<p style=”text-align: justify;”><strong>Muzaffarnagar News Today:</strong> उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले की पुलिस ने अपराधियों पर शिकंजा कसने के लिए खास योजना तैयार की है. मुजफ्फरनगर पुलिस ने इसके लिए मंगलवार (24 दिसंबर) को ऑपरेशन ‘पहचान ऐप’ लॉन्च किया है. इस ऐप की खास बात ये है कि इसे मुजफ्फरनगर पुलिस ने इन हाउस बनाया है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>ऑपरेशन ‘पहचान ऐप’ सभी थानों के हिस्ट्रीशीटर, गैंगस्टर, गौकश अपराधी, नशा तस्कर, प्रॉपर्टी ऑफेंस और थाने के टॉप 10 अपराधियों का डाटा इस ऐप में दर्ज किया जाएगा. जिससे किसी भी समय मुजफ्फरनगर पुलिस के अधिकारियों से लेकर कांस्टेबल तक को सभी अपराधियों को जानकारी जुटाने में आसानी होगी. इस ऐप के जरिये अपराधियों की हिस्ट्री सामने आ जाएगी.<br /> <br />मुजफ्फरनगर एसएसपी अभिषेक सिंह ने बताया कि इस ऐप में जनपद के 70 फीसदी अपराधियों का डाटा दर्ज किया जा चुका है, जिनमें तकरीबन 5 हजार अपराधी शामिल हैं. इस ऐप के जरिये मुजफ्फरनगर पुलिस जनपद के किसी भी अपराधी का इतिहास किसी भी समय खंगालकर उस पर कार्रवाई कर सकती है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’पहचान ऐप’ कैसे करता है काम? </strong><br />एसएसपी अभिषेक सिंह ने बताया है कि आज जनपद मुजफ्फरनगर में ऑपरेशन ‘पहचान ऐप’ लॉन्च किया गया है. यह पूरा ऐप एसपी सिटी के नेतृत्व में हमारे खुद के कंप्यूटर ऑपरेटर ने इन हाउस बनाया है. उन्होंने बताया कि इस ऐप की खास बात यह है कि इसमें तीन स्टेप्स हैं, पहला है- आईडेंटिफिकेशन ऑफ हैबयूचल ऑफ एंडर्स. इसके बाद डोजियर फिलिंग, तीसरा और महत्वपूर्ण पार्ट- फिजिकल वेरीफिकेशन है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>एसएसपी अभिषेक सिंह ने बताया कि इस ऐप में सारे अपराधियों को एजेंटिफाई कर उनका वृहद डाटा स्टोर किया गया है. उन्होंने बताया कि इसमें ना सिर्फ अपराधियों का फिजिकल अपीरियंस रहेगा बल्कि उनके जितने भी एलोटोरियंस एविडेंस या ट्रेसस रहते हैं, उनके परिजनों का सजरा, उनके क्रॉस लिंकेज विद अदर क्रिमिनल्स इन सबको हमने स्टोर किया है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>इस ऐप के बारे में एसएसपी अभिषेक सिंह ने अधिक जानकारी देते हुए बताया कि जब इसमें डाटा स्टोर किया जाता है, तो उसमें बीट लेवल कांस्टेबल, सब-इंस्पेक्टर मौके पर जाकर अपराधियों का सत्यापन करते हैं. जिसका लैटलॉन्ग उसमें आता है. यह वेरिफिकेशन हंड्रेड परसेंट सत्य होता है और इसमें अभी तक हमने कुल पांच हजार अपराधियों का डेटा फीड किया गया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’70 फीसदी अपराधी फीड'</strong><br />एसएसपी अभिषेक सिंह ने कहा कि 70 फीसदी अपराधी हम अभी तक वेरीफाई कर चुके हैं. इस ऐप से एक फायदा यह हुआ है कि पिछले दिनों कुछ घटनाएं ऐसी हुई थीं, जिसमें हमने वेरिफिकेशन किया तो हमने पाया कि कुछ अपराधी भागे हुए थे और ऑन फर्दर इन्वेस्टिगेशन में पाया कि वह उस अपराध में लिप्त भी पाए गए थे.</p>
