हरियाणा में करनाल के घरौंडा की तेलू सिंह कालोनी में दिनदहाड़े चोरी की वारदात हुई। चोरी की घटना को दो महिलाओं ने अंजाम दिया। दोनों ने सोने व चांदी के गहनों पर हाथ साफ कर दिया। घटना के वक्त लड़का सो रहा था। जब उसकी मां घर पर लौटी तो उसे सामान बिखरा मिला। उसे यह समझते देर नहीं लगी कि उसके घर में चोरी हुई है। पीड़िता ने मामले की शिकायत पुलिस को की है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। महिला मजदूरी से करती है गुजारा, चोरों ने कीमती सामान किया चोरी शिकायतकर्ता अनारकली ने बताया कि वह मेहनत-मजदूरी करके अपने परिवार का पेट पालती हैं। 22 दिसंबर को दोपहर करीब 3 बजे वह काम पर थीं। इसी दौरान उनके घर में चोरी हो गई। घर पर उनका बेटा अकेला था और सो रहा था। इस दौरान दो अज्ञात महिलाएं घर में घुसीं और अलमारी में रखे सामान को चुरा ले गईं। चोरी गए सामान में 2 सोने की अंगूठियां, एक सोने की चेन, एक सोने की नथ, एक चांदी की पायल, चांदी के कड़े, एक घड़ी और एक गुल्लक शामिल है, जिसमें करीब 10-12 हजार रुपये नकद थे। शाम को घर लौटी महिला ने देखा चोरी का नजारा शाम को जब अनारकली घर लौटीं तो चोरी का पता चला। घर के सामान को बिखरा देखकर उन्होंने तुरंत पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। उनका कहना है कि चोरों ने योजना बनाकर घर के सुनसान होने का फायदा उठाया। अनारकली ने बताया कि चोरी की गई चीजों में उनकी मेहनत की कमाई और कीमती गहने शामिल थे। पुलिस ने दर्ज किया मामला, जांच में जुटी टीममहिला की लिखित शिकायत पर थाना घरौंडा पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। जांच अधिकारी राजकुमार ने बताया कि महिला के घर में चोरी की शिकायत मिली है। शिकायत के आधार पर अज्ञात महिलाओं के खिलाफ मामला दर्ज जांच शुरू कर दी है। हरियाणा में करनाल के घरौंडा की तेलू सिंह कालोनी में दिनदहाड़े चोरी की वारदात हुई। चोरी की घटना को दो महिलाओं ने अंजाम दिया। दोनों ने सोने व चांदी के गहनों पर हाथ साफ कर दिया। घटना के वक्त लड़का सो रहा था। जब उसकी मां घर पर लौटी तो उसे सामान बिखरा मिला। उसे यह समझते देर नहीं लगी कि उसके घर में चोरी हुई है। पीड़िता ने मामले की शिकायत पुलिस को की है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। महिला मजदूरी से करती है गुजारा, चोरों ने कीमती सामान किया चोरी शिकायतकर्ता अनारकली ने बताया कि वह मेहनत-मजदूरी करके अपने परिवार का पेट पालती हैं। 22 दिसंबर को दोपहर करीब 3 बजे वह काम पर थीं। इसी दौरान उनके घर में चोरी हो गई। घर पर उनका बेटा अकेला था और सो रहा था। इस दौरान दो अज्ञात महिलाएं घर में घुसीं और अलमारी में रखे सामान को चुरा ले गईं। चोरी गए सामान में 2 सोने की अंगूठियां, एक सोने की चेन, एक सोने की नथ, एक चांदी की पायल, चांदी के कड़े, एक घड़ी और एक गुल्लक शामिल है, जिसमें करीब 10-12 हजार रुपये नकद थे। शाम को घर लौटी महिला ने देखा चोरी का नजारा शाम को जब अनारकली घर लौटीं तो चोरी का पता चला। घर के सामान को बिखरा देखकर उन्होंने तुरंत पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। उनका कहना है कि चोरों ने योजना बनाकर घर के सुनसान होने का फायदा उठाया। अनारकली ने बताया कि चोरी की गई चीजों में उनकी मेहनत की कमाई और कीमती गहने शामिल थे। पुलिस ने दर्ज किया मामला, जांच में जुटी टीममहिला की लिखित शिकायत पर थाना घरौंडा पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। जांच अधिकारी राजकुमार ने बताया कि महिला के घर में चोरी की शिकायत मिली है। शिकायत के आधार पर अज्ञात महिलाओं के खिलाफ मामला दर्ज जांच शुरू कर दी है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा BJP सांसद की भतीजी युगांडा जेल में बंद:पंजाब के कारोबारी ओसवाल की बेटी, करोड़ों की हेराफेरी के केस में फंसी वसुंधरा
हरियाणा BJP सांसद की भतीजी युगांडा जेल में बंद:पंजाब के कारोबारी ओसवाल की बेटी, करोड़ों की हेराफेरी के केस में फंसी वसुंधरा हरियाणा के कुरुक्षेत्र से BJP सांसद नवीन जिंदल की पत्नी शालू जिंदल की भतीजी और पंजाब के ओसवाल ग्रुप के मालिक पंकज ओसवाल की बेटी वसुंधरा 3 अक्टूबर से युगांडा की जेल में बंद है। वसुंधरा पर करोड़ों रुपए की हेराफेरी का आरोप है। पंकज ओसवाल पिछले 17 दिनों से बेटी को ढूंढ रहे थे। परिवार ने बेटी को अवैध हिरासत में रखने के आरोप लगाए थे। पारिवारिक सूत्रों का कहना है कि पंकज ने भारत सरकार के अलावा यूनाइटेड नेशंस वर्किंग ग्रुप से मदद मांगी थी। मामला सामने आने के बाद युगांडा सरकार ने वसुंधरा को कानूनी सहायता देने का भरोसा दिया है। वसुंधरा मंगलवार (22 अक्टूबर) तक जेल से बाहर आ सकती है। युगांडा में रह रहे भारतीयों ने PM से लगाई गुहार
युगांडा में रह रहे भारतीयों को मीडिया रिपोर्ट्स से जब वसुंधरा के संदिग्ध परिस्थितियों में लापता होने और गैरकानूनी ढंग से हिरासत में रखे जाने के बारे में पता चला तो उन्होंने वहां के प्रधानमंत्री से संपर्क साधने की कोशिश की। उन्होंने सरकार से वसुंधरा के बारे में डिटेल मांगी। जिसके बाद युगांडा सरकार की तरफ से भारत सरकार को बताया कि वसुंधरा युगांडा के कपाला शहर की नाकासोंगोला जेल मे बंद है। तंजानिया सरकार की तरफ से वसुंधरा पर यह कार्रवाई की गई। युगांडा सरकार की तरफ से भारत सरकार को ये भी स्पष्टीकरण दिया गया कि वसुंधरा पर सरकार या वहां की पुलिस की तरफ से किसी तरह का टॉर्चर नहीं किया गया, न ही उसे गैरकानूनी ढंग से रखा गया है। वसुंधरा को पहले हुई पूछताछ के आधार पर केस दर्ज कर जेल में बंद किया गया है। पूरी कार्रवाई कानूनी रूप से की गई है। ओसवाल के प्लांट से ही हुई गिरफ्तार
रिपोर्ट्स के मुताबिक वसुंधरा को युगांडा में ओसवाल के प्लांट से करीब 20 हथियारबंद लोगों ने पकड़ा था। उन्होंने गिरफ्तार करने से पहले अपनी पहचान या वारंट नहीं दिखाया था। पंकज ने दावा किया कि कॉर्पोरेट और राजनीतिक हेरफेर के कारण उनकी बेटी की गिरफ्तारी हुई है। उसके खिलाफ कोई सबूत नहीं हैं, इसलिए उसे अवैध रूप से रखा गया है। पंकज के मुताबिक एक पूर्व कर्मचारी ने गारंटर के तौर पर ओसवाल के परिवार के साथ 2 लाख डॉलर का लोन लिया था। जब ओसवाल परिवार ने गारंटी लेने से इनकार कर दिया तो उसने वसुंधरा के खिलाफ झूठे आरोप लगा दिए। बाद में वह शख्स युगांडा से भाग गया। युगांडा में कंपनी की डायरेक्टर है वसुंधरा
पंकज ओसवाल और उनकी पत्नी राधिका ओसवाल पिछले 10 साल से स्विट्जरलैंड में रह रहे हैं। वह एक आलीशान महल में रहते हैं, जिसकी कीमत 1649 करोड़ रुपए है। वहां वह अपना कारोबार चला रहे हैं। उनकी बेटी वसुंधरा युगांडा में PRO इंडस्ट्रीज की एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर है। कंपनी का पूरा कामकाज वसुंधरा ही संभालती है। ऑस्ट्रेलिया में भी विवादों में रह चुके ओसवाल दंपती
पंकज ओसवाल और उनकी पत्नी राधिका पहले भी विवादों में रहे हैं। ऑस्ट्रेलिया में उन पर 100 मिलियन के डॉलर टैक्स चोरी करने और लोन में धांधली के गंभीर आरोप लगे थे। इसके बाद दोनों दंपती ने दिसंबर 2010 में ऑस्ट्रेलिया छोड़ दिया था। पंकज ओसवाल ने ऑस्ट्रेलिया में ताजमहल जैसा महल बनवाना शुरू किया था। करीब 70 मिलियन डॉलर (करीब 588 करोड़ रुपए) की लागत वाले बंगले का नाम ‘ताज महल ऑन द स्वान’ रखा गया था। टैक्स न चुकाने और बिल्डिंग से जुड़े नियमों का उल्लंघन करने की वजह से 2010 में इसका निर्माण रोक दिया गया और 2016 में इसे गिराने का आदेश दिया गया। वे इस पर करीब 22 मिलियन डॉलर (185 करोड़) खर्च भी कर चुके थे।
रेवाड़ी में पैदल जा रहे युवक की मौत:तेज रफ्तार बाइक ने मारी टक्कर, मोटरसाइकिल सवार दो व्यक्ति घायल
रेवाड़ी में पैदल जा रहे युवक की मौत:तेज रफ्तार बाइक ने मारी टक्कर, मोटरसाइकिल सवार दो व्यक्ति घायल हरियाणा में रेवाड़ी जिले के गांव कंवाली-गोठड़ा टप्पा डहीना के बीच एक बाइक ने पैदल जा रहे युवक को टक्कर मार दी। हादसे में गंभीर रूप से घायल युवक की मौत हो गई, जबकि बाइक चालक और पीछे बैठा शख्स घायल हो गए। खोल थाना पुलिस ने मृतक के भाई की शिकायत पर केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है। मिली जानकारी के अनुसार, गांव गोठडा टप्पा डहीना निवासी पवन कुमार (25) प्राइवेट कंपनी में जॉब करता था। देर शाम वह पैदल अपने घर की तरफ जा रहा था, तभी कंवाली की तरफ से आ रही एक तेज रफ्तार बाइक ने उसे जोरदार टक्कर मार दी। हादसे में पवन गंभीर रूप से घायल हो गया। साथ ही बाइक चालक और पीछे बैठा शख्स भी सड़क पर गिर गया। दोनों के हाथ-पैर में चोटें आई। ट्रॉमा सेंटर में डॉक्टर ने मृत घोषित किया जबकि पवन के सिर और शरीर के अन्य हिस्सों पर गंभीर चोट के कारण उसे तुरंत रेवाड़ी स्थित ट्रॉमा सेंटर लाया गया, जहां चिकित्सकों ने पवन को मृत घोषित कर दिया। सूचना के बाद खोल थाना पुलिस ट्रॉमा सेंटर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराने के बाद परिजनों को सौंप दिया। पुलिस ने पवन के भाई राजकिशन की शिकायत पर बाइक चालक के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।
नारनौल में बांग्लादेशी हिंदुओं पर अत्यचार के खिलाफ प्रदर्शन:हिंदू संगठनों ने जताया विरोध, राष्ट्रपति, पीएम और मानव अधिकार से कार्रवाई की मांग
नारनौल में बांग्लादेशी हिंदुओं पर अत्यचार के खिलाफ प्रदर्शन:हिंदू संगठनों ने जताया विरोध, राष्ट्रपति, पीएम और मानव अधिकार से कार्रवाई की मांग हरियाणा के नारनौल में विभिन्न हिंदू संगठनों ने आज शहर में प्रदर्शन किया और बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों के खिलाफ डीसी कार्यालय में ज्ञापन सौंपा। इससे पहले उन्होंने सुभाष पार्क में एक बैठक कर भी विरोध जताया। इसमें सैकड़ों लोग मौजूद रहे। रविवार को जिले के कई हिंदू संगठनों ने सुभाष पार्क में एकत्रित होकर बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों के खिलाफ बैठक की। बैठक के बाद सभी ने मिलकर शहर में प्रदर्शन किया। प्रदर्शन की शुरुआत सुभाष पार्क से हुई, जो शहर के सिंघाना रोड और महेंद्रगढ़ रोड से होते हुए डीसी कार्यालय तक गया। यहां उन्होंने अपनी मांगों से संबंधित एक ज्ञापन भी सौंपा। कट्टरपंथियों को रोकने में प्रशासन असफल
ज्ञापन उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, संयुक्त राष्ट्र के महासचिव, मानवाधिकार आयोग, बांग्लादेश दूतावास और हरियाणा के मुख्यमंत्री व राज्यपाल को ज्ञापन लिखा। जिसमें उन्होंने मांग की है कि 5 अगस्त 2024 को बांग्लादेश में अलोकतांत्रिक तरीके से शेख हसीना सरकार को हटाकर कट्टरपंथियों का राज स्थापित हुआ, तब से वहां रहने वाले हिंदुओं के अलावा सिख, ईसाई, बौद्ध व अन्य अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों पर रोजाना अत्याचार हो रहे हैं। जिससे इन अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों का जीना दूभर हो गया है। वहां का शासन प्रशासन भी कट्टरपंथियों को रोकने में असफल है। ऐसे में वहां के हिंदू व अन्य अल्पसंख्यक समुदाय खतरे में हैं। मंदिरों में की जा रही तोड़-फोड़
हर दिन मंदिरों पर हमले व तोड़फोड़ की जा रही है। हिंदुओं पर तरह-तरह के अत्याचार किए जा रहे हैं। इसलिए मानवाधिकार आयोग व भारत सरकार को वहां हस्तक्षेप कर हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों को जल्द से जल्द रोकने का प्रयास करना चाहिए। इस अवसर पर टाइगर क्लब के अध्यक्ष राकेश यादव, प्रगतिशील शिक्षा ट्रस्ट के संजय शर्मा, मां भारती क्लब के अजय, अनहद शक्ति फाउंडेशन से सुशील यादव, शैलजा यादव के अलावा विट्ठल गिरी महाराज, महंत महावीर गिरी, आलोक, ब्राह्मण समाज के प्रतिनिधि महावीर शर्मा, महिपाल चौधरी, नंदलाल नंबरदार, पुरुषोत्तम शर्मा, सुरेश कुमार पूर्व सरपंच सहित कई अन्य लोग मौजूद थे।