अबोहर में एम्बुलेंस में हुआ बच्चे का जन्म:मां और बच्चा दोनों सुरक्षित, महिला ने 9 महीने में नहीं कराई एक भी जांच

अबोहर में एम्बुलेंस में हुआ बच्चे का जन्म:मां और बच्चा दोनों सुरक्षित, महिला ने 9 महीने में नहीं कराई एक भी जांच

पंजाब के अबोहर में एक अनोखा मामला सामने आया। जहां एक महिला ने एम्बुलेंस में ही बच्चे को जन्म दिया। गांव बजीतपुर भोमा के पास ईंट भट्ठे पर काम करने वाली महिला को जब प्रसव पीड़ा हुई, तो 108 एम्बुलेंस की टीम तुरंत मौके पर पहुंची। एम्बुलेंस के ड्राइवर रमन कुमार और ईएमटी सुधीर कुमार ने बताया कि अस्पताल ले जाते समय रास्ते में ही महिला की प्रसव पीड़ा बढ़ गई। ईएमटी सुधीर कुमार ने तत्काल कार्रवाई करते हुए एम्बुलेंस में ही सफल प्रसव करवाया। जिसमें एक स्वस्थ बच्चे का जन्म हुआ। गर्भावस्था के दौरान नहीं कराई कोई जांच चिंता का विषय यह रहा कि लगभग 35 वर्षीय इस महिला ने पूरे गर्भावस्था के दौरान एक भी मेडिकल टेस्ट नहीं करवाया। सिविल अस्पताल के वरिष्ठ सर्जन डॉ. गगनदीप सिंह ने इस लापरवाही पर गंभीर चिंता व्यक्त की। उन्होंने बताया कि यदि महिला में एनीमिया या अन्य कोई समस्या होती, तो मां और बच्चे दोनों के लिए जानलेवा स्थिति उत्पन्न हो सकती थी। डॉक्टर बोले- गर्भवती को निशुल्क टेस्ट कराने चाहिए डॉक्टर ने लोगों को जागरूक करते हुए बताया कि सरकारी अस्पतालों में गर्भवती महिलाओं के सभी आवश्यक टेस्ट निशुल्क किए जाते हैं और इन सुविधाओं का लाभ अवश्य उठाना चाहिए।वर्तमान में मां और बच्चा दोनों सिविल अस्पताल में भर्ती हैं और पूरी तरह स्वस्थ हैं। यह मामला एम्बुलेंस सेवा की तत्परता और महत्व को दर्शाती है। जिसने एक मां और उसके नवजात की जान बचाई। पंजाब के अबोहर में एक अनोखा मामला सामने आया। जहां एक महिला ने एम्बुलेंस में ही बच्चे को जन्म दिया। गांव बजीतपुर भोमा के पास ईंट भट्ठे पर काम करने वाली महिला को जब प्रसव पीड़ा हुई, तो 108 एम्बुलेंस की टीम तुरंत मौके पर पहुंची। एम्बुलेंस के ड्राइवर रमन कुमार और ईएमटी सुधीर कुमार ने बताया कि अस्पताल ले जाते समय रास्ते में ही महिला की प्रसव पीड़ा बढ़ गई। ईएमटी सुधीर कुमार ने तत्काल कार्रवाई करते हुए एम्बुलेंस में ही सफल प्रसव करवाया। जिसमें एक स्वस्थ बच्चे का जन्म हुआ। गर्भावस्था के दौरान नहीं कराई कोई जांच चिंता का विषय यह रहा कि लगभग 35 वर्षीय इस महिला ने पूरे गर्भावस्था के दौरान एक भी मेडिकल टेस्ट नहीं करवाया। सिविल अस्पताल के वरिष्ठ सर्जन डॉ. गगनदीप सिंह ने इस लापरवाही पर गंभीर चिंता व्यक्त की। उन्होंने बताया कि यदि महिला में एनीमिया या अन्य कोई समस्या होती, तो मां और बच्चे दोनों के लिए जानलेवा स्थिति उत्पन्न हो सकती थी। डॉक्टर बोले- गर्भवती को निशुल्क टेस्ट कराने चाहिए डॉक्टर ने लोगों को जागरूक करते हुए बताया कि सरकारी अस्पतालों में गर्भवती महिलाओं के सभी आवश्यक टेस्ट निशुल्क किए जाते हैं और इन सुविधाओं का लाभ अवश्य उठाना चाहिए।वर्तमान में मां और बच्चा दोनों सिविल अस्पताल में भर्ती हैं और पूरी तरह स्वस्थ हैं। यह मामला एम्बुलेंस सेवा की तत्परता और महत्व को दर्शाती है। जिसने एक मां और उसके नवजात की जान बचाई।   पंजाब | दैनिक भास्कर