हरियाणा के फरीदाबाद में नीलम फ्लाईओवर के नीचे रेलवे ट्रैक पर एक 21 वर्षीय अज्ञात युवक का शव दो टुकड़ों में मिला। मृतक युवक की अभी पहचान नहीं हुई है। वहीं जीआरपी के अनुसार युवक द्वारा आत्महत्या किए जाने की आशंका जताई जा रही है। जीआरपी पुलिस अधिकारी चेतराम के अनुसार घटना मैन लाइन डाउन दिल्ली की ओर जाने वाले ट्रैक पर हुई। घटनास्थल की परिस्थितियों से आत्महत्या की आशंका जताई जा रही है। हालांकि पुलिस अन्य पहलुओं की भी जांच कर रही है। मृतक के पास नहीं मिले कोई पहचान पत्र मृतक के पास से कोई पहचान पत्र या दस्तावेज नहीं मिले हैं। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए नागरिक अस्पताल भेज दिया है। आसपास के क्षेत्र में युवक की पहचान के लिए पूछताछ की जा रही है। जीआरपी पुलिस मामले की गहन जांच में जुटी है। हरियाणा के फरीदाबाद में नीलम फ्लाईओवर के नीचे रेलवे ट्रैक पर एक 21 वर्षीय अज्ञात युवक का शव दो टुकड़ों में मिला। मृतक युवक की अभी पहचान नहीं हुई है। वहीं जीआरपी के अनुसार युवक द्वारा आत्महत्या किए जाने की आशंका जताई जा रही है। जीआरपी पुलिस अधिकारी चेतराम के अनुसार घटना मैन लाइन डाउन दिल्ली की ओर जाने वाले ट्रैक पर हुई। घटनास्थल की परिस्थितियों से आत्महत्या की आशंका जताई जा रही है। हालांकि पुलिस अन्य पहलुओं की भी जांच कर रही है। मृतक के पास नहीं मिले कोई पहचान पत्र मृतक के पास से कोई पहचान पत्र या दस्तावेज नहीं मिले हैं। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए नागरिक अस्पताल भेज दिया है। आसपास के क्षेत्र में युवक की पहचान के लिए पूछताछ की जा रही है। जीआरपी पुलिस मामले की गहन जांच में जुटी है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
Related Posts
हरियाणा में पड़ौसी के कब्जे की शिकायत:प्रशासन ने उसके ही मेन गेट पर दीवार चिनवाई, सीढ़ी के जरिए बाहर निकले घर में कैद लोग
हरियाणा में पड़ौसी के कब्जे की शिकायत:प्रशासन ने उसके ही मेन गेट पर दीवार चिनवाई, सीढ़ी के जरिए बाहर निकले घर में कैद लोग हरियाणा में रेवाड़ी जिले के गांव खालेटा में प्रशासन की अजीबो-गरीब कार्रवाई देखने को मिली। पंचायत की जमीन पर अवैध कब्जे करने की शिकायत करने वाले शख्स के मकान को ही अधिकारियों ने अवैध कब्जा बताकर उसके मेन गेट पर दीवार चिनवा दी। परिवार के लोग अंदर ही कैद रहे और घर के बाहर ईंटों की दीवार खड़ी हो गई। शिकायतकर्ता ने अपने पड़ोसी के खिलाफ अवैध कब्जे की शिकायत की थी। विवाद बढ़ा तो ग्राम पंचायत ने जांच की और शिकायतकर्ता का मकान भी गलत जगह बताया गया। शिकायतकर्ता लेखराम के मकान का जहां गेट है, उसी पंचायती जमीन माना। नोटिस के बाद कार्यवाही करते हुए जिला प्रशासन ने उसके मकान के आगे ईंटों की दीवार चिनकर गेट बंद करवा दिया है। वहीं जिस व्यक्ति को लेकर शिकायत दी थी, उसके भी पानी के टैंक को तोड़ा गया है। हालांकि लेखराम ने इसे ग्राम पंचायत और जिला प्रशासन की तानाशाही बताया। कहा कि पंचायत द्वारा ही यह प्लॉट दिया गया था। वो अपने परिवार के साथ तकरीबन 41 साल से यहीं से जा रहे हैं। हालांकि पंचायत विभाग के अधिकारियों ने लेखराम का दूसरा प्लॉट होने की बात कही है। फिलहाल शिकायतकर्ता ने जिला प्रशासन के अधिकरियों से मुलाकात कर बंद किए गए गेट को खुलवाने की मांग की है। ये है पूरा मामला गांव खालेटा की सरपंच के प्रतिनिधि सत्यरूप ने बताया कि गांव निवासी लेखराम के पड़ोस में उन्हीं के परिवार के अजय का भी मकान है। लेखराम ने शिकायत लगाई थी कि ग्राम पंचायत की जमीन पर अजय ने पानी का टैंक बना दिया है। सीएम विंडो पर भी शिकायत भेजी गई। इसके बाद हमने पंचायत का रिकॉर्ड देखा। इससे पता लगा कि जहां टैंक बना है, वह पंचायती जमीन ही है। हमने टैंक को तुड़वा दिया। वहीं लेखराम के मकान का गेट भी पंचायती जमीन की तरफ खोला गया है। हमने उन्हें पंचायती राज एक्ट के तहत नोटिस दिए। इसके बाद जिला प्रशासन को लिख दिया गया। प्रशासन की तरफ से बीडीपीओ को बतौर ड्यूटी मजिस्ट्रेट लगाकर गेट बंद कराया है। लेखराम के प्लॉट का रास्ता दूसरी तरफ है। वहीं रिकॉर्ड के अनुसार उन्हें 100 वर्ग गज के प्लॉट ही दूसरी जगह मिले थे। पंचायत और अधिकारियों ने की तानाशाही; लेखराम गांव खालेटा निवासी लेखराम ने कहा कि वर्ष 1983 में मेरे पिता दीवान सिंह को पंचायत द्वारा ये प्लॉट दिया गया था। हम तब से इसी रास्ते से आ-जा रहे है, जो कि हमारे मकान का आम रास्ता था। अब पंचायत व प्रशासन द्वारा मेरे मकान के गेट को ईंटों की चिनाई करके बंद कर दिया है। मेरे परिवार को भी अंदर ही बंद कर दिया, जिन्हें सीढ़ी के जरिए बाहर निकाला गया। हमें प्रशासन की तरफ से कोई मदद नहीं मिली। मकान का कोई दूसरा रास्ता नहीं है। हम तो अपने भाई के प्लॉट से होकर दूसरी तरफ जाते थे। शिकायतकर्ता ने खुद कब्जा किया हुआ था; BDPO खोल ब्लॉक के BDPO संदीप शर्मा ने बताया कि लेखराम द्वारा शिकायत करने के बाद हमने पंचायत का रिकॉर्ड चेक कराया तो पता चला कि शिकायत करने वाले लेखराम ने ही खुद अवैध कब्जा किया हुआ है। जांच में ये चीजे सामने आने के बाद दोनों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। लेखराम के मकान का गेट दूसरी तरफ खुलता है। किसी प्रकार का इस कार्रवाई में भेदभाव नहीं किया गया।
पलवल में कांवड़ लेने जा रहे युवकों पर हमला:गालियां देते हुए हुए बोले- हम तुम्हें भेजेंगे हरिद्वार; गोलियां चलाई, गाड़ी तोड़ी
पलवल में कांवड़ लेने जा रहे युवकों पर हमला:गालियां देते हुए हुए बोले- हम तुम्हें भेजेंगे हरिद्वार; गोलियां चलाई, गाड़ी तोड़ी हरियाणा में पलवल में हरिद्वार से कांवड लेने जा रहे युवकों पर लाठी-डंडों से हमला किया गया। उनको जाति सूचक गालियां देने के भी आरोप लगे हैं। चांदहट थाना पुलिस ने घायल युवक की शिकायत पर पांच नामजद सहित अन्य युवकों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है। चांदहट थाना प्रभारी जगबीर सिंह के अनुसार, मीसा गांव निवासी राकेश ने दी शिकायत में कहा है कि वह और उसके साथी शाम के करीब आठ बजे गांव के मंदिर पर एकत्रित हो रहे थे। उसी समय कृष्ण अपने 3-4 साथियों के साथ वहां आया और हमारे साथ कांवड लेने के लिए चलने की बात कहने लगा, तो हमने मना कर दिया। उसके बाद कृष्ण वहां से चला गया। उसने बताया कि कुछ देर बाद कृष्ण, केशव, सौरव, कर्मबीर, रोहित व कुछ अन्य युवक बाइकों व गाडियों में सवार होकर हाथों में लाठी-डंडे लेकर वहां पहुंचे और उनपर हमला कर दिया। आरोपियों ने जाति सूचक गालियां देते हुए कहा कि तुम्हें कांवड़ के लिए भेजेंगे, तुम लोगों को कोई अधिकार नहीं है कांवड लाने का। मारपीट कर आरोपियों ने उसके ऊपर जान से मारने की नीयत से गाड़ी चढ़ा दी और हाथों में लिए अवैध हथियारों से फायर किए। इससे वह (राकेश) बेहोश हो गया तो उसे मरा हुआ समझ कर अपनी गाड़ी को डंडों से तोड़ दिया। झगड़े की आवाज सुनकर आस पड़ोस के लोग एकत्रित हो गए तो आरोपी उन्हें जान से मारने की धमकी व जाति सूचक गालियां देते हुए फरार हो गए। पुलिस ने घायल राकेश की शिकायत पर आरोपियों के खिलाफ बीएनएस की धारा 191(3), 190, 115(2), 351(3), 287, आर्म्स एक्ट 25.54.59 व एससीएसटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है।
रेवाड़ी के सिविल अस्पताल में लगी आग:धुआं फैलने पर आग का पता चला; शॉर्ट सर्किट थी वजह, समय रहते पाया काबू
रेवाड़ी के सिविल अस्पताल में लगी आग:धुआं फैलने पर आग का पता चला; शॉर्ट सर्किट थी वजह, समय रहते पाया काबू हरियाणा के रेवाड़ी शहर के नागरिक अस्पताल के स्त्री रोग विभाग में बुधवार सुबह शॉर्ट सर्किट के कारण आग लग गई। धुआं फैलते ही अफरा-तफरी मच गई। हालांकि उस समय स्त्री रोग विभाग में ज्यादा लोग नहीं थे। अस्पताल में लगे अग्निशमन उपकरणों की मदद से आग पर तुरंत काबू पा लिया गया। आग लगने का कारण बिजली की तारों में शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है। जिससे निकली चिंगारी से आग लगी। नागरिक अस्पताल में बिजली की तारें काफी पुरानी हैं, जिसके कारण उनमें फाल्ट होने की संभावना ज्यादा रहती है। घटना के समय विभाग में कोई जच्चा-बच्चा नहीं था गनीमत रही कि फायर ब्रिगेड की गाड़ियां नहीं बुलानी पड़ीं। अस्पताल में लगे फायर सेफ्टी सिलेंडरों की मदद से आग पर काबू पा लिया गया। वरना बड़ा हादसा हो सकता था। इतना ही नहीं, जिस समय आग लगी, उस समय गायनी विभाग में कोई जच्चा-बच्चा नहीं था। सुबह का समय होने के कारण कुछ स्वास्थ्यकर्मी ही मौजूद थे।