<p style=”text-align: justify;”>एसएसपी अभिषेक सिंह ने बताया कि अपराध पर प्रभावी नियंत्रण के लिए इस तरह की टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया गया है. उन्होंने कहा कि इसके लिए हमने हमारे कंप्यूटर ऑपरेटर जिन्होंने डाटा एंट्री की है, उनको 5000 रुपये का पुरस्कार दिया जाएगा. उनका नाम नाफीज है, इसको लेकर भी एक डिटेल रिपोर्ट साल के आखिर तक आप लोगों को पब्लिश करके दिया जाएगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>कौन कर सकेगा इस्तेमाल?</strong><br />मुजफ्फरनगर के एसएसपी अभिषेक सिंह ने बताया कि ‘पहचान ऐप’ में पुलिस अधिकारी और कर्मचारी ही इस्तेमाल कर सकेंगे, इसके लिए पुलिस अधिकारियों और कांस्टेबल स्तर के कर्मचारियों को डाउनलोड किया गया है. इस ऐप के जरिए प्रशासनिक कार्यों का मॉनिटरिंग किया जा सकता है, जिससे यह सुनिश्चित किया जा सकेगा कि निचले स्तर पर हो रहे कार्य सही ढंग से किए जा रहे हैं. </p>
<p style=”text-align: justify;”>एसएसपी अभिषेक सिंह ने बताया कि मुजफ्फरनगर जिले में लगभग 2500 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, जो न सिर्फ अपराधों को सुलझाने में मदद करते हैं बल्कि किसी भी घटना के सबूत जुटाने में भी सहायक साबित होते हैं. डीजीपी मुख्यालय से प्राप्त निर्देशों के तहत, सीसीटीवी नेटवर्क के प्रभावी उपयोग से अपराधों की रोकथाम और जांच में मदद मिल रही है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें: <a title=”UP News: पूर्व पीएम के जन्म शताब्दी वर्ष पर योगी सरकार का बड़ा तोहफा, बस किराए में की गई कटौती” href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/yogi-adityanath-government-announced-20-percent-reduction-in-bus-fares-in-up-ann-2849271″ target=”_blank” rel=”noopener”>UP News: पूर्व पीएम के जन्म शताब्दी वर्ष पर योगी सरकार का बड़ा तोहफा, बस किराए में की गई कटौती</a></strong></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Muzaffarnagar News Today:</strong> उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले की पुलिस ने अपराधियों पर शिकंजा कसने के लिए खास योजना तैयार की है. मुजफ्फरनगर पुलिस ने इसके लिए मंगलवार (24 दिसंबर) को ऑपरेशन ‘पहचान ऐप’ लॉन्च किया है. इस ऐप की खास बात ये है कि इसे मुजफ्फरनगर पुलिस ने इन हाउस बनाया है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>ऑपरेशन ‘पहचान ऐप’ सभी थानों के हिस्ट्रीशीटर, गैंगस्टर, गौकश अपराधी, नशा तस्कर, प्रॉपर्टी ऑफेंस और थाने के टॉप 10 अपराधियों का डाटा इस ऐप में दर्ज किया जाएगा. जिससे किसी भी समय मुजफ्फरनगर पुलिस के अधिकारियों से लेकर कांस्टेबल तक को सभी अपराधियों को जानकारी जुटाने में आसानी होगी. इस ऐप के जरिये अपराधियों की हिस्ट्री सामने आ जाएगी.<br /> <br />मुजफ्फरनगर एसएसपी अभिषेक सिंह ने बताया कि इस ऐप में जनपद के 70 फीसदी अपराधियों का डाटा दर्ज किया जा चुका है, जिनमें तकरीबन 5 हजार अपराधी शामिल हैं. इस ऐप के जरिये मुजफ्फरनगर पुलिस जनपद के किसी भी अपराधी का इतिहास किसी भी समय खंगालकर उस पर कार्रवाई कर सकती है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’पहचान ऐप’ कैसे करता है काम? </strong><br />एसएसपी अभिषेक सिंह ने बताया है कि आज जनपद मुजफ्फरनगर में ऑपरेशन ‘पहचान ऐप’ लॉन्च किया गया है. यह पूरा ऐप एसपी सिटी के नेतृत्व में हमारे खुद के कंप्यूटर ऑपरेटर ने इन हाउस बनाया है. उन्होंने बताया कि इस ऐप की खास बात यह है कि इसमें तीन स्टेप्स हैं, पहला है- आईडेंटिफिकेशन ऑफ हैबयूचल ऑफ एंडर्स. इसके बाद डोजियर फिलिंग, तीसरा और महत्वपूर्ण पार्ट- फिजिकल वेरीफिकेशन है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>एसएसपी