भाजपा सांसद मुकेश राजपूत इलाज के बाद फर्रुखाबाद लौट आए हैं। 10 दिन पहले 19 दिसंबर को संसद में हुई धक्का मुक्की में घायल हो गए थे। उन्हें दिल्ली के अस्पताल में भर्ती कराया गया था। रविवार को उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सपा मुखिया अखिलेश यादव पर पलटवार किया। कहा, हम इस्तीफा देने को तैयार हैं, हिम्मत है और मां का दूध पीया है तो खुद इस्तीफा दें। 5000 से कम वोटों से जीतने वाले अपने सांसदों से भी इस्तीफा दिलाएं। फिर चुनाव लड़ें, पता चल जाएगा कि जनता से जीता सांसद और सर्टिफिकेट वाला सांसद कौन है? सांसद के घायल होने पर अखिलेश ने तंज कसा था। कहा था कि फर्रुखाबाद के सांसद जनता से जीते सांसद नहीं है, वे सर्टिफिकेट देकर सांसद बनाए गए हैं। उनके लिए सलाह है कि हम फर्रुखाबाद में ही डॉक्टर से उनका फ्री में इलाज करा सकते हैं। अब पढ़िए सांसद मुकेश के 8 बड़े बयान… अखिलेश अपने दिमाग का इलाज करवा लें अखिलेश यादव के डॉ. नवल किशोर शाक्य से इलाज करवाने की सलाह पर सांसद ने कहा, अखिलेश यादव सबसे पहले अपने दिमाग का इलाज उनसे से करवा लें। कभी कोई समस्या हो तो वह AIIMS, PGI न जाकर डॉ. नवल किशोर से इलाज कराएं। अलीगंज में बूथों को लूटा गया, फिर भी जीते सांसद ने कहा, अखिलेश यादव के समय कैसे सर्टिफिकेट छीन जाते थे, यह तो किसी से छिपा नहीं है। 2014 में उन्होंने ऐसे व्यक्ति को प्रत्याशी बनाया, जिसके लिए कहा जाता था कि ऊपर परमेश्वर और नीचे रामेश्वर ही है। अलीगंज में उनके बूथों को लूट लिया गया, फिर भी मैं डेढ़ लाख वोटों से जीता था। उसके बाद 2019 के चुनाव में करीब 2 लाख 25 हजार वोटों से जीत मिली थी। 500 से कम वोट से जीतने वाले विधायकों से इस्तीफा दिलाएं सांसद ने कहा, सपा की सरकार में 2005 और 2006 में हुए जिला पंचायत चुनाव में मैं एकमात्र भाजपा का जिला पंचायत अध्यक्ष बना था। अखिलेश को चुनौती देते हुए कहा, अगर अखिलेश यादव ने मां का दूध पिया है तो खुद इस्तीफा दें और 5000 से कम वोटों से जीतने वाले अपने सांसदों का भी इस्तीफा दिलाएं। 500 से कम वोट से जीतने वाले विधायकों से इस्तीफा दिलाएं। अखिलेश यादव को झूठ नहीं परोसना चाहिए मुकेश राजपूत ने कहा, मैं भी इस्तीफा दूंगा और फिर से चुनाव मैदान में आ जाएं। पता चल जाएगा कि कौन सर्टिफिकेट वाला सांसद है और कौन जनता की पसंद वाला सांसद है। अखिलेश यादव को इस तरीके का झूठ जनता के बीच नहीं परोसने चाहिए, इस तरीके से अनर्गल आरोप नहीं लगाना चाहिए। शाही परिवार ने हमेशा दलितों-पिछड़ों को कुचला सांसद मुकेश राजपूत ने लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी पर भी हमला बोला। कहा, उनका शाही परिवार हमेशा ही दलित-पिछड़ों को कुचलने का काम करता है। इसीलिए राहुल गांधी ने जानबूझकर मुझे और सासंद प्रताप सारंगी को धक्का मारने का काम किया। राहुल और कांग्रेस संविधान को जेब में रखते हैं राहुल गांधी और कांग्रेस बाबा साहब के संविधान को जेब में रखकर चलने का काम करती है। राहुल गांधी से पूछना चाहता हूं कि जहां पर भाजपा सांसद प्रदर्शन कर रहे थे। वहां पर आप क्यों आए और आपके वहां आने का क्या प्रयोजन था? राहुल गांधी के कृत्य दिखाते कि वह संविधान नहीं मानते कांग्रेस हमेशा भ्रम फैलाती है कि भाजपा बाबा साहब के संविधान को खत्म करना चाहती