हरियाणा में कॉलेज से निकालने पर छात्रा ने फंदा लगाया:पेपर देने से भी रोका, फीस नहीं भर सकी थी; संचालक-प्रिंसिपल पर FIR

हरियाणा में कॉलेज से निकालने पर छात्रा ने फंदा लगाया:पेपर देने से भी रोका, फीस नहीं भर सकी थी; संचालक-प्रिंसिपल पर FIR

हरियाणा के भिवानी में BA फाइनल ईयर की छात्रा ने फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया। उसके पिता आर्थिक स्थिति खराब होने की वजह से उसकी 35 हजार फीस नहीं भर पाए थे। जिसके बाद कॉलेज ने उसे कॉलेज से निकाल दिया। वह पेपर देने कॉलेज गई तो उससे भी रोक दिया गया। जिससे छात्रा मानसिक रूप से परेशान रहने लगी। इसके बाद उसने 24 दिसंबर को फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली। पुलिस ने इस मामले में मृतका छात्रा के पिता के बयान पर कॉलेज संचालक, उसके बेटा-बेटी और प्रिंसिपल पर खुदकुशी के लिए मजबूर करने का केस दर्ज कर लिया है। सिलसिलेवार ढंग से पढ़ें पूरा मामला… 1. फीस नहीं चुका पाए, कॉलेज ने पेपर नहीं देने दिया
मृतका छात्रा के पिता जगदीश ने बताया कि उनकी बेटी दीक्षा शारदा कॉलेज में पढ़ रही थी। वह बीए फाइनल ईयर में थी। उनकी आर्थिक स्थिति कमजोर हो गई थी। इस वजह से वह साल 2024-25 की 35 हजार फीस नहीं दे पाए। हालांकि उन्होंने इस बारे में कॉलेज प्रबंधन से भी रिक्वेस्ट की थी। मगर, उनकी कोई बात नहीं सुनी गई। 6 दिसंबर को उनकी बेटी दीक्षा कॉलेज में 5वें सैमेस्टर के पेपर देने के लिए गई थी, परंतु उसे पेपर नहीं देने दिया गया। उनकी बेटी पढ़ाई में होशियार थी। वह पढ़ लिखकर कुछ बड़ा करना चाहती थी। 2. रात कमरे में गई, फंदा लगाया
पिता ने आगे बताया कि पेपर देने से रोके जाने को लेकर वह काफी परेशान रहने लगी। 24 दिसंबर की रात उनकी बेटी कमरे में चली गई। रात करीब 9 बजे उसने कमरे में ही पंखे से फंदा लगा लिया। जब वह काफी देर तक कमरे से बाहर नहीं आई तो परिवार को पता चला। इसके बाद पुलिस की डायल-112 को सूचना भी दी गई थी। 25 दिसंबर की सुबह उप नागरिक अस्पताल में पुलिस की मौजूदगी में बेटी का पोस्टमॉर्टम कराया गया। जिसके बाद उसका गांव फरटिया भीमा में अंतिम संस्कार कर दिया गया। 3. पुलिस ने पहले सामान्य कार्रवाई की, फिर बयान दिए तो FIR की
पिता ने बताया कि होनहार बेटी की खुदकुशी के बाद उनकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी। इसलिए पुलिस ने 25 दिसंबर को इसे खुदकुशी का मामला मानकर कार्रवाई कर दी। जबकि उन्होंने पुलिस को इस बारे में सारी बातें बताई थीं कि उसे कॉलेज से निकालने और पेपर देने से रोकने की वजह से उसने सुसाइड की। पहले पुलिस कार्रवाई में आनाकानी करती रही। हालांकि 27 दिसंबर को उन्होंने फिर लोहारू पुलिस को बयान दर्ज कराए। जिसके बाद पुलिस ने आरोपियों पर केस दर्ज किया है। 4. मेरी बेटी से गलत काम करने का दबाव बनाया
पिता ने बताया कि श्याम कलां का रहने वाला हनुमान यह शारदा कॉलेज चलाता है। उन्होंने पुलिस को दी शिकायत में कहा कि हनुमान का बेटा राहुल, उसकी बेटी और कॉलेज की प्रिंसिपल ने बेटी दीक्षा पर कॉलेज से न निकालने और पेपर देने के बदले गलत काम करने का दबाव बनाया। हनुमान का बेटा बार-बार मेरी बेटी को फोन कर परेशान करने लगा। इससे उनकी बेटी ज्यादा परेशान रहने लगी। कॉलेज संचालक बोले- ​​​​​​मेरा कोई लेना-देना नहीं
शारदा कॉलेज के संचालक हनुमान सिंह ने कहा कि लड़की के लगाए गए आरोप गलत हैं। मेरा इस मामले से कोई लेना-देना नहीं है। वह मेरी बेटी संजू के साथ एक ही क्लास में पढ़ती थी। मैने आज तक दीक्षा से फोन पर कोई बात नहीं की है। मेरी लड़की संजू से जरूर बात करती थी। हम हर प्रकार की जांच में सहयोग के लिए तैयार हैं। पुलिस बोली- 4 के खिलाफ केस दर्ज किया, जांच कर रहे
लोहारू थाना प्रभारी जितेंद्र सिंह ने बताया कि स्टूडेंट सुसाइड मामले में मृतका छात्रा के पिता जगदीश की शिकायत के आधार पर कॉलेज की प्रिंसिपल, हनुमान, उसके बेटे राहुल और बेटी के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। इस मामले में हर पहलू से जांच की जा रही है। तफ्तीश में जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कानून के मुताबिक कार्रवाई की जाएगी। हरियाणा के भिवानी में BA फाइनल ईयर की छात्रा ने फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया। उसके पिता आर्थिक स्थिति खराब होने की वजह से उसकी 35 हजार फीस नहीं भर पाए थे। जिसके बाद कॉलेज ने उसे कॉलेज से निकाल दिया। वह पेपर देने कॉलेज गई तो उससे भी रोक दिया गया। जिससे छात्रा मानसिक रूप से परेशान रहने लगी। इसके बाद उसने 24 दिसंबर को फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली। पुलिस ने इस मामले में मृतका छात्रा के पिता के बयान पर कॉलेज संचालक, उसके बेटा-बेटी और प्रिंसिपल पर खुदकुशी के लिए मजबूर करने का केस दर्ज कर लिया है। सिलसिलेवार ढंग से पढ़ें पूरा मामला… 1. फीस नहीं चुका पाए, कॉलेज ने पेपर नहीं देने दिया
मृतका छात्रा के पिता जगदीश ने बताया कि उनकी बेटी दीक्षा शारदा कॉलेज में पढ़ रही थी। वह बीए फाइनल ईयर में थी। उनकी आर्थिक स्थिति कमजोर हो गई थी। इस वजह से वह साल 2024-25 की 35 हजार फीस नहीं दे पाए। हालांकि उन्होंने इस बारे में कॉलेज प्रबंधन से भी रिक्वेस्ट की थी। मगर, उनकी कोई बात नहीं सुनी गई। 6 दिसंबर को उनकी बेटी दीक्षा कॉलेज में 5वें सैमेस्टर के पेपर देने के लिए गई थी, परंतु उसे पेपर नहीं देने दिया गया। उनकी बेटी पढ़ाई में होशियार थी। वह पढ़ लिखकर कुछ बड़ा करना चाहती थी। 2. रात कमरे में गई, फंदा लगाया
पिता ने आगे बताया कि पेपर देने से रोके जाने को लेकर वह काफी परेशान रहने लगी। 24 दिसंबर की रात उनकी बेटी कमरे में चली गई। रात करीब 9 बजे उसने कमरे में ही पंखे से फंदा लगा लिया। जब वह काफी देर तक कमरे से बाहर नहीं आई तो परिवार को पता चला। इसके बाद पुलिस की डायल-112 को सूचना भी दी गई थी। 25 दिसंबर की सुबह उप नागरिक अस्पताल में पुलिस की मौजूदगी में बेटी का पोस्टमॉर्टम कराया गया। जिसके बाद उसका गांव फरटिया भीमा में अंतिम संस्कार कर दिया गया। 3. पुलिस ने पहले सामान्य कार्रवाई की, फिर बयान दिए तो FIR की
पिता ने बताया कि होनहार बेटी की खुदकुशी के बाद उनकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी। इसलिए पुलिस ने 25 दिसंबर को इसे खुदकुशी का मामला मानकर कार्रवाई कर दी। जबकि उन्होंने पुलिस को इस बारे में सारी बातें बताई थीं कि उसे कॉलेज से निकालने और पेपर देने से रोकने की वजह से उसने सुसाइड की। पहले पुलिस कार्रवाई में आनाकानी करती रही। हालांकि 27 दिसंबर को उन्होंने फिर लोहारू पुलिस को बयान दर्ज कराए। जिसके बाद पुलिस ने आरोपियों पर केस दर्ज किया है। 4. मेरी बेटी से गलत काम करने का दबाव बनाया
पिता ने बताया कि श्याम कलां का रहने वाला हनुमान यह शारदा कॉलेज चलाता है। उन्होंने पुलिस को दी शिकायत में कहा कि हनुमान का बेटा राहुल, उसकी बेटी और कॉलेज की प्रिंसिपल ने बेटी दीक्षा पर कॉलेज से न निकालने और पेपर देने के बदले गलत काम करने का दबाव बनाया। हनुमान का बेटा बार-बार मेरी बेटी को फोन कर परेशान करने लगा। इससे उनकी बेटी ज्यादा परेशान रहने लगी। कॉलेज संचालक बोले- ​​​​​​मेरा कोई लेना-देना नहीं
शारदा कॉलेज के संचालक हनुमान सिंह ने कहा कि लड़की के लगाए गए आरोप गलत हैं। मेरा इस मामले से कोई लेना-देना नहीं है। वह मेरी बेटी संजू के साथ एक ही क्लास में पढ़ती थी। मैने आज तक दीक्षा से फोन पर कोई बात नहीं की है। मेरी लड़की संजू से जरूर बात करती थी। हम हर प्रकार की जांच में सहयोग के लिए तैयार हैं। पुलिस बोली- 4 के खिलाफ केस दर्ज किया, जांच कर रहे
लोहारू थाना प्रभारी जितेंद्र सिंह ने बताया कि स्टूडेंट सुसाइड मामले में मृतका छात्रा के पिता जगदीश की शिकायत के आधार पर कॉलेज की प्रिंसिपल, हनुमान, उसके बेटे राहुल और बेटी के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। इस मामले में हर पहलू से जांच की जा रही है। तफ्तीश में जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कानून के मुताबिक कार्रवाई की जाएगी।   हरियाणा | दैनिक भास्कर