हरियाणा में करनाल के मेरठ रोड पर एक दर्दनाक हादसे में 14 साल की बच्ची की जान चली गई। भंडारे से प्रसाद लेकर लौट रही बच्ची को तेज रफ्तार बुलेट बाइक ने जोरदार टक्कर मार दी। हादसे में बच्ची गंभीर रूप से घायल हो गई। उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। घटना की सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंच गई और शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। आज पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों के हवाले कर दिया जाएगा। सड़क पार करते समय हुआ हादसा मृतका मनीषा, मधुबन थाना क्षेत्र के मुबारकाबाद गांव की रहने वाली थी। वीरवार देर शाम को वह शुगर मिल के पास स्थित पीर बाबा के भंडारे में वह प्रसाद लेने गई थी। घर लौटते समय सड़क पार करते वक्त एक तेज रफ्तार बुलेट बाइक ने उसे टक्कर मार दी। मृतका की बहन व जीजा ने बताया कि बाइक की टक्कर इतनी जोरदार थी कि बच्ची दूर तक घसीटती चली गई। बच्ची चीखती और चिल्लाती रही, लेकिन बाइक चालक ने रुकने के बजाय रफ्तार बढ़ा दी। हादसे के बाद आरोपी बाइक छोड़कर मौके से फरार हो गया। स्थानीय लोगों ने रोकी बाइक, पुलिस को दी सूचना घटना के बाद आसपास के लोग मौके पर इकट्ठा हो गए। उन्होंने आरोपी की बाइक को रोका और पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने बाइक को कब्जे में ले लिया है। बच्ची के शव को पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी हाउस में भेज दिया गया। परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़ परिजनों ने बताया कि मनीषा के हाथ में भंडारे का प्रसाद था, जो हादसे के बाद सड़क पर बिखर गया। इस हादसे से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। घरवालों ने आरोपी को सख्त सजा दिलाने की मांग की है। पुलिस ने घटना की शिकायत दर्ज कर ली है और जांच शुरू कर दी है। परिजनों ने बताया कि आरोपी को पकड़ लिया गया है। फिलहाल पुलिस उससे पूछताछ कर रही है। परिवार को न्याय दिलाने का आश्वासन दिया गया है। हरियाणा में करनाल के मेरठ रोड पर एक दर्दनाक हादसे में 14 साल की बच्ची की जान चली गई। भंडारे से प्रसाद लेकर लौट रही बच्ची को तेज रफ्तार बुलेट बाइक ने जोरदार टक्कर मार दी। हादसे में बच्ची गंभीर रूप से घायल हो गई। उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। घटना की सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंच गई और शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। आज पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों के हवाले कर दिया जाएगा। सड़क पार करते समय हुआ हादसा मृतका मनीषा, मधुबन थाना क्षेत्र के मुबारकाबाद गांव की रहने वाली थी। वीरवार देर शाम को वह शुगर मिल के पास स्थित पीर बाबा के भंडारे में वह प्रसाद लेने गई थी। घर लौटते समय सड़क पार करते वक्त एक तेज रफ्तार बुलेट बाइक ने उसे टक्कर मार दी। मृतका की बहन व जीजा ने बताया कि बाइक की टक्कर इतनी जोरदार थी कि बच्ची दूर तक घसीटती चली गई। बच्ची चीखती और चिल्लाती रही, लेकिन बाइक चालक ने रुकने के बजाय रफ्तार बढ़ा दी। हादसे के बाद आरोपी बाइक छोड़कर मौके से फरार हो गया। स्थानीय लोगों ने रोकी बाइक, पुलिस को दी सूचना घटना के बाद आसपास के लोग मौके पर इकट्ठा हो गए। उन्होंने आरोपी की बाइक को रोका और पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने बाइक को कब्जे में ले लिया है। बच्ची के शव को पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी हाउस में भेज दिया गया। परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़ परिजनों ने बताया कि मनीषा के हाथ में भंडारे का प्रसाद था, जो हादसे के बाद सड़क पर बिखर गया। इस हादसे से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। घरवालों ने आरोपी को सख्त सजा दिलाने की मांग की है। पुलिस ने घटना की शिकायत दर्ज कर ली है और जांच शुरू कर दी है। परिजनों ने बताया कि आरोपी को पकड़ लिया गया है। फिलहाल पुलिस उससे पूछताछ कर रही है। परिवार को न्याय दिलाने का आश्वासन दिया गया है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में टिकट दावेदार बढ़ाएंगे कांग्रेस हाईकमान का सिरदर्द:हर विधानसभा में 10-15 तक जता रहे उम्मीदवारी, अगले महीने से पार्टी मांगेगी आवेदन
हरियाणा में टिकट दावेदार बढ़ाएंगे कांग्रेस हाईकमान का सिरदर्द:हर विधानसभा में 10-15 तक जता रहे उम्मीदवारी, अगले महीने से पार्टी मांगेगी आवेदन हरियाणा में विधानसभा चुनाव को महज 3 महीने का ही समय बचा है। चुनाव लड़ने के इच्छुक दावेदार खुलकर कांग्रेस का टिकट मांग रहे हैं और अपने आपको दावेदार बता रहे हैं। मगर कांग्रेस लोकसभा चुनाव की तरह ही सर्वे के आधार पर टिकट इस बार देखा। ऐसे में नेताओं ने फिल्ड में रहना शुरू कर दिया है ताकि सर्वे में उनकी रिपोर्ट अच्छी आए। वहीं कुछ नेता ऑनलाइन सर्वे करवाकर खुद को बाकि की तुलना में अधिक असरदार व मजबूत कैंडिडेट बता रहे हैं। खास बात है कि इस बार कांग्रेस का टिकट लेने के लिए सबसे ज्यादा मारामारी रहने के आसार हैं। कांग्रेस के हर विधानसभा में 10 से लेकर 15 दावेदार हैं। ऐसे में यह दावेदार कांग्रेस हाईकमान का सिर दर्द बढ़ाएंगे। कांग्रेस इन दावेदारों से अगले महीने आवेदन मांगना शुरू कर सकती है। कांग्रेस का पहला सर्वे अभी चल रहा है। दूसरा सर्वे शुरू होते ही कांग्रेस आवेदन मांगना शुरू करेगी। जल्द ही कांग्रेस आवेदन के लिए घोषणा करने वाली है। ऐसे में टिकट पाने वालों ने बायोडाटा बनवाना शुरू कर दिया है। इसके अलावा कांग्रेस न्यायपत्र बनाने की भी तैयारियों में लगी है। राहुल की मीटिंग के बाद बयानबाजी थमी हरियाणा कांग्रेस की हाईकमान के साथ बैठक के बाद बयानबाजी थम गई है। हुड्डा खेमे और SRK गुट की तरफ से कोई बयानबाजी राहुल गांधी की नसीहत के बाद सामने नहीं आई है। मगर वहीं जनता के सामने कांग्रेस की गुटबाजी जगजाहिर है। ऊपर से चाहे कितना भी एक होने का संदेश देगी मगर धरातल पर दोनों गुटों के नेताओं के कार्यकर्ता एक दूसरे के आमने-सामने रहते हैं। कांग्रेस के सम्मेलनों में गुटबाजी देखने को मिल रही है। जींद में हुए सम्मेलन में चौधरी बीरेंद्र सिंह ग़ैरमौजूद रहे। वहीं उचाना में जयप्रकाश के कार्यक्रमों से बृजेंद्र सिंह गायब दिखे। विधानसभा में कांग्रेस के पास 3 बड़े ऐज 1. सत्ता विरोधी लहर : भाजपा हरियाणा में सत्ता विरोधी लहर का सामना कर रही है। हरियाणा में 10 साल से भाजपा की सरकार है। हरियाणा की जनता प्रदेश में बदलाव की ओर देख रही है। हालांकि भाजपा ने मुख्यमंत्री का चेहरा बदला मगर इसका फायदा लोकसभा चुनाव में नहीं मिला। लोकसभा चुनाव में भाजपा को जरूर मोदी के नाम के वोट मिले मगर अबकी बार विधानसभा चुनाव की राह कठिन है। 2. जाट और एससी समाज की नाराजगी : भाजपा के सामने सबसे बड़ी चुनौती जाट और एससी समाज को साधने की है। लोकसभा चुनाव में दोनों समाज ने भाजपा के खिलाफ होकर एकजुट होकर वोट किया। इसका परिणाम था कि जिन विधानसभा में जाट समाज या एससी समाज का प्रभाव है उन विधानसभा में भाजपा की हार हुई है। 3. किसान आंदोलन और अग्निवीर योजना : भाजपा के सामने केंद्र सरकार की योजनाओं को लेकर लोगों में नाराजगी है। केंद्र सरकार की ओर से बनाए तीन कृषि कानून को लेकर काफी लंबा आंदोलन हुआ। इसमें हरियाणा के किसानों ने अग्रणी भूमिका निभाई। हरियाणा सरकार ने किसानों के साथ कई मोर्चों पर जबरदस्ती की और साथ नहीं दिया। इस कारण किसान हरियाणा सरकार से नाराज हो गए। वहीं केंद्र की अग्निवीर योजना से हरियाणा के युवा खासकर ग्रामीण इलाकों से आने वाले युवा नाराज हैं। हरियाणा में बड़े स्तर पर युवा आर्मी भर्ती की तैयारी करते हैं। कांग्रेस को इन चुनौतियों से पारा पाना होगा 1. गुटबाजी हरियाणा में कांग्रेसी नेताओं की धड़ेबंदी जगजाहिर है और पार्टी ने इसका नुकसान कम से कम 2 सीटें गवांकर चुकाया। भिवानी-महेंद्रगढ़ सीट पर पूर्व मंत्री किरण चौधरी और गुरुग्राम में पूर्व कैबिनेट मंत्री कैप्टन अजय यादव ने टिकट कटने के बाद अपनी नाराजगी खुलकर जताई। इसी तरह हिसार सीट पर2 गुटबाजी देखने को मिली। सैजला समर्थकों ने जयप्रकाश के प्रचार से दूरी बनाए रखी। इससे हिसार में जीत का मार्जिन कम हो गया। अगर विधानसभा वाइस सीटें देखें तो कांग्रेस को हिसार, कैथल, जींद, गुरुग्राम, करनाल, कुरुक्षेत्र, सिरसा लोकसभा जैसी विधानसभाओं में गुटबाजी से पार पाना होगा। 2. पार्टी के भीतर चौधर की लड़ाई लोकसभा चुनाव में कांग्रेसी नेताओं के बीच चलने वाली चौधर की लड़ाई भी जमकर देखने को मिली। पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह शुरू से आखिर तक बांगर बेल्ट में हिसार के उम्मीदवार जयप्रकाश जेपी को नीचा दिखाने की कोशिश करते नजर आए। हालांकि चुनाव नतीजों में जेपी को सबसे बड़ी लीड बीरेंद्र सिंह के गढ़ उचाना से ही मिली। जयप्रकाश जेपी के हुड्डा कैंप से जुड़े होने के कारण सैलजा रणदीप सुरजेवाला ने हिसार में एक सभा तक नहीं की। सैलजा सिरसा तक सिमटी रही तो रणदीप सिरसा के अलावा कुरुक्षेत्र एरिया में एक्टिव रहे। 3. कुरुक्षेत्र में गठबंधन को सीट दी विधानसभा में पड़ेगा असर कांग्रेस ने I.N.D.I.A. अलायंस के तहत कुरूक्षेत्र सीट आम आदमी पार्टी (AAP) को दी थी। इसलिए यहां कांग्रेस का चुनाव चिन्ह गायब रहा। इसका असर विधानसभा में भी पड़ना तय है। अगर यहां कांग्रेस और आप के बीच वोट बंटे तो इसका फायदा भाजपा को मिल सकता है। आप यहां मजबूती से चुनाव लड़ने का विचार मन बना रही है। पंजाब के साथ लगती हरियाणा की बेल्ट में आप कांग्रेस को चुनौती देगी।
हरियाणा BJP की लिस्ट पर फिर पेंच:शाह ने बिना होम वर्क के जारी करने के लिए मना किया; आज फिर नेता करेंगे मंथन
हरियाणा BJP की लिस्ट पर फिर पेंच:शाह ने बिना होम वर्क के जारी करने के लिए मना किया; आज फिर नेता करेंगे मंथन हरियाणा में BJP उम्मीदवारों की पहली लिस्ट को लेकर फिर पेंच फंस गया है। सोमवार को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने हरियाणा के नेताओं के साथ एक मीटिंग की। इस मीटिंग में उन्होंने सलाह दी कि बिना होमवर्क किए लिस्ट जारी न की जाए। जिसके बाद उम्मीदवारों को लेकर दिल्ली में आज फिर मीटिंग बुलाई गई है। इस मीटिंग में सभी लेवल पर पूरा होमवर्क करने के बाद ही केंद्रीय नेतृत्व अपनी मुहर लगाएगा। इसके बाद संभावना है कि बुधवार को पार्टी एक साथ जंबो लिस्ट जारी कर दे। अमित शाह के साथ सोमवार रात हुई मीटिंग में चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान, मुख्यमंत्री नायब सैनी, प्रदेश सह प्रभारी बिप्लब देब और केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर शामिल हुए थे। एक दिन पहले 3 बड़े नेता हुए शामिल
सोमवार को पूर्व मंत्री देवेंद्र बबली ने भाजपा जॉइन की। दिल्ली में पार्टी के महासचिव अरुण सिंह ने उन्हें पार्टी में शामिल कराया। उनके साथ जेल अधीक्षक पद से इस्तीफा देने वाले सुनील सांगवान और जजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष संजय कबलाना ने भी पार्टी जॉइन की। बबली ने रविवार रात को JJP से इस्तीफा दिया था। पहले उनके कांग्रेस में जाने की चर्चा थी। उनको लेकर कांग्रेस प्रभारी दीपक बाबरिया ने कहा कि देवेंद्र बबली ने उनसे मुलाकात की थी, लेकिन उन्हें टिकट के लिए मना कर दिया गया। बबली लगातार कहते रहे हैं कि मई महीने में हुए लोकसभा चुनाव में उन्होंने सिरसा से जीती कांग्रेस की सांसद कुमारी सैलजा की मदद की थी। वहीं सरपंच एसोसिएशन ने भी बबली को कांग्रेस में शामिल करने पर विरोध की चेतावनी दी थी। पूर्व सांसद का चुनाव लड़ने से इनकार
प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली के बाद पूर्व सांसद संजय भाटिया ने विधानसभा चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है। संजय भाटिया ने भाजपा के प्रदेश सह चुनाव प्रभारी बिप्लब देब को फोन कर इसकी जानकारी दी। करनाल के पूर्व सांसद संजय भाटिया ने पानीपत शहर विधानसभा से चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है साथ ही उन्होंने विधायक प्रमोद विज के नाम की सिफारिश की है। हरियाणा की सियासत के कुछ जानकारों का कहना है कि बड़े नेताओं का इस तरह से चुनाव लड़ने से मना करना कई और शंकाओं को जन्म देता है। BJP में इन 18 नामों पर सहमति की चर्चा
हरियाणा BJP की टिकट के लिए अभी तक जिन नामों पर सहमति की चर्चा है, उनमें लोहारू से जेपी दलाल, अंबाला कैंट से अनिल विज, पंचकूला से कुलभूषण गोयल, तोशाम से श्रुति चौधरी, बवानी खेड़ा से विशंभर वाल्मीकि, आदमपुर से भव्य बिश्नोई, पलवल से दीपक मंगला, बल्लभगढ़ से मूलचंद शर्मा, फरीदाबाद से विपुल गोयल, सोहना से डॉ संजय सिंह, महेंद्रगढ़ से रामबिलास शर्मा, जींद से कृष्ण मिड्डा, कैथल से लीलाराम गुर्जर, जगाधरी से कंवर पाल गुर्जर, थानेसर से सुभाष सुधा, पानीपत (ग्रामीण) से महिपाल ढांडा, कोटली से आरती राव और बादली से ओम प्रकाश धनखड़ के नाम शामिल हैं। इनके अलावा नारनौंद से कैप्टन अभिमन्यु की सीट भी रामकुमार गौतम के आने से बदल सकती है। पहली लिस्ट पर पीएम जता चुके आपत्ति
भाजपा सूत्रों के मुताबिक गुरुवार रात को दिल्ली में हुई भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति (CEC) मीटिंग में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हरियाणा स्टेट इलेक्शन कमेटी (SEC) की लिस्ट पर ऑब्जेक्शन कर दिया था। पीएम ने हरियाणा बीजेपी की पहली लिस्ट में बड़े चेहरों के नाम नहीं होने पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा था कि पहली लिस्ट में बड़े चेहरों के नहीं होने से लोगों में ये मैसेज जाएगा कि बीजेपी के दिग्गज मैदान से बाहर हो गए हैं। इसके साथ ही उन्होंने मीटिंग में छोटी लिस्ट के बजाय जंबो लिस्ट जारी करने की सलाह दी थी। जिसके बाद लिस्ट को बढ़ाया गया। फिर इसमें से 55 नामों को मंजूरी मिलने की बात सामने आई थी। CM सैनी की सीट भी फाइनल नहीं
भाजपा में अभी तक सीएम नायब सैनी की सीट भी फाइनल न होने की चर्चा है। हालांकि प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली ने शुक्रवार को कहा था कि सीएम लाडवा से चुनाव लड़ेंगे। उनके इस दावे को सीएम ने यह कहते हुए खारिज कर दिया कि मैं करनाल से भी लड़ूंगा। सीएम ने यहां तक कहा कि जब तक लिस्ट नहीं आती, तब तक कोई कार्यकर्ता भी ये दावा नहीं कर सकता।
मंत्री बोले-हुड्डा से मिले अधिकारियों की लिस्ट CM के पास:रात में मीटिंग की; हमने 3 मिनट में सीएम चुना, कांग्रेस नेता विपक्ष नहीं चुन पाई
मंत्री बोले-हुड्डा से मिले अधिकारियों की लिस्ट CM के पास:रात में मीटिंग की; हमने 3 मिनट में सीएम चुना, कांग्रेस नेता विपक्ष नहीं चुन पाई हरियाणा में 8 अक्टूबर को मतगणना से पहले ही अधिकारी पूर्व कांग्रेस CM भूपेंद्र हुड्डा के पास माथा टेकने पहुंच गए थे। जहां भाजपा के खिलाफ रणनीति तक बनाई गई। यह मीटिंग दिन में नहीं बल्कि रात के अंधेरे में हुई थी। इनके नाम अब CM नायब सैनी के पास पहुंच गए हैं। जिन पर जल्द गाज गिर सकती है। प्रदेश के पंचायती विकास मंत्री कृष्णलाल पंवार ने इसकी पुष्टि की। मंत्री पंवार ने कहा- ” कुछ अधिकारी 6 अक्टूबर को रात में भूपेंद्र हुड्डा से मिलने के लिए गए थे। इसकी खुफिया रिपोर्ट CM नायब सैनी के पास पहुंच चुकी है। जिसमें उनके नाम भी हैं। अधिकारी अब नॉर्मल पोजिशन में आ जाएं। वह भी सरकार का हिस्सा हैं। वह निष्ठा से काम करें। पंवार ने कांग्रेस के नेता विपक्ष न चुन पाने पर कहा कि कांग्रेस की कमजोरी है कि पहले नामांकन के आखिरी दिन तक टिकटों की घोषणा करते रहे। हमने 3 मिनट में नायब सैनी को मुख्यमंत्री बनाने का फैसला कर लिया। कांग्रेस विपक्ष का भी नेता नहीं चुन पा रही। अधिकारी कांग्रेस सरकार आने की बात दिमाग से निकाल दें
मंत्री पंवार ने कहा कि अधिकारी दिमाग से यह बात निकाल दें कि भविष्य में कांग्रेस की सरकार आएगी। मैं पंडित तो नहीं हूं लेकिन अपने मन से यह कह सकता हूं कि जिस तरह गुजरात में 5 बार भाजपा की सरकार बनी, उसी तरह हरियाणा में भी आगे 2 बार BJP की सरकार ही आएगी। मंत्री कृष्ण लाल पंवार ने कहा कि कुछ अधिकारियों के दिमाग में.. लेकिन मैं कोई ऐसा शब्द नहीं कहूंगा, जिससे उन्हें बुरा लगे। पंवार ने रिव्यू मीटिंग में किए फैसले गिनाए पंवार ने कहा कि उन्होंने पंचायत के ACS और डायरेक्टर बुलाए थे। मोटे तौर पर रिव्यू करने से पता चला कि सरकार ने पहले कुछ घोषणा कर रखी थी। पंवार ने मीटिंग में लिए फैसलों की जानकारी दी। विज ने कहा था- मेरी हत्या की साजिश रची, DC गायब हो गए
इससे पहले बिजली एवं परिवहन मंत्री अनिल विज कह चुके हैं कि अधिकारियों ने उनकी हत्या की साजिश रची थी। विज ने सीधे डीसी पार्थ गुप्ता पर आरोप जड़े। विज ने कहा कि उन्हें 2 जगह जनसभा करने जाना था। मुझे लगता है कि वहां मुझे मरवाने की साजिश थी ताकि मैं अंबाला कैंट से 6 बार चुनाव जीतकर 7वीं बार चुनाव हार जाऊं। विज ने डीसी से पूछा कि उनका जिन 2 जगहों पर विरोध हुआ, वहां क्या कार्रवाई की। प्रशासन को विरोध की पुख्ता जानकारी थी तो फिर सुरक्षा के बंदोबस्त क्यों नहीं किए गए। विज ने यह भी कहा कि जैसे ही 8 अक्टूबर को उन्हें लीड मिलनी शुरू हुई तो DC वहां से गायब हो गए। मंत्री ढांडा ने कहा था- अधिकारियों ने बेइमानी-बदतमीजी की
इससे पहले चुनाव जीतने के बाद शिक्षा मंत्री बनाए महिपाल ढांडा ने कहा था कि चुनाव में ‘प्रशासन में कुछ लोग तेवर बदल रहे थे। कुछ अधिकारी भी तेवर बदल रहे थे। मैं 15 साल में पहली बार बोल रहा हूं- बख्शेंगे नहीं, जिन लोगों ने चीटिंग की है, बदतमीजी की है, बेईमानी की है। ऐसे लोग टिप्स पर हैं।’ ‘उन्हें (अधिकारियों को) लगता था कि कांग्रेस की सरकार आ रही है, इसलिए पानी भरने चले गए थे। पानी भरने वालों… बख्शेंगे नहीं तुम्हें, ध्यान रखना (पूरी खबर पढ़ें) ये खबर भी पढ़ें… मंत्री श्रुति चौधरी के आदेश पर हरकत में आए DC:बिना सरकारी गाड़ी-गनमैन के तोशाम पहुंचे; सरल केंद्र का लिया जायजा हरियाणा के जल संसाधन विभाग एवं महिला बाल विकास विभाग मंत्री श्रुति चौधरी के आदेश के बाद जिला प्रशासन ने तोशाम हलके की व्यवस्था सुधारने के लिए कड़ा संज्ञान लिया है। डीसी महावीर कौशिक ने गुरुवार को तोशाम सरल केंद्र का औचक निरीक्षण किया। डीसी सामान्य नागरिक के रूप में ही बिना गनमैन के सरल केंद्र में पहुंच गए और वहां कार्यप्रणाली का जायजा लिया। (पूरी खबर पढ़ें) अनिल विज ने बुलाई मीटिंग, सारे अधिकारी नहीं आए:नाराज होकर बोले- ऑफिसर्स, प्लीज लीव द रूम, पहली बार मंत्री बना हूं क्या शपथग्रहण के बाद अनिल विज ने अधिकारियों की मीटिंग बुलाई थी। मगर, इस मीटिंग में एडीसी और एसडीएम के अलावा कुछ ही अफसर पहुंचे थे। इस पर विज ने सख्त लहजे में पूछा कि बाकी के अफसर कहां हैं?। विज का ये रूप देख अफसर भी एक-दूसरे का मुंह ताकने लगे (पूरी खबर पढ़ें)