हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिला के सैंज-आनी-ओट नेशनल हाइवे 305 पर जलोड़ी टनल बनाने का रास्ता साफ हो गया है। इस टनल की फाइनल अलाइनमेंट रिपोर्ट को केंद्रीय सड़क परिवहन एवं भूतल मंत्रालय ने मंजूरी दे दी है। इस टनल के बनने से खनाग से घियागी तक की दूरी 8 किलोमीटर घट जाएगी और सर्दियों में जलोड़ी दर्रा बंद होने से कुल्लू जिला की 71 पंचायतों का जिला मुख्यालय से संपर्क 12 महीना बना रहेगा। अभी समुद्र तल से 10280 फिट की ऊंचाई पर स्थित जलोड़ी दर्रे में कई बार 15 नवंबर के बाद ही बर्फबारी शुरू हो जाती है। इससे जलोड़ी दर्रा कई कई दिनों व महीनों तक तक बंद रहता है। इससे आनी विधानसभा की हजारों की आबादी का जिला मुख्यालय तक पहुंचना मुश्किल हो जाता है। यही वजह है कि कई सालों से इस टनल को बनाने की मांग उठ रही थी। 4.16KM लंबी बनेगी टनल केंद्रीय मंत्रालय द्वारा मंजूर अलाइनमेंट रिपोर्ट के अनुसार, जलोड़ी टनल खनाग के समीप भरगोल खड्ड से सोझा कैंची तक बनाई जाएगी। जलोड़ी टनल की लंबाई 4.160 किलोमीटर होगी। जल्द DPR बनाने का काम होगा शुरू: सुमन इस आशय में जानकारी देते हुए नेशनल हाइवे विभाग के रामपुर डिवीजन के अधिशासी अभियंता किशोरी लाल सुमन ने बताया कि भरगोल खड्ड से सोझा कैंची तक बनने वाली जलोड़ी टनल के निर्माण के लिए आनी की ओर से 2.124 किलोमीटर और बंजार की ओर से 5.476 किलोमीटर अतिरिक्त एप्रोच सड़क का निर्माण किया जाएगा। उन्होंने बताया कि अब फाइनल डीपीआर और भूमि अधिग्रहण का कार्य जल्द शुरू कर दिया जाएगा। विक्रमादित्य ने केंद्रीय मंत्री से उठाया था मामला बता दें कि बीते दिनों दिल्ली में हिमाचल के PWD विक्रमादित्य सिंह ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से मिलकर जलोड़ी टनल प्रोजेक्ट में तेजी लाने का आग्रह किया था। इसके बाद राज्य सरकार द्वारा भेजी गई अलाइनमेंट रिपोर्ट मंत्रालय ने मंजूर कर दी है। हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिला के सैंज-आनी-ओट नेशनल हाइवे 305 पर जलोड़ी टनल बनाने का रास्ता साफ हो गया है। इस टनल की फाइनल अलाइनमेंट रिपोर्ट को केंद्रीय सड़क परिवहन एवं भूतल मंत्रालय ने मंजूरी दे दी है। इस टनल के बनने से खनाग से घियागी तक की दूरी 8 किलोमीटर घट जाएगी और सर्दियों में जलोड़ी दर्रा बंद होने से कुल्लू जिला की 71 पंचायतों का जिला मुख्यालय से संपर्क 12 महीना बना रहेगा। अभी समुद्र तल से 10280 फिट की ऊंचाई पर स्थित जलोड़ी दर्रे में कई बार 15 नवंबर के बाद ही बर्फबारी शुरू हो जाती है। इससे जलोड़ी दर्रा कई कई दिनों व महीनों तक तक बंद रहता है। इससे आनी विधानसभा की हजारों की आबादी का जिला मुख्यालय तक पहुंचना मुश्किल हो जाता है। यही वजह है कि कई सालों से इस टनल को बनाने की मांग उठ रही थी। 4.16KM लंबी बनेगी टनल केंद्रीय मंत्रालय द्वारा मंजूर अलाइनमेंट रिपोर्ट के अनुसार, जलोड़ी टनल खनाग के समीप भरगोल खड्ड से सोझा कैंची तक बनाई जाएगी। जलोड़ी टनल की लंबाई 4.160 किलोमीटर होगी। जल्द DPR बनाने का काम होगा शुरू: सुमन इस आशय में जानकारी देते हुए नेशनल हाइवे विभाग के रामपुर डिवीजन के अधिशासी अभियंता किशोरी लाल सुमन ने बताया कि भरगोल खड्ड से सोझा कैंची तक बनने वाली जलोड़ी टनल के निर्माण के लिए आनी की ओर से 2.124 किलोमीटर और बंजार की ओर से 5.476 किलोमीटर अतिरिक्त एप्रोच सड़क का निर्माण किया जाएगा। उन्होंने बताया कि अब फाइनल डीपीआर और भूमि अधिग्रहण का कार्य जल्द शुरू कर दिया जाएगा। विक्रमादित्य ने केंद्रीय मंत्री से उठाया था मामला बता दें कि बीते दिनों दिल्ली में हिमाचल के PWD विक्रमादित्य सिंह ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से मिलकर जलोड़ी टनल प्रोजेक्ट में तेजी लाने का आग्रह किया था। इसके बाद राज्य सरकार द्वारा भेजी गई अलाइनमेंट रिपोर्ट मंत्रालय ने मंजूर कर दी है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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शिमला में ओवर स्पीड चलना पड़ेगा महंगा:शहर में 4 जगहों पर कटेंगे ऑनलाइन चालान, 1 करोड़ की लागत से 5 जगह लगे ITMS सिस्टम हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में तेज रफ्तार वाहन चालकों पर शिकंजा के लिए स्मार्ट स्मार्ट सिटी प्रोजेस्ट के तहत ऑनलाइन चालान काटने के लिए लगाया इंटेलिजेंस ट्रांजिट मैनेजमेंट सिस्टम (आईटीएमएस) शुरू हो गया है। इसके तहत अब चालान किए जा रहे है। बीते 7-8 महीनों से ITMS सिस्टम शिमला की सड़कों पर दौड़ रही गाड़ियों की महज वीडियो शूट कर रहे थे। लेकिन इससे ऑनलाइन चालान नहीं हो रहे थे। प्रशासन इसके लिए कनेक्टिंग सर्वर (इंस्टॉलेशन) कर दिए है। ऐसे में शिमला तेज रफ्तार से गाड़ी चलाने वाले वाहन चालकों को ओवर स्पीड पर सीधा ऑटोमैटिक सीधा चालान का मैसेज जाएगा। एसपी ने दी जानकारी पुलिस अधीक्षक संजीव गांधी ने बताया कि स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत ITMS सिस्टम लगाए गए है । इसके तहत ऑनलाइन चालान हो रहे है। उन्होंने कहा कि शहर में यह पांच जगह लगाए गए है, और चौड़ा मैदान को छोड़कर बाकी सभी जगह पर चालान हो रहे है। एसपी शिमला ने बताया कि चौड़ा मैदान में सर्वर इंस्टॉलेशन नहीं हो पाया है इसको दिवाली के बाद कर दिया जाएगा और वहां भी चालान होना शुरू हो जाएंगे। 1 करोड़ की लागत से 5 जगह लगे ITMS सिस्टम शिमला एक विश्व विख्यात पर्यटन स्थल है। यहां रोजाना लगभग 15 से 25 हजार वाहन आते और जाते है। ऐसे में सड़क हादसों को कम करने और तेज रफ्तार से चलने वाले वाहन चालकों को शिकंजा कसने के लिए स्मार्टसिटी प्रोजेक्ट के तहत करीब 1 करोड़ की लागत से 5 जगहों पर ITMS सिस्टम लगाए गए थे। जिसमें चौड़ा मैदान, नवबहार, मेहली, ढली और ओल्ड बैरियर शामिल थे। इन्ही सभी में से 4 जगह चालान होना शुरू हो गए है। लेकिन शिमला के चौड़ा मैदान में अभी भी नहीं हो रहे है।
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