ऊना में एक दर्दनाक सड़क हादसे में 72 वर्षीय बुजुर्ग की मौत हो गई। सोमवार शाम को उप मंडल अंब के नकड़ोह में रेलवे स्टेशन के पास स्कूटी और बुलेट मोटरसाइकिल की आमने-सामने की टक्कर में यह हादसा हुआ। मृतक की पहचान कुनेरन निवासी जोगिन्द्र सिंह पुत्र संगत राम के रूप में हुई है। हादसे के समय वह अपनी पत्नी निर्मला देवी के साथ स्कूटी पर रेलवे स्टेशन की ओर जा रहे थे। जैसे ही वह स्टेशन की तरफ मुड़ने लगे, मुबारिकपुर से आ रहे बुलेट सवार प्रिंस ने उनकी स्कूटी को टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि दोनों वाहनों पर सवार लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों में जोगिन्द्र सिंह की पत्नी निर्मला देवी, बुलेट चालक प्रिंस और सुहानी शामिल हैं। सभी घायलों को तत्काल दौलतपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टरों ने जोगिन्द्र सिंह को मृत घोषित कर दिया। एसएचओ अंब गौरव भारद्वाज के अनुसार, पुलिस ने मृतक के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए क्षेत्रीय अस्पताल ऊना भेज दिया है और मामले में आगे की कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गई है। ऊना में एक दर्दनाक सड़क हादसे में 72 वर्षीय बुजुर्ग की मौत हो गई। सोमवार शाम को उप मंडल अंब के नकड़ोह में रेलवे स्टेशन के पास स्कूटी और बुलेट मोटरसाइकिल की आमने-सामने की टक्कर में यह हादसा हुआ। मृतक की पहचान कुनेरन निवासी जोगिन्द्र सिंह पुत्र संगत राम के रूप में हुई है। हादसे के समय वह अपनी पत्नी निर्मला देवी के साथ स्कूटी पर रेलवे स्टेशन की ओर जा रहे थे। जैसे ही वह स्टेशन की तरफ मुड़ने लगे, मुबारिकपुर से आ रहे बुलेट सवार प्रिंस ने उनकी स्कूटी को टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि दोनों वाहनों पर सवार लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों में जोगिन्द्र सिंह की पत्नी निर्मला देवी, बुलेट चालक प्रिंस और सुहानी शामिल हैं। सभी घायलों को तत्काल दौलतपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टरों ने जोगिन्द्र सिंह को मृत घोषित कर दिया। एसएचओ अंब गौरव भारद्वाज के अनुसार, पुलिस ने मृतक के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए क्षेत्रीय अस्पताल ऊना भेज दिया है और मामले में आगे की कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गई है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल में 2 दिन भारी बारिश की चेतावनी:मणिमहेश में पत्थर गिरने से श्रद्धालु की मौत, 2 घायल, शिमला में कई जगह लैंडस्लाइड हिमाचल प्रदेश में अगले 48 घंटे तक ज्यादातर स्थानों पर बारिश का पूर्वानुमान है। मौसम (IMD) विभाग ने आज के लिए 8 जिलों में तेज बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। यह चेतावनी बिलासपुर, चंबा, कांगड़ा, कुल्लू, मंडी, शिमला, सोलन और सिरमौर जिला को दी गई है। इसे देखते हुए पहाड़ों पर लैंडस्लाइड और निचले इलाकों में जल भराव की समस्या आ सकता है। वहीं चंबा के भरमौर में बीती शाम को पहाड़ी से पत्थर गिरने से पंजाब के एक श्रद्धालु की मौत हो गई, जबकि बैजनाथ के दंपती चोटिल हुए। IMD के अनुसार, अगले कल किन्नौर और लाहौल स्पीति को छोड़कर अन्य 10 जिलों में बारिश का येलो अलर्ट दिया गया है। 30 अगस्त से एक सितंबर के बीच मानसून फिर से कमजोर पड़ेगा। 2 सितंबर को दोबारा से मानसून सक्रिय होने का पूर्वानुमान है। बीते 24 घंटे के दौरान भी प्रदेश के कुछ क्षेत्रों में तेज बारिश हुई। खासकर शिमला में बीती शाम को तेज बारिश के कारण कई जगह लैंडस्लाइड और पेड़ गिरने की घटनाएं सामने आई है। बारिश के कारण शिमला के टॉलैंड, न्यू शिमला सेक्टर-3, विकासनगर और लिफ्ट के पास भूस्खलन हुआ। कई जगह पेड़ भी गिरे है। लैंडस्लाइड के कारण विकासनगर में टीसीपी (टाउन एंड कंट्री प्लानिंग दफ्तर) का भवन भी खतरे की जद में आ गया है। न्यू शिमला के डंगा (सेफ्टी वॉल) गिरने से डंगे का अगला हिस्सा कभी भी गिर सकता है। मानसून सीजन में 23% कम बादल बरसे प्रदेश में पूरे मानसून सीजन के दौरान सामान्य से 23 प्रतिशत कम बारिश हुई है। एक जून से 27 अगस्त तक प्रदेश में 591.8 मिलीमीटर सामान्य बारिश होती है, लेकिन इस बार 453.4 मिलीमीटर बादल बरसे है। प्रदेश में शिमला को छोड़कर एक भी जिला ऐसा नहीं जहां सामान्य से ज्यादा बारिश हुई हो। शिमला में अब तक 531 मिलीमीटर बारिश हो चुकी है, जबकि इस अवधि में 500.3 मिलीमीटर सामान्य बारिश होती है। प्रदेश में मानसून सीजन में सामान्य से कितनी कम व ज्यादा बारिश हुई
हिमाचल में 12 नवंबर को बारिश-बर्फबारी के आसार:पाकिस्तान होते हुए इंडिया की तरफ बढ़ रहा वेस्टर्न-डिस्टरबेंस पड़ रहा कमजोर; इसलिए नहीं बरस रहे बादल
हिमाचल में 12 नवंबर को बारिश-बर्फबारी के आसार:पाकिस्तान होते हुए इंडिया की तरफ बढ़ रहा वेस्टर्न-डिस्टरबेंस पड़ रहा कमजोर; इसलिए नहीं बरस रहे बादल हिमाचल प्रदेश में 12 नवंबर को वेस्टर्न डिस्टरबेंस (WD) एक्टिव हो सकता है। इससे कांगड़ा, चंबा और लाहौल स्पीति के अधिक ऊंचे क्षेत्रों में हल्की बारिश व बर्फबारी की संभावना है। अन्य क्षेत्रों में मौसम साफ बना रहेगा। मौसम विभाग के अनुसार, प्रदेश में 7 नवंबर तक तापमान सामान्य से ज्यादा बना रहेगा। 8 नवंबर से तापमान में कमी आनी शुरू होगी और सामान्य के आसपास टैम्परेचर पहुंचेगा। प्रदेश का औसत अधिकतम तापमान अभी नॉर्मल से 4 डिग्री सेल्सियस ज्यादा चल रहा है। इस साल सर्दियों में अधिकतम तापमान ने कई शहरों में पिछले सारे रिकॉर्ड तोड़ डाले है। धर्मशाला का अधिकतम तापमान 27.8 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया है। बीते रविवार को 27.6 डिग्री दर्ज किया गया था। इससे पहले 07 नवंबर 2022 को धर्मशाला का रिकॉर्ड टैम्परेचर 27.4 डिग्री था। मंडी में भी नवंबर का बीते सोमवार को रिकॉर्ड 27.6 डिग्री टैम्परेचर दर्ज किया गया। वहीं ऊना का अधिकतम तापमान आज 33 डिग्री पहुंच गया है। इससे पहले रिकॉर्ड टैम्परेचर 17 नवंबर 2000 को 33.1 डिग्री है। किस शहर का पारा नॉर्मल से कितना ज्यादा हुआ इसी तरह अन्य शहरों का तापमान भी नॉर्मल से ज्यादा चल रहा है। केलांग के तापमान में नॉर्मल की तुलना में सबसे ज्यादा 9.1 डिग्री का उछाला आया है और यहां पर तापमान 19.1 डिग्री पहुंच गया है। हमीरपुर का तापमान भी नॉर्मल से 8.4 डिग्री उछाल के बाद 35.3 डिग्री, कल्पा का 4.4 डिग्री के उछाल के बाद 20.9 डिग्री, भुंतर का 4.3 डिग्री के उछाल के साथ 29.8 डिग्री और नाहन का तापमान नॉर्मल की तुलना में 4.6 डिग्री उछाल के बाद 29.3 डिग्री सेल्सियस हो गया है। प्रदेश में सूखे जैसे हालात पनप रहे प्रदेश में इस बार मानसून में भी नॉर्मल से 19 प्रतिशत कम बारिश हुई है। पोस्ट मानसून सीजन में तो नॉर्मल से 98 प्रतिशत कम बादल बरसे है। 6 जिलों में तो पिछले 34 दिन से पानी की एक बूंद भी नहीं गिरी। इससे सूखे जैसे हालात पनप रहे हैं। ड्राइ स्पेल की वजह से तापमान में उछाल के साथ साथ किसानों की फसलों पर बुरा असर पड़ने लगा है। किसान गेंहू की बुआई नहीं कर पा रहे हैं।
हिमाचल के नड्डा दूसरी बार बने केंद्रीय मंत्री:अनुराग के पिता से मतभेद के बाद हिमाचल छोड़ा; मोदी घर आते-जाते रहे, शाह के करीबी
हिमाचल के नड्डा दूसरी बार बने केंद्रीय मंत्री:अनुराग के पिता से मतभेद के बाद हिमाचल छोड़ा; मोदी घर आते-जाते रहे, शाह के करीबी हिमाचल से ताल्लुक रखने वाले जगत प्रकाश नड्डा को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी सरकार में बतौर कैबिनेट मिनिस्टर शामिल किया है। BJP के राष्ट्रीय अध्यक्ष के तौर पर नड्डा इसी महीने 30 जून को अपना दूसरा कार्यकाल पूरा करने जा रहे हैं। 2024 का लोकसभा चुनाव भाजपा ने उन्हीं की अगुवाई में लड़ा। हिमाचल के बिलासपुर से संबंध रखने वाले जेपी नड्डा इस समय गुजरात से राज्यसभा के मेंबर हैं। 2 दिसंबर 1960 को जन्मे नड्डा केंद्र सरकार में दूसरी बार मंत्री बने हैं। उन्हें मंत्री बनाकर पीएम मोदी ने हिमाचल के साथ-साथ गुजरात को भी साधने की कोशिश की है। 64 साल के नड्डा, नरेंद्र मोदी और अमित शाह दोनों के करीबी हैं। नड्डा की लाइफ का टर्निंग पॉइंट
हिमाचल में 2007 के विधानसभा में BJP को पूर्ण बहुमत मिलने के बाद प्रेमकुमार धूमल दूसरी बार हिमाचल के CM बने। उनकी सरकार में नड्डा फॉरेस्ट मिनिस्टर बने, लेकिन उनका धूमल के साथ छत्तीस का आंकड़ा रहा। साल 2010 में नड्डा ने राज्य मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया और राज्यसभा सांसद बनकर दिल्ली शिफ्ट हो गए। इसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा और संगठन में काम करते हुए भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष की कुर्सी तक पहुंच गए। धूमल सरकार से इस्तीफा देकर दिल्ली जाना नड्डा की लाइफ का टर्निंग पॉइंट साबित हुआ। मोदी का नड्डा के घर आना-जाना, शाह के खास
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वर्ष 1996 से 1998 तक हिमाचल प्रदेश भाजपा के प्रभारी रहे। नड्डा की उसी समय से उनसे नजदीकियां रही हैं। संगठन का काम करते हुए मोदी जब बिलासपुर जाते तो उनका नड्डा के घर आना-जाना रहता था। साल 2014 में भाजपा ने नरेंद्र मोदी को PM फेस घोषित किया। उसके बाद पार्टी ने जेपी नड्डा को चुनाव कैंपेनिंग की मॉनिटरिंग का जिम्मा सौंपा। नड्डा ने दिल्ली स्थित पार्टी मुख्यालय में रहते हुए पूरे देश में पार्टी की कैंपेनिंग की मॉनिटरिंग की। मोदी के अलावा वह अमित शाह के भी करीबी रहे हैं। BJP के राष्ट्रीय अध्यक्ष के तौर पर नड्डा का दूसरा कार्यकाल इसी महीने 30 जून को पