नए साल 2025 की पूर्व संध्या पर योगी सरकार ने IPS अफसरों को प्रमोशन का गिफ्ट दिया। 2000, 2007, 2011, 2012 और 2021 बैच के 58 IPS अफसर प्रमोट किए गए, जिनमें 6 IPS अफसर केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर हैं। 2010 बैच के धर्मवीर सिंह को डीआईजी बना दिया गया। उनकी जांच फाइल बंद कर दी गई है। राज्यपाल की स्वीकृति मिलने के बाद प्रमोशन का आदेश जारी कर दिया गया। 4 अफसर ADG, 12 IG और 27 अफसर DIG बनाए गए। 15 अफसरों को सेलेक्शन ग्रेड मिला है। जिन 27 अफसरों का प्रमोशन अटका है, उसमें सबसे बड़ा नाम 75 एनकाउंटर करने वाले अजय पाल शर्मा का है। उनके खिलाफ विभागीय जांच चल रही है। 2025 में IPS अफसरों के प्रमोशन के लिए 26 दिसंबर को डिपार्टमेंटल प्रमोशन कमेटी यानी DPC की बैठक 26 दिसंबर को हुई थी। लक्ष्मी सिंह समेत 4 अफसर बने ADG 12 अफसर बने IG 27 अफसर DIG बनाए गए 2012 बैच के 15 अफसरों को सेलेक्शन ग्रेड 2012 बैच के 15 आईपीएस अफसरों को सेलेक्शन ग्रेड मिलेगा। इसमें विजय ढुल, घुले सुशील चंद्रभान, आशीष तिवारी, सचींद्र पटेल, विपिन टाडा, सुजाता सिंह, प्रताप गोपेंद्र यादव, अभिषेक यादव, संकल्प शर्मा, सोमेन वर्मा, यमुना प्रसाद, संतोष कुमार मिश्रा, हेमराज मीणा, सलमान ताज पाटिल और राजकरन नय्यर शामिल हैं। अजय पाल का लिफाफा बंद 2011 बैच के आईपीएस और प्रयागराज के प्रभारी अतिरिक्त पुलिस आयुक्त अजय पाल शर्मा को फिलहाल प्रमोशन नहीं मिला है। उनके खिलाफ नियम 8 के तहत कार्रवाई चल रही है, जिसके कारण उनके नाम पर चर्चा नहीं की गई थी। इसी तरह 2010 बैच के आईपीएस शगुन गौतम को भी प्रमोशन नहीं मिला। शगुन गौतम के खिलाफ भी जांच चल रही है। 2008 बैच की आईपीएस एसपी अलंकृता सिंह जो बिना अनुमति के विदेश में हैं, उनके खिलाफ भी नियम आठ के तहत चल रही कार्रवाई चल रही है, जिसके चलते उन्हें प्रमोशन नहीं मिला। ——————- यह खबर भी पढ़िए… UP के 95 IAS अफसरों का प्रमोशन:सपा नेता अंबिका चौधरी के भांजे समेत 7 प्रमुख सचिव बने; जल्द जिलों के डीएम बदले जाएंगे योगी सरकार ने क्रिसमस पर 95 IAS अफसरों को प्रमोशन का तोहफा दिया। आजमगढ़ के मंडलायुक्त मनीष चौहान और खाद्य आयुक्त सौरभ बाबू सहित सात IAS अफसर सचिव से प्रमुख सचिव पद पर प्रमोट हुए हैं। इनमें सपा नेता अंबिका चौधरी के भांजे अनुराग यादव भी शामिल हैं। पढ़ें पूरी खबर… नए साल 2025 की पूर्व संध्या पर योगी सरकार ने IPS अफसरों को प्रमोशन का गिफ्ट दिया। 2000, 2007, 2011, 2012 और 2021 बैच के 58 IPS अफसर प्रमोट किए गए, जिनमें 6 IPS अफसर केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर हैं। 2010 बैच के धर्मवीर सिंह को डीआईजी बना दिया गया। उनकी जांच फाइल बंद कर दी गई है। राज्यपाल की स्वीकृति मिलने के बाद प्रमोशन का आदेश जारी कर दिया गया। 4 अफसर ADG, 12 IG और 27 अफसर DIG बनाए गए। 15 अफसरों को सेलेक्शन ग्रेड मिला है। जिन 27 अफसरों का प्रमोशन अटका है, उसमें सबसे बड़ा नाम 75 एनकाउंटर करने वाले अजय पाल शर्मा का है। उनके खिलाफ विभागीय जांच चल रही है। 