करनाल में मधुबन के पास एनएच 44 पर निर्माणाधीन पुल का कार्य स्थल दुर्घटना प्वाइंट बनता जा रहा है। रविवार को भी घने कोहरे के कारण एक निजी रोडवेज बस बड़े पत्थर से टकराकर दुर्घटनाग्रस्त हो गई। वाहन का अगला हिस्सा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है। इस हादसे में 20 से अधिक लोगों को मामूली चोटें आई हैं। हालांकि कोई भी यात्री अस्पताल नहीं पहुंचा। इस दौरान वे दूसरी बस पकड़कर चले गए। हादसे की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची। क्रेन की मदद से बस को किनारे कराया गया। पुलिस मामले की जांच कर रही है। विजिबिलिटी कम होने से नहीं दिखा डायवर्जन रविवार की सुबह कोहरे के कारण विजिबिलिटी बहुत कम थी। लखनऊ से पंजाब जा रही एक प्राइवेट बस जैसे ही मधुबन ओवरब्रिज पार करके नीचे उतरी तो आगे एक और पुल का निर्माण कार्य चल रहा था। वहां डायवर्जन लिखा हुआ था, लेकिन ड्राइवर को आगे कुछ दिखाई नहीं दिया और वह बस को सर्विस रोड पर मोड़ नहीं सका और बस सीधे एक बड़े पत्थर से टकरा गई। बस रुक गई और टक्कर होते ही बस में सवार यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई। गनीमत रही कि कोई यात्री घायल नहीं हुआ। यात्रियों को आई मामूली चोटें हादसे के समय मौके पर मौजूद राहगीर विनोद कुमार, सुमेर, पवन कुमार, राकेश व अन्य का कहना है कि यहां पर हर दिन हादसे होते है। शनिवार को भी धुंध के कारण तीन ट्रक आपस में टकरा गए थे। जिसमें एक ट्रक चालक भी घायल हुआ था। यह एक एक्सीडेंट प्वाइंट बनता जा रहा है। आज भी कोहरे के कारण यही पर हादसा हुआ। बस में करीब 30 से 35 यात्री थे जिसमें 20 से ज्यादा लोगों को मामूली चोटें आई है। नहीं लगा कोई साइन बोर्ड वाहन चालक प्रतीक, गुरमेश, राधे व अन्य ने बताया कि यहां से हर रोज निकलना होता है जिससे आगे कंस्ट्रक्शन का पता ही नहीं चल पाता है। धुंध में सबसे ज्यादा दिक्कत होती है। ऐसे में दिक्कतें बहुत है लेकिन समाधान करने वाला कोई नहीं है। कोई ऐसा साइन बोर्ड लगाया जाना चाहिए ताकि वाहन चालकों को दूर से ही पता चल सके कि आगे कंस्ट्रक्शन का काम चला हुआ है। करनाल में मधुबन के पास एनएच 44 पर निर्माणाधीन पुल का कार्य स्थल दुर्घटना प्वाइंट बनता जा रहा है। रविवार को भी घने कोहरे के कारण एक निजी रोडवेज बस बड़े पत्थर से टकराकर दुर्घटनाग्रस्त हो गई। वाहन का अगला हिस्सा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है। इस हादसे में 20 से अधिक लोगों को मामूली चोटें आई हैं। हालांकि कोई भी यात्री अस्पताल नहीं पहुंचा। इस दौरान वे दूसरी बस पकड़कर चले गए। हादसे की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची। क्रेन की मदद से बस को किनारे कराया गया। पुलिस मामले की जांच कर रही है। विजिबिलिटी कम होने से नहीं दिखा डायवर्जन रविवार की सुबह कोहरे के कारण विजिबिलिटी बहुत कम थी। लखनऊ से पंजाब जा रही एक प्राइवेट बस जैसे ही मधुबन ओवरब्रिज पार करके नीचे उतरी तो आगे एक और पुल का निर्माण कार्य चल रहा था। वहां डायवर्जन लिखा हुआ था, लेकिन ड्राइवर को आगे कुछ दिखाई नहीं दिया और वह बस को सर्विस रोड पर मोड़ नहीं