संसद के सामने बागपत के जितेंद्र ने बुधवार को खुद पर मिट्टी का तेल डालकर आत्मदाह का प्रयास किया। आग लगने की वजह से वह 95% जल गया। उसका इलाज दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में चल रहा है। हालत गंभीर बनी हुई है। उसके परिवार के लोगों का कहना है, गांव के दबंगों ने हम लोगों को परेशान कर दिया है। वो लोग बेटों पर गंदे कमेंट करते। इसी से परेशान होकर जितेंद्र ने ये कदम उठा लिया। भास्कर टीम पीड़ित के घर पहुंची, मामले की सच्चाई जानने की कोशिश की जितेंद्र का घर बागपत जिला मुख्यालय से 40 किलोमीटर दूर छपरौली में है। ये बागपत का एक कस्बा है। जहां 50% ऊंची जाति के लोग रहते हैं। बाकी 50% में दलित-पिछड़ा और अन्य जाति के लोग रहते हैं। जितेंद्र (35) के घर में दो बड़े भाई (रवींद्र ओर शीलू), मां ओमी और पिता महिपाल हैं। तीन बहनों की शादी हो चुकी है। जितेंद्र अभी एलएलबी, फर्स्ट ईयर का छात्र है। जिस विवाद की वजह से जितेंद्र ने सुसाइड की कोशिश की। वो साल 2021 में शुरू हुआ था। परिवार वाले दिल्ली पहुंचे जितेंद्र के आत्मदाह करने की खबर मिलते ही उसकी मां, पिता और भाई रवींद्र दिल्ली चले गए। घर पर शीलू, तीनों बहनें और कुछ रिश्तेदार रुके हुए हैं। मोहल्ले के लोग भी घर के अंदर और बाहर बैठे हुए मिले। सभी लोग जितेंद्र के आत्मदाह करने की चर्चा ही कर रहे हैं। जिनसे लड़ाई, वो ऊंची जाति वाले जितेंद्र के भाई शीलू से हमने पूरे मामले की जानकारी ली। उसने हमें बताया, हम लोग दलित परिवार से हैं। हमारे विपक्षी ऊंची जाति वाले हैं। तभी हमारी सुनवाई नहीं हो रही। हमारे पड़ोसी विक्की ने साल 2020 में अवैध शराब बेचना शुरू कर दिया। वो घर से ये काम करता था। जिसकी वजह से मोहल्ले का माहौल खराब रहता था। हम लोग इसका विरोध करते थे, फिर भी वो नहीं मान रहा था। उसको अपने चचेरे भाई कविंदर का संरक्षण मिला हुआ था। जो कि होमगार्ड था। वे दोनों दबंगई के साथ शराब बेचने का काम कर रहे थे। पिता के साथ रोड पर मारपीट की इसी झगड़े को लेकर विक्की ने साल 2021 में मेरे पापा महिपाल के साथ सड़क पर मारपीट की थी। हमने इस मामले में पुलिस से शिकायत की। लेकिन हमारा केस दर्ज नहीं किया गया। पुलिस ने उल्टा जितेंद्र और पापा के ऊपर ही मारपीट का केस दर्ज कर दिया। वो लोग हमेशा हमारे परिवार पर दबाव बनाकर रखते। हम लोग घर से निकलते तो हम पर कमेंट करते। दबंगों ने पापा-जितेंद्र को जेल भिजवाया जितेंद्र को यह सब खराब लगता था। साल 2022 में दबंगों ने फिर से हमारे परिवार के साथ मारपीट की। लेकिन इस बार भी केस हम लोगों पर ही दर्ज हुआ। मतलब हम लोग मार भी खाते थे। दूसरा यह कि, पुलिस भी हमें ही गाली देती थी। हम लोग इस चीज से बहुत परेशान थे। धीरे-धीरे हमारा यहां रहना मुश्किल हो रहा था। जितेंद्र के भाई ने बताया- हम लोग गरीब परिवार से हैं। भट्टे पर काम करके घर चलाते हैं। लेकिन ये लोग हमें काम ही नहीं करने देते थे। एक बार तो इन लोगों ने जितेंद्र और पापा को जेल भी भिजवा दिया था। साल 2024 मई में जब हमने विक्की और उसके भाई पर मारपीट का केस दर्ज करवाया तो पुलिस ने दोनों को थाने से ही जमानत दे दी थी। हफ्ते भर से काफी परेशान था जितेंद्र जितेंद्र के भाई के मुताबिक, पुलिस हमारी सुनवाई नहीं कर रही थी। इससे विक्की और उसके होमगार्ड भाई को और बल मिल रहा था। वो लोग खुलेआम हम लोगों को धमकाते। कहते- तुम लोग हमारा कुछ नहीं कर पाओगे। जितेंद्र को ये सब ज्यादा परेशान करते थे। 1 हफ्ते से वो बहुत परेशान था। घर में वो किसी से बात नहीं कर रहा था। खाना भी कम खाता था। दिल्ली जाने की बात उसने घर पर बताई थी। लेकिन, ये नहीं पता था कि वो खुद को आग लगाने जा रहा है। हमको तो दिल्ली पुलिस ने फोन करके घटना की जानकारी दी। विपक्षी पक्ष ने बात करने से मना किया जिन लोगों से जितेंद्र के परिवार का विवाद चल रहा है, उनका घर जितेंद्र के घर से 200 मीटर की दूरी पर है। दैनिक भास्कर की टीम उनके घर भी पहुंची। लेकिन उन लोगों ने बात करने से साफ मना कर दिया। कोर्ट में चार्जशीट भेजी गई है- एसपी मामले में एसपी अर्पित विजयवर्गीय ने बताया- घटना की जानकारी के बाद हम लोगों ने जितेंद्र के परिवार से संपर्क किया है। जितेंद्र और उसके परिवार पर मारपीट के केस साल 2021 और 2022 में दर्ज किए गए थे। साल 2024 में जितेंद्र के परिवार ने भी मारपीट का केस दर्ज करवाया है। इन सभी मामलों में कोर्ट में चार्जशीट भेजी गई है। वहां कार्रवाई चल रही है। समाज कल्याण विभाग द्वारा जितेंद्र के परिजनों को आर्थिक धनराशि अनुदान के रूप में दी जा रही है। मामले की जांच के लिए एडिशनल एसपी को भी आदेश दिया गया है। ———————————- यह खबर भी पढ़ें- पीलीभीत के होटल हरजी में रुके थे तीनों खालिस्तानी आतंकी:खुद को बलिया का बताया, कमरा नंबर 105 में 25 घंटे ठहरे, तीन मददगारों की तलाश पीलीभीत में 3 खालिस्तानी आतंकियों के एनकाउंटर के बाद पुलिस टीम उस होटल तक पहुंच चुकी है, जहां तीनों रुके हुए थे। पूरनपुर कस्बे के होटल हर जी में तीनों आतंकी 25 घंटे रहे थे। होटल में एंट्री लेते वक्त का CCTV भी सामने आया है। तीनों आंतकवादियों के साथ और 2 युवक भी दिख रहे हैं। इन्हें होटल में ठहराने के लिए किसी व्यक्ति का मैनेजर को फोन भी आया था। उसी व्यक्ति ने तीनों की फेक आईडी होटल के नंबर पर वॉट्सऐप की थी। होटल का किराया भी कम कराया था। यहां पढ़ें पूरी खबर संसद के सामने बागपत के जितेंद्र ने बुधवार को खुद पर मिट्टी का तेल डालकर आत्मदाह का प्रयास किया। आग लगने की वजह से वह 95% जल गया। उसका इलाज दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में चल रहा है। हालत गंभीर बनी हुई है। उसके परिवार के लोगों का कहना है, गांव के दबंगों ने हम लोगों को परेशान कर दिया है। वो लोग बेटों पर गंदे कमेंट करते। इसी से परेशान होकर जितेंद्र ने ये कदम उठा लिया। भास्कर टीम पीड़ित के घर पहुंची, मामले की सच्चाई जानने की कोशिश की जितेंद्र का घर बागपत जिला मुख्यालय से 40 किलोमीटर दूर छपरौली में है। ये बागपत का एक कस्बा है। जहां 50% ऊंची जाति के लोग रहते हैं। बाकी 50% में दलित-पिछड़ा और अन्य जाति के लोग रहते हैं। जितेंद्र (35) के घर में दो बड़े भाई (रवींद्र ओर शीलू), मां ओमी और पिता महिपाल हैं। तीन बहनों की शादी हो चुकी है। जितेंद्र अभी एलएलबी, फर्स्ट ईयर का छात्र है। जिस विवाद की वजह से जितेंद्र ने सुसाइड की कोशिश की। वो साल 2021 में शुरू हुआ था। परिवार वाले दिल्ली पहुंचे जितेंद्र के आत्मदाह करने की खबर मिलते ही उसकी मां, पिता और भाई रवींद्र दिल्ली चले गए। घर पर शीलू, तीनों बहनें और कुछ रिश्तेदार रुके हुए हैं। मोहल्ले के लोग भी घर के अंदर और बाहर बैठे हुए मिले। सभी लोग जितेंद्र के आत्मदाह करने की चर्चा ही कर रहे हैं। जिनसे लड़ाई, वो ऊंची जाति वाले जितेंद्र के भाई शीलू से हमने पूरे मामले की जानकारी ली। उसने हमें बताया, हम लोग दलित परिवार से हैं। हमारे विपक्षी ऊंची जाति वाले हैं। तभी हमारी सुनवाई नहीं हो रही। हमारे पड़ोसी विक्की ने साल 2020 में अवैध शराब बेचना शुरू कर दिया। वो घर से ये काम करता था। जिसकी वजह से मोहल्ले का माहौल खराब रहता था। हम लोग इसका विरोध करते थे, फिर भी वो नहीं मान रहा था। उसको अपने चचेरे भाई कविंदर का संरक्षण मिला हुआ था। जो कि होमगार्ड था। वे दोनों दबंगई के साथ शराब बेचने का काम कर रहे थे। पिता के साथ रोड पर मारपीट की इसी झगड़े को लेकर विक्की ने साल 2021 में मेरे पापा महिपाल के साथ सड़क पर मारपीट की थी। हमने इस मामले में पुलिस से शिकायत की। लेकिन हमारा केस दर्ज नहीं किया गया। पुलिस ने उल्टा जितेंद्र और पापा के ऊपर ही मारपीट का केस दर्ज कर दिया। वो लोग हमेशा हमारे परिवार पर दबाव बनाकर रखते। हम लोग घर से निकलते तो हम पर कमेंट करते। दबंगों ने पापा-जितेंद्र को जेल भिजवाया जितेंद्र को यह सब खराब लगता था। साल 2022 में दबंगों ने फिर से हमारे परिवार के साथ मारपीट की। लेकिन इस बार भी केस हम लोगों पर ही दर्ज हुआ। मतलब हम लोग मार भी खाते थे। दूसरा यह कि, पुलिस भी हमें ही गाली देती थी। हम लोग इस चीज से बहुत परेशान थे। धीरे-धीरे हमारा यहां रहना मुश्किल हो रहा था। जितेंद्र के भाई ने बताया- हम लोग गरीब परिवार से हैं। भट्टे पर काम करके घर चलाते हैं। लेकिन ये लोग हमें काम ही नहीं करने देते थे। एक बार तो इन लोगों ने जितेंद्र और पापा को जेल भी भिजवा दिया था। साल 2024 मई में जब हमने विक्की और उसके भाई पर मारपीट का केस दर्ज करवाया तो पुलिस ने दोनों को थाने से ही जमानत दे दी थी। हफ्ते भर से काफी परेशान था जितेंद्र जितेंद्र के भाई के मुताबिक, पुलिस हमारी सुनवाई नहीं कर रही थी। इससे विक्की और उसके होमगार्ड भाई को और बल मिल रहा था। वो लोग खुलेआम हम लोगों को धमकाते। कहते- तुम लोग हमारा कुछ नहीं कर पाओगे। जितेंद्र को ये सब ज्यादा परेशान करते थे। 1 हफ्ते से वो बहुत परेशान था। घर में वो किसी से बात नहीं कर रहा था। खाना भी कम खाता था। दिल्ली जाने की बात उसने घर पर बताई थी। लेकिन, ये नहीं पता था कि वो खुद को आग लगाने जा रहा है। हमको तो दिल्ली पुलिस ने फोन करके घटना की जानकारी दी। विपक्षी पक्ष ने बात करने से मना किया जिन लोगों से जितेंद्र के परिवार का विवाद चल रहा है, उनका घर जितेंद्र के घर से 200 मीटर की दूरी पर है। दैनिक भास्कर की टीम उनके घर भी पहुंची। लेकिन उन लोगों ने बात करने से साफ मना कर दिया। कोर्ट में चार्जशीट भेजी गई है- एसपी मामले में एसपी अर्पित विजयवर्गीय ने बताया- घटना की जानकारी के बाद हम लोगों ने जितेंद्र के परिवार से संपर्क किया है। जितेंद्र और उसके परिवार पर मारपीट के केस साल 2021 और 2022 में दर्ज किए गए थे। साल 2024 में जितेंद्र के परिवार ने भी मारपीट का केस दर्ज करवाया है। इन सभी मामलों में कोर्ट में चार्जशीट भेजी गई है। वहां कार्रवाई चल रही है। समाज कल्याण विभाग द्वारा जितेंद्र के परिजनों को आर्थिक धनराशि अनुदान के रूप में दी जा रही है। मामले की जांच के लिए एडिशनल एसपी को भी आदेश दिया गया है। ———————————- यह खबर भी पढ़ें- पीलीभीत के होटल हरजी में रुके थे तीनों खालिस्तानी आतंकी:खुद को बलिया का बताया, कमरा नंबर 105 में 25 घंटे ठहरे, तीन मददगारों की तलाश पीलीभीत में 3 खालिस्तानी आतंकियों के एनकाउंटर के बाद पुलिस टीम उस होटल तक पहुंच चुकी है, जहां तीनों रुके हुए थे। पूरनपुर कस्बे के होटल हर जी में तीनों आतंकी 25 घंटे रहे थे। होटल में एंट्री लेते वक्त का CCTV भी सामने आया है। तीनों आंतकवादियों के साथ और 2 युवक भी दिख रहे हैं। इन्हें होटल में ठहराने के लिए किसी व्यक्ति का मैनेजर को फोन भी आया था। उसी व्यक्ति ने तीनों की फेक आईडी होटल के नंबर पर वॉट्सऐप की थी। होटल का किराया भी कम कराया था। यहां पढ़ें पूरी खबर उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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दिल्ली से सुक्खू सरकार के लिए खुशखबरी! शानन प्रोजेक्ट मामले में SC से आई खबर
दिल्ली से सुक्खू सरकार के लिए खुशखबरी! शानन प्रोजेक्ट मामले में SC से आई खबर <div dir=”auto” style=”text-align: justify;”><strong>Shanan Project Himachal Pradesh:</strong> दिल्ली से हिमाचल प्रदेश सरकार के लिए राहत भरी खबर आई है. इसे सफल कदम के तौर पर देखा जा रहा है. शानन प्रोजेक्ट मामले में सुप्रीम कोर्ट ने पंजाब सरकार को नोटिस दिया है. यह मामला 8 नवंबर को सुनवाई के लिए सूचीबद्ध हुआ है. हिमाचल प्रदेश सरकार ने पंजाब के सिविल मुकदमे को खारिज करने के लिए सुप्रीम कोर्ट में आवेदन किया था. सर्वोच्च अदालत ने इसे प्रथम दृष्टया सही माना है. सुप्रीम कोर्ट ने मामले में केंद्र सरकार से भी जवाब मांगा है.</div>
<div dir=”auto” style=”text-align: justify;”> </div>
<div dir=”auto” style=”text-align: justify;”>सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश न्यायमूर्ति अभय एस. ओका की अगुवाई वाली खंडपीठ ने पंजाब सरकार को नोटिस जारी किया है. खंडपीठ ने कहा कि अदालत को पहले हिमाचल सरकार के आवेदन को सुनना होगा.</div>
<div dir=”auto” style=”text-align: justify;”> </div>
<div dir=”auto” style=”text-align: justify;”>गौर हो कि पंजाब सरकार ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाकर प्रोजेक्ट पर अपना नियंत्रण बनाए रखने की कोशिश की थी, लेकिन हिमाचल प्रदेश सरकार ने इसका विरोध किया था. हिमाचल प्रदेश में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व वाली सरकार शानन प्रोजेक्ट को वापस हासिल करना चाहती है.</div>
<blockquote class=”twitter-tweet”>
<p dir=”ltr” lang=”en”>In the Shanan Power Project case, the Supreme Court issued a notice and ordered the Punjab government to respond by November 8, following the Himachal Pradesh government’s application to dismiss Punjab’s civil suit. SC has also sought a reply from the Union Government.<a href=”https://twitter.com/ABPNews?ref_src=twsrc%5Etfw”>@ABPNews</a> <a href=”https://t.co/RPA2LyLxJV”>pic.twitter.com/RPA2LyLxJV</a></p>
