भाजपा सांसद मुकेश राजपूत इलाज के बाद फर्रुखाबाद लौट आए हैं। 10 दिन पहले 19 दिसंबर को संसद में हुई धक्का मुक्की में घायल हो गए थे। उन्हें दिल्ली के अस्पताल में भर्ती कराया गया था। रविवार को उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सपा मुखिया अखिलेश यादव पर पलटवार किया। कहा, हम इस्तीफा देने को तैयार हैं, हिम्मत है और मां का दूध पीया है तो खुद इस्तीफा दें। 5000 से कम वोटों से जीतने वाले अपने सांसदों से भी इस्तीफा दिलाएं। फिर चुनाव लड़ें, पता चल जाएगा कि जनता से जीता सांसद और सर्टिफिकेट वाला सांसद कौन है? सांसद के घायल होने पर अखिलेश ने तंज कसा था। कहा था कि फर्रुखाबाद के सांसद जनता से जीते सांसद नहीं है, वे सर्टिफिकेट देकर सांसद बनाए गए हैं। उनके लिए सलाह है कि हम फर्रुखाबाद में ही डॉक्टर से उनका फ्री में इलाज करा सकते हैं। अब पढ़िए सांसद मुकेश के 8 बड़े बयान… अखिलेश अपने दिमाग का इलाज करवा लें अखिलेश यादव के डॉ. नवल किशोर शाक्य से इलाज करवाने की सलाह पर सांसद ने कहा, अखिलेश यादव सबसे पहले अपने दिमाग का इलाज उनसे से करवा लें। कभी कोई समस्या हो तो वह AIIMS, PGI न जाकर डॉ. नवल किशोर से इलाज कराएं। अलीगंज में बूथों को लूटा गया, फिर भी जीते सांसद ने कहा, अखिलेश यादव के समय कैसे सर्टिफिकेट छीन जाते थे, यह तो किसी से छिपा नहीं है। 2014 में उन्होंने ऐसे व्यक्ति को प्रत्याशी बनाया, जिसके लिए कहा जाता था कि ऊपर परमेश्वर और नीचे रामेश्वर ही है। अलीगंज में उनके बूथों को लूट लिया गया, फिर भी मैं डेढ़ लाख वोटों से जीता था। उसके बाद 2019 के चुनाव में करीब 2 लाख 25 हजार वोटों से जीत मिली थी। 500 से कम वोट से जीतने वाले विधायकों से इस्तीफा दिलाएं सांसद ने कहा, सपा की सरकार में 2005 और 2006 में हुए जिला पंचायत चुनाव में मैं एकमात्र भाजपा का जिला पंचायत अध्यक्ष बना था। अखिलेश को चुनौती देते हुए कहा, अगर अखिलेश यादव ने मां का दूध पिया है तो खुद इस्तीफा दें और 5000 से कम वोटों से जीतने वाले अपने सांसदों का भी इस्तीफा दिलाएं। 500 से कम वोट से जीतने वाले विधायकों से इस्तीफा दिलाएं। अखिलेश यादव को झूठ नहीं परोसना चाहिए मुकेश राजपूत ने कहा, मैं भी इस्तीफा दूंगा और फिर से चुनाव मैदान में आ जाएं। पता चल जाएगा कि कौन सर्टिफिकेट वाला सांसद है और कौन जनता की पसंद वाला सांसद है। अखिलेश यादव को इस तरीके का झूठ जनता के बीच नहीं परोसने चाहिए, इस तरीके से अनर्गल आरोप नहीं लगाना चाहिए। शाही परिवार ने हमेशा दलितों-पिछड़ों को कुचला सांसद मुकेश राजपूत ने लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी पर भी हमला बोला। कहा, उनका शाही परिवार हमेशा ही दलित-पिछड़ों को कुचलने का काम करता है। इसीलिए राहुल गांधी ने जानबूझकर मुझे और सासंद प्रताप सारंगी को धक्का मारने का काम किया। राहुल और कांग्रेस संविधान को जेब में रखते हैं राहुल गांधी और कांग्रेस बाबा साहब के संविधान को जेब में रखकर चलने का काम करती है। राहुल गांधी से पूछना चाहता हूं कि जहां पर भाजपा सांसद प्रदर्शन कर रहे थे। वहां पर आप क्यों आए और आपके वहां आने का क्या प्रयोजन था? राहुल गांधी के कृत्य दिखाते कि वह संविधान नहीं मानते कांग्रेस हमेशा भ्रम फैलाती है कि भाजपा बाबा साहब के संविधान को खत्म करना चाहती है, लेकिन राहुल गांधी के कृत्य दिखाते हैं कि वह संविधान नहीं मानते हैं। भाजपा ने ही संविधान दिवस मनाने का काम किया। बाबा साहब के मूल्य और उनके आदर्शों को जन-जन तक पहुंचाने का काम कर रही है। बीजेपी बाबा साहब के सम्मान को सर्वोपरि रखती है प्रियंका गांधी पर भी मुकेश राजपूत ने हमला बोलते हुए कहा, वह कहती हैं कि भाजपा नेता जय भीम का नारा लगाकर दिखाए। लेकिन भारतीय जनता पार्टी और भाजपा का हर नेता बाबा साहब के सम्मान को सर्वोपरि रखता है। धक्का-मुक्की में सांसद प्रताप सांरगी के ऊपर गिरे थे मुकेश राजपूत फर्रुखाबाद से भाजपा सांसद मुकेश राजपूत और ओडिशा के बालासोर से सांसद प्रताप सारंगी लोकसभा में 19 दिसंबर को हंगामे के दौरान गिरकर घायल हो गए। आरोप है कि सांसद मुकेश राजपूत को राहुल ने धक्का मारा, जिससे वे ओडिशा के बालासोर से सांसद प्रताप सारंगी के ऊपर गिर गए। मुकेश और सारंगी को राम मनोहर लोहिया के ICU में भर्ती कराया गया था। हॉस्पिटल के मेडिकल सुपरिन्टेंडेंट ने बताया था कि मुकेश राजपूत के सिर में चोट लगी है। राजपूत बेहोश हो गए थे। अब उन्हें होश तो आया, लेकिन चक्कर आ रहे थे। पीएम मोदी ने मुकेश से फोन पर बात की थी। उनके स्वास्थ्य के बारे में जाना। सीएम योगी ने भी फोन पर मुकेश का हाल-चाल लिया था। केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह और राजनाथ सिंह ने अस्पताल में सांसद से मुलाकात की थी। अखिलेश ने कहा था- बत्ती गुल और लाठीचार्ज से जीते मुकेश राजपूत ———————————- यह खबर भी पढ़ें… पहले बजरंगबली को सिर झुकाया, फिर मुकुट चुराया, मिर्जापुर के हनुमान मंदिर से चांदी का मुकुट चोरी मिर्जापुर के एक मंदिर में चोर ने कुछ अलग अंदाज में चोरी की। चोर ने पहले मंदिर में 15 मिनट तक बैठकर पूजा की। इसके बाद हनुमानजी का चांदी का मुकुट चुराकर भाग गया। इस पूरी घटना का CCTV फुटेज भी सामने आया है, जो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। चोरी उत्तरी सीमा पर स्थित टेढ़वा सहसेपुर के हनुमान मंदिर में हुई। पढ़ें पूरी खबर भाजपा सांसद मुकेश राजपूत इलाज के बाद फर्रुखाबाद लौट आए हैं। 10 दिन पहले 19 दिसंबर को संसद में हुई धक्का मुक्की में घायल हो गए थे। उन्हें दिल्ली के अस्पताल में भर्ती कराया गया था। रविवार को उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सपा मुखिया अखिलेश यादव पर पलटवार किया। कहा, हम इस्तीफा देने को तैयार हैं, हिम्मत है और मां का दूध पीया है तो खुद इस्तीफा दें। 5000 से कम वोटों से जीतने वाले अपने सांसदों से भी इस्तीफा दिलाएं। फिर चुनाव लड़ें, पता चल जाएगा कि जनता से जीता सांसद और सर्टिफिकेट वाला सांसद कौन है? सांसद के घायल होने पर अखिलेश ने तंज कसा था। कहा था कि फर्रुखाबाद के सांसद जनता से जीते सांसद नहीं है, वे सर्टिफिकेट देकर सांसद बनाए गए हैं। उनके लिए सलाह है कि हम फर्रुखाबाद में ही डॉक्टर से उनका फ्री में इलाज करा सकते हैं। अब पढ़िए सांसद मुकेश के 8 बड़े बयान… अखिलेश अपने दिमाग का इलाज करवा लें अखिलेश यादव के डॉ. नवल किशोर शाक्य से इलाज करवाने की सलाह पर सांसद ने कहा, अखिलेश यादव सबसे पहले अपने दिमाग का इलाज उनसे से करवा लें। कभी कोई समस्या हो तो वह AIIMS, PGI न जाकर डॉ. नवल किशोर से इलाज कराएं। अलीगंज में बूथों को लूटा गया, फिर भी जीते सांसद ने कहा, अखिलेश यादव के समय कैसे सर्टिफिकेट छीन जाते थे, यह तो किसी से छिपा नहीं है। 2014 में उन्होंने ऐसे व्यक्ति को प्रत्याशी बनाया, जिसके लिए कहा जाता था कि ऊपर परमेश्वर और नीचे रामेश्वर ही है। अलीगंज में उनके बूथों को लूट लिया गया, फिर भी मैं डेढ़ लाख वोटों से जीता था। उसके बाद 2019 के चुनाव में करीब 2 लाख 25 हजार वोटों से जीत मिली थी। 500 से कम वोट से जीतने वाले विधायकों से इस्तीफा दिलाएं सांसद ने कहा, सपा की सरकार में 2005 और 2006 में हुए जिला पंचायत चुनाव में मैं एकमात्र भाजपा का जिला पंचायत अध्यक्ष बना था। अखिलेश को चुनौती देते हुए कहा, अगर अखिलेश यादव ने मां का दूध पिया है तो खुद इस्तीफा दें और 5000 से कम वोटों से जीतने वाले अपने सांसदों का भी इस्तीफा दिलाएं। 500 से कम वोट से जीतने वाले विधायकों से इस्तीफा दिलाएं। अखिलेश यादव को झूठ नहीं परोसना चाहिए मुकेश राजपूत ने कहा, मैं भी इस्तीफा दूंगा और फिर से चुनाव मैदान में आ जाएं। पता चल जाएगा कि कौन सर्टिफिकेट वाला सांसद है और कौन जनता की पसंद वाला सांसद है। अखिलेश यादव को इस तरीके का झूठ जनता के बीच नहीं परोसने चाहिए, इस तरीके से अनर्गल आरोप नहीं लगाना चाहिए। शाही परिवार ने हमेशा दलितों-पिछड़ों को कुचला सांसद मुकेश राजपूत ने लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी पर भी हमला बोला। कहा, उनका शाही परिवार हमेशा ही दलित-पिछड़ों को कुचलने का काम करता है। इसीलिए राहुल गांधी ने जानबूझकर मुझे और सासंद प्रताप सारंगी को धक्का मारने का काम किया। राहुल और कांग्रेस संविधान को जेब में रखते हैं राहुल गांधी और कांग्रेस बाबा साहब के संविधान को जेब में रखकर चलने का काम करती है। राहुल गांधी से पूछना चाहता हूं कि जहां पर भाजपा सांसद प्रदर्शन कर रहे थे। वहां पर आप क्यों आए और आपके वहां आने का क्या प्रयोजन था? राहुल गांधी के कृत्य दिखाते कि वह संविधान नहीं मानते कांग्रेस हमेशा भ्रम फैलाती है कि भाजपा बाबा साहब के संविधान को खत्म करना चाहती है, लेकिन राहुल गांधी के कृत्य दिखाते हैं कि वह संविधान नहीं मानते हैं। भाजपा ने ही संविधान दिवस मनाने का काम किया। बाबा साहब के मूल्य और उनके आदर्शों को जन-जन तक पहुंचाने का काम कर रही है। बीजेपी बाबा साहब के सम्मान को सर्वोपरि रखती है प्रियंका गांधी पर भी मुकेश राजपूत ने हमला बोलते हुए कहा, वह कहती हैं कि भाजपा नेता जय भीम का नारा लगाकर दिखाए। लेकिन भारतीय जनता पार्टी और भाजपा का हर नेता बाबा साहब के सम्मान को सर्वोपरि रखता है। धक्का-मुक्की में सांसद प्रताप सांरगी के ऊपर गिरे थे मुकेश राजपूत फर्रुखाबाद से भाजपा सांसद मुकेश राजपूत और ओडिशा के बालासोर से सांसद प्रताप सारंगी लोकसभा में 19 दिसंबर को हंगामे के दौरान गिरकर घायल हो गए। आरोप है कि सांसद मुकेश राजपूत को राहुल ने धक्का मारा, जिससे वे ओडिशा के बालासोर से सांसद प्रताप सारंगी के ऊपर गिर गए। मुकेश और सारंगी को राम मनोहर लोहिया के ICU में भर्ती कराया गया था। हॉस्पिटल के मेडिकल सुपरिन्टेंडेंट ने बताया था कि मुकेश राजपूत के सिर में चोट लगी है। राजपूत बेहोश हो गए थे। अब उन्हें होश तो आया, लेकिन चक्कर आ रहे थे। पीएम मोदी ने मुकेश से फोन पर बात की थी। उनके स्वास्थ्य के बारे में जाना। सीएम योगी ने भी फोन पर मुकेश का हाल-चाल लिया था। केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह और राजनाथ सिंह ने अस्पताल में सांसद से मुलाकात की थी। अखिलेश ने कहा था- बत्ती गुल और लाठीचार्ज से जीते मुकेश राजपूत ———————————- यह खबर भी पढ़ें… पहले बजरंगबली को सिर झुकाया, फिर मुकुट चुराया, मिर्जापुर के हनुमान मंदिर से चांदी का मुकुट चोरी मिर्जापुर के एक मंदिर में चोर ने कुछ अलग अंदाज में चोरी की। चोर ने पहले मंदिर में 15 मिनट तक बैठकर पूजा की। इसके बाद हनुमानजी का चांदी का मुकुट चुराकर भाग गया। इस पूरी घटना का CCTV फुटेज भी सामने आया है, जो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। चोरी उत्तरी सीमा पर स्थित टेढ़वा सहसेपुर के हनुमान मंदिर में हुई। पढ़ें पूरी खबर उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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हाईकोर्ट में याचिका-99 कांग्रेस सांसदों को अयोग्य घोषित करें:खटाखट-खटाखट…का दावा कोर्ट पहुंचा, राहुल ने कहा था- हर महीने मिलेंगे 8500 रुपए
हाईकोर्ट में याचिका-99 कांग्रेस सांसदों को अयोग्य घोषित करें:खटाखट-खटाखट…का दावा कोर्ट पहुंचा, राहुल ने कहा था- हर महीने मिलेंगे 8500 रुपए कांग्रेस का खटाखट…खटाखट, ठकाठक…ठकाठक दावा इलाहाबाद हाईकोर्ट पहुंच गया है। कांग्रेस पार्टी के खिलाफ जनहित याचिका दायर की गई है, जिसमें तीन बड़ी मांगें रखी गई हैं। पहली- पार्टी के 99 सांसदों को अयोग्य घोषित किया जाए। दूसरी- चुनाव चिन्ह जब्त हो और तीसरी डिमांड पार्टी का रजिस्ट्रेशन रद्द करने की गई है। यह याचिका सोशल एक्टिविस्ट भारती सिंह ने दाखिल की है। उनके वकील ओपी सिंह और शाश्वत आनंद ने याचिका को तैयार किया है। इसमें आरोप लगाया है कि लोकसभा चुनाव-2024 में कांग्रेस पार्टी ने गरीब, पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यक को 8500 रुपए हर महीने देने का वादा किया था। राहुल गांधी ने भी अपनी जनसभाओं, रैलियों में हर महीने रुपए दिए जाने का वादा किया था, जो झूठा साबित हुआ। खबर में आगे बढ़ने से पहले जानिए कि राहुल गांधी ने क्या-कुछ कहा था… दावा- इस वादे में वोट के बदले पैसा देने का लालच था
याचिका में यह भी कहा गया कि कांग्रेस ने इस वादे से मतदाताओं को गुमराह किया। एक तरह से वोट के बदले पैसे देने का लालच दिया गया। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी के हस्ताक्षर किए हुए इस वादे ने मतदाताओं को भरोसा दिलाया था कि उन्हें वोट देने के बदले पैसे मिलेंगे। चुनाव आयोग को भी लेटर भेजा
भारती सिंह ने कहा- चुनाव आयोग ने चुनाव में प्रलोभनों पर 2 मई, 2024 को एक एडवाइजरी भी जारी की थी, लेकिन कांग्रेस पार्टी ने उस पर कोई कार्रवाई नहीं की। याचिका में यह भी कहा गया है कि कांग्रेस ने जनप्रतिनिधित्व अधिनियम की धारा 121(1)(ए) का उल्लंघन किया है। यह भारतीय दंड संहिता के तहत दंडनीय अपराध है। याची ने चुनाव आयोग को इस मामले में कार्रवाई करने के लिए लेटर लिखा, लेकिन जब कोई कदम नहीं उठाया गया, तो यह जनहित याचिका दायर की गई। इस याचिका पर अगले हफ्ते सुनवाई हो सकती है। नतीजों के बाद लखनऊ में कांग्रेस मुख्यालय पहुंची थीं महिलाएं
लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजे आने के दूसरे दिन 5 जून को मुस्लिम महिलाएं यूपी कांग्रेस पार्टी दफ्तर पहुंच गई थीं। महिलाओं ने कांग्रेस का गारंटी कार्ड दिखाते हुए रुपए की मांग की थी। कई महिलाओं ने पहले से मिले गारंटी कार्ड पर अपना नाम, पता और नंबर भरकर पार्टी दफ्तर में जमा भी किया। दैनिक भास्कर से बातचीत में कांग्रेस दफ्तर पहुंचीं जुबैदा ने कहा था- कांग्रेस की सरकार बनने के लिए बड़ी नमाज पढ़ी, दुआ मांगी। भोलेनाथ के सामने हाथ जोड़कर पूजा की। अब तो सरकार बन जाएगी। लोगों ने बहुत नक्शेबाजी की है। जानिए, कांग्रेस ने महिलाओं से क्या वादा किया था
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने दिल्ली में 3 अप्रैल को महालक्ष्मी योजना लागू करने की बात कही थी। वादा किया था कि इस योजना में गरीबी रेखा से नीचे (BPL कैटेगरी) से संबंधित परिवारों की मुखिया महिला के खाते में सीधे 8,500 रुपए प्रति माह जमा किए जाएंगे। यह योजना कांग्रेस के नेतृत्व वाली कर्नाटक सरकार की गृह लक्ष्मी गारंटी योजना के समान है, जिसमें गरीब परिवारों की महिलाओं को 2,000 रुपए का भुगतान किया जाता है। राहुल ने कहा था- खटाखट-खटाखट पैसे आएंगे
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने चुनाव प्रचार के दौरान सभाओं में कहा कि भाजपा वाले 22 अरबपति बना रहे हैं। हम करोड़ों लखपति बनाएंगे। हर परिवार से एक महिला चुनी जाएगी। उन करोड़ों महिलाओं के खाते में एक लाख रुपए भेजे जाएंगे। यानी महीने 8,500 रुपया खाते में खटाखट-खटाखट जाएगा। यह भी पढ़ें:- वकील ने कैसे महिला को आत्मदाह के लिए उकसाया…सुनें AUDIO: पेट्रोल वाला काम करो, आफत मच जाएगी; SO-CO सब औकात में आ जाएंगे लखनऊ में सीएम आवास के सामने महिला के आत्मदाह की साजिश पिछले पांच दिन से रची जा रही थी। डीसीपी मध्य रवीना त्यागी ने बताया कि वकील और अंजली के बीच दो जुलाई से छह जुलाई के बीच करीब 57 बार बात हुई थी। मंगलवार सुबह करीब 8.51 बजे भी महिला आखिरी कॉल सुनील कुमार को लगाई थी। दोनों के बीच हुई बातचीत की रिकॉर्डिंग भी पुलिस को मिली है। पढ़िए पूरी बातचीत
Maharashtra CM: जगद्गुरु सूर्याचार्य कृष्णदेवनंद गिरी महाराज ने एकनाथ शिंदे से की मुलाकात, बोले- ‘अगर सत्ता में रहना है तो…’
