हरियाणा में पिछले 10 दिनों से कड़ाके की ठंड पड़ रही है। सोमवार रात को हिसार देश के मैदानी इलाकों में सबसे ठंडा रहा। यहां का तापमान 1.6 डिग्री दर्ज किया गया। 10 जिलों में शीतलहर और पाले का अलर्ट जारी किया गया है। इनमें झज्जर, रोहतक, जींद, करनाल, भिवानी, फतेहाबाद, कैथल, सिरसा, हिसार और कुरूक्षेत्र शामिल हैं। वहीं रोहतक जिले में दिन में सबसे ज्यादा ठंड पड़ रही है। यहां 24 घंटे में अधिकतम तापमान में 1.5 डिग्री की गिरावट देखने को मिली है। यहां अधिकतम तापमान 18.4 डिग्री दर्ज किया गया, जो सामान्य से 4.5 डिग्री कम है। आगे कैसा रहेगा मौसम
IMD चंडीगढ़ के निदेशक डॉ. सुरेंद्र पाल के अनुसार हरियाणा में आगे भी ठंड से राहत नहीं मिलने वाली है। 20 दिसंबर तक शीतलहर का अलर्ट है। इस दौरान न्यूनतम तापमान सामान्य से कम रहेगा। पश्चिमी विक्षोभ आ रहा है। इसकी वजह से पूर्वी हवाएं चलेंगी, कोहरा छा सकता है। पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी का असर हरियाणा में भी देखने को मिलेगा। बढ़ती ठंड सरसों के लिए खतरा
HAU के बावल के क्षेत्रीय केंद्र निदेशक डॉ. धर्मवीर यादव का कहना है कि यह मौसम गेहूं की फसल के लिए अच्छा है। जितनी अधिक ठंड पड़ेगी, गेहूं की फसल का अंकुरण उतना ही अच्छा होगा। हालांकि सरसों के लिए पाला खतरा बन सकता है। ऐसे में किसानों को सरसों में हल्की सिंचाई करनी चाहिए। प्रदेश में 3 माह में कम हुई बारिश
हरियाणा में इस बार अक्टूबर से दिसंबर तक सामान्य से 96 फीसदी कम बारिश हुई है। एक अक्टूबर से 15 दिसंबर तक 0.6 एमएम बारिश हुई है, जो सामान्य से 96 फीसदी कम है। इस अवधि में 15.7 एमएम बारिश सामान्य मानी जाती है। अकेले दिसंबर की बात करें तो 16 दिन में मात्र 0.2 एमएम बारिश हुई है, जो सामान्य से 93 फीसदी कम है। इस अवधि में 2.5 एमएम बारिश सामान्य होती है। हरियाणा में पिछले 10 दिनों से कड़ाके की ठंड पड़ रही है। सोमवार रात को हिसार देश के मैदानी इलाकों में सबसे ठंडा रहा। यहां का तापमान 1.6 डिग्री दर्ज किया गया। 10 जिलों में शीतलहर और पाले का अलर्ट जारी किया गया है। इनमें झज्जर, रोहतक, जींद, करनाल, भिवानी, फतेहाबाद, कैथल, सिरसा, हिसार और कुरूक्षेत्र शामिल हैं। वहीं रोहतक जिले में दिन में सबसे ज्यादा ठंड पड़ रही है। यहां 24 घंटे में अधिकतम तापमान में 1.5 डिग्री की गिरावट देखने को मिली है। यहां अधिकतम तापमान 18.4 डिग्री दर्ज किया गया, जो सामान्य से 4.5 डिग्री कम है। आगे कैसा रहेगा मौसम
IMD चंडीगढ़ के निदेशक डॉ. सुरेंद्र पाल के अनुसार हरियाणा में आगे भी ठंड से राहत नहीं मिलने वाली है। 20 दिसंबर तक शीतलहर का अलर्ट है। इस दौरान न्यूनतम तापमान सामान्य से कम रहेगा। पश्चिमी विक्षोभ आ रहा है। इसकी वजह से पूर्वी हवाएं चलेंगी, कोहरा छा सकता है। पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी का असर हरियाणा में भी देखने को मिलेगा। बढ़ती ठंड सरसों के लिए खतरा
HAU के बावल के क्षेत्रीय केंद्र निदेशक डॉ. धर्मवीर यादव का कहना है कि यह मौसम गेहूं की फसल के लिए अच्छा है। जितनी अधिक ठंड पड़ेगी, गेहूं की फसल का अंकुरण उतना ही अच्छा होगा। हालांकि सरसों के लिए पाला खतरा बन सकता है। ऐसे में किसानों को सरसों में हल्की सिंचाई करनी चाहिए। प्रदेश में 3 माह में कम हुई बारिश
हरियाणा में इस बार अक्टूबर से दिसंबर तक सामान्य से 96 फीसदी कम बारिश हुई है। एक अक्टूबर से 15 दिसंबर तक 0.6 एमएम बारिश हुई है, जो सामान्य से 96 फीसदी कम है। इस अवधि में 15.7 एमएम बारिश सामान्य मानी जाती है। अकेले दिसंबर की बात करें तो 16 दिन में मात्र 0.2 एमएम बारिश हुई है, जो सामान्य से 93 फीसदी कम है। इस अवधि में 2.5 एमएम बारिश सामान्य होती है। हरियाणा | दैनिक भास्कर