सोमवार को दोपहर बाद चंबा के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बिन बारिश के ही बर्फबारी का दौर शुरू हो गया। पारा माइनस में चले जाने के करण बिना बारिश के ही हल्की बर्फबारी शुरू हो गई। पिछले चार महीनों से चंबा जिले में बारिश न होने के कारण यहां पर सूखे की स्थिति बनी हुई थी। जिसके कारण किसान और बागवान व अन्य लोग भी परेशान हो गए थे। सोमवार दोपहर बाद चंबा जिले के कई जगहों पर सुबह से ही आसमान में बादल छाए रहे और दोपहर बाद चंबा के पर्यटन स्थल जोत, डेनकुंड, कालाटॉप, जनजातीय क्षेत्र होली, भरमौर व पांगी घाटी क्षेत्रों में बिन बारिश के ही हल्की हल्की बर्फबारी शुरू हो गई है। जिसके चलते लोगों ने थोड़ी राहत की सांस ली है। वैसे मौसम विभाग की माने तो चंबा जिले में 27 दिसंबर के बाद समूचे चंबा जिले में बारिश के साथ बर्फबारी होने की संभावना बताई जा रही है। उधर जानकारी के मुताबिक मनीमहेश डल झील, कुगति, कंवारसी शाहिद ऊंचाई वाले क्षेत्रों में 2 इंच से लेकर 6 इंच तक ताजा बर्फबारी हुई है। सोमवार को दोपहर बाद चंबा के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बिन बारिश के ही बर्फबारी का दौर शुरू हो गया। पारा माइनस में चले जाने के करण बिना बारिश के ही हल्की बर्फबारी शुरू हो गई। पिछले चार महीनों से चंबा जिले में बारिश न होने के कारण यहां पर सूखे की स्थिति बनी हुई थी। जिसके कारण किसान और बागवान व अन्य लोग भी परेशान हो गए थे। सोमवार दोपहर बाद चंबा जिले के कई जगहों पर सुबह से ही आसमान में बादल छाए रहे और दोपहर बाद चंबा के पर्यटन स्थल जोत, डेनकुंड, कालाटॉप, जनजातीय क्षेत्र होली, भरमौर व पांगी घाटी क्षेत्रों में बिन बारिश के ही हल्की हल्की बर्फबारी शुरू हो गई है। जिसके चलते लोगों ने थोड़ी राहत की सांस ली है। वैसे मौसम विभाग की माने तो चंबा जिले में 27 दिसंबर के बाद समूचे चंबा जिले में बारिश के साथ बर्फबारी होने की संभावना बताई जा रही है। उधर जानकारी के मुताबिक मनीमहेश डल झील, कुगति, कंवारसी शाहिद ऊंचाई वाले क्षेत्रों में 2 इंच से लेकर 6 इंच तक ताजा बर्फबारी हुई है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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