यूपी कॉडर के 2005 बैच के आईपीएस अधिकारी अखिलेश कुमार को केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल सीआईएसएफ में तैनाती मिल गई है। उन्हें डीआईजी के पद पर तैनाती दी गई है। अखिलेश कुमार की गिनती तेज तर्रार अधिकारियों में होती रही है। वह मौजूदा समय में ईओडब्ल्यू में आईजी की पोस्ट पर तैनात हैं। इससे पहले वह आजमगढ़ के डीआईजी व आईजी रह चुके हैं। नोएडा और वाराणसी में वे संयुक्त पुलिस आयुक्त का काम भी देख चुके हैं। यूपी कॉडर के 2005 बैच के आईपीएस अधिकारी अखिलेश कुमार को केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल सीआईएसएफ में तैनाती मिल गई है। उन्हें डीआईजी के पद पर तैनाती दी गई है। अखिलेश कुमार की गिनती तेज तर्रार अधिकारियों में होती रही है। वह मौजूदा समय में ईओडब्ल्यू में आईजी की पोस्ट पर तैनात हैं। इससे पहले वह आजमगढ़ के डीआईजी व आईजी रह चुके हैं। नोएडा और वाराणसी में वे संयुक्त पुलिस आयुक्त का काम भी देख चुके हैं। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में BJP की जीत का महाराष्ट्र में भी असर:CM सैनी स्टार प्रचारक बनकर गए थे; जहां-जहां रैलियां की, वहीं पार्टी को बढ़त
हरियाणा में BJP की जीत का महाराष्ट्र में भी असर:CM सैनी स्टार प्रचारक बनकर गए थे; जहां-जहां रैलियां की, वहीं पार्टी को बढ़त हरियाणा विधानसभा चुनाव का महाराष्ट्र में भी असर देखने को मिला। हरियाणा की जीत से उत्साहित BJP नेताओं ने महाराष्ट्र में भी हरियाणा जैसे मुद्दे उठाए, जिसके कारण महाराष्ट्र में भाजपा गठबंधन को एक तरफा बहुमत मिला। महाराष्ट्र में खुद मुख्यमंत्री नायब सैनी ने स्टार प्रचारक की भूमिका निभाई। उन्होंने 2 सीटों पर रैलियां की और कई जगह भाजपा उम्मीदवारों के लिए डोर टु डोर प्रचार किया। सैनी ने वहां हरियाणा में राहुल गांधी के जलेबी के मुद्दे भी उठाए। महाराष्ट्र की जीत से उत्साहित भाजपा आज हरियाणा में जिला कार्यालयों पर लड्डू बांटकर जश्न मनाएगी। आगामी 2 महीने के अंदर राज्य में निकाय चुनाव होने हैं। भाजपा हरियाणा में जीत का माहौल बनाए रखना चाहती है। मुख्यमंत्री नायब सैनी ने सोशल मीडिया X पर पोस्ट कर मराठी में लिखा- ‘भाजपा- महायुति आहे…एक है तो ‘सेफ’ हैं।’ मुख्यमंत्री नायब सैनी की पोस्ट… चिखली और खामगांव सीट सैनी ने रैली की मुख्यमंत्री नायब सैनी ने महाराष्ट्र की चिखली और खामगांव सीट पर रैली की थी। इन दोनों सीटों पर भाजपा उम्मीदवार आगे चल रहे हैं। मुख्यमंत्री ने 17 नवंबर को बुलढाणा जिले की खामगांव विधानसभा में महायुति के प्रत्याशी आकाश पांडुरंग फुंडकर के समर्थन में सभा कर उनके पक्ष में मतदान करने की अपील की थी। इसके अलावा, चिखली विधानसभा पर भी गठबंधन उम्मीदवार के लिए वोटों की अपील की थी। इन दोनों सीटों पर भाजपा का मुकाबला कांग्रेस से था। इसके अलावा नायब सैनी ने ठाणे और मुंबई में भी प्रचार किया था। हरियाणा का महाराष्ट्र के मराठाओं से कनेक्शन पानीपत