लखनऊ के होटल में एक ही परिवार के 5 लोगों की हत्या कर दी गई। बाप-बेटों ने मिलकर वारदात को अंजाम दिया। बेटा खुद थाने पहुंचा और पुलिस को बुला लाया। पुलिस होटल पहुंची, तो वह भी लाशें देखकर चकरा गई। बेटे ने पुलिस से कहा कि मैंने और मेरे पिता ने मिलकर पांचों को मार डाला। पिता बदरुद्दीन आत्महत्या करने गया है। बदरुद्दीन अभी भी पकड़ा नहीं गया है। वहीं, अरशद ने VIDEO बनाकर इन पांचों हत्याओं के लिए आगरा के इस्लामनगर के लोगों को ही जिम्मेदार ठहरा दिया। कहा- हमारे मकान पर कब्जा हुआ, पड़ोसियों ने मारपीट की। पुलिस भी उन्हीं लोगों का पक्ष लेती रही। ये आरोप कितने सही हैं? इसकी छानबीन करने दैनिक भास्कर की टीम जिला मुख्यालय से 15KM दूर इस्लामनगर पहुंची। सामने आया, बदरुद्दीन आगरा की गोश्त वाली गली में अपने परिवार के साथ रहता था। यहां उसके परिवार और पड़ोसियों से बातचीत करने के बाद चौंकाने वाली बातें सामने आईं। लोगों ने बताया कि 1 जनवरी, 2024 को बदरुद्दीन ने अपने मकान का सौदा कर दिया था। ठीक 1 साल बाद उसी मकान का विवाद बताते हुए पत्नी और 4 बेटियों की हत्या कर दी। पड़ोसियों का कहना है- अरशद ने वीडियो में जिस प्रॉपर्टी विवाद का जिक्र किया है, हमने वो न देखा…न सुना। बदर अपनी बेटियों को घर के अंदर ही कैद में रखता था। दोनों बाप-बेटे बहुत झूठे और झगड़ालू थे। पढ़िए पूरी रिपोर्ट… पहले जानिए कि किसने-किसको मार डाला… बेटे ने लाशों का वीडियो जारी किया, बोला- हम परेशान हो गए हैं
आगरा के ट्रांस यमुना की गोश्त वाली गली में मोहम्मद बदर उर्फ बदरुद्दीन अपने परिवार के साथ रहता है। वह 30 दिसंबर को परिवार के साथ लखनऊ आया। यहां नाका इलाके के शरनजीत होटल में कमरा लिया। बेटे अरशद ने मर्डर करने के दौरान का वीडियो भी बनाया। इसमें पिता बच्ची का गला दबाते नजर आ रहा है। कमरे के बेड पर मां और बेटियों की लाशें पड़ी हैं। अरशद में इसी वीडियो में आरोप लगाए कि उनके मकान पर अलीम खान ने कब्जा कर लिया है। भास्कर टीम बदर के घर पहुंची, तब वहां ताला लगा था। एक मंजिल का मकान बना था। मकान के बराबर में 50 वर्ग गज का प्लाट था। ये वही प्लाट है, जिस पर कब्जे की बात कही जा रही थी। जिस अलीम के परिवार पर कब्जे का आरोप लगाया गया, वो प्लाट के ठीक सामने रहते हैं। अलीम ने पैसे गिनते अरशद का VIDEO भी दिखाया
हमने अलीम खान से प्लाट पर कब्जे के आरोपों को लेकर सवाल किए। अलीम ने कहा- बदर ने मुझे 50 गज का प्लाट 7 लाख रुपए में बेचा था। बदर ने ही खुद ही मुझसे प्लाट बेचने की बात की थी। 1 जनवरी, 2024 को मैंने बदर और उसके बेटे अरशद को 2 लाख रुपए कैश दिए थे। बाकी 5 लाख की रकम 14 फरवरी, 2024 को चेक से दी थी। एत्मादपुर तहसील में 14 फरवरी को बदर ने प्लाट की रजिस्ट्री भी अलीम के नाम पर कर दी थी। उन्होंने 2 लाख रुपए देने का एक वीडियो भी दिखाया। इसमें अरशद रुपए गिन रहा है। यह वीडियो उन्होंने पुलिस को भी दिया है। रजिस्ट्री के कागज भी पुलिस को सौंपे हैं। अलीम बोले- मेरे घर में 3 महीने रहा था बदर
अलीम ने पुलिस से बताया कि बदर के पास 100 वर्ग गज जमीन थी। उसने उसमें से 50 वर्ग गज जमीन मुझे 7 लाख में बेच दी। इसकी 14 फरवरी, 2024 को रजिस्ट्री कराई। जो पैसा लिया, उससे अपने हिस्से की 50 वर्ग गज जमीन पर घर बनवाना शुरू कर दिया। उनके पास रहने की जगह नहीं थी। इस पर मैंने ही उनके परिवार को 3 महीने अपने घर में रखा। वो लोग हमारे घर के ऊपर वाले कमरे में ही किराए पर रहते थे। अब पढ़िए अरशद और उसके पिता को लेकर पड़ोसियों ने हमसे जो कहा पड़ोसी बोले- बदर और उनका बेटा बहुत गुस्सैल था
अलीम के घर से निकलने के बाद हमने पड़ोसी अहमद खां से बात की। वह कहते हैं- बदर और उसका बेटा बहुत ही गुस्सैल थे। मोहल्ले में उनकी किसी से नहीं बनती थी। हमने कभी भी मकान या जमीन का विवाद नहीं सुना। 2 घर छोड़कर रहने वाली फातिमा कहती हैं- हमने कभी मकान को लेकर विवाद नहीं देखा। बदर ने अपनी रजामंदी से जमीन बेची थी। बदर ही अक्सर पड़ोसियों से झगड़ा करता था। पत्नी और बच्चियों को वो घर से बाहर नहीं निकलने देता था। उसने घर को जेल में बना दिया था। मोहल्ले वालों ने उसे कई बार समझाया था, लेकिन वो किसी की नहीं सुनता था। अरशद झगड़ालू, पत्नी 2 महीने में ही छोड़ गई थी
अरशद को लेकर मोहल्ले वालों ने बताया कि वह भी अपने पिता की तरह झगड़ालू था। किसी से बात तक नहीं करता था। अरशद के व्यवहार के चलते ही उसकी पत्नी निकाह के 2 महीने के अंदर ही उसे छोड़कर चली गई थी। इसके बाद भास्कर टीम सच्चाई जानने अरशद की ससुराल पहुंची… मेरी बेटी तो 2 महीने में ही अरशद का घर छोड़ आई
अरशद की ससुराल में हमें उसकी सास आशिमा मिलीं। आशिमा कहती हैं- 2017 में मेरी बेटी की शादी अरशद से हुई थी। 2 महीने बाद ही बेटी ससुराल से वापस आ गई। वो कहती थी कि अरशद मेरे साथ मारपीट करता था। ससुर भी बुरी नजर रखता था। दोनों अच्छे इंसान नहीं। 5 साल बाद मैंने बेटी का तलाक करा दिया। हमने बेटी की दूसरी जगह शादी भी कर दी। पहली पत्नी की हो गई मौत, बेटी भी मर गई
बदर के पड़ोसियों ने बताया- आसमां बदर की दूसरी पत्नी थी। उसकी पहली पत्नी की मौत हो गई थी। उससे बदर को एक बेटी थी। उस बेटी की शादी कर दी थी। लेकिन बीमारी के चलते बदर उसे ससुराल से घर ले आया था। इसके बाद वह लंबे समय तक बदर के घर में ही रही थी। 1 एक साल पहले उसकी भी मौत हो गई। बेटी को घर में ही दफनाना चाहता था बदर
बेटी की मौत के बाद बदर उसे अपने घर में ही दफनाना चाहता था। इसका मोहल्ले के लोगों ने विरोध किया। लोगों ने कहा कि कब्रिस्तान पास में है, तो घर में क्यों दफना रहा है? इसके बाद मोहल्ले के लोगों ने ही बेटी को कब्रिस्तान में दफनाया। अरशद ने 16 दिसंबर के जिस विवाद का जिक्र किया, उसके बारे में जानिए… अरशद ने अपने वीडियो में 16 और 18 दिसंबर को पड़ोसी आफताब से विवाद की बात कही। इस विवाद में उसने पुलिस पर कार्रवाई नहीं करने के आरोप लगाए। हमने अरशद के आरोपों पर थाना प्रभारी भानु प्रताप से बात की। उन्होंने कहा- 16 दिसंबर को बदर ने 112 पर कॉल करके पड़ोसी अफताब से विवाद होने की सूचना दी थी। पुलिस मौके पर पहुंची। उनका कहना है कि अफताब के घर पर मेहमान आए थे। जिस ऑटो से वो लोग आए, उसकी बदर के घर के बाहर लगने वाली दुकान के काउंटर में टक्कर लग गई। इससे सामान गिर गया। इसको लेकर दोनों परिवारों में विवाद हुआ। आफताब के परिवार ने नुकसान की भरपाई के लिए भी कहा। बाद में दोनों पक्षों में चौकी पर समझौता हो गया था। इसके बाद 18 दिसंबर की सुबह 8.30 बजे घर के सामने साइकिल खड़ी करने और मीटर लगाने को लेकर विवाद हुआ था। मोहल्ले के लोग इकट्ठे हो गए थे। उन्होंने बदर को समझाने का प्रयास किया, तो उसने छत से लोगों पर पत्थर फेंके थे। इस विवाद की थाने पर कोई सूचना नहीं दी गई। आखिरी बार 18 दिसंबर को मोहल्ले में दिखे
लोगों से बात करने के बाद साफ हुआ कि 18 दिसंबर को हुए विवाद के बाद ही बदरुद्दीन दोपहर में अपने परिवार को लेकर घर से चला गया। उसने लोगों से अजमेर जाने की बात कही थी। इसके बाद रात करीब 8 बजे बदरुद्दीन की पत्नी और दो बेटियां एक अनजान शख्स के साथ घर पर आई थीं। तब ये लोग 3 बैग में अपने कपडे़ और सामान भर कर ले गए थे। इसके बाद से वो घर नहीं आए। IGRS पर धर्म परिवर्तन की इच्छा जाहिर की
पुलिस ने बताया कि अरशद की ओर से IGRS (मुख्यमंत्री शिकायत पोर्टल) पर धर्म परिवर्तन और पड़ोसियों से परेशान होने का प्रार्थना पत्र दिया गया था। 25 दिसंबर को ये प्रार्थना पत्र थाना पुलिस को मिला। चौकी प्रभारी को जांच दी गई। चौकी प्रभारी ने बदर को फोन किया तो उसने लखनऊ में होने की बात कही। लौट कर आने पर मिलने को कहा था। ACP बोले- मकान पर कब्जे के आरोप गलत
पार्षद सज्जन अली ने बताया- 30 दिसंबर को पुलिस का फोन आया। बदर के धर्म परिवर्तन करने वाले प्रार्थना पत्र का जिक्र करते हुए उससे बात करने के लिए कहा गया। एसीपी छत्ता हेमंत कुमार ने बताया कि जो भी आरोप वीडियो में लगाए गए हैं, उनकी जांच की जा रही है। मकान पर कब्जे का आरोप गलत है। धर्म परिवर्तन वाला एंगल भी वीडियो में ही सामने आया है। ———————— ये खबर भी पढ़ें : लखनऊ में परिवार के 5 की हत्या…बनाया वीडियो, भाई बोला- बहनों की इज्जत बचाने के लिए उन्हें मार डाला; अब इंसाफ चाहता हूं लखनऊ के होटल में मां और 4 बहनों की हत्या करने के बाद अरशद ने 6 मिनट 54 सेकेंड का वीडियो बनाया। इसमें उसने अपना गुनाह कबूल किया। बताया कि उसे हत्या के लिए क्यों मजबूर होना पड़ा। उसने कहा कि मां और बहनों की इज्जत बचाने के लिए मर्डर किया। पढ़िए पूरी खबर… लखनऊ के होटल में एक ही परिवार के 5 लोगों की हत्या कर दी गई। बाप-बेटों ने मिलकर वारदात को अंजाम दिया। बेटा खुद थाने पहुंचा और पुलिस को बुला लाया। पुलिस होटल पहुंची, तो वह भी लाशें देखकर चकरा गई। बेटे ने पुलिस से कहा कि मैंने और मेरे पिता ने मिलकर पांचों को मार डाला। पिता बदरुद्दीन आत्महत्या करने गया है। बदरुद्दीन अभी भी पकड़ा नहीं गया है। वहीं, अरशद ने VIDEO बनाकर इन पांचों हत्याओं के लिए आगरा के इस्लामनगर के लोगों को ही जिम्मेदार ठहरा दिया। कहा- हमारे मकान पर कब्जा हुआ, पड़ोसियों ने मारपीट की। पुलिस भी उन्हीं लोगों का पक्ष लेती रही। ये आरोप कितने सही हैं? इसकी छानबीन करने दैनिक भास्कर की टीम जिला मुख्यालय से 15KM दूर इस्लामनगर पहुंची। सामने आया, बदरुद्दीन आगरा की गोश्त वाली गली में अपने परिवार के साथ रहता था। यहां उसके परिवार और पड़ोसियों से बातचीत करने के बाद चौंकाने वाली बातें सामने आईं। लोगों ने बताया कि 1 जनवरी, 2024 को बदरुद्दीन ने अपने मकान का सौदा कर दिया था। ठीक 1 साल बाद उसी मकान का विवाद बताते हुए पत्नी और 4 बेटियों की हत्या कर दी। पड़ोसियों का कहना है- अरशद ने वीडियो में जिस प्रॉपर्टी विवाद का जिक्र किया है, हमने वो न देखा…न सुना। बदर अपनी बेटियों को घर के अंदर ही कैद में रखता था। दोनों बाप-बेटे बहुत झूठे और झगड़ालू थे। पढ़िए पूरी रिपोर्ट… पहले जानिए कि किसने-किसको मार डाला… बेटे ने लाशों का वीडियो जारी किया, बोला- हम परेशान हो गए हैं
आगरा के ट्रांस यमुना की गोश्त वाली गली में मोहम्मद बदर उर्फ बदरुद्दीन अपने परिवार के साथ रहता है। वह 30 दिसंबर को परिवार के साथ लखनऊ आया। यहां नाका इलाके के शरनजीत होटल में कमरा लिया। बेटे अरशद ने मर्डर करने के दौरान का वीडियो भी बनाया। इसमें पिता बच्ची का गला दबाते नजर आ रहा है। कमरे के बेड पर मां और बेटियों की लाशें पड़ी हैं। अरशद में इसी वीडियो में आरोप लगाए कि उनके मकान पर अलीम खान ने कब्जा कर लिया है। भास्कर टीम बदर के घर पहुंची, तब वहां ताला लगा था। एक मंजिल का मकान बना था। मकान के बराबर में 50 वर्ग गज का प्लाट था। ये वही प्लाट है, जिस पर कब्जे की बात कही जा रही थी। जिस अलीम के परिवार पर कब्जे का आरोप लगाया गया, वो प्लाट के ठीक सामने रहते हैं। अलीम ने पैसे गिनते अरशद का VIDEO भी दिखाया
हमने अलीम खान से प्लाट पर कब्जे के आरोपों को लेकर सवाल किए। अलीम ने कहा- बदर ने मुझे 50 गज का प्लाट 7 लाख रुपए में बेचा था। बदर ने ही खुद ही मुझसे प्लाट बेचने की बात की थी। 1 जनवरी, 2024 को मैंने बदर और उसके बेटे अरशद को 2 लाख रुपए कैश दिए थे। बाकी 5 लाख की रकम 14 फरवरी, 2024 को चेक से दी थी। एत्मादपुर तहसील में 14 फरवरी को बदर ने प्लाट की रजिस्ट्री भी अलीम के नाम पर कर दी थी। उन्होंने 2 लाख रुपए देने का एक वीडियो भी दिखाया। इसमें अरशद रुपए गिन रहा है। यह वीडियो उन्होंने पुलिस को भी दिया है। रजिस्ट्री के कागज भी पुलिस को सौंपे हैं। अलीम बोले- मेरे घर में 3 महीने रहा था बदर
अलीम ने पुलिस से बताया कि बदर के पास 100 वर्ग गज जमीन थी। उसने उसमें से 50 वर्ग गज जमीन मुझे 7 लाख में बेच दी। इसकी 14 फरवरी, 2024 को रजिस्ट्री कराई। जो पैसा लिया, उससे अपने हिस्से की 50 वर्ग गज जमीन पर घर बनवाना शुरू कर दिया। उनके पास रहने की जगह नहीं थी। इस पर मैंने ही उनके परिवार को 3 महीने अपने घर में रखा। वो लोग हमारे घर के ऊपर वाले कमरे में ही किराए पर रहते थे। अब पढ़िए अरशद और उसके पिता को लेकर पड़ोसियों ने हमसे जो कहा पड़ोसी बोले- बदर और उनका बेटा बहुत गुस्सैल था
अलीम के घर से निकलने के बाद हमने पड़ोसी अहमद खां से बात की। वह कहते हैं- बदर और उसका बेटा बहुत ही गुस्सैल थे। मोहल्ले में उनकी किसी से नहीं बनती थी। हमने कभी भी मकान या जमीन का विवाद नहीं सुना। 2 घर छोड़कर रहने वाली फातिमा कहती हैं- हमने कभी मकान को लेकर विवाद नहीं देखा। बदर ने अपनी रजामंदी से जमीन बेची थी। बदर ही अक्सर पड़ोसियों से झगड़ा करता था। पत्नी और बच्चियों को वो घर से बाहर नहीं निकलने देता था। उसने घर को जेल में बना दिया था। मोहल्ले वालों ने उसे कई बार समझाया था, लेकिन वो किसी की नहीं सुनता था। अरशद झगड़ालू, पत्नी 2 महीने में ही छोड़ गई थी
अरशद को लेकर मोहल्ले वालों ने बताया कि वह भी अपने पिता की तरह झगड़ालू था। किसी से बात तक नहीं करता था। अरशद के व्यवहार के चलते ही उसकी पत्नी निकाह के 2 महीने के अंदर ही उसे छोड़कर चली गई थी। इसके बाद भास्कर टीम सच्चाई जानने अरशद की ससुराल पहुंची… मेरी बेटी तो 2 महीने में ही अरशद का घर छोड़ आई
अरशद की ससुराल में हमें उसकी सास आशिमा मिलीं। आशिमा कहती हैं- 2017 में मेरी बेटी की शादी अरशद से हुई थी। 2 महीने बाद ही बेटी ससुराल से वापस आ गई। वो कहती थी कि अरशद मेरे साथ मारपीट करता था। ससुर भी बुरी नजर रखता था। दोनों अच्छे इंसान नहीं। 5 साल बाद मैंने बेटी का तलाक करा दिया। हमने बेटी की दूसरी जगह शादी भी कर दी। पहली पत्नी की हो गई मौत, बेटी भी मर गई
बदर के पड़ोसियों ने बताया- आसमां बदर की दूसरी पत्नी थी। उसकी पहली पत्नी की मौत हो गई थी। उससे बदर को एक बेटी थी। उस बेटी की शादी कर दी थी। लेकिन बीमारी के चलते बदर उसे ससुराल से घर ले आया था। इसके बाद वह लंबे समय तक बदर के घर में ही रही थी। 1 एक साल पहले उसकी भी मौत हो गई। बेटी को घर में ही दफनाना चाहता था बदर