2025 में IPS अफसरों के प्रमोशन के लिए 26 दिसंबर को डिपार्टमेंटल प्रमोशन कमेटी यानी DPC की बैठक 26 दिसंबर को हुई थी। लक्ष्मी सिंह समेत 4 अफसर बने ADG 12 अफसर बने IG 27 अफसर DIG बनाए गए 2012 बैच के 15 अफसरों को सेलेक्शन ग्रेड 2012 बैच के 15 आईपीएस अफसरों को सेलेक्शन ग्रेड मिलेगा। इसमें विजय ढुल, घुले सुशील चंद्रभान, आशीष तिवारी, सचींद्र पटेल, विपिन टाडा, सुजाता सिंह, प्रताप गोपेंद्र यादव, अभिषेक यादव, संकल्प शर्मा, सोमेन वर्मा, यमुना प्रसाद, संतोष कुमार मिश्रा, हेमराज मीणा, सलमान ताज पाटिल और राजकरन नय्यर शामिल हैं। अजय पाल का लिफाफा बंद 2011 बैच के आईपीएस और प्रयागराज के प्रभारी अतिरिक्त पुलिस आयुक्त अजय पाल शर्मा को फिलहाल प्रमोशन नहीं मिला है। उनके खिलाफ नियम 8 के तहत कार्रवाई चल रही है, जिसके कारण उनके नाम पर चर्चा नहीं की गई थी। इसी तरह 2010 बैच के आईपीएस शगुन गौतम को भी प्रमोशन नहीं मिला। शगुन गौतम के खिलाफ भी जांच चल रही है। 2008 बैच की आईपीएस एसपी अलंकृता सिंह जो बिना अनुमति के विदेश में हैं, उनके खिलाफ भी नियम आठ के तहत चल रही कार्रवाई चल रही है, जिसके चलते उन्हें प्रमोशन नहीं मिला। ——————- यह खबर भी पढ़िए… UP के 95 IAS अफसरों का प्रमोशन:सपा नेता अंबिका चौधरी के भांजे समेत 7 प्रमुख सचिव बने; जल्द जिलों के डीएम बदले जाएंगे योगी सरकार ने क्रिसमस पर 95 IAS अफसरों को प्रमोशन का तोहफा दिया। आजमगढ़ के मंडलायुक्त मनीष चौहान और खाद्य आयुक्त सौरभ बाबू सहित सात IAS अफसर सचिव से प्रमुख सचिव पद पर प्रमोट हुए हैं। इनमें सपा नेता अंबिका चौधरी के भांजे अनुराग यादव भी शामिल हैं। पढ़ें पूरी खबर… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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उपचुनाव में फिर भड़के AIMIM यूपी अध्यक्ष शौकत अली, चंद्रशेखर और विश्नोई समाज को लेकर कही ये बात
उपचुनाव में फिर भड़के AIMIM यूपी अध्यक्ष शौकत अली, चंद्रशेखर और विश्नोई समाज को लेकर कही ये बात <p style=”text-align: justify;”><strong>Moradabad News:</strong> उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद की कुंदरकी विधानसभा सीट पर चुनाव प्रचार करने यूपी AIMIM के अध्यक्ष शौकत अली पहुंचे थे.उन्होंने नुक्कड़ सभा में बोलते हुए नगीना के सांसद और आजाद समाज पार्टी के अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद पर निशाना साधते हुए कहा कि नगीना में मुसलमानों ने जिसकी लाज रख ली. वह भी कल यहां आये थे. 35 गाड़ियों में भाड़े के टट्टू लाये थे. यहां के हमारे कुछ मुस्लिम नौजवानों चले गए थे कि चलो देख लेते हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>यूपी में चंद्रशेखर जिस समाज से ताल्लुक रखते हैं, उनकी जनसंख्या सिर्फ दो प्रतिशत है. 2 प्रतिशत वाला भी नेता बनने की बात कर रहा है और 20 प्रतिशत वालों से कह रहा है कि तेरे लोग कहाँ हैं. हमारे लोग यहां हैं कुंदरकी में 65 प्रतिशत हैं, हम अगर हम एकजुट होकर वोट डाल दें दो AIMIM के यहां दो विधायक बन जाएंगे. उन्होंने आगे कहा कि सिर्फ 15 लाख लोग देश में बिश्नोई समाज के हैं और आज पूरी दुनिया में बिश्नोई समाज से डराया जा रहा है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ओवैसी तो बहुत दूर की बात</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने यह भी कहा कि अब बीजेपी के लोग और उसके लेफ्ट राईट विंग के लोग चुनाव में ज़मीन से बिल से जो निकलते हैं कीड़े मकोड़े वो बोल रहे हैं कि