हरियाणा के पानीपत में पुलिस में तैनात SI रणबीर मान का निधन हो गया। रणबीर मान किडनी की बीमारी से ग्रस्त थे। मंगलवार की सुबह अचानक उनकी तबीयत बिगड़ गई थी, जिसके चलते उन्हें एक निजी अस्पताल ले जाया गया था, जहां उपचार के दौरान गुरुवार को उनका निधन हो गया। इसका पता लगते ही पानीपत पुलिस महकमे में शोक की लहर दौड़ गई। रणबीर मान को पुलिस द्वारा सलामी दी गई और उनका दाह संस्कार किया गया। ओवरलोडिड वाहन चालकों पर कसी हुई थी नकेल एसआई रणबीर मान पिछले लंबे समय से पानीपत ट्रैफिक पुलिस के इंचार्ज थे। अपनी ड्यूटी के दौरान वे सड़कों पर चलने वाले ओवरलोडिड वाहनों पर बहुत सख्ताई बरतते थे। उनके कार्यकाल के दौरान लोडिंग वाहन चालकों ने कई बार हड़ताल की थी। लेकिन अपनी ड्यूटी के प्रति वफादार रहने वाले रणबीर मान ने अफसरों को स्पष्ट तौर पर कहा था कि जब तक वे ड्यूटी पर रहेंगे, तब तक ओवर लोडिड वाहन चालकों की मनमानी नहीं चलने देंगे। क्योंकि इन वाहनों की वजह से तंग गलियों में जाम लगने के अलावा सड़कों पर आए दिन हादसे होते हैं। अधिकारियों ने उनकी बात की काफी सराहना की थी। आखिरी दो बड़ी ख्वाहिश रह गई रणबीर मान की काफी लंबे समय से इच्छा थी कि वे किसी थाने में बतौर प्रभारी अपनी ड्यूटी करें। लेकिन उन्हें कभी थाना SHO बनने का मौका नहीं मिला। इसके अलावा अब बीते दिनों लंबी बीमारी के चलते उन्होंने साल 2025 में रिटायरमेंट लेकर आराम करने की भी बात कही थी। हालांकि उनकी ड्यूटी के अभी करीब ढाई से तीन साल बाकी थे। रणबीर मान ने अपने बेटे अमन मान की हाल ही में शादी की थी। अमन जजपा का सक्रिय सदस्य हैं। इनके घर दुष्यंत और दिग्विजय चौटाला का अक्सर आना-जाना रहता है। हरियाणा के पानीपत में पुलिस में तैनात SI रणबीर मान का निधन हो गया। रणबीर मान किडनी की बीमारी से ग्रस्त थे। मंगलवार की सुबह अचानक उनकी तबीयत बिगड़ गई थी, जिसके चलते उन्हें एक निजी अस्पताल ले जाया गया था, जहां उपचार के दौरान गुरुवार को उनका निधन हो गया। इसका पता लगते ही पानीपत पुलिस महकमे में शोक की लहर दौड़ गई। रणबीर मान को पुलिस द्वारा सलामी दी गई और उनका दाह संस्कार किया गया। ओवरलोडिड वाहन चालकों पर कसी हुई थी नकेल एसआई रणबीर मान पिछले लंबे समय से पानीपत ट्रैफिक पुलिस के इंचार्ज थे। अपनी ड्यूटी के दौरान वे सड़कों पर चलने वाले ओवरलोडिड वाहनों पर बहुत सख्ताई बरतते थे। उनके कार्यकाल के दौरान लोडिंग वाहन चालकों ने कई बार हड़ताल की थी। लेकिन अपनी ड्यूटी के प्रति वफादार रहने वाले रणबीर मान ने अफसरों को स्पष्ट तौर पर कहा था कि जब तक वे ड्यूटी पर रहेंगे, तब तक ओवर लोडिड वाहन चालकों की मनमानी नहीं चलने देंगे। क्योंकि इन वाहनों की वजह से तंग गलियों में जाम लगने के अलावा सड़कों पर आए दिन हादसे होते हैं। अधिकारियों ने उनकी बात की काफी सराहना की थी। आखिरी दो बड़ी ख्वाहिश रह गई रणबीर मान की काफी लंबे समय से इच्छा थी कि वे किसी थाने में बतौर प्रभारी अपनी ड्यूटी करें। लेकिन उन्हें कभी थाना SHO बनने का मौका नहीं मिला। इसके अलावा अब बीते दिनों लंबी बीमारी के चलते उन्होंने साल 2025 में रिटायरमेंट लेकर आराम करने की भी बात कही थी। हालांकि उनकी ड्यूटी के अभी करीब ढाई से तीन साल बाकी थे। रणबीर मान ने अपने बेटे अमन मान की हाल ही में शादी की थी। अमन जजपा का सक्रिय सदस्य हैं। इनके घर दुष्यंत और दिग्विजय चौटाला का अक्सर आना-जाना रहता है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा के पूर्व मंत्री ने कांग्रेस छोड़ी:लालू यादव के समधी, बेटा चुनाव हार गया था; बोले- हाईकमान ने मेरे साथ अच्छा व्यवहार नहीं किया
हरियाणा के पूर्व मंत्री ने कांग्रेस छोड़ी:लालू यादव के समधी, बेटा चुनाव हार गया था; बोले- हाईकमान ने मेरे साथ अच्छा व्यवहार नहीं किया हरियाणा कांग्रेस के सीनियर लीडर व बिहार के पूर्व CM लालू प्रसाद यादव के समधी कैप्टन अजय यादव ने कांग्रेस छोड़ दी है। उन्होंने अपना इस्तीफा पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को भेज दिया है। वह अभी ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी में OBC मोर्चा के चेयरमैन की जिम्मेदारी संभाल रहे थे। इसकी जानकारी कैप्टन यादव ने खुद सोशल मीडिया पर पोस्ट साझा कर दी। उन्होंने लिखा, ‘मैंने कांग्रेस पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। अब मैं ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के OBC मोर्चा का चेयरमैन भी नहीं रहा। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को इसकी जानकारी दे दी गई है।’ कैप्टन यादव ने आगे लिखा, ‘इस्तीफा देने का यह निर्णय वास्तव में बहुत कठिन था, क्योंकि मेरे परिवार का कांग्रेस से 70 वर्षों से जुड़ाव था। मेरे पिता दिवंगत राव अभय सिंह 1952 में कांग्रेस से विधायक बने और उसके बाद मैंने पारिवारिक परंपरा को जारी रखा, लेकिन सोनिया गांधी के कांग्रेस अध्यक्ष पद से हटने के बाद मेरे साथ खराब व्यवहार किया गया। इससे मेरा पार्टी हाईकमान से मोहभंग हो गया है।’ कैप्टन यादव की ओर से की गईं पोस्टें… लोकसभा टिकट न मिलने से नाराज चल रहे थे
पूर्व वित्त एवं सिंचाई मंत्री कैप्टन अजय यादव हरियाणा कांग्रेस में अपनी अनदेखी से नाराज चल रहे थे। उन्होंने विधानसभा चुनाव से पहले गुरुग्राम लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने की इच्छा जताई थी, लेकिन पार्टी ने उन्हें टिकट न देकर राज बब्बर को यहां से मैदान में उतारा था। कैप्टन के बेटे चिरंजीव रेवाड़ी से हारे
वहीं, इस विधानसभा चुनाव में कैप्टन अजय यादव के बेटे चिरंजीव राव को रेवाड़ी से टिकट दिया गया था, लेकिन वह इस सीट को बचा नहीं पाए। उन्हें भाजपा उम्मीदवार लक्ष्मण सिंह यादव ने 28769 वोटों से हराया है। राव 2019 में इसी सीट से जीतकर विधानसभा में पहुंचे थे। इस सीट पर सालों से कैप्टन यादव का कब्जा रहा था। वह यहां से लगातार 6 बार विधायक रह चुके हैं, लेकिन इस बार उनके बेटे को मिली हार से वह काफी परेशान थे। अपने बेटे की हार के बाद अजय यादव ने पार्टी नेताओं पर लापरवाही के आरोप लगाए थे। उन्होंने OBC विभाग पद को भी झुनझुना बताया था। हालांकि, पार्टी ने उन पर कोई कार्रवाई नहीं की तो 7 दिन बाद कैप्टन यादव ने खुद ही पार्टी से इस्तीफा दे दिया। अजय यादव के बेटे चिरंजीव राव पार्टी के राष्ट्रीय सचिव भी हैं। CM बनने की खींचतान को हार का जिम्मेदार बताया
विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की हार के बाद कैप्टन अजय यादव ने कहा था कि CM बनने को लेकर नेताओं की खींचतान इसकी बड़ी वजह बनी। उन्होंने कहा था, ‘जब चुनाव होते हैं तो सबसे बड़ा लक्ष्य जीतने का होता है। उस वक्त मुख्यमंत्री बनने की बातें मीडिया में आती हैं तो वह पार्टी के लिए कोई अच्छे संकेत नहीं होते। पहले बहुमत तो आने दीजिए। उसके बाद ही आप क्लेम करें। कौन मुख्यमंत्री होगा? इसका फैसला विधायक दल की बैठक में होता है। इसके बाद हाईकमान जिसे चाहे उसका नाम मुख्यमंत्री के लिए मनोनीत कर सकता है।’ कैप्टन यादव ने नूंह हिंसा के आरोपी उम्मीदवार मामन खान के चुनाव के वक्त दिए बयान को लेकर भी हार का जिम्मेदार ठहराया था।
फरीदाबाद में 3 मासूम बहन-भाइयों की मौत:मकान का छज्जा गिरने से मलबे में दबे; कम किराए में जर्जर घर में रहता था परिवार
फरीदाबाद में 3 मासूम बहन-भाइयों की मौत:मकान का छज्जा गिरने से मलबे में दबे; कम किराए में जर्जर घर में रहता था परिवार हरियाणा के फरीदाबाद में शुक्रवार देर शाम सीकरी इलाके में जर्जर मकान का छज्जा भरभरा कर गिर गया। इसके मलबे की चपेट में आकर 3 बच्चों की मौत हो गई। तीनों मृतकों में दो भाई व इनकी एक बहन है। तीनों बच्चों के शव बीके अस्पताल की मोर्चरी में रखे गए हैं। आज शवों का पोस्टमार्टम होगा। गांव के सरपंच विवेक छोकर और पड़ोसी सावित्री देवी ने शुक्रवार की शाम लगभग 6:30 बजे कुछ बच्चे घर के बाहर छज्जे के नीचे खेल रहे थे। तभी अचानक से छज्जा उनके ऊपर गिर गया। बच्चे मलके के नीचे दब गए। उनको किसी तरह बाहर निकाला, लेकिन तीनों की मौत हो चुकी थी। इनकी पहचान 12 वर्षीय आदित्य कुमार, 10 वर्षीय मुस्कान और 8 वर्षीय आकाश के रूप में हुई है। तीनों भाई-बहन हैं। सरपंच विवेक छोकरा ने बताया कि यह बिल्डिंग काफी जर्जर हालत में है। इसमें लगे लोहे के गाटर जंग से गल चुके थे। किराया कम होने के कारण यहां10 परिवार रहते हैं। मृतक बच्चों का परिवार बिहार का रहने वाला है। हादसे की सूचना के बाद मौके पर पहुंचे फरीदाबाद के सेक्टर 58 थाना के प्रभारी कृष्ण कुमार ने बताया कि तीनों बच्चे आपस में भाई-बहन हैं। इनका पिता धर्मेंद्र कंपनी में काम करता है, जबकि मां रेहड़ी पर सामान बेचती है। घटना के समय घर पर माता-पिता में से कोई नहीं था। धर्मेंद्र का परिवार जिस मकान में रहता है, वह मकान काफी पुराना है और जर्जर हो चुका था। इसी वजह से छज्जा गिरा है। पुलिस छानबीन कर रही है। सीकरी चौकी इंचार्ज ललित ने बताया कि घटना की जानकारी मिलने के तुरंत बाद वह अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और बच्चों का रेस्क्यू कर उन्हें बादशाह खान सिविल अस्पताल भिजवा दिया। तब तक बच्चों की मौत हो चुकी थी। फिलहाल सभी के शवों को पोस्टमार्टम के लिए बादशाह खान सिविल अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया है। इस मामले में पीड़ित परिवार से मकान मालिक राकेश के खिलाफ शिकायत लेकर कार्रवाई की जाएगी।
फरीदाबाद में दोषी को 5 साल की सजा:7 साल की बच्ची का किया था यौन शोषण, 25 हजार जुर्माना
फरीदाबाद में दोषी को 5 साल की सजा:7 साल की बच्ची का किया था यौन शोषण, 25 हजार जुर्माना हरियाणा के फरीदाबाद जिले के एनआईटी एरिया में 7 साल की लड़की से यौन शोषण के मामले में युवक नासिर हुसैन को कोर्ट ने 5 साल की कैद की सजा दी है। पुख्ता सबूत व गवाहों के आधार पर एडिशनल सेशन जज हेमराज मित्तल की कोर्ट ने आरोपी को दोषी करार देते हुए सजा सुनाई। कोर्ट ने उसे पर 25 हज़ार रुपए का जुर्माना भी लगाया है। सुबह शौच करने खेतों में गई थी महिला थाना एनआईटी में पोक्सो एक्ट में धमकाने की धाराओं में यह एफआईआर दर्ज 8 जुलाई 2020 को दर्ज हुई थी। एनआईटी एरिया में रहने वाली 7 साल की लड़की 7 जुलाई 2020 की सुबह के समय शौच करने मकान के पीछे खेतों की ओर गई थी। वहां 25 साल का नासिर हुसैन मिला, आरोपी लड़की को खींचकर झाड़ियों में ले गया और यौन शोषण किया। लड़की की शोर मचाने पर धमकी देकर भाग गया। मां को दी सारी जानकारी शोर सुनकर लड़की की मां उस ओर आई, तो लड़की ने आरोपी के बारे में बताया। घर आकर महिला ने फैक्ट्री में काम पर गए अपने पति को फोन करके बताया। शाम को पति के घर आने के बाद लड़की को लेकर दंपती थाने पहुंचे और पुलिस को शिकायत दी। पुलिस ने मामले में एफआईआर दर्ज कर जान शुरू की। 16 जुलाई 2020 को पुलिस ने पलवल के रहने वाले 25 साल के नासिर हुसैन को अरेस्ट कर लिया। उसका खिलाफ चालान तैयार कर कोर्ट में पेश किया। जिसमें कुल 12 गवाह बनाए गए। ट्रायल के दौरान कोर्ट में गवाही कराई गई। इसके बाद अब नासिर हुसैन को कोर्ट ने 5 साल की सजा सुनाई।