फसलों पर MSP की गारंटी समेत 13 मांगों को लेकर खनौरी बॉर्डर पर किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल को आमरण अनशन पर बैठे आज 49 दिन हो गए हैं। उनके डॉक्टरों ने बताया है अब डल्लेवाल की हड्डियां (विशेषकर आंख की साइड) सिकुड़नी शुरू हो गई हैं, जोकि चिंताजनक स्थिति है। वहीं, दूसरी तरफ इस आंदोलन को लेकर पटियाला के पातडां में एक मीटिंग होने जा रही है। इसमें हरियाणा-पंजाब के शंभू और खनौरी मोर्चे पर डटे किसान नेता और संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) के नेता शामिल होंगे। मीटिंग में किसान आंदोलन के लिए SKM के समर्थन पर चर्चा होगी। यदि SKM का समर्थन मिला तो यह आंदोलन बड़ा हो सकता है, क्योंकि SKM के अंतर्गत करीब 40 जत्थेबंदियां हैं। वे सभी इस आंदोलन का हिस्सा होंगी। साथ ही यह संघर्ष पंजाब से निकलकर अन्य राज्यों में भी पहुंच जाएगा। 3 कृषि कानून के विरोध में जो आंदोलन दिल्ली में हुआ था, उसमें SKM ही प्रमुख था। शरीर को होने वाले नुकसान की नहीं होगी भरपाई
49 दिन से मरणव्रत पर बैठे डल्लेवाल की हालत खराब है। डॉक्टरों ने बताया कि डल्लेवाल की तबीयत बिगड़ रही है। पहले ही उन्हें बोलने में दिक्कत आ रही थी। अब उनका शरीर सिकुड़ना शुरू हो गया है। उनका शरीर खुद को ही खा रहा है। इसकी भरपाई दोबारा नहीं होगी। हालांकि, सरकारी व निजी डॉक्टरों की टीम उन पर नजर रखे हुए हैं। पंजाब सरकार की ओर से धरनास्थल के पास ही एक अस्थायी अस्पताल और एंबुलेंस तैनात की हुई है, ताकि किसी भी तरह की अप्रिय स्थिति से निपटा जा सके। हालांकि, डल्लेवाल मेडिकल सुविधा नहीं ले रहे हैं। इस मामले की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में भी चल रही है। आज यह प्रोग्राम होंगे मोर्चे पर
खनौरी बॉर्डर पर अब 26 जनवरी तक लगातार हरियाणा के कई जिलों से किसानों के जत्थे आएंगे। रविवार को हिसार से किसानों का जत्था बॉर्डर पर पहुंचा था। जबकि आज सोनीपत से किसानों का जत्था खनौरी बॉर्डर पर पहुंचेगा। इसके साथ ही किसान केंद्र सरकार की जारी कृषि मार्केट पॉलिसी के ड्राफ्ट की कॉपियां जलाएंगे। खनौरी मोर्चे पर 2 किसानों की मौत
खनौरी बॉर्डर पर 10 महीने से प्रदर्शन में शामिल किसान जग्गा सिंह (80) की रविवार को मौत हो गई। वह फरीदकोट के रहने वाले थे। उन्होंने पटियाला के राजिंदरा अस्पताल में अंतिम सांस ली। पिछले दिनों तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इनके 5 बेटे और एक बेटी है। इससे पहले 9 जनवरी को शंभू बॉर्डर पर एक किसान ने सल्फास निगलकर सुसाइड कर लिया था। मृतक की पहचान तरनतारन जिले के पहूविंड गांव में रहने वाले रेशम सिंह (55) के रूप में हुई। उसकी जेब से सुसाइड नोट मिला था, जिसमें उसने मौत के लिए सरकार को जिम्मेदार ठहराया था। जाखड़ बोले- MSP से पंजाब के किसानों का फायदा नहीं
वहीं रविवार को आंदोलन को लेकर पंजाब के भाजपा प्रधान सुनील जाखड़ का बयान आया। उन्होंने कहा कि फसलों की MSP की कानूनी गारंटी पंजाब के किसानों के लिए नुकसानदायक है। पंजाब और हरियाणा के किसानों को गेहूं और धान की खरीद पर केंद्र की ओर से MSP दी जाती है, लेकिन राष्ट्रीय स्तर पर MSP लागू होने से किसानों को मौजूदा व्यवस्था के तहत मिलने वाले लाभ से हाथ धोना पड़ेगा। —————– किसानों से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें… हरियाणा में सर्वजातीय फोगाट खाप की केंद्र सरकार को चेतावनी, कहा- डल्लेवाल शहीद हुए तो आंदोलन होगा उग्र हरियाणा के चरखी दादरी में 12 जनवरी को सर्वजातीय फोगाट खाप की बैठक हुई। खाप ने कहा कि अगर डल्लेवाल शहीद हो गए तो खाप पंचायतों के सहयोग से किसान आंदोलन उग्र रूप धारण कर लेगा। खाप ने सुप्रीम कोर्ट से अपील करते हुए केंद्र सरकार के माध्यम से डल्लेवाल का अनशन खत्म करवाने का अनुरोध किया। पूरी खबर पढ़ें… फसलों पर MSP की गारंटी समेत 13 मांगों को लेकर खनौरी बॉर्डर पर किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल को आमरण अनशन पर बैठे आज 49 दिन हो गए हैं। उनके डॉक्टरों ने बताया है अब डल्लेवाल की हड्डियां (विशेषकर आंख की साइड) सिकुड़नी शुरू हो गई हैं, जोकि चिंताजनक स्थिति है। वहीं, दूसरी तरफ इस आंदोलन को लेकर पटियाला के पातडां में एक मीटिंग होने जा रही है। इसमें हरियाणा-पंजाब के शंभू और खनौरी मोर्चे पर डटे किसान नेता और संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) के नेता शामिल होंगे। मीटिंग में किसान आंदोलन के लिए SKM के समर्थन पर चर्चा होगी। यदि SKM का समर्थन मिला तो यह आंदोलन बड़ा हो सकता है, क्योंकि SKM के अंतर्गत करीब 40 जत्थेबंदियां हैं। वे सभी इस आंदोलन का हिस्सा होंगी। साथ ही यह संघर्ष पंजाब से निकलकर अन्य राज्यों में भी पहुंच जाएगा। 3 कृषि कानून के विरोध में जो आंदोलन दिल्ली में हुआ था, उसमें SKM ही प्रमुख था। शरीर को होने वाले नुकसान की नहीं होगी भरपाई
49 दिन से मरणव्रत पर बैठे डल्लेवाल की हालत खराब है। डॉक्टरों ने बताया कि डल्लेवाल की तबीयत बिगड़ रही है। पहले ही उन्हें बोलने में दिक्कत आ रही थी। अब उनका शरीर सिकुड़ना शुरू हो गया है। उनका शरीर खुद को ही खा रहा है। इसकी भरपाई दोबारा नहीं होगी। हालांकि, सरकारी व निजी डॉक्टरों की टीम उन पर नजर रखे हुए हैं। पंजाब सरकार की ओर से धरनास्थल के पास ही एक अस्थायी अस्पताल और एंबुलेंस तैनात की हुई है, ताकि किसी भी तरह की अप्रिय स्थिति से निपटा जा सके। हालांकि, डल्लेवाल मेडिकल सुविधा नहीं ले रहे हैं। इस मामले की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में भी चल रही है। आज यह प्रोग्राम होंगे मोर्चे पर
खनौरी बॉर्डर पर अब 26 जनवरी तक लगातार हरियाणा के कई जिलों से किसानों के जत्थे आएंगे। रविवार को हिसार से किसानों का जत्था बॉर्डर पर पहुंचा था। जबकि आज सोनीपत से किसानों का जत्था खनौरी बॉर्डर पर पहुंचेगा। इसके साथ ही किसान केंद्र सरकार की जारी कृषि मार्केट पॉलिसी के ड्राफ्ट की कॉपियां जलाएंगे। खनौरी मोर्चे पर 2 किसानों की मौत
खनौरी बॉर्डर पर 10 महीने से प्रदर्शन में शामिल किसान जग्गा सिंह (80) की रविवार को मौत हो गई। वह फरीदकोट के रहने वाले थे। उन्होंने पटियाला के राजिंदरा अस्पताल में अंतिम सांस ली। पिछले दिनों तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इनके 5 बेटे और एक बेटी है। इससे पहले 9 जनवरी को शंभू बॉर्डर पर एक किसान ने सल्फास निगलकर सुसाइड कर लिया था। मृतक की पहचान तरनतारन जिले के पहूविंड गांव में रहने वाले रेशम सिंह (55) के रूप में हुई। उसकी जेब से सुसाइड नोट मिला था, जिसमें उसने मौत के लिए सरकार को जिम्मेदार ठहराया था। जाखड़ बोले- MSP से पंजाब के किसानों का फायदा नहीं
वहीं रविवार को आंदोलन को लेकर पंजाब के भाजपा प्रधान सुनील जाखड़ का बयान आया। उन्होंने कहा कि फसलों की MSP की कानूनी गारंटी पंजाब के किसानों के लिए नुकसानदायक है। पंजाब और हरियाणा के किसानों को गेहूं और धान की खरीद पर केंद्र की ओर से MSP दी जाती है, लेकिन राष्ट्रीय स्तर पर MSP लागू होने से किसानों को मौजूदा व्यवस्था के तहत मिलने वाले लाभ से हाथ धोना पड़ेगा। —————– किसानों से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें… हरियाणा में सर्वजातीय फोगाट खाप की केंद्र सरकार को चेतावनी, कहा- डल्लेवाल शहीद हुए तो आंदोलन होगा उग्र हरियाणा के चरखी दादरी में 12 जनवरी को सर्वजातीय फोगाट खाप की बैठक हुई। खाप ने कहा कि अगर डल्लेवाल शहीद हो गए तो खाप पंचायतों के सहयोग से किसान आंदोलन उग्र रूप धारण कर लेगा। खाप ने सुप्रीम कोर्ट से अपील करते हुए केंद्र सरकार के माध्यम से डल्लेवाल का अनशन खत्म करवाने का अनुरोध किया। पूरी खबर पढ़ें… पंजाब | दैनिक भास्कर