Maharashtra CM: जगद्गुरु सूर्याचार्य कृष्णदेवनंद गिरी महाराज ने एकनाथ शिंदे से की मुलाकात, बोले- ‘अगर सत्ता में रहना है तो…’ <p style=”text-align: justify;”><strong>Maharashtra CM News:</strong> महाराष्ट्र के कार्यवाहक सीएम एकनाथ शिंदे से द्वारका सूर्यपीठ गुरुस्थान मुरली आश्रम के पीठाधीश्वर जगद्गुरु सूर्याचार्य कृष्णदेवनंद गिरी महाराज ने उनके आवास पर मुलाकात की. इस मुलाकात के बाद कृष्णदेवानंद गिरि महाराज ने कहा कि उनकी तबियत ठीक नहीं है इसलिए मैं उनको देखने आया हूं. </p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने कहा, “वह फिर से मुख्यमंत्री बने यह मेरी इच्छा है. उनको आशीर्वाद देने आया हूं. हमारी यही मांग है कि एकनाथ शिंदे मुख्यमंत्री बने और ज्वलंत हिंदुत्व के साथ महाराष्ट्र राज्य को आगे बढ़ाएं. मुख्यमंत्री पद का सबसे बड़ा चेहरा एकनाथ शिंदे हैं. अगर सत्ता में रहना है तो <a title=”एकनाथ शिंदे” href=”https://www.abplive.com/topic/eknath-shinde” data-type=”interlinkingkeywords”>एकनाथ शिंदे</a> को साथ लेना होगा.”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>गांव में अचानक एकनाथ शिंदे की बिगड़ी तबीयत<br /></strong>बता दें दिल्ली में <a title=”अमित शाह” href=”https://www.abplive.com/topic/amit-shah” data-type=”interlinkingkeywords”>अमित शाह</a> के साथ बैठक के बाद शुक्रवार (29 नवंबर) को एकनाथ शिंदे सतारा अपने गांव चले गए थे, जहां अचानक उनकी तबीयत बिगड़ गई थी. तबीयत में कुछ सुधार होने के बाद वह रविवार को मुंबई वापस लौटे. कई दिनों के सस्पेंस के बाद एकनाथ शिंदे ने हाल ही में घोषणा की थी कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी नेतृत्व के फैसले को स्वीकार करेंगे.</p>
<p style=”text-align: justify;”>हालांकि, इसके बाद भी अब तक किसी नाम की घोषणा नहीं की गई है. लेकिन हालिया घटनाक्रम से देवेंद्र फडणवीस के बारे में सबसे स्पष्ट अनुमान लगाया जा रहा है. वहीं इस बीच बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने शनिवार को घोषणा की कि महायुति सरकार का शपथ ग्रहण समारोह 5 दिसंबर को शाम 5 बजे आजाद मैदान में होगा. बावनकुले ने यह भी बताया कार्यक्रम में प्रधानमंत्री <a title=”नरेंद्र मोदी” href=”https://www.abplive.com/topic/narendra-modi” data-type=”interlinkingkeywords”>नरेंद्र मोदी</a> शामिल होंगे.</p>
<p style=”text-align: justify;”><a title=”महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव” href=”https://www.abplive.com/topic/maharashtra-assembly-election-2024″ data-type=”interlinkingkeywords”>महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव</a> में महायुति गठबंधन ने 20 नवंबर को हुए विधानसभा चुनाव में शानदार जीत हासिल की. बीजेपी ने 132 सीट, शिवसेना ने 57 और अजित पवार गुट ने 41 सीटों पर जीत दर्ज की.</p>
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<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें- </strong><strong><a title=”एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में लड़ा चुनाव, उनका कद BJP…, पूर्व मंत्री दीपक केसरकर का बड़ा बयान” href=”https://www.abplive.com/states/maharashtra/deepak-vasant-kesarkar-said-eknath-shinde-future-bjp-leadership-decide-2835108″ target=”_blank” rel=”noopener”>एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में लड़ा चुनाव, उनका कद BJP…, पूर्व मंत्री दीपक केसरकर का बड़ा बयान</a></strong></p>
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हिमाचल में 10 की रात एक्टिव होगा वेस्टर्न डिस्टरबेंस:11-12 को बारिश-बर्फबारी; पोस्ट मानसून सीजन में नॉर्मल से 98% कम बादल बरसे
हिमाचल में 10 की रात एक्टिव होगा वेस्टर्न डिस्टरबेंस:11-12 को बारिश-बर्फबारी; पोस्ट मानसून सीजन में नॉर्मल से 98% कम बादल बरसे हिमाचल प्रदेश में अगले 72 घंटे तक मौसम साफ बना रहेगा। मौसम विभाग के अनुसार, 10 नवंबर की रात को वेस्टर्न डिस्टरबेंस (WD) एक्टिव हो रहा है। इससे मौसम करवट बदलेगा और अधिक ऊंचाई वाले इलाकों में 11 व 12 नवंबर को हल्की बर्फबारी हो सकती है। वहीं मध्यम ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बारिश की संभावना है। मगर मैदानी इलाकों में मौसम साफ रहने का पूर्वानुमान है। प्रदेश में 37 दिन बारिश नहीं हुई। 6 जिले हमीरपुर, चंबा, बिलासपुर, सोलन, सिरमौर और कुल्लू में तो पानी की एक बूंद भी नहीं बरसी है। इससे सूखे जैसे हालात पनपने लगे है। कांगड़ा जिला में 36 दिनों में मात्र 1.5 मिलीमीटर बारिश हुई है। किन्नौर में 0.4 मिलीमीटर, लाहौल स्पीति जिला में 0.1 मिलीमीटर, मंडी 2.8 मिलीमीटर, शिमला 0.2 मिलीमीटर और ऊना में सबसे ज्यादा 8.6 मिलीमीटर बारिश हुई है। बेशक ऊना में 8.6 मिलीमीटर बादल बरसे है। मगर यहां भी सामान्य से 56 प्रतिशत कम बारिश है। पोस्ट मानसून सीजन में 98% कम बारिश प्रदेश में 1 अक्टूबर से 7 नवंबर के बीच 29 मिलीमीटर बारिश होती है, लेकिन इस बार औसत 0.7 मिलीमीटर बादल बरसे है, जो कि सामान्य से 98 प्रतिशत कम है। मानसून सीजन में भी 19 प्रतिशत कम बारिश हुई है। ऐसे में अब वेस्टर्न डिस्टरबेंस एक्टिव होने के बाद राज्य में ड्राट खत्म हो सकता है। मौसम विभाग के अनुसार, बेशक WD एक्टिव हो रहा है। मगर इस दौरान बहुत ज्यादा बारिश-बर्फबारी की संभावना नहीं है। कुछेक क्षेत्रों में ही हल्की बारिश-बर्फबारी हो सकती है। इससे तापमान में गिरावट आएगी। अभी प्रदेश के ज्यादातर शहरों में दिन व रात का तापमान नॉर्मल से ज्यादा चल रहा है। मैदानी इलाकों में दो दिन से धुंध प्रदेश के मैदानी इलाकों में दो दिन से धुंध ने लोगों को परेशान कर रखा है। खासकर ब्यास नदी किनारे स्थित शहरों में धुंध ने लोगों की परेशानी बढ़ानी शुरू कर दी है। बिलासपुर में सुबह के वक्त घनी धुंध के कारण विजिबिलिटी 50 मीटर तक गिर गई है। मौसम विभाग के अनुुसार, जब तक अच्छी बारिश-बर्फबारी नहीं होती तब तक धुंध लोगों को परेशान करती रहेगी। वहीं पहाड़ों पर हल्की धुंध नजर आने लगी है। खासकर शिमला में भी सुबह के वक्त धुंध का असर देखा सकता है।