टूरिस्ट के नजरिए से विख्यात सिस्सू पंचायत में 15 जनवरी से टूरिस्ट एक्टिविटी पर डेढ़ महीने के लिए पूर्णतः प्रतिबंध लगा दिया गया है। टूरिस्ट अब सिस्सू में बर्फ के दीदार नहीं कर पाएंगे। यह निर्णय अनावश्यक शोर शराबा न हो, देवी-देवताओं के पूजन-पाठ में विघ्न न पहुंचे, इसलिए लिया गया है। सिस्सू जिला लाहौल स्पीति की बर्फ की वादियों की खूबसूरत डेस्टिनेशन है, जहां हजारों टूरिस्ट बर्फ के दीदार के लिए पहुंचते हैं। यह जानकारी सिस्सू पंचायत प्रधान राजीव कुमार ने दी है। उन्होंने बताया आज ग्राम पंचायत सिस्सू, राजा घेपन कमेटी, देवी भोटी कमेटी, लबरंग गोम्पा कमेटी, सिस्सू पंचायत के महिला व युवक मंडलों ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया कि 15 जनवरी से 28 फरवरी तक सिस्सू पंचायत के अंतर्गत तमाम गांवों में पर्यटन से जुड़ी सभी गतिविधियां निषेध रहेंगी। उपायुक्त को दिया मांग पत्र प्रधान राजीव कुमार की अगुवाई में एक प्रतिनिधि मंडल ने कुल्लू के उपायुक्त राहुल कुमार और एसडीएम रजनीश से मुलाकात कर सिस्सू हेलीपैड की तरफ ट्रैफिक न भेजने का आग्रह किया है ताकि घाटी में कोई अनावश्यक शोर शराबा न हो और देवी-देवताओं की पूजा पाठ के दौरान व्यवधान उत्पन्न हो। देवी देवताओं में गहरी आस्था पर्यटन की दृष्टि से मनाली के बाद सिस्सू मुख्य पर्यटन स्थल बनकर उभरा है, जहां देशभर के हजारों पर्यटक पहुंचते हैं । सिस्सू पंचायत पहले भी इसी तरह के कठोर फैसले लेती रही है। यहां के लोगों में देवी देवताओं के प्रति गहरी आस्था है, जिसके दृष्टि गत यह निर्णय लिया गया है। टूरिस्ट के नजरिए से विख्यात सिस्सू पंचायत में 15 जनवरी से टूरिस्ट एक्टिविटी पर डेढ़ महीने के लिए पूर्णतः प्रतिबंध लगा दिया गया है। टूरिस्ट अब सिस्सू में बर्फ के दीदार नहीं कर पाएंगे। यह निर्णय अनावश्यक शोर शराबा न हो, देवी-देवताओं के पूजन-पाठ में विघ्न न पहुंचे, इसलिए लिया गया है। सिस्सू जिला लाहौल स्पीति की बर्फ की वादियों की खूबसूरत डेस्टिनेशन है, जहां हजारों टूरिस्ट बर्फ के दीदार के लिए पहुंचते हैं। यह जानकारी सिस्सू पंचायत प्रधान राजीव कुमार ने दी है। उन्होंने बताया आज ग्राम पंचायत सिस्सू, राजा घेपन कमेटी, देवी भोटी कमेटी, लबरंग गोम्पा कमेटी, सिस्सू पंचायत के महिला व युवक मंडलों ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया कि 15 जनवरी से 28 फरवरी तक सिस्सू पंचायत के अंतर्गत तमाम गांवों में पर्यटन से जुड़ी सभी गतिविधियां निषेध रहेंगी। उपायुक्त को दिया मांग पत्र प्रधान राजीव कुमार की अगुवाई में एक प्रतिनिधि मंडल ने कुल्लू के उपायुक्त राहुल कुमार और एसडीएम रजनीश से मुलाकात कर सिस्सू हेलीपैड की तरफ ट्रैफिक न भेजने का आग्रह किया है ताकि घाटी में कोई अनावश्यक शोर शराबा न हो और देवी-देवताओं की पूजा पाठ के दौरान व्यवधान उत्पन्न हो। देवी देवताओं में गहरी आस्था पर्यटन की दृष्टि से मनाली के बाद सिस्सू मुख्य पर्यटन स्थल बनकर उभरा है, जहां देशभर के हजारों पर्यटक पहुंचते हैं । सिस्सू पंचायत पहले भी इसी तरह के कठोर फैसले लेती रही है। यहां के लोगों में देवी देवताओं के प्रति गहरी आस्था है, जिसके दृष्टि गत यह निर्णय लिया गया है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल प्रदेश का समोसा विवाद:सीपीएस संजय अवस्थी का विपक्ष पर पलटवार, बोले- विपक्ष ने प्रदेश को किया शर्मसार हिमाचल प्रदेश में समोसे पर सियासत हावी है। भाजपा समोसे को लेकर सरकार पर हमलावर है। वहीं अब विपक्ष हमले पर सीपीएस संजय अवस्थी ने भी बड़ा पटलवार किया है। उन्होंने कहा कि विपक्ष के पास सरकार को घेरने के लिए एक भी मूद्दा नहीं है। दो सालों में सरकार के किसी भी नेता पर भ्रष्टाचार का एक भी आरोप नहीं लगा है। इसलिए विपक्ष सीएम का नाम एक ऐसे प्रकरण से जोड़ रहा है जिससे सीएम का कोई लेना देना नहीं है। विपक्ष ने समोसा पर राजनीति करके प्रदेश को शर्मसार किया है। संजय अवस्थी ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि, जिनके खुद के घर शीशे के होते हैं उन्हें दूसरों के घर पर पत्थर नहीं मारने चाहिए। सीपीएस ने पूर्व भाजपा सरकार के जनमंच कार्यक्रम का जिक्र करते हुए कहा कि पूर्व भाजपा सरकार जनमंच में 5 से 6 करोड़ के फुल्के खा गई । इंवेस्टरमीट पर 1900 करोड़ खर्च किए, लेकिन निवेश एक भी रुपए नहीं आया। उन्होंने कहा कि विभाग से जुड़े मसलों पर विभाग के अधिकारियों से बातचीत करनी चाइए। इस मामले में बेवजह सीएम का नाम जोड़कर भाजपा ने प्रदेश को शर्मसार करने का कार्य किया है। 5 साल मजबूती से चलेगी सरकार अवस्थी ने आगे कहा कि भाजपा नेता लगातार प्रदेश सरकार को अस्थिर करने की कोशिश कर रहे हैं। प्रदेश की जनता को भ्रमित कर रहे हैं, लेकिन जनता उनके बहकावे में नहीं आने वाली है। उन्होंने कहा कि सीएम सुक्खू के नेतृत्व में सरकार प्रदेश को स्वाबलंबी व आत्मनिर्भर बनाने की तरफ प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने कई परिवर्तन किए हैं। आज हिमाचल आर्थिक मजबूती की तरफ बढ़ रहा है। राज्यसभा सांसद पर साधा निशाना वहीं, उन्होंने राज्यसभा सांसद हर्ष महाजन पर भी निशाना साधा और कहा कि उन्होंने अभी-अभी भगवा चोला पहना है। वह अपने को कांग्रेस का सलाहकार कहते रहे। उन्होंने कांग्रेस के नाम पर अपना वजूद बनाया और कांग्रेस को खोखला करने का काम कांग्रेस में रहकर किया। आज वह भारतीय जनता पार्टी में जाकर वहां पर भी वही कर रहे हैं। उनका यह बयान देना कि, मुख्यमंत्री की टिप्पणी करना हास्यप्रद है। अवस्थी ने उन्हें नसीहत देते हुए कहा कि जिनके घर शीशे के हैं वो दूसरों के घर पर पत्थर नहीं मारते। क्या है समोसे का पूरा विवाद बता दें कि, 21 अक्टूबर को CID कार्यालय में हुए कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के लिए एक बड़े नामी होटल से समोसे और केक मंगवाए गए थे, लेकिन यह स्नैक्स मुख्यमंत्री को परोसने की बजाय किसी और को ही परोस दिए गए। इसमें चौंकाने वाली बात यह है कि CID ने इसकी जांच भी की और कई पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों के बयान भी दर्ज किए गए।
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हिमाचल में कांग्रेस की हार पर मंथन:आज कांगड़ा-शिमला संसदीय क्षेत्र के नेता गिना रहे हार के कारण, मल्लिकार्जुन खड़गे के रिपोर्ट देंगी फैक्ट-फाइडिंग कमेटी कांग्रेस हाईकमान द्वारा गठित फैक्ट फाइंडिंग कमेटी हिमाचल में लोकसभा चुनाव में करारी हार पर मंथन कर रही है। आज कांगड़ा और शिमला संसदीय क्षेत्र के पार्टी प्रत्याशी, विधायक, साल 2022 के विधानसभा चुनाव के प्रत्याशी, जिला व ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष वन टू वन फैक्ट फाइंडिंग कमेटी के सदस्य पीएल पुनिया और रजनी पाटिल के समक्ष हार के कारण गिना रहे हैं। पहले हॉफ यानी लंच से पहले कांगड़ा संसदीय क्षेत्र के नेता और दूसरे हॉफ में शिमला लोकसभा क्षेत्र के लीडर फैक्ट फाइंडिंग कमेटी के सामने अपनी-अपनी बात रखेंगे। पिछले कल हमीरपुर और मंडी संसदीय क्षेत्र के नेता हार की वजह गिना चुके हैं। अगले कल फैक्ट फाइंडिंग कमेटी वापस दिल्ली लौटने के बाद अपनी रिपोर्ट राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को सौंपेगी। मंडी और हमीरपुर संसदीय क्षेत्र के नेताओं ने सरकार व संगठन में समन्वय नहीं होने, टिकट आवंटन में देरी, पार्टी नेताओं की अनदेखी, सरकार में एक गुट विशेष के लोगों की ताजपोशी, बेलगाम अफसरशाही, मोदी फैक्टर और राम मंदिर जैसे मुद्दे को हार की वजह बताया है। हाईकमान ने बनाई फैक्ट फाइंडिंग कमेटी हाईकमान ने हिमाचल की चारों लोकसभा सीटों पर करारी हार के कारण जानने के लिए फैक्ट फाइंडिंग कमेटी गठित बनाई है। यह कमेटी दो दिन के हिमाचल दौरे पर है। पीएल पुनिया और रजनी पाटिल हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू, कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष प्रतिभा सिंह, डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री, पूर्व अध्यक्ष कौल सिंह ठाकुर, कुलदीप सिंह राठौर और रामलाल ठाकुर के साथ वन टू वन बात कर चुकी हैं। सत्तारूढ़ कांग्रेस से थी अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद दरअसल, प्रदेश में सत्तारूढ़ कांग्रेस चारों सीटों पर लोकसभा चुनाव हारी है, जबकि कांग्रेस हाईकमान और इंडी गठबंधन को हिमाचल में सत्तारूढ़ कांग्रेस से अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद थी। मगर कांग्रेस एक भी सीट नहीं जीत पाई। नतीजा यह हुआ की छह बार के सीएम वीरभद्र सिंह के बेटे एवं लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह भी मंडी से लोकसभा चुनाव हार गए। शिमला सीट से सीटिंग MLA विनोद सुल्तानपुरी, हमीरपुर से सतपाल रायजादा और कांगड़ा से पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा चुनाव हार गए।
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हिमाचल BJP को नए साल में मिलेगा नया अध्यक्ष:मिशन-2027 के मद्देनजर होगा चयन; सतपाल सत्ती, बिंदल, विपिन परमार समेत 7 दावेदार दौड़ में हिमाचल प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी को नए साल में नया अध्यक्ष मिलना तय है। भाजपा ने मंडल से लेकर जिला कार्यकारिणी चुनाव के लिए इलेक्शन ऑफिसर नियुक्त कर दिए हैं। इसके साथ ही नए प्रदेश अध्यक्ष के लिए चर्चाएं अभी से तेज हो गई हैं। फिलहाल 7 नाम चर्चा में हैं। प्रदेश अध्यक्ष की दौड़ में 2 पूर्व और मौजूदा प्रधान सत्तपाल सत्ती और राजीव बिंदल के अलावा विपिन सिंह परमार का नाम प्रमुखता से लिया जा रहा है। ये तीनों सबसे मजबूत दावेदार माने जा रहे हैं। अगर इन पर सहमति नहीं बनती है तो पार्टी पूर्व उद्योग मंत्री बिक्रम ठाकुर के नाम पर भी सहमति बनाने की कोशिश कर सकती है। सूत्रों का कहना है कि इन चार वरिष्ठ नेताओं के अलावा पार्टी इंदू गोस्वामी, त्रिलोक जम्वाल और फिर डॉ. सिकंदर को भी अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी सौंप सकती है। नेताओं ने अध्यक्ष के लिए लॉबिंग भी शुरू कर दी है। सत्तपाल सत्ती मजबूत दावेदार माने जा रहे प्रदेश अध्यक्ष की रेस में सत्तपाल सत्ती का नाम प्रमुखता से लिया जा रहा है। सत्ती 9 साल तक प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं। वर्तमान में वह ऊना से तीसरी बार विधायक बने हैं। तेज तर्रार नेता सत्ती 2 बार चुनाव में निर्वाचित होकर अध्यक्ष बने थे, जबकि तीसरी पार उन्हें सेवा विस्तार दिया गया था। बिंदल की फिर से दावेदारी मौजूदा अध्यक्ष एवं 5 बार विधायक रह चुके राजीव बिंदल को भी पार्टी फिर से कमान सौंप सकती है। बिंदल जनवरी 2020 में पार्टी के अध्यक्ष चुने गए। मगर कोरोना काल में भ्रष्टाचार के आरोपों की वजह से उन्होंने 5 महीने के भीतर ही पद से इस्तीफा दिया। दिसंबर 2022 में वह विधानसभा चुनाव हार गए। इसके बाद पार्टी में अप्रैल 2023 में राजीव बिंदल को फिर से अध्यक्ष पद की कमान होगी। कांगड़ा के विपिन परमार मजबूत चेहरा प्रदेश की सत्ता की चाबी तय करने वाले सबसे बड़े कांगड़ा जिला से संबंध रखने वाले सुलह के विधायक विपिन सिंह परमार को भी अध्यक्ष का मजबूत चेहरा माना जा रहा है। परमार संगठन में विभिन्न पदों पर सेवाएं दे चुके हैं। पूर्व सरकार में वह स्वास्थ्य मंत्री के अलावा विधानसभा अध्यक्ष का दायित्व भी संभाल चुके हैं। ये 4 नाम पर अध्यक्ष पद की रेस में इन तीनों के अलावा पूर्व इंडस्ट्री मिनिस्टर बिक्रम ठाकुर, जेपी नड्डा के करीबी त्रिलोक जम्वाल, राज्यसभा सांसद इंदू गोस्वामी और राज्यसभा सांसद डॉ. सिकंदर कुमार का नाम पर खूब चर्चा में है। बिक्रम ठाकुर और इंदू गोस्वामी दोनों कांगड़ा जिला से संबंध रखते हैं। बिक्रम काफी तेज तर्रार नेता माने जाते हैं, वहीं इंदू गोस्वामी को प्रधानमंत्री मोदी का करीबी माना जाता है। इसलिए उन्हें भी दावेदार माना जा रहा है। राजपूत कोटे से भाजपा ने जयराम ठाकुर को नेता प्रतिपक्ष बना रखा है। ऐसे में मिशन 2027 को देखते हुए भाजपा दलित वोट साधने के लिए राज्यसभा सांसद डॉ.सिकंदर कुमार पर भी दांव खेल सकती हैं। नवंबर के अंत तक ब्लाक व जिला कार्यकारिणी का चुनाव: भारद्वाज प्रदेश में मंडल से लेकर जिला कार्यकारिणी चुनाव के लिए इलैक्शन ऑफिसर तैनात कर दिए गए है। प्रदेश भाजपा द्वारा नियुक्त चुनाव अधिकारी राजीव भारद्वाज ने बताया कि नवंबर के अंत तक बूथ, मंडल और जिला के चुनाव संपन्न करने का टारगेट है। जनवरी 2025 तक प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव भी करवा दिया जाएगा। ऐसे होगा अध्यक्ष का चुनाव बेशक, अध्यक्ष पद के चुनाव लोकतांत्रिक ढंग से करवाने के दावे किए जाते रहे है। मगर आज तक प्रदेश में पहली कभी भी अध्यक्ष वोटिंग से नहीं चुना गया, बल्कि हर बार पार्टी हाईकमान द्वारा नॉमिनेट किया जाता है। इस बार भी ऐसे ही सर्वसम्मति से अध्यक्ष को नॉमिनेट किया जा सकता है। प्रदेश में इससे पहले सदस्यता अभियान 31 अक्टूबर को समाप्त होने जा रहा है। पार्टी ने इस बार राज्य में 15 लाख से ज्यादा सदस्य बनाए हैं।