अमित शाह के साथ नायब सैनी की मीटिंग होगी:राष्ट्रीय सुरक्षा और नशा तस्करी पर बनेगी रणनीति; हरियाणा में प्रतिदिन एवरेज 8 ड्रग केस

अमित शाह के साथ नायब सैनी की मीटिंग होगी:राष्ट्रीय सुरक्षा और नशा तस्करी पर बनेगी रणनीति; हरियाणा में प्रतिदिन एवरेज 8 ड्रग केस

हरियाणा में बढ़ते नशे पर अंकुश लगेगा। ड्रग्स तस्करी की बढ़ती समस्या और राष्ट्रीय सुरक्षा पर इसके पड़ने वाले प्रभावों से निपटने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह मीटिंग करेंगे। इस मीटिंग में राज्य के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी भी शामिल होंगे। नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) की ओर से ड्रग तस्करी और राष्ट्रीय सुरक्षा पर दिल्ली में एक रीजनल कॉन्फ्रेंस में हरियाणा सहित 8 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों पर शाह चर्चा करेंगे। गृह मंत्रालय की ओर से बताया गया है कि 11 जनवरी से 25 जनवरी तक चलने वाले पखवाड़े में पकड़ी गई ड्रग्स को जलाकर नष्ट किया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत सरकार ने ड्रग्स तस्करी के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति अपनाई है। 2047 तक देश को नशा मुक्त करने का लक्ष्य रखा गया है। ‘MANAS’ पोर्टल पर होगी चर्चा राष्ट्रीय नारकोटिक्स हेल्पलाइन ‘MANAS’ पोर्टल से राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों की एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स (ANTF) के साथ रीयल-टाइम जानकारी साझा करने और ड्रग तस्करी के खिलाफ राज्यों की प्रगति और नार्कोटिक्स समन्वय तंत्र (NCORD) की प्रभावशीलता पर चर्चा भी की जाएगी। साथ ही राज्य फॉरेंसिक विज्ञान प्रयोगशालाओं की कार्यक्षमता को मजबूत करने और उनकी प्रभावशीलता बढ़ाने, ड्रग्स से संबंधित मामलों के जल्द निपटारे के लिए विशेष NDPS अदालतों की स्थापना और ड्रग तस्करी तथा इनके दुरुपयोग से निपटने के लिए सभी एजेंसियों के बीच बेहतर तालमेल पर विचार-विमर्श किया जाएगा। एक साल में आए 3051 ड्रग केस प्रदेश में वर्ष 2024 में नशा तस्करी संबंधी 411 मुकदमें वाणिज्यिक मात्रा के, 1808 मध्यवर्ती तथा 832 कम मात्रा के दर्ज किए गए हैं। इन केसों में पुलिस द्वारा विभिन्न प्रकार के मुकदमे दर्ज करते हुए 28 किलो 148 ग्राम हीरोइन, 266 किलो 083 ग्राम चरस, 8552 किलो 088 ग्राम गांजा, 400 किलो 956 ग्राम अफीम, 382 किलो 277 ग्राम अफीम के पौधे, 15441 किलो 253 ग्राम भुक्की, 48436 नशीली दवाइयां की बोतलें, 3,11,776 नशीले कैप्सूल, 6,91,681 नशीली गोलियां, 12778 नशीले इंजेक्शन सहित अन्य नशीले पदार्थों की रिकवरी की गई है। 4000 से अधिक अपराधी पहुंचे जेल प्रदेश में नशा तस्करों के खिलाफ 3051 मुकदमे दर्ज करते हुए 4652 आरोपियों को सलाखों के पीछे पहुंचाया गया है। साथ ही, पेशेवर क्रिमिनल पर सख्ती करते हुए पीआईटी एनडीपीएस एक्ट के तहत वर्ष-2024 में 63 नशा तस्करों के खिलाफ निवारक निरोध की कार्रवाई की गई है। पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर ने ड्रग तस्करी के ये आंकड़े खुद जारी किए हैं। 2023 में हरियाणा पुलिस द्वारा कमर्शियल क्वांटिटी के 326 मुकदमे दर्ज किए गए थे। वहीं 2024 में 411 मुकदमे दर्ज किए हैं। इनमें 841 बड़े नशा तस्करों पर कार्रवाई की गई है। FSL की रिपोर्ट 15 दिनों में आएगी हरियाणा में नशा तस्करी संबंधी बड़े मामलों में तेजी लाने के लिए फॉरेंसिक साइंस लैब (FSL) से रिपोर्ट आने की समय सीमा को घटाकर 15 दिन किया गया है, जिससे न केवल ट्रायल में तेजी आएगी बल्कि सजा की दर बढ़ाने में भी मदद मिलेगी। प्रदेश को नशामुक्त बनाने के लिए गांव में 5150 ग्राम प्रहरी तथा वार्ड प्रहरी