अभिषेक सिंह ने बताया कि इस ऐप में सारे अपराधियों को एजेंटिफाई कर उनका वृहद डाटा स्टोर किया गया है. उन्होंने बताया कि इसमें ना सिर्फ अपराधियों का फिजिकल अपीरियंस रहेगा बल्कि उनके जितने भी एलोटोरियंस एविडेंस या ट्रेसस रहते हैं, उनके परिजनों का सजरा, उनके क्रॉस लिंकेज विद अदर क्रिमिनल्स इन सबको हमने स्टोर किया है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>इस ऐप के बारे में एसएसपी अभिषेक सिंह ने अधिक जानकारी देते हुए बताया कि जब इसमें डाटा स्टोर किया जाता है, तो उसमें बीट लेवल कांस्टेबल, सब-इंस्पेक्टर मौके पर जाकर अपराधियों का सत्यापन करते हैं. जिसका लैटलॉन्ग उसमें आता है. यह वेरिफिकेशन हंड्रेड परसेंट सत्य होता है और इसमें अभी तक हमने कुल पांच हजार अपराधियों का डेटा फीड किया गया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’70 फीसदी अपराधी फीड'</strong><br />एसएसपी अभिषेक सिंह ने कहा कि 70 फीसदी अपराधी हम अभी तक वेरीफाई कर चुके हैं. इस ऐप से एक फायदा यह हुआ है कि पिछले दिनों कुछ घटनाएं ऐसी हुई थीं, जिसमें हमने वेरिफिकेशन किया तो हमने पाया कि कुछ अपराधी भागे हुए थे और ऑन फर्दर इन्वेस्टिगेशन में पाया कि वह उस अपराध में लिप्त भी पाए गए थे.</p>
<p style=”text-align: justify;”>एसएसपी अभिषेक सिंह ने बताया कि अपराध पर प्रभावी नियंत्रण के लिए इस तरह की टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया गया है. उन्होंने कहा कि इसके लिए हमने हमारे कंप्यूटर ऑपरेटर जिन्होंने डाटा एंट्री की है, उनको 5000 रुपये का पुरस्कार दिया जाएगा. उनका नाम नाफीज है, इसको लेकर भी एक डिटेल रिपोर्ट साल के आखिर तक आप लोगों को पब्लिश करके दिया जाएगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>कौन कर सकेगा इस्तेमाल?</strong><br />मुजफ्फरनगर के एसएसपी अभिषेक सिंह ने बताया कि ‘पहचान ऐप’ में पुलिस अधिकारी और कर्मचारी ही इस्तेमाल कर सकेंगे, इसके लिए पुलिस अधिकारियों और कांस्टेबल स्तर के कर्मचारियों को डाउनलोड किया गया है. इस ऐप के जरिए प्रशासनिक कार्यों का मॉनिटरिंग किया जा सकता है, जिससे यह सुनिश्चित किया जा सकेगा कि निचले स्तर पर हो रहे कार्य सही ढंग से किए जा रहे हैं. </p>
<p style=”text-align: justify;”>एसएसपी अभिषेक सिंह ने बताया कि मुजफ्फरनगर जिले में लगभग 2500 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, जो न सिर्फ अपराधों को सुलझाने में मदद करते हैं बल्कि किसी भी घटना के सबूत जुटाने में भी सहायक साबित होते हैं. डीजीपी मुख्यालय से प्राप्त निर्देशों के तहत, सीसीटीवी नेटवर्क के प्रभावी उपयोग से अपराधों की रोकथाम और जांच में मदद मिल रही है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें: <a title=”UP News: पूर्व पीएम के जन्म शताब्दी वर्ष पर योगी सरकार का बड़ा तोहफा, बस किराए में की गई कटौती” href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/yogi-adityanath-government-announced-20-percent-reduction-in-bus-fares-in-up-ann-2849271″ target=”_blank” rel=”noopener”>UP News: पूर्व पीएम के जन्म शताब्दी वर्ष पर योगी सरकार का बड़ा तोहफा, बस किराए में की गई कटौती</a></strong></p> उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड Bihar News: पटना IGIMS के पीजी डॉक्टर ने किया सुसाइड, घर के किचेन से मिला लटका हुआ शव