है, लेकिन राहुल गांधी के कृत्य दिखाते हैं कि वह संविधान नहीं मानते हैं। भाजपा ने ही संविधान दिवस मनाने का काम किया। बाबा साहब के मूल्य और उनके आदर्शों को जन-जन तक पहुंचाने का काम कर रही है। बीजेपी बाबा साहब के सम्मान को सर्वोपरि रखती है प्रियंका गांधी पर भी मुकेश राजपूत ने हमला बोलते हुए कहा, वह कहती हैं कि भाजपा नेता जय भीम का नारा लगाकर दिखाए। लेकिन भारतीय जनता पार्टी और भाजपा का हर नेता बाबा साहब के सम्मान को सर्वोपरि रखता है। धक्का-मुक्की में सांसद प्रताप सांरगी के ऊपर गिरे थे मुकेश राजपूत फर्रुखाबाद से भाजपा सांसद मुकेश राजपूत और ओडिशा के बालासोर से सांसद प्रताप सारंगी लोकसभा में 19 दिसंबर को हंगामे के दौरान गिरकर घायल हो गए। आरोप है कि सांसद मुकेश राजपूत को राहुल ने धक्का मारा, जिससे वे ओडिशा के बालासोर से सांसद प्रताप सारंगी के ऊपर गिर गए। मुकेश और सारंगी को राम मनोहर लोहिया के ICU में भर्ती कराया गया था। हॉस्पिटल के मेडिकल सुपरिन्टेंडेंट ने बताया था कि मुकेश राजपूत के सिर में चोट लगी है। राजपूत बेहोश हो गए थे। अब उन्हें होश तो आया, लेकिन चक्कर आ रहे थे। पीएम मोदी ने मुकेश से फोन पर बात की थी। उनके स्वास्थ्य के बारे में जाना। सीएम योगी ने भी फोन पर मुकेश का हाल-चाल लिया था। केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह और राजनाथ सिंह ने अस्पताल में सांसद से मुलाकात की थी। अखिलेश ने कहा था- बत्ती गुल और लाठीचार्ज से जीते मुकेश राजपूत ———————————- यह खबर भी पढ़ें… पहले बजरंगबली को सिर झुकाया, फिर मुकुट चुराया, मिर्जापुर के हनुमान मंदिर से चांदी का मुकुट चोरी मिर्जापुर के एक मंदिर में चोर ने कुछ अलग अंदाज में चोरी की। चोर ने पहले मंदिर में 15 मिनट तक बैठकर पूजा की। इसके बाद हनुमानजी का चांदी का मुकुट चुराकर भाग गया। इस पूरी घटना का CCTV फुटेज भी सामने आया है, जो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। चोरी उत्तरी सीमा पर स्थित टेढ़वा सहसेपुर के हनुमान मंदिर में हुई। पढ़ें पूरी खबर भाजपा सांसद मुकेश राजपूत इलाज के बाद फर्रुखाबाद लौट आए हैं। 10 दिन पहले 19 दिसंबर को संसद में हुई धक्का मुक्की में घायल हो गए थे। उन्हें दिल्ली के अस्पताल में भर्ती कराया गया था। रविवार को उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सपा मुखिया अखिलेश यादव पर पलटवार किया। कहा, हम इस्तीफा देने को तैयार हैं, हिम्मत है और मां का दूध पीया है तो खुद इस्तीफा दें। 5000 से कम वोटों से जीतने वाले अपने सांसदों से भी इस्तीफा दिलाएं। फिर चुनाव लड़ें, पता चल जाएगा कि जनता से जीता सांसद और सर्टिफिकेट वाला सांसद कौन है? सांसद के घायल होने पर अखिलेश ने तंज कसा था। कहा था कि फर्रुखाबाद के सांसद जनता से जीते सांसद नहीं है, वे सर्टिफिकेट देकर सांसद बनाए गए हैं। उनके लिए सलाह है कि हम फर्रुखाबाद में ही डॉक्टर से उनका फ्री में इलाज करा सकते हैं। अब पढ़िए सांसद मुकेश के 8 बड़े बयान… अखिलेश अपने दिमाग का इलाज करवा लें अखिलेश यादव के डॉ. नवल किशोर शाक्य से इलाज करवाने की सलाह पर सांसद ने कहा, अखिलेश यादव सबसे पहले अपने दिमाग का इलाज उनसे से करवा लें। कभी कोई समस्या हो तो वह AIIMS, PGI न जाकर डॉ. नवल किशोर से इलाज कराएं। अलीगंज में बूथों को लूटा गया, फिर भी जीते सांसद ने कहा, अखिलेश यादव के समय कैसे सर्टिफिकेट छीन जाते थे, यह तो किसी से छिपा नहीं है। 