इल्मा छुट्टी पर जाने के बाद खूब चर्चा में आईं और इसे लेकर राजनीति भी हुई। हिमाचल के पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार ने भी कई बार सीएम सुखविंदर सुक्खू को इल्मा के बहाने निशाने पर लिया। फिलहाल इल्मा के छुट्टी पर जाने के बाद सरकार ने विनोद कुमार को एसपी बद्दी लगा रखा है। विधायक से विवाद की वजह इल्मा ने 7 जनवरी, 2024 को बद्दी SP का कार्यभार संभाला। अगस्त, 2024 में उनका दून के विधायक रामकुमार चौधरी से टकराव शुरू हुआ। इल्मा ने अगस्त महीने में पहले हफ्ते में विधायक की पत्नी का अवैध माइनिंग पर चालान काटा। पत्नी की गाड़ियों के चालान काटने से विधायक नाराज हो गए। उन्होंने SP पर विधानसभा मानसून सत्र के दौरान गंभीर आरोप लगाए। यही नहीं राम कुमार चौधरी ने SP को विधानसभा के प्रिविलेज मोशन से विशेषाधिकार हनन का नोटिस दिलावाया। गोलीकांड भी बना विवाद की वजह इस बीच, बद्दी में एक फायरिंग कांड हुआ, जिसमें स्क्रैप व्यापारी राम किशन की बुलेटप्रूफ गाड़ी पर गोलियां चलाई गई थीं। जांच में पता चला कि राम किशन ने ही खुद पर गोलियां चलाईं। इसका खुलासा इल्मा ने खुद प्रेस कान्फ्रेस में किया। राम किशन पुलिस से ऑल इंडिया गन लाइसेंस की मांग कर रहा था। लेकिन, पिछला रिकॉर्ड देखते हुए इसे मंजूरी नहीं दी गई। पुलिस ने राम किशन के खिलाफ केस दर्ज कर लिया। व्यापारी किसी कांग्रेसी नेता का करीबी बताया जा रहा था। हालांकि, इल्मा अफरोज उसके दबाव के आगे नहीं झुकीं। हाईकोर्ट की वजह से ट्रांसफर नहीं कर पाए विधायक से विवाद के बीच इल्मा को ट्रांसफर करने की चर्चाएं शुरू हुई। मगर, नालागढ़ के यौन शोषण केस की वजह से सरकार इल्मा को ट्रांसफर नहीं कर पाई। कोर्ट ने इल्मा को यौन शोषण केस की जांच के आदेश दे रखे है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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