सका और बस सीधे एक बड़े पत्थर से टकरा गई। बस रुक गई और टक्कर होते ही बस में सवार यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई। गनीमत रही कि कोई यात्री घायल नहीं हुआ। यात्रियों को आई मामूली चोटें हादसे के समय मौके पर मौजूद राहगीर विनोद कुमार, सुमेर, पवन कुमार, राकेश व अन्य का कहना है कि यहां पर हर दिन हादसे होते है। शनिवार को भी धुंध के कारण तीन ट्रक आपस में टकरा गए थे। जिसमें एक ट्रक चालक भी घायल हुआ था। यह एक एक्सीडेंट प्वाइंट बनता जा रहा है। आज भी कोहरे के कारण यही पर हादसा हुआ। बस में करीब 30 से 35 यात्री थे जिसमें 20 से ज्यादा लोगों को मामूली चोटें आई है। नहीं लगा कोई साइन बोर्ड वाहन चालक प्रतीक, गुरमेश, राधे व अन्य ने बताया कि यहां से हर रोज निकलना होता है जिससे आगे कंस्ट्रक्शन का पता ही नहीं चल पाता है। धुंध में सबसे ज्यादा दिक्कत होती है। ऐसे में दिक्कतें बहुत है लेकिन समाधान करने वाला कोई नहीं है। कोई ऐसा साइन बोर्ड लगाया जाना चाहिए ताकि वाहन चालकों को दूर से ही पता चल सके कि आगे कंस्ट्रक्शन का काम चला हुआ है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा के किसान नेता को धमकी:बोला- तुमने किसानों का ठेका ले रखा क्या, विरोध बंद करो वर्ना तुम्हारी लाश तक नहीं मिलेगी
हरियाणा के किसान नेता को धमकी:बोला- तुमने किसानों का ठेका ले रखा क्या, विरोध बंद करो वर्ना तुम्हारी लाश तक नहीं मिलेगी हरियाणा में किसान नेता को जान से मारने की धमकी मिली है। उन्हें फोन कर धमकाया गया कि नकली खाद-बीज और पेस्टिसाइड का विरोध करना बंद कर दो वर्ना तुम्हारी लाश तक नहीं मिलने देंगे। फोन पर धमकी मिलने के बाद सिरसा के रहने वाले भारतीय किसान एकता संगठन के प्रदेश अध्यक्ष लखविंदर सिंह ने पुलिस को शिकायत दी है। पुलिस ने धमकी देने के लिए इस्तेमाल नंबर के जरिए आरोपी के बारे में जांच शुरू कर दी है। किसान नेता लखविंदर सिंह का कहना है कि वह कई वर्षों से किसान और मजदूरों के लिए संघर्ष कर रहे हैं। वह ‘भारतीय किसान एकता संगठन’ एक मुहिम के तहत किसानों को नकली व एक्सपायरी कीड़े मार दवाइयां, खाद व बीज बेचने वाले लोगों पर कार्रवाई करवा रहे हैं। उन्हें शक है कि जिन फर्जी फर्मों के खिलाफ उन्होंने कार्रवाई कराई, वह इसके पीछे हो सकते हैं। किसान नेता को फोन पर दी गई धमकी
किसान नेता ने बताया कि 23 अगस्त की रात 10 बजकर 23 मिनट पर उसे एक अज्ञात व्यक्ति ने कॉल किया और धमकी दी। कॉल पर अज्ञात व्यक्ति ने किसान नेता से कहा की- “किसानों के साथ हो रही ठगी का तुमने ठेका ले रखा है क्या, तुम जो कार्रवाई कर रहे हो उसे तुरंत बंद करो, नहीं तो फिर तुम अंजाम भुगतने के लिए तैयार रहो।” एक नंबर ब्लॉक किया तो दूसरे से फिर किया कॉल
धमकी मिलने पर किसान नेता ने फोन काट दिया तो आरोपी ने फिर से फोन किया और किसान नेता को फिर से धमकाने और डराने का प्रयास किया। लगातार आ रही कॉल से जब किसान नेता ने उस नंबर को ब्लॉक कर दिया तो शातिर आरोपी ने फिर नंबर बदलकर किसान नेता को फोन किया और कहा कि- “हमारे पास ऐसे आदमी हैं जो तुम्हारी लाश तक नहीं मिलने देंगे।” किसान नेता ने कहा- ‘अनहोनी हुई तो अज्ञात शख्स होगा जिम्मेदार’
फोन पर धमकी मिलने से परेशान किसान नेता ने पुलिस से मदद की गुहार लगाई है। किसान नेता ने पुलिस से मांग की है कि आरोपी शख्स पर तुरंत कार्रवाई कर उसे गिरफ्तार किया जाए। इसके साथ ही किसान नेता ने कहा कि- “अगर भविष्य में मेरे साथ किसी भी तरह की अनहोनी होती है तो इसकी जिम्मेदारी उक्त अज्ञात शख्स की ही होगी।” ‘फर्जी फ़र्मो की हो सकती है शरारत’
मिली जानकारी के अनुसार किसान नेता को शक है कि उनको धमकी उन्हीं लोगों ने दी है जिन पर कृषि विभाग ने कार्रवाई की है। किसान नेता ने बताया कि भारतीय किसान एकता संगठन लगातार किसानों के हितों में काम कर रहा है लेकिन कुछ लोग संगठन के काम से नाखुश हैं क्योंकि संगठन ने कई फर्जी लोगों की दुकानों को बंद कराने में अहम भूमिका अदा की है। इस दौरान किसान नेता लखविंदर सिंह ने बताया कि इन्हीं नाखुश लोगों में से किसी ने उन्हें धमकी देकर किसानों के हित में काम करने से रोकने का असफल प्रयास किया है। कई फर्जी दुकानों को बंद करवा चुका है लखविंदर
किसान नेता ने कहा कि भारतीय किसान एकता संगठन के तहत चलाई जा रही मुहिम के जरिए उन्होंने कई फर्जी दुकानों पर कार्रवाई करवाई है। हाल ही में सिरसा, फतेहाबाद और हिसार की कई दुकानों पर लखविंदर सिंह के कारण कृषि विभाग ने छापेमारी की है। साथ ही विभाग ने दोषी फ़र्मो के लाइसेंस भी रद्द किए हैं। अकाली दल का समर्थक रहा है लखविंदर
किसानों के हित में काम करने वाला किसान नेता लखविंदर बीजेपी और कांग्रेस नहीं बल्कि अकाली दल के समर्थक रहे हैं। 2019 में इन्हें अकाली दल ने सिरसा जिला अध्यक्ष भी नियुक्त किया था। किसान आंदोलन के दौरान भी लखविंदर सिंह काफी एक्टिव थे जिस वजह से सिरसा जिले में वह काफी मशहूर भी हो गए थे।
महेंद्रगढ़ में मंत्री आरती के कार्यक्रम में जेबकतरों का धावा:15 लोगों की जेबें कटी; पुलिस की मौजूदगी में कैश-डॉक्यूमेंट्स चुराए
महेंद्रगढ़ में मंत्री आरती के कार्यक्रम में जेबकतरों का धावा:15 लोगों की जेबें कटी; पुलिस की मौजूदगी में कैश-डॉक्यूमेंट्स चुराए हरियाणा के महेंद्रगढ़ के कनीना व अटेली में 19 अक्टूबर को कैबिनेट मंत्री आरती सिंह राव कार्यकर्ताओं का आभार व्यक्त करने के लिए आई थी। दोनों ही जगह भीड़ होने का फायदा जेब कतरों ने उठाया। कनीना में लगभग एक दर्जन लोगों की जेब तराशी गई। वही अटेली में 3 लोगों की जेब काटी गई। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। क्षेत्र के लोगों का कहना है कि क्षेत्र में बढ़ता क्राइम पुलिस और मंत्री दोनों के लिए चुनौती है। कनीना निवासी मनोज ने पुलिस में दी शिकायत में बताया कि 19 अक्टूबर को कनीना के RS वाटिका में केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह की बेटी व मंत्री आरती सिंह राव विधानसभा चुनाव जीतने के बाद कार्यकर्ताओं का आभार प्रकट करने के लिए आई हुई थी। वहां पर काफी संख्या में पार्टी के कार्यकर्ता व नेता उपस्थित थे। इस दौरान किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा मेरी जेब से 6 हजार रुपए निकाल लिए। मुझे पता चला है कि इसी प्रोग्राम में अन्य व्यक्तियों के भी जरूरी डॉक्यूमेंट व रुपए निकाले गए हैं। इनमें गांव सीहमा से एडवोकेट हेमंत कृष्ण भारद्वाज, गांव गुढ़ा से दिलीप सिंह, गांव पोता से राजेंद्र यादव, कनीना से महेंद्र सिंह व सुनील की जेब से भी रुपए चोरी हुए हैं। वही एडवोकेट हेमंत कृष्ण भारद्वाज व दिलीप सिंह ने बताया कि आरती राव के धन्यवाद दौर के दौरान कनीना में लगभग एक दर्जन लोगों की जेब तराशी गई। वही तीन लोगों की जब अटेली में काटी गई। हेमंत ने बताया कि उनकी कुर्ता की जेब से पर्स निकाल लिया गया। जिसमें लगभग 2500 रुपए व जरूरी डॉक्यूमेंट थे। वही दिलीप सिंह की जेब से 3200 रुपए निकाले गए हैं। उन्होंने बताया कि कुछ और लोगों की जेब भी काटी गई है। लेकिन वे लोक लाज की वजह से शिकायत नहीं दी। उन्होंने बताया कि यह बाहर से आया हुआ गिरोह है। इनको तुरंत पकड़ा जाए और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए।
हरियाणा में ITI एडमिशन आवेदन की लास्ट डेट 21 जून:अब तक कैथल में सबसे ज्यादा, दूसरे नंबर पर जींद; ऑनलाइन अप्लाई जरूरी
हरियाणा में ITI एडमिशन आवेदन की लास्ट डेट 21 जून:अब तक कैथल में सबसे ज्यादा, दूसरे नंबर पर जींद; ऑनलाइन अप्लाई जरूरी हरियाणा में ITI में दाखिले को लेकर प्रक्रिया चल रही है। प्रदेश में कैथल की राजकीय आईटीआई में सबसे ज्यादा 5,155 आनलाइन आवेदन आ चुके हैं। दूसरे नंबर पर 4,645 आवेदनों के साथ जींद जिला है। माना जा रहा है कि आईटीआई में दाखिले को लेकर इस बार कॉम्पिटिशन नजर आ सकता है। वहीं जींद के सफीदों की आईटीआई खेड़ाखेमावती में मैकेनिक मोटर व्हीकल व टर्नर व्यवसाय इस बार शुरू हुआ है। फिटर व कोपा की अतिरिक्त यूनिट शुरू की गई है। प्रदेश में ITI दाखिलों की टॉप 10 लिस्ट सूची जींद ITI के प्राचार्य बोले- हेल्पडेस्क बनाया
जींद की राजकीय आईटीआई के प्राचार्य अनिल गोयल ने बताया कि उनकी आईटीआई प्रदेश में दूसरे नंबर पर है। यहां विभिन्न 23 ट्रेड में 896 सीट हैं, जिसमें दाखिले के लिए विद्यार्थी ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। विद्यार्थियों की सहायता के लिए आइटीआई में हेल्पडेस्क भी लगाए गए हैं। आइटीआई में दाखिले को लेकर विद्यार्थी 21 जून तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। प्रार्थी अपनी योग्यता अनुसार व्यवसाय व संस्थान के लिए विकल्प भरें
आईटीआई में दाखिले के लिए विद्यार्थी के पास अपना आधार कार्ड, परिवार पहचान पत्र, ई-मेल आईडी, बैंक खाता संख्या, शैक्षणिक योग्यता के प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र, नवीनतम फोटो, हरियाणा के स्थायी निवासी का प्रमाण पत्र सहित अन्य दस्तावेज जरूरी हैं। ऑनलाइन दाखिला आवेदन पत्र में प्रार्थी अपनी योग्यता अनुसार व्यवसाय व संस्थान के विकल्प भर सकता है। आईटीआई में एडमिशन फॉर्म भरने के लिए अलग से कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं लिया जाता। इसके अतिरिक्त आवेदनकर्ता अपने स्तर पर या किसी भी कॉमन सर्विस सेंटर पर जाकर भी आवेदन कर सकता है। आवेदन करने की अंतिम तिथि 21 जून है। दाखिला लेने के इच्छुक आवेदनकर्ता को ऑनलाइन आवेदन करना होगा।