की लड़ाई के समय मराठाओं और मुगलों के बीच युद्ध हुआ था। इतिहासकार बताते हैं कि उसके बाद से ही कई मराठा हरियाणा में बस गए। उनके वंशज आज तक यहां रह रहे हैं। हरियाणा की रोड बिरादरी खुद को मराठा बताती है। वे मुख्य रूप से पानीपत, करनाल, सोनीपत, कैथल और रोहतक में रहते हैं। हरियाणा में रोड मराठाओं की कुल आबादी करीब 6 से 8 लाख है। हरियाणा में ‘रोड मराठा जागृति मंच’ ने अपने समुदाय के युवाओं के लिए करनाल और पानीपत में हॉस्टल भी बनाए हैं। हरियाणा विधानसभा के स्पीकर हरविंद्र कल्याण भी रोड बिरादरी से आते हैं। ****************************************** चुनाव से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें :- पंजाब उपचुनाव में AAP 3 और कांग्रेस एक सीट जीती पंजाब की 4 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव में 3 सीटें आम आदमी पार्टी (AAP) ने जीत लीं। इनमें होशियारपुर जिले के चब्बेवाल से डॉ. इशांक कुमार, गुरदासपुर जिले के डेरा बाबा नानक से गुरदीप सिंह रंधावा और मुक्तसर के गिद्दड़बाहा सीट से हरदीप सिंह डिंपी ढिल्लों जीते। बरनाला में कांग्रेस के कुलदीप सिंह काला ढिल्लों जीते। पूरी खबर पढ़ें
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गुरुग्राम में पंजाबी वोट बैंक पर पार्टियों की नजर:जिताऊ उम्मीदवार की तलाश; कांग्रेस में 2, बीजेपी में 3 नेता कर रहे दावेदारी हरियाणा में 32 परसेंट पंजाबी वोट बैंक के जरिए सत्ता में काबिज होने की रणनीति बीजेपी-कांग्रेस बना रही हैं। गुरुग्राम में भी पंजाबी वोटर्स सबसे अधिक होने से बीजेपी व कांग्रेस दोनों ही पंजाबी चेहरों पर नजर गड़ाए हुए हैं। हालांकि लोकसभा चुनाव में पंजाबी समाज ने बीजेपी का साथ देते हुए पंजाबी नेता मोहित ग्रोवर को आइना दिखाया था। अब मोहित ग्रोवर कांग्रेस से टिकट की दावेदारी कर रहे हैं। लेकिन लोकसभा चुनाव में पंजाबी समाज ने पार्टी को अंगूठा दिखाया था। इसके चलते कांग्रेस भी अब विकल्प पर विचार कर रही है, तो मोहित ग्रोवर अब 36 बिरादरी की बात कर रहे हैं। केंद्रीय मंत्री खट्टर के कारण बीजेपी से जुड़ा पंजाबी वोट बैंक प्रदेश में सियासी घमासान लगातार तेज हो रहा है। इस बार विधानसभा चुनाव में बीजेपी-कांग्रेस में ही सीधी टक्कर की संभावनाएं बन रही हैं। बीजेपी प्रदेश में हैट्रिक मारने के लिए लगातार अपनी रणनीति बदल रही है। हालांकि पूर्व सीएम व केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर के कारण पंजाबी वोट बैंक बीजेपी से जुड़ा हुआ है। यही कारण हैं कि हाल में हुए लोकसभा चुनाव में पंजाबी समाज ने बीजेपी का खुलकर साथ दिया था। गुरुग्राम की बात करें तो यहां पर भी समाज ने कांग्रेस को तवज्जो नहीं दीं। भले ही प्रदेश की सत्ता में खट्टर की जगह अब नायब सिंह सैनी काबिज हैं। लेकिन पंजाबी समाज अभी भी बीजेपी के पक्ष में ही नजर आ रहा है। वहीं कांग्रेस इसमें सेंधमारी की रणनीति पर काम करती नजर आ रही है। राजबब्बर को पंजाबी वोट दिलाने में नाकाम रहे थे मोहित लोकसभा चुनाव में कांग्रेस का टिकट मिलने के बाद राजबब्बर 2019 के विधानसभा चुनाव में निर्दलीय चुनाव लड़कर दूसरे नंबर पर रहने वाले मोहित ग्रोवर के आवास पर गए थे। इसके पीछे उनकी मंशा थी कि पंजाबी समाज के वोटर्स को कांग्रेस के पाले में किया जा सके। मोहित ने आश्वासन तो बहुत दिए लेकिन ना तो वो धरातल पर सक्रिय नजर आए ना ही पंजाबी समाज के वोट राजबब्बर को दिलाने में सफल हुए। अब मोहित कांग्रेस में भले आ गए और पंजाबी वोट के जरिए टिकट की दावेदारी भी कर रहे हैं लेकिन पार्टी हाईकमान उनको लेकर अभी तक कोई निर्णय नहीं ले पाया है व दूसरे जातिगत समीकरण को भी समझने की कोशिश की जा रही है। पिता भी थे कांग्रेसी लेकिन पार्षद का चुनाव बुरी तरह हारे मोहित ग्रोवर के पिता स्व. मदन लाल ग्रोवर कांग्रेसी थे और जिलाध्यक्ष भी रहे। पंजाबी समाज की अगुआई का वह हमेशा दावा करते थे लेकिन जब खुद नगर निगम चुनावी रण में उतरे तो पंजाबी बाहुल्य एरिया में ही बुरी तरह हार गए। पूर्व डिप्टी मेयर यशपाल बत्रा ने उन्हें करारी हार देकर साफ कर दिया कि पंजाबी समाज में उनकी पकड़ अधिक मजबूत है। इसी के चलते बत्रा बीजेपी से टिकट की मांग भी कर रहे हैं। चुनाव बाद मोहित की निष्क्रियता से वोटर्स नाराज 2019 के चुनाव में मोहित ग्रोवर निर्दलीय चुनाव लड़े और दूसरे नंबर पर रहे। उनके कारण भले ही कांग्रेस प्रत्याशी व पूर्व खेल मंत्री सुखबीर कटारिया तीसरे नंबर पर पहुंच गए।इसके बाद मोहित ग्रोवर कहीं सक्रिय नजर नहीं आए और वोटर्स की अनदेखी की। कोई बड़ा आंदोलन या लोगों की समस्याओं को लेकर भी कुछ नहीं किया। अब जब चुनाव का ऐलान हुआ तो एक बार फिर वह होर्डिंग्स, विज्ञापनों के जरिए अपनी सक्रियता दिखाने में लगे हैं। शायद यही कारण रहा कि पंजाबी समाज अब उनको अधिक महत्व नहीं दे रहा है। कांग्रेस में 2 तो बीजेपी में 3 पंजाबी टिकट की रेस में राजबब्बर को पंजाबी वोट दिलाने में विफल रहे मोहित ग्रोवर व पंकज डाबर कांग्रेस की तरफ से पंजाबी वोटर्स के जरिए टिकट की दावेदारी कर रहे हैं। वहीं बीजेपी की ओर से यशपाल बत्रा, सीमा पाहूजा व गार्गी कक्कड़ टिकट की रेस में हैं। बत्रा व पाहूजा लगातार सक्रिय रहकर पंजाबी समाज के बीच सक्रिय हैं, तो गार्गी ना तो समाज ना ही गुरुग्राम विधानसभा में नजर आती हैं। हालांकि केंद्रीय मंत्री उनकी पैरवी कर रहे हैं। जबकि सभी जानते हैं कि गार्गी को सीमा पाहूजा ने पार्षदी के चुनाव में मात दी थी।
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जम्मू-कश्मीर में चुनाव जीतने पर क्या नेशनल कॉन्फ्रेंस का होगा CM? कांग्रेस ने साफ कर दी तस्वीर <p style=”text-align: justify;”><strong>Jammu Kashmir News:</strong> जम्मू-कश्मीर में कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस गठबंधन अगर जीतता है तो सीएम का चेहरा कौन होगा? यह सवाल तब से उठ रहे हैं जब से दोनों के बीच गठबंधन का ऐलान हुआ है. अब इस पर जम्मू-कश्मीर के कांग्रेस चीफ तारिक हामिद कर्रा ने कहा, ”जम्मू-कश्मीर चुनाव के बाद होने वाली चीजों को लेकर कोई भविष्यवाणी नहीं कर सकता.” </p>