ओवैसी की हिम्मत है तो दो मिनट बिश्नोई से बात कर ले. अरे ओवैसी तो बहुत दूर की बात है, आओ न हम तैयार हैं. गुरैर गांव हमारा हाजी अफ़रोज़ तैयार है हाफिज वारिस तैयार है</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’अल्लाह जिसे चाहता है बादशाह बनाता है'</strong><br />हमारे प्रत्याशी हाफिज मोहम्मद वारिस अम्बया (पैग़म्बर) का वारिस है, एक बार इन्हें मौका दीजिए और आने वाली 20 तारीख को पतंग का बटन दबाइये. अल्लाह जिसे चाहता है बादशाह बनाता है. फिरौन नमरूद शददाद योगी, मोदी, अखिलेश, मायावती सबको अल्लाह ने इस दुनिया मे कहीं न कहीं हुमरानी दी. लेकिन भाजपा और आरएसएस के लोग यह नहीं जानते कि यूसुफ अलैहिस सलाम को अल्लाह ताला ने कुएं से निकलकर मिश्र का बादशाह बनाया था.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong> ’हमें जिहादी कहा जाता है'</strong><br />शौकत अली ने कहा कि हमें जिहादी कहा जाता है, कहते हैं कि यह थूक जिहाद कर रहे हैं और सब के सब खामोश रहते हैं. मैं कहना चाहूंगा, भाजपा आरएसएस और उसके जो भी संगठन हैं कि सुनो जिहाद शब्द उन अंग्रेजो से पूछना, जिन्होंने हमारे देश पर कब्जा करके रखा था और यहां के लोगों को गुलाम बना रखा था. उस वक्त हमारे मदरसों के उलेमा ने फतवा दिया था और मुसलमान अपनी जानों की फिक्र किए बगैर हाथ में तलवार लेकर निकल पड़े थे और अंग्रेजों को इस देश से निकाल कर भगाया था.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong> सावरकर ने 5 बार अंग्रेजों को ख़त लिखा </strong><br />हमें मालूम है कि तुम्हें इस नाम से परहेज क्यों है. क्योंकि उस वक्त तुम अंग्रेजो के तलवे चाटते थे और उनके साथ थे और डरपोक सावरकर ने 5 बार अंग्रेजों को ख़त लिखा था कि सरकार हमें छोड़ दीजिए. जो आप कहेंगे हम वो करेंगे. उसके बाद अंग्रेजों ने सावरकर को छोड़ा और वह अंग्रेजों का मुखबिर बनकर स्वतंत्रता सेनानियों की नौकरी करता था. जिसकी वजह से हमारे सैकड़ों मुजाहिदीन आजादी को फांसी की सजा हुई. उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी के लोग हमें बीजेपी का ख़ौफ़ दिखाते हैं और बीजेपी वाले हिंदुओं को मुसलमान का ख़ौफ़ दिखाते हैं यह दोनों एक सिक्के के दो पहलू हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>ये भी पढ़ें: <strong><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/income-tax-department-asks-details-of-those-who-buy-big-plot-land-are-in-under-investigation-2822815″>यूपी में आयकर विभाग के रडार पर आए ये खास लोग, मांगा गया 16 साल की संपत्ति ब्योरा</a></strong></p>
पंजाब सरकार का हाईकोर्ट में दावा:खालिस्तान समर्थक सांसद-साथियों से CM भगवंत मान को ख़तरा, इसलिए दोबारा NSA लगाया, असम जेल में बंद अमृतपाल
पंजाब सरकार का हाईकोर्ट में दावा:खालिस्तान समर्थक सांसद-साथियों से CM भगवंत मान को ख़तरा, इसलिए दोबारा NSA लगाया, असम जेल में बंद अमृतपाल करीब डेढ़ साल से डिब्रूगढ़ जेल में बंद खडूर साहिब के सांसद और खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह के साथियों पर दोबारा राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (NSA) लगाने को लेकर पंजाब सरकार ने अदालत में जवाब दाखिल कर दिया है। इसमें सरकार की तरफ से दावा किया गया है कि आरोपी राज्य की कानून व्यवस्था के लिए गंभीर खतरा है। वहीं, उनसे राज्य के सीएम भगवंत मान की जान को भी खतरा है। इस बात को मजबूती से पेश करने के लिए पुलिस की तरफ से कुछ वीडियो क्लिप का हवाला भी दिया गया है। जिसमें आरोपी कहते हुए दिख रहे हैं कि पंजाब के सीएम का हश्र पूर्व सीएम बेअंत सिंह की तरह करेंगे। जिनकी एक बम धमाके में आतंकियों ने जान ले ली थी। इस मामले की अगली सुनवाई 3 अक्तूबर को तय होगी। इस दौरान अमृतपाल सिंह पर NSA लगाने संबंधी सारा रिकॉर्ड अदालत में केंद्र और पंजाब सरकार पेश करेगी। अमृतसर ग्रामीण पुलिस ने दिया जवाब अमृतपाल सिंह और उसके साथियों ने दोबारा लगाए गए NSA को पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में चुनौती दी है। इनमें से अभिनेता दलजीत सिंह कलसी और गुरमीत सिंह भुक्कनवाला को लेकर जवाब दाखिल किया है। अमृतसर ग्रामीण पुलिस की तरफ से यह हलफनामा दायर किया गया है। हलफनामे के अनुसार फरवरी 2023 में अजनाला स्टेशन की घटना के बाद वीडियो टेप किया था। जिसमें अमृतपाल सिंह कह रहा है कि हमने सीएम मान को सीएम बेअंत सिंह की राह न चलने की सलाह दी है। वह अभी भी बेअंत सिंह की राह पर चल रहे है। दिलावर ने मानव बम के रूप में काम किया और सीएम बेअंत सिंह काे उड़ा दिया। सीएम मान ने सुनिश्चित किया है आज इस भीड़ में कई दिलावर पैदा होंगे। कानून व्यवस्था अपने हाथ में ले सकते हैं सरकार का कहना है कि अमृतपाल सिंह और उसके साथी कभी भी कानून व्यवस्था को अपने हाथ में ले सकते हैं। वह उन लोगों को नुकसान पहुंचा सकते है। जो कि उनकी कट्टरपंथी विचारधारा से विपरीत बात करेंगे। वहीं, इससे कानून व्यवस्था बिगड़ सकती है। वहीं, वह जिस तरह भड़काऊ बातें करते हैं। वह युवाओं को गुमराह कर सकते हैं। ऐसे में उन पर लगाया गया एनएसए उचित है। विधानसभा का उप चुनाव लड़ने की तैयारी अमृतपाल सिंह के जेल से ही चुनाव लड़ने और खडूर साहिब का सांसद बनने के बाद अब उसके साथी भी चुनाव लड़ने की तैयारी में है। दलजीत सिंह कलसी डेरा बाबा नानक सीट से चुनाव लड़ना चाहते हैं। यह सीट वहां के विधायक और पूर्व डिप्टी सीएम सुखजिंदर सिंह रंधावा के सांसद बनने से खाली हुई है। इसी तरह कुलवंत सिंह राउके बरनाला सीट से चुनावी मैदान में उतरने की तैयारी कर रहे हैं। क्योंकि यह भी सीट भी गुरमीत सिह मीत हेयर के संगरूर से सांसद चुने जाने के बाद खाली हुई है। भगवंत सिंह उर्फ प्रधानमंत्री बाजेके गिद्दड़बाहा भी अब राजनीति में आना चाहता है। वह गिद्दड़बाहा से विधायक बनना चाहता है। उसके बेटे आकाशदीप सिंह की तरफ से इस बारे में ऐलान किया गया था।
महाकुंभ में गंगाजल की व्यवस्था को लेकर क्या इंतजाम? योगी सरकार से इलाहाबाद HC ने मांगा जवाबं
महाकुंभ में गंगाजल की व्यवस्था को लेकर क्या इंतजाम? योगी सरकार से इलाहाबाद HC ने मांगा जवाबं <p style=”text-align: justify;”><strong>Prayagraj News: </strong> इलाहाबाद हाईकोर्ट ने आज यूपी की योगी सरकार से जवाब तलब करते हुए उसे यह बताने को कहा है कि संगम नगरी प्रयागराज में कुछ महीनों बाद आयोजित होने वाले महाकुंभ में संत महात्माओं और श्रद्धालुओं को साफ और पर्याप्त गंगाजल में आस्था के डुबकी लगवाने के लिए क्या इंतजाम किए जा रहे हैं. हाईकोर्ट ने यूपी सरकार के साथ ही प्रयागराज मेला प्राधिकरण और प्रयागराज शहर की व्यवस्था से जुड़े दूसरे अफसरों से भी इस बारे में जवाब तलब किया है. कोर्ट ने इस बारे में सरकार और मेला प्राधिकरण द्वारा तैयार की गई कार्य योजना की रिपोर्ट भी पेश करने को कहा है.