2014 में उन्होंने ऐसे व्यक्ति को प्रत्याशी बनाया, जिसके लिए कहा जाता था कि ऊपर परमेश्वर और नीचे रामेश्वर ही है। अलीगंज में उनके बूथों को लूट लिया गया, फिर भी मैं डेढ़ लाख वोटों से जीता था। उसके बाद 2019 के चुनाव में करीब 2 लाख 25 हजार वोटों से जीत मिली थी। 500 से कम वोट से जीतने वाले विधायकों से इस्तीफा दिलाएं सांसद ने कहा, सपा की सरकार में 2005 और 2006 में हुए जिला पंचायत चुनाव में मैं एकमात्र भाजपा का जिला पंचायत अध्यक्ष बना था। अखिलेश को चुनौती देते हुए कहा, अगर अखिलेश यादव ने मां का दूध पिया है तो खुद इस्तीफा दें और 5000 से कम वोटों से जीतने वाले अपने सांसदों का भी इस्तीफा दिलाएं। 500 से कम वोट से जीतने वाले विधायकों से इस्तीफा दिलाएं। अखिलेश यादव को झूठ नहीं परोसना चाहिए मुकेश राजपूत ने कहा, मैं भी इस्तीफा दूंगा और फिर से चुनाव मैदान में आ जाएं। पता चल जाएगा कि कौन सर्टिफिकेट वाला सांसद है और कौन जनता की पसंद वाला सांसद है। अखिलेश यादव को इस तरीके का झूठ जनता के बीच नहीं परोसने चाहिए, इस तरीके से अनर्गल आरोप नहीं लगाना चाहिए। शाही परिवार ने हमेशा दलितों-पिछड़ों को कुचला सांसद मुकेश राजपूत ने लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी पर भी हमला बोला। कहा, उनका शाही परिवार हमेशा ही दलित-पिछड़ों को कुचलने का काम करता है। इसीलिए राहुल गांधी ने जानबूझकर मुझे और सासंद प्रताप सारंगी को धक्का मारने का काम किया। राहुल और कांग्रेस संविधान को जेब में रखते हैं राहुल गांधी और कांग्रेस बाबा साहब के संविधान को जेब में रखकर चलने का काम करती है। राहुल गांधी से पूछना चाहता हूं कि जहां पर भाजपा सांसद प्रदर्शन कर रहे थे। वहां पर आप क्यों आए और आपके वहां आने का क्या प्रयोजन था? राहुल गांधी के कृत्य दिखाते कि वह संविधान नहीं मानते कांग्रेस हमेशा भ्रम फैलाती है कि भाजपा बाबा साहब के संविधान को खत्म करना चाहती है, लेकिन राहुल गांधी के कृत्य दिखाते हैं कि वह संविधान नहीं मानते हैं। भाजपा ने ही संविधान दिवस मनाने का काम किया। बाबा साहब के मूल्य और उनके आदर्शों को जन-जन तक पहुंचाने का काम कर रही है। बीजेपी बाबा साहब के सम्मान को सर्वोपरि रखती है प्रियंका गांधी पर भी मुकेश राजपूत ने हमला बोलते हुए कहा, वह कहती हैं कि भाजपा नेता जय भीम का नारा लगाकर दिखाए। लेकिन भारतीय जनता पार्टी और भाजपा का हर नेता बाबा साहब के सम्मान को सर्वोपरि रखता है। धक्का-मुक्की में सांसद प्रताप सांरगी के ऊपर गिरे थे मुकेश राजपूत फर्रुखाबाद से भाजपा सांसद मुकेश राजपूत और ओडिशा के बालासोर से सांसद प्रताप सारंगी लोकसभा में 19 दिसंबर को हंगामे के दौरान गिरकर घायल हो गए। आरोप है कि सांसद मुकेश राजपूत को राहुल ने धक्का मारा, जिससे वे ओडिशा के बालासोर से सांसद प्रताप सारंगी के ऊपर गिर गए। मुकेश और सारंगी को राम मनोहर लोहिया के ICU में भर्ती कराया गया था। हॉस्पिटल के मेडिकल सुपरिन्टेंडेंट ने बताया था कि मुकेश राजपूत के सिर में चोट लगी है। राजपूत बेहोश हो गए थे। अब उन्हें होश तो आया, लेकिन चक्कर आ रहे थे। पीएम मोदी ने मुकेश से फोन पर बात की थी। उनके स्वास्थ्य के बारे में जाना। सीएम योगी ने भी फोन पर मुकेश का हाल-चाल लिया था। केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह और राजनाथ सिंह ने अस्पताल में सांसद से मुलाकात की थी। अखिलेश ने कहा था- बत्ती गुल और लाठीचार्ज से जीते मुकेश राजपूत ———————————- यह खबर भी पढ़ें… पहले बजरंगबली को सिर झुकाया, फिर मुकुट चुराया, मिर्जापुर के हनुमान मंदिर से चांदी का मुकुट चोरी मिर्जापुर के एक मंदिर में चोर ने कुछ अलग अंदाज में चोरी की। चोर ने पहले मंदिर में 15 मिनट तक बैठकर पूजा की। इसके बाद हनुमानजी का चांदी का मुकुट चुराकर भाग गया। इस पूरी घटना का CCTV फुटेज भी सामने आया है, जो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। चोरी उत्तरी सीमा पर स्थित टेढ़वा सहसेपुर के हनुमान मंदिर में हुई। पढ़ें पूरी खबर उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में गोपाल कांडा ने बढ़ाई BJP की टेंशन:दिल्ली में सीनियर नेताओं से मिलने पहुंचे, विधानसभा की 15 सीटें मांगी हरियाणा की सिरसा विधानसभा सीट से हरियाणा लोकहित पार्टी (हलोपा) के विधायक गोपाल कांडा ने भाजपा को टेंशन में डाल दिया है। गोपाल कांडा ने दिल्ली में हरियाणा भाजपा के चुनाव प्रभारी एवं केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान से मुलाकात की। चर्चा है कि कांडा ने 15 विधानसभा सीट मांगी हैं। कांडा का प्रदेश में वैश्य और पंजाबियों में अच्छा जनाधार है। हलोपा की सोच है कि जिन सीटों पर भाजपा को चुनाव में जीत मुश्किल लगती है, उन सीटों पर हलोपा अपने उम्मीदवार उतारेगी। हालांकि पिछले दिनों पंचकूला में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने साफ किया था कि भाजपा हरियाणा में अकेले विधानसभा चुनाव लड़ेगी। गोपाल कांडा ने धर्मेंद्र प्रधान से मुलाकात के बाद सोशल मीडिया पर लिखा, ‘ केंद्रीय शिक्षा मंत्री एवं हरियाणा में भाजपा के चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान जी से आज नई दिल्ली में मुलाकात हुई। हरियाणा विधानसभा चुनाव सहित अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर विस्तार से चर्चा हुई। हरियाणा लोकहित पार्टी (HLP), राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) का घटक दल है। लोकसभा चुनाव में भी HLP ने सहयोगी दल के रूप में समर्पित सहयोग किया है। आज की मुलाकात में विभिन्न विषयों और भविष्य की राजनीतिक संभावनाओं पर सकारात्मक बातचीत हुई है।’ बिना शर्त सरकार को दिया है समर्थन
हलोपा विधायक गोपाल कांडा ने पहले दिन से हरियाणा की भाजपा सरकार को बिना शर्त समर्थन दे रखा है। ऐलनाबाद उपचुनाव के दौरान गोपाल कांडा के भाई गोबिंद कांडा भाजपा में शामिल हो गए थे। तब गोबिंद कांडा को भाजपा, जजपा और हलोपा का संयुक्त उम्मीदवार बनाया गया, लेकिन किसान आंदोलन के समर्थन में विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा देने वाले इनेलो के प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला से चुनाव हार गए। कांडा ने सिरसा में भाजपा उम्मीदवार तंवर का साथ दिया सिरसा लोकसभा सीट से भाजपा ने डॉ. अशोक तंवर को उम्मीदवार बनाया था। जब अशोक तंवर का सभी ने साथ छोड़ दिया था, तब गोपाल कांडा, उनके भाई गोबिंद कांडा और भाजपा नेता मीनू बैनीवाल ने तंवर के चुनाव को उठाने का काम किया। हालांकि चुनाव कांग्रेस की कुमारी सैलजा जीत गईं। बड़े चौटाला को नोटों से तोला
हरियाणा की सियासत में गोपाल कांडा का नाम उस समय चर्चा में आया, जब 2004 के विधानसभा चुनाव से पहले सिरसा पहुंचे तत्कालीन मुख्यमंत्री ओपी चौटाला को कांडा ने नोटों की गड्डियों से तोला। कांडा ने तत्कालीन CM चौटाला को सिरसा के शहीद भगत सिंह चौक में नोटों से तोला था। ऐसी चर्चा रही कि कांडा ने तब चौटाला के वजन के बराबर तराजू में 80 लाख रुपए रखे थे। यह खबर अखबारों में खूब सुर्खियां बनी। उसके बाद ही सिरसा के लोगों को पहली बार गोपाल कांडा के होने का एहसास हुआ। 2009 में निर्दलीय चुनाव लड़कर जीते, फिर गृह राज्यमंत्री बने वर्ष 2009 के विधानसभा चुनाव में गोपाल कांडा ने सिरसा सीट से बतौर निर्दलीय चुनाव लड़ा और हुड्डा सरकार में उद्योग मंत्री रहे लक्ष्मण दास अरोड़ा को हराकर विधानसभा पहुंचे। विधानसभा चुनाव नतीजों के बाद भूपेंद्र सिंह हुड्डा की अगुवाई में कांग्रेस को पूर्ण बहुमत नहीं मिल पाया। तब कांग्रेस ने 40 सीटें जीती और इनेलो 32 विधायकों के साथ दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी। गोपाल कांडा ने उस समय के सियासी हालात का फायदा उठाते हुए निर्दलीय जीतने वाले पांच-छह विधायकों को रातों-रात साधते हुए उनका समर्थन हुड्डा को दिलवा दिया। लगातार दूसरी बार हरियाणा का मुख्यमंत्री बनने वाले भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कांडा को बतौर इनाम अपनी कैबिनेट में शामिल करते हुए गृह राज्यमंत्री की कुर्सी दी।
Lalu Yadav: रोहतास पहुंचे लालू यादव तो JCB से कार्यकर्ताओं ने बरसाए फूल, CM नीतीश की यात्रा पर फिर कह दी बड़ी बात
Lalu Yadav: रोहतास पहुंचे लालू यादव तो JCB से कार्यकर्ताओं ने बरसाए फूल, CM नीतीश की यात्रा पर फिर कह दी बड़ी बात <p style=”text-align: justify;”><strong>Lalu Prasad Yadav In Rohtas:</strong> आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) रविवार को रोहतास के दावथ प्रखंड स्थित बभनौल अड्डा पहुंचे. यहां उन्होंने काबुल खां के घर में आयोजित पारिवारिक समारोह में भाग लिया. उनके साथ पार्टी के वरिष्ठ नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी भी थे. लालू यादव के आगमन से पूरे इलाके में हलचल मच गई और कार्यकर्ताओं ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया. उन पर जेसीबी से फूलों की बरिश की गई. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong> 45 मिनट तक समारोह में शामिल रहे लालू </strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>लालू यादव लगभग 45 मिनट तक समारोह में शामिल रहे और इसके बाद पटना लौटने के लिए उनका काफिला रवाना हो गया. इस दौरान मीडिया से बातचीत में जब उनसे पूछा गया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपनी ‘प्रगति यात्रा’ पर जा रहे हैं तो उन्होंने कहा कि “उन्हें यात्रा पर निकलने दीजिए. वह इसी तरह यात्रा पर निकलते रहते हैं, इसका कोई खास मायने नहीं है.”</p>
<p style=”text-align: justify;”>लालू यादव के पहुंचने पर रोहतास में सुरक्षा व्यवस्था भी कड़ी थी, खासकर लालू यादव के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए पुलिस ने उन्हें घेरे में ले रखा था और कार्यकर्ताओं से दूरी बनाए रखने की अपील की गई थी. इसके बावजूद उत्साहित कार्यकर्ताओं ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया और लालू यादव ने हाथ हिलाकर उनका अभिवादन किया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong> कार्यकर्ताओं ने फूलों की बारिश से स्वागत किया</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>इससे पहले सड़क मार्ग से पहुंचे आरजेडी चीफ लालू यादव को देख कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी की और फूलों की बारिश के साथ उनका स्वागत किया. इस मौके पर जिले के सभी आरजेडी विधायक मौजूद थे, जिनमें बक्सर के आरजेडी सांसद सुधाकर सिंह, दिनारा के विधायक विजय मंडल, सासाराम के विधायक राजेश कुमार गुप्ता, करगहर के कांग्रेस विधायक संतोष मिश्रा और जगदीशपुर के विधायक शामिल थे. बता दें कि तबीयत खराब होने के बावजूद लालू यादव कुछ खास समारोह और कार्यक्रमों में शामिल होते हैं और राजनीति में भी लगातार सक्रिय हैं. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ेंः <a href=”https://www.abplive.com/states/bihar/rjd-strategy-try-to-win-seemanchal-through-promises-in-election-2025-tejashwi-yadav-2847677″>Tejashwi Yadav: ‘वादों’ के जरिए चुनाव के पूर्व सीमांचल को साधने की कोशिश, क्या है RJD की रणनीति?</a></strong></p>
जालंधर में शराब के नशे में साथी की हत्या:छाती-गर्दन पर किए वार, जमींदार के पास काम करते थे; आरोपी गिरफ्तार
जालंधर में शराब के नशे में साथी की हत्या:छाती-गर्दन पर किए वार, जमींदार के पास काम करते थे; आरोपी गिरफ्तार पंजाब के आदमपुर में शराब के नशे में एक मजदूर ने अपने ही साथी की किसी नुकीली चीज से वार करके हत्या कर दी। मृतक की पहचान ओडिशा के सुंदरगढ़ के रहने वाले आनंद गुरिया के रूप में हुई है। आरोपी की पहचान झारखंड के रहने वाले रामराय चंपई के रूप में हुई है। जिसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने रामराय के खिलाफ थाना आदमपुर में हत्या सहित विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज कर लिया है। फिलहाल पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है। पुलिस को हत्या में इस्तेमाल की गई नुकीली चीज बरामद नहीं हो पाई है। आदमपुर में जमींदार के पास करता था काम जानकारी के अनुसार पुलिस ने जमींदार हरदीप सिंह के बयानों के आधार पर ये एफआईआर दर्ज की है। मृतक आनंद गुरिया आदमपुर में जमींदार हरदीप सिंह के पास काम करता था। वहीं, आरोपी आदमपुर में किसी अन्य जमींदार के पास काम करता था। दोनों रविवार की रात एक साथ शराब पीने के लिए गए थे। आदमपुर में ही आरोपियों ने शराब पी और फिर दोनों के बीच किसी बात को लेकर बहस हो गई। जिसके बाद आनंद की किसी नुकीली चीज से हत्या कर दी गई। छाती और गर्दन पर किए गए वार आरोपी ने आनंद की छाती और गर्दन पर कई वार किए थे। जब सोमवार को सुबह आनंद काम पर नहीं आया तो तलाश शुरू की गई। तब पता चला कि आनंद की हत्या कर दी गई है। तुरंत मामले की जानकारी पुलिस को दी गई। पुलिस ने मामले की जांच के बाद आरोपी रामराय के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर कल यानी सोमवार को देर रात गिरफ्तार कर लिया था। आरोपी को कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी।