पंजाब के पूर्व कैबिनेट मंत्री भारत भूषण आशु की पत्नी ममता आशु भले ही निगम पार्षद का चुनाव हार गई हो। लेकिन आज आशु के जेल से वापस घर आने पर परिवार में खुशी का माहौल है। आशु को टेंडर घोटाले में पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट ने बड़ी राहत दी है। कोर्ट ने भ्रष्टाचार मामले में उनके खिलाफ दर्ज एफआईआर को रद्द करने का आदेश दिया है। साथ ही ED से जुड़े मामले में भी उन्हें जमानत दे दी है। आशु आज नाभा जेल से बाहर आ गए है। आशु का उनके निवास स्थान पहुंचने पर परिजनों और समर्थकों ने स्वागत किया। निकाय चुनाव के कारण देरी से छोड़ा मुझे भारत भूषण आशु ने कहा कि मैं भगवान का शुक्रगुज़ार हूं है। आज सच्चाई की जीत हुई है। कुछ दिनों में राजनीतिक चर्चा भी करेंगे। जो केस रद्द हुए है इस पर बातचीत की जाएगी। निकाय चुनाव मेरी गैरमौजूदगी में हुई है। मीडिया को भी पता है कि मुझे चुनाव वाले दिन अंदर क्यों रखा गया। आज चुनाव से अगले दिन मुझे देरी से छोड़ा गया। इससे सभी को समझ आ जाता है। लोग समझदार है। हार जीत चलती रही है। मैं हमेशा अपने वर्करों के साथ खड़ा हूं आशु ने कहा कि मैं प्रत्येक वर्कर के साथ खड़ा हूं। मेरी गैरमौजूदगी में किस तरह से मेरे वर्करों ने चुनाव लड़े है, हमें पता है। लेकिन आने वाला समय अच्छा होगा। मुझ पर लगे सभी आरोपी राजनीतिक रंजिश के कारण लगे थे। जिसकी जितनी सोच थी उसने वैसा ही मुझे समझा। 2022 में हुआ था केस दर्ज भारत भूषण आशु ने अपने खिलाफ दर्ज मामले को रद्द करने की मांग हाई कोर्ट से की थी। दायर याचिका में आरोप लगाए गए है कि उसके खिलाफ बिना प्रॉसिक्यूशन सेक्शन लिए सिर्फ राजनीतिक रंजिश के चलते मामला चलाया जा रहा है। एक ही मामले को लेकर पिछले साल पहले 16 अगस्त और फिर बाद में 22 सितंबर को विजिलेंस ने दो एफआईआर दर्ज कर दी। बता दें कि, भारत भूषण आशु पर आरोप है कि, अनाज मंडियों में वाहनों पर फर्जी नंबर प्लेट लगाकर माल की ढुलाई की जा रही थी। यह भी आरोप है कि टेंडर लेने से पहले विभाग में वाहनों के गलत नंबर लिखवाए जाते थे। 6 महीने पटियाला जेल में भी रहे आशु 2000 करोड़ के टेंडर घोटाले का आरोप भारत भूषण आशु पर लगे थे। इस मामले में पंजाब विजिलेंस ने 22 अगस्त 2022 को लुधियाना में छापा मारकर भारत भूषण आशु सैलून में बाल कटवाते हुए गिरफ्तार किया था। इस केस में आशु करीब 6 महीने पटियाला जेल में भी बंद रह थे। पंजाब के पूर्व कैबिनेट मंत्री भारत भूषण आशु की पत्नी ममता आशु भले ही निगम पार्षद का चुनाव हार गई हो। लेकिन आज आशु के जेल से वापस घर आने पर परिवार में खुशी का माहौल है। आशु को टेंडर घोटाले में पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट ने बड़ी राहत दी है। कोर्ट ने भ्रष्टाचार मामले में उनके खिलाफ दर्ज एफआईआर को रद्द करने का आदेश दिया है। साथ ही ED से जुड़े मामले में भी उन्हें जमानत दे दी है। आशु आज नाभा जेल से बाहर आ गए है। आशु का उनके निवास स्थान पहुंचने पर परिजनों और समर्थकों ने स्वागत किया। निकाय चुनाव के कारण देरी से छोड़ा मुझे भारत भूषण आशु ने कहा कि मैं भगवान का शुक्रगुज़ार हूं है। आज सच्चाई की जीत हुई है। कुछ दिनों में राजनीतिक चर्चा भी करेंगे। जो केस रद्द हुए है इस पर बातचीत की जाएगी। निकाय चुनाव मेरी गैरमौजूदगी में हुई है। मीडिया को भी पता है कि मुझे चुनाव वाले दिन अंदर क्यों रखा गया। आज चुनाव से अगले दिन मुझे देरी से छोड़ा गया। इससे सभी को समझ आ जाता है। लोग समझदार है। हार जीत चलती रही है। मैं हमेशा अपने वर्करों के साथ खड़ा हूं आशु ने कहा कि मैं प्रत्येक वर्कर के साथ खड़ा हूं। मेरी गैरमौजूदगी में किस तरह से मेरे वर्करों ने चुनाव लड़े है, हमें पता है। लेकिन आने वाला समय अच्छा होगा। मुझ पर लगे सभी आरोपी राजनीतिक रंजिश के कारण लगे थे। जिसकी जितनी सोच थी उसने वैसा ही मुझे समझा। 2022 में हुआ था केस दर्ज भारत भूषण आशु ने अपने खिलाफ दर्ज मामले को रद्द करने की मांग हाई कोर्ट से की थी। दायर याचिका में आरोप लगाए गए है कि उसके खिलाफ बिना प्रॉसिक्यूशन सेक्शन लिए सिर्फ राजनीतिक रंजिश के चलते मामला चलाया जा रहा है। एक ही मामले को लेकर पिछले साल पहले 16 अगस्त और फिर बाद में 22 सितंबर को विजिलेंस ने दो एफआईआर दर्ज कर दी। बता दें कि, भारत भूषण आशु पर आरोप है कि, अनाज मंडियों में वाहनों पर फर्जी नंबर प्लेट लगाकर माल की ढुलाई की जा रही थी। यह भी आरोप है कि टेंडर लेने से पहले विभाग में वाहनों के गलत नंबर लिखवाए जाते थे। 6 महीने पटियाला जेल में भी रहे आशु 2000 करोड़ के टेंडर घोटाले का आरोप भारत भूषण आशु पर लगे थे। इस मामले में पंजाब विजिलेंस ने 22 अगस्त 2022 को लुधियाना में छापा मारकर भारत भूषण आशु सैलून में बाल कटवाते हुए गिरफ्तार किया था। इस केस में आशु करीब 6 महीने पटियाला जेल में भी बंद रह थे। पंजाब | दैनिक भास्कर
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