<br /><br />हाईकोर्ट इस मामले में दस सितंबर को फिर से सुनवाई करेगा. हाईकोर्ट ने यह आदेश महिला अधिवक्ता सुनीता शर्मा, सोशल एक्टिविस्ट योगेंद्र पांडेय और पूर्व पार्षद कमलेश सिंह द्वारा दाखिल की गई जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए दिया है. मामले की सुनवाई चीफ जस्टिस अरुण भंसाली और जस्टिस विकास बुधवार की डिवीजन बेंच में हुई. जनहित याचिका में कहा गया था कि प्रयागराज में कुछ महीनों बाद आयोजित होने वाले महाकुंभ में देश दुनिया से 40 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है.<br /><br /><strong>घाटों पर गंगा जल की स्थिति ठीक नहीं</strong><br />दुनिया के इस सबसे बड़े धार्मिक मेले में यह श्रद्धालु गंगा में आस्था की डुबकी लगाने के लिए आएंगे. प्रयागराज में संगम और आसपास के घाटों पर इन दिनों आने वाले गंगाजल की स्थिति अच्छी नहीं है. गंगा का यह जल न तो पीने लायक है ना ही स्नान करने और आचमन करने लायक. ऐसे में श्रद्धालुओं को अगर साफ व पर्याप्त मात्रा में गंगाजल डुबकी लगाने के लिए नहीं मिला तो न सिर्फ उनकी आस्था प्रभावित होगी. बल्कि दुनिया भर में खराब संदेश भी जाएगा. ऐसे में इस मामले में इलाहाबाद हाईकोर्ट को दखल देना चाहिए. <br /><br /><strong>यूपी सरकार ने जनहित याचिका का किया विरोध</strong><br />यूपी सरकार की तरफ से इस जनहित याचिका का विरोध किया गया. वहीं कोर्ट से इसे खारिज किए जाने की सिफारिश की गई. यूपी सरकार की तरफ से कहा गया कि यह जनहित याचिका सिर्फ पब्लिसिटी पाने के लिए की गई है. लेकिन कोर्ट ने इस जनहित याचिका को सुनवाई के लिए मंजूर करते हुए यूपी सरकार व दूसरे जिम्मेदार लोगों से जवाब तलब कर लिया है. जनहित याचिका के जरिए यह भी गुहार लगाई गई है कि महाकुंभ होने तक हाईकोर्ट गंगाजल की उपलब्धता और उसकी क्वालिटी के मामले की खुद मॉनिटरिंग करें.<br /><br /><strong>’श्रद्धालुओं को शुद्ध व पर्याप्त गंगाजल मिलना जरूरी'</strong><br /> हालांकि गंगा प्रदूषण से जुड़े सभी मामले इलाहाबाद हाईकोर्ट से नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल में ट्रांसफर हो चुके हैं. हाईकोर्ट में आज हुई सुनवाई के दौरान यूपी सरकार ने मामले को एनजीटी में ट्रांसफर किए जाने की दलील पेश की, लेकिन कोर्ट ने इसे नहीं माना. याचिकाकर्ताओं के अधिवक्ता विजय चंद श्रीवास्तव के मुताबिक आज की सुनवाई में हाईकोर्ट ने इस मामले को बेहद गंभीर माना है. उनका कहना है कि महाकुंभ में दुनिया भर से संत महात्मा और श्रद्धालु प्रयागराज जाएंगे. इन श्रद्धालुओं को शुद्ध व पर्याप्त गंगाजल मिलना बेहद जरूरी है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>ये भी पढ़ें: <strong><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/bareilly-fake-cmo-posing-fraud-of-lakhs-software-engineer-victim-two-arrested-ann-2770657″>Bareilly News: फर्जी सीएमओ बनकर लाखों की ठगी, सॉफ्टवेयर इंजीनियर को बनाया अपना शिकार, दो गिरफ्तार</a></strong></p>