— Ankush Dobhal🇮🇳 (@DobhalAnkush) <a href=”https://twitter.com/DobhalAnkush/status/1838220274182803733?ref_src=twsrc%5Etfw”>September 23, 2024</a></blockquote>
<p style=”text-align: justify;”>
<script src=”https://platform.twitter.com/widgets.js” async=”” charset=”utf-8″></script>
</p>
<div dir=”auto” style=”text-align: justify;”><strong>हिमाचल सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में क्या कहा?</strong></div>
<div dir=”auto” style=”text-align: justify;”>हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय के महाधिवक्ता अनूप कुमार रतन ने कहा कि पंजाब की ओर से दायर मुकदमे पर अनुच्छेद- 131 के तहत सर्वोच्च न्यायालय विचार नहीं किया जा सकता है. ऐसा इसलिए, क्योंकि यह एक संधि और समझौते पर आधारित है. ऐसे मामलों में न्यायालय के अधिकार क्षेत्र से बाहर हैं.</div>
<div dir=”auto” style=”text-align: justify;”> </div>
<div dir=”auto” style=”text-align: justify;”>अनूप रतन ने कहा कि सर्वोच्च अदालत ने प्रथम दृष्टया हमारे तर्कों को सही मानते हुए एक नोटिस जारी किया है. अनूप रतन ने बताया कि साल 1925 में मंडी के तत्कालीन राजा ने शानन पावर प्रोजेक्ट के लिए भारत सरकार को 99 साल के लिए जमीन लीज पर दी थी. मार्च 2024 में लीज खत्म हो गई है. इस पर हिमाचल प्रदेश के लोगों का हक है.</div>
<div dir=”auto” style=”text-align: justify;”> </div>
<div dir=”auto” style=”text-align: justify;”><strong>क्या है पूरा मामला?</strong></div>
<div dir=”auto” style=”text-align: justify;”>बता दें कि ब्रिटिश शासनकाल के दौरान शानन जल विद्युत परियोजना का निर्माण किया गया था. साल 1925 में मंडी के तत्कालीन राजा जोगिन्द्र बहादुर और पंजाब के मुख्य अभियंता के बीच 99 सालों के लिए लीज समझौता (Lease Agreement of Shanan Project) साइन हुआ था.</div>
<div dir=”auto” style=”text-align: justify;”> </div>
<div dir=”auto” style=”text-align: justify;”>उस समय से ही इसका प्रशासनिक अधिकार पंजाब के पास है. इस साल 2 मार्च को लीज़ समाप्त हो गई है. हिमाचल सरकार का तर्क है कि यह परियोजना हिमाचल प्रदेश के क्षेत्र अधिकार में है और पंजाब सरकार को बिना दी इस परियोजना को हिमाचल प्रदेश को लौटा देना चाहिए. मौजूदा वक्त में इसकी क्षमता 110 मेगावाट है.</div>
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Uttarakhand weather: दो जिलों में भारी बारिश को लेकर रेड अलर्ट जारी, अधिकारियों को दिए गए ये खास निर्देश
Uttarakhand weather: दो जिलों में भारी बारिश को लेकर रेड अलर्ट जारी, अधिकारियों को दिए गए ये खास निर्देश <p style=”text-align: justify;”><strong>Uttarakhand weather update:</strong> भारतीय मौसम विज्ञान विभाग द्वारा उत्तराखंड के कुमाऊं मंडल के उधम सिंह नगर और नैनीताल जिले में 22 जुलाई को रेड अलर्ट जारी किया गया था. मौसम विभाग द्वारा रेड अलर्ट जारी करने के बाद दोनों ही जिले के जिला अधिकारियों ने सभी अधिकारियों को अलर्ट रहने के निर्देश दिये हैं. दोनों ही जिला अधिकारियों ने लापरवाही करने वाले अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई की बात कहीं है. वहीं दोनों ही जिले में 22 जुलाई को कक्षा एक से बारह तक सभी स्कूलों एवं आंगनबाड़ी केंद्रों को बंद रखने का आदेश जारी किया है.<br /><br />मौसम विभाग द्वारा जारी रेड अलर्ट जारी किया, इस दौरान आंधी तूफान, ओलावृष्टि एवं अतिवृष्टि होने की संभावना है. मौसम विभाग द्वारा जारी अलर्ट के बाद उधम सिंह नगर जिले के जिलाधिकारी उदयराज सिंह एवं नैनीताल जिला अधिकारी वंदना सिंह ने जिले के सभी उपजिलाधिकारी, आपदा प्रबंधन अधिकारी, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस अधिकारियों सहित अन्य सभी विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक कर अलर्ट रहने के निर्देश दिये है.<br /><br /><strong>रेड अलर्ट के बाद स्कूल किए गए थे बंद</strong><br />आपदा राहत कार्य में कोई कोताई ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी. सभी विभागों को पास जो संसाधन हैं उसे तैयार रखते हुए फील्ड स्टाफ को सतर्क रहने के निर्देश जारी किये हैं. वही रेड अलर्ट को देखते हुए नैनीताल और उधम सिंह नगर जिला प्रशासन की तरफ की तरफ से 22 जुलाई को एक से बारह तक कक्षाओं एवं आंगनबाड़ी केंद्रों की छुट्टी घोषित की गई है.<br /><br /><strong>दोनों ही जिलों में अधिकारियों को अलर्ट रहने का निर्देश</strong><br />दोनों ही जिलों के जिलाधिकारियों ने अपनी बैठक में सभी अधिकारियों को अपना फोन खुला रखने के निर्देश दिये है. आपदा की स्थिति में अपने क्षेत्र की प्रत्येक अपडेट को जिला आपातकालीन परिचालन केंद्र पर आवश्यक देंगे. इसके साथ जलभराव की स्थिति में लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचने को कहा है, ऐसी स्थिति में गर्भवती महिलाओं को अस्पताल में शिफ्ट करने को कहा है. ताकि किसी भी अनहोनी से बचा जा सके.</p>
<p style=”text-align: justify;”>ये भी पढ़ें: <strong><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/sawan-somwar-2024-crowds-devotees-seen-shiva-temples-during-kanwar-yatra-chants-bam-bam-bole-resonated-ann-2743160″>Sawan 2024: सुबह से शिवालयों में दिखी भक्तों की भीड़, कांवड़ यात्रा में गूंजे बम-बम बोले के जयकारे</a></strong></p>
यूनाइटेड क्वीन क्लब ने की बैठक
यूनाइटेड क्वीन क्लब ने की बैठक भास्कर न्यूज | जालंधर यूनाइटेड क्वीन क्लब की ओर से नामदेव चौक स्थित विरसा विहार ग्रीन स्पैरो के कार्य स्थल में मीटिंग की गई। इसकी अध्यक्षता प्रधान रमनप्रीत ने की। उन्होंने कहा कि यहां पर पुराने और नए कपड़ों से बेरोजगार औरतों द्वारा थैले, बैग, गिफ्ट बैग, मैट आदि तैयार किए जाते हैं। एडमिन आस्था ने कहा कि क्लब का मुख्य उद्देश्य औरतों को आत्मनिर्भर बनाना, बच्चों की शिक्षा में सहायता करना, जरूरतमंद परिवारों की बेटियों की शादी में योगदान देना, लोगों को उनके अधिकारों व कर्तव्य के प्रति जागरूक करना है। समाज सेविका प्रवीण अबरोल ने बताया कि राखी पर्व बुजुर्गों के साथ पिंगला घर मखदूमपुरा में मनाया जाएगा।