<p style=”text-align: justify;”>पीटीआई को दिए साक्षात्कार में हालांकि तारिक हामिद कर्रा ने यह जरूर कहा कि कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस गठबंधन जरूरी जादुई आंकड़े को पार कर जम्मू-कश्मीर में सरकार बनाएगी. कर्रा ने साथ ही कहा कि जम्मू-कश्मीर में चुनाव सरकार बनाने के लिए नहीं बल्कि राज्य का दर्जा और विधानसभा की शक्तियों को बहाल करने के लिए जरूरी है.</p>
<blockquote class=”twitter-tweet”>
<p dir=”ltr” lang=”en”>Can’t forecast things to follow J-K polls: Tariq Hameed Karra on possibility of a National Conference CM</p>
— Press Trust of India (@PTI_News) <a href=”https://twitter.com/PTI_News/status/1832706809544478723?ref_src=twsrc%5Etfw”>September 8, 2024</a></blockquote>
<p style=”text-align: justify;”>
<script src=”https://platform.twitter.com/widgets.js” async=”” charset=”utf-8″></script>
</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>पहले चरण के लिए कुछ दिन ही बाकी</strong><br />जम्मू-कश्मीर में तीन चरणों में चुनाव कराए जाने हैं. पहले चरण के लिए केवल 10 दिन का समय शेष बचा हुआ है. नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस दोनों ने प्रत्याशियों की सूची जारी कर दी है जबकि बीजेपी ने आज छठी सूची जारी की है. यहां मुकाबले में बीजेपी, कांग्रेस, नेशनल कॉन्फ्रेंस के अलावा पीडीपी और अन्य क्षेत्रीय दल हैं. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>कांग्रेस के साथ गठबंधन को जरूरत बता चुकी है NC</strong><br />बता दें कि एक तरफ जहां कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस गठबंधन के सीएम चेहरे को लेकर चर्चा चल रही है तो दूसरी तरफ उमर अब्दुल्ला ने हाल में कहा था कि उनके लिए कांग्रेस के साथ गठबंधन आसान नहीं था क्योंकि वे उन सीटों को कांग्रेस को दे रहे हैं जहां उनके लिए जीत की संभावना अच्छी थी. उमर ने कहा था कि बीजेपी को हराने के लिए उन्होंने कांग्रेस से गठबंधन किया है. वहीं, फारूक अब्दुल्ला ने कहा था कि कांग्रेस के साथ गठबंधन मजबूरी नहीं बल्कि जरूरत है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें- <a title=”अफजल गुरु पर उमर अब्दुल्ला के बयान से छिड़ा सियासी संग्राम, BJP नेता कविंदर गुप्ता बोले- ‘आतंकवादियों से समर्थन…'” href=”https://www.abplive.com/states/jammu-and-kashmir/omar-abdullah-remarks-on-afzal-guru-bjp-leader-kavinder-gupta-target-nc-jammu-kashmir-2778205″ target=”_self”>अफजल गुरु पर उमर अब्दुल्ला के बयान से छिड़ा सियासी संग्राम, BJP नेता कविंदर गुप्ता बोले- ‘आतंकवादियों से समर्थन…'</a></strong></p>