नियुक्त किए गए हैं। ग्राम प्रहरियों तथा वार्ड प्रहरियों द्वारा गांव में नशा बेचने वाले लोगों पर नजर रखी जा रही है। हरियाणा में बढ़ते नशे पर अंकुश लगेगा। ड्रग्स तस्करी की बढ़ती समस्या और राष्ट्रीय सुरक्षा पर इसके पड़ने वाले प्रभावों से निपटने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह मीटिंग करेंगे। इस मीटिंग में राज्य के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी भी शामिल होंगे। नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) की ओर से ड्रग तस्करी और राष्ट्रीय सुरक्षा पर दिल्ली में एक रीजनल कॉन्फ्रेंस में हरियाणा सहित 8 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों पर शाह चर्चा करेंगे। गृह मंत्रालय की ओर से बताया गया है कि 11 जनवरी से 25 जनवरी तक चलने वाले पखवाड़े में पकड़ी गई ड्रग्स को जलाकर नष्ट किया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत सरकार ने ड्रग्स तस्करी के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति अपनाई है। 2047 तक देश को नशा मुक्त करने का लक्ष्य रखा गया है। ‘MANAS’ पोर्टल पर होगी चर्चा राष्ट्रीय नारकोटिक्स हेल्पलाइन ‘MANAS’ पोर्टल से राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों की एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स (ANTF) के साथ रीयल-टाइम जानकारी साझा करने और ड्रग तस्करी के खिलाफ राज्यों की प्रगति और नार्कोटिक्स समन्वय तंत्र (NCORD) की प्रभावशीलता पर चर्चा भी की जाएगी। साथ ही राज्य फॉरेंसिक विज्ञान प्रयोगशालाओं की कार्यक्षमता को मजबूत करने और उनकी प्रभावशीलता बढ़ाने, ड्रग्स से संबंधित मामलों के जल्द निपटारे के लिए विशेष NDPS अदालतों की स्थापना और ड्रग तस्करी तथा इनके दुरुपयोग से निपटने के लिए सभी एजेंसियों के बीच बेहतर तालमेल पर विचार-विमर्श किया जाएगा। एक साल में आए 3051 ड्रग केस प्रदेश में वर्ष 2024 में नशा तस्करी संबंधी 411 मुकदमें वाणिज्यिक मात्रा के, 1808 मध्यवर्ती तथा 832 कम मात्रा के दर्ज किए गए हैं। इन केसों में पुलिस द्वारा विभिन्न प्रकार के मुकदमे दर्ज करते हुए 28 किलो 148 ग्राम हीरोइन, 266 किलो 083 ग्राम चरस, 8552 किलो 088 ग्राम गांजा, 400 किलो 956 ग्राम अफीम, 382 किलो 277 ग्राम अफीम के पौधे, 15441 किलो 253 ग्राम भुक्की, 48436 नशीली दवाइयां की बोतलें, 3,11,776 नशीले कैप्सूल, 6,91,681 नशीली गोलियां, 12778 नशीले इंजेक्शन सहित अन्य नशीले पदार्थों की रिकवरी की गई है। 4000 से अधिक अपराधी पहुंचे जेल प्रदेश में नशा तस्करों के खिलाफ 3051 मुकदमे दर्ज करते हुए 4652 आरोपियों को सलाखों के पीछे पहुंचाया गया है। साथ ही, पेशेवर क्रिमिनल पर सख्ती करते हुए पीआईटी एनडीपीएस एक्ट के तहत वर्ष-2024 में 63 नशा तस्करों के खिलाफ निवारक निरोध की कार्रवाई की गई है। पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर ने ड्रग तस्करी के ये आंकड़े खुद जारी किए हैं। 2023 में हरियाणा पुलिस द्वारा कमर्शियल क्वांटिटी के 326 मुकदमे दर्ज किए गए थे। वहीं 2024 में 411 मुकदमे दर्ज किए हैं। इनमें 841 बड़े नशा तस्करों पर कार्रवाई की गई है। FSL की रिपोर्ट 15 दिनों में आएगी हरियाणा में नशा तस्करी संबंधी बड़े मामलों में तेजी लाने के लिए फॉरेंसिक साइंस लैब (FSL) से रिपोर्ट आने की समय सीमा को घटाकर 15 दिन किया गया है, जिससे न केवल ट्रायल में तेजी आएगी बल्कि सजा की दर बढ़ाने में भी मदद मिलेगी। प्रदेश को नशामुक्त बनाने के लिए गांव में 5150 ग्राम प्रहरी तथा वार्ड प्रहरी नियुक्त किए गए हैं। ग्राम प्रहरियों तथा वार्ड प्रहरियों द्वारा गांव में नशा बेचने वाले लोगों पर नजर रखी जा रही है।   हरियाणा | दैनिक भास्कर