बेटी की मौत के बाद बदर उसे अपने घर में ही दफनाना चाहता था। इसका मोहल्ले के लोगों ने विरोध किया। लोगों ने कहा कि कब्रिस्तान पास में है, तो घर में क्यों दफना रहा है? इसके बाद मोहल्ले के लोगों ने ही बेटी को कब्रिस्तान में दफनाया। अरशद ने 16 दिसंबर के जिस विवाद का जिक्र किया, उसके बारे में जानिए… अरशद ने अपने वीडियो में 16 और 18 दिसंबर को पड़ोसी आफताब से विवाद की बात कही। इस विवाद में उसने पुलिस पर कार्रवाई नहीं करने के आरोप लगाए। हमने अरशद के आरोपों पर थाना प्रभारी भानु प्रताप से बात की। उन्होंने कहा- 16 दिसंबर को बदर ने 112 पर कॉल करके पड़ोसी अफताब से विवाद होने की सूचना दी थी। पुलिस मौके पर पहुंची। उनका कहना है कि अफताब के घर पर मेहमान आए थे। जिस ऑटो से वो लोग आए, उसकी बदर के घर के बाहर लगने वाली दुकान के काउंटर में टक्कर लग गई। इससे सामान गिर गया। इसको लेकर दोनों परिवारों में विवाद हुआ। आफताब के परिवार ने नुकसान की भरपाई के लिए भी कहा। बाद में दोनों पक्षों में चौकी पर समझौता हो गया था। इसके बाद 18 दिसंबर की सुबह 8.30 बजे घर के सामने साइकिल खड़ी करने और मीटर लगाने को लेकर विवाद हुआ था। मोहल्ले के लोग इकट्ठे हो गए थे। उन्होंने बदर को समझाने का प्रयास किया, तो उसने छत से लोगों पर पत्थर फेंके थे। इस विवाद की थाने पर कोई सूचना नहीं दी गई। आखिरी बार 18 दिसंबर को मोहल्ले में दिखे
लोगों से बात करने के बाद साफ हुआ कि 18 दिसंबर को हुए विवाद के बाद ही बदरुद्दीन दोपहर में अपने परिवार को लेकर घर से चला गया। उसने लोगों से अजमेर जाने की बात कही थी। इसके बाद रात करीब 8 बजे बदरुद्दीन की पत्नी और दो बेटियां एक अनजान शख्स के साथ घर पर आई थीं। तब ये लोग 3 बैग में अपने कपडे़ और सामान भर कर ले गए थे। इसके बाद से वो घर नहीं आए। IGRS पर धर्म परिवर्तन की इच्छा जाहिर की
पुलिस ने बताया कि अरशद की ओर से IGRS (मुख्यमंत्री शिकायत पोर्टल) पर धर्म परिवर्तन और पड़ोसियों से परेशान होने का प्रार्थना पत्र दिया गया था। 25 दिसंबर को ये प्रार्थना पत्र थाना पुलिस को मिला। चौकी प्रभारी को जांच दी गई। चौकी प्रभारी ने बदर को फोन किया तो उसने लखनऊ में होने की बात कही। लौट कर आने पर मिलने को कहा था। ACP बोले- मकान पर कब्जे के आरोप गलत
पार्षद सज्जन अली ने बताया- 30 दिसंबर को पुलिस का फोन आया। बदर के धर्म परिवर्तन करने वाले प्रार्थना पत्र का जिक्र करते हुए उससे बात करने के लिए कहा गया। एसीपी छत्ता हेमंत कुमार ने बताया कि जो भी आरोप वीडियो में लगाए गए हैं, उनकी जांच की जा रही है। मकान पर कब्जे का आरोप गलत है। धर्म परिवर्तन वाला एंगल भी वीडियो में ही सामने आया है। ———————— ये खबर भी पढ़ें : लखनऊ में परिवार के 5 की हत्या…बनाया वीडियो, भाई बोला- बहनों की इज्जत बचाने के लिए उन्हें मार डाला; अब इंसाफ चाहता हूं लखनऊ के होटल में मां और 4 बहनों की हत्या करने के बाद अरशद ने 6 मिनट 54 सेकेंड का वीडियो बनाया। इसमें उसने अपना गुनाह कबूल किया। बताया कि उसे हत्या के लिए क्यों मजबूर होना पड़ा। उसने कहा कि मां और बहनों की इज्जत बचाने के लिए मर्डर किया। पढ़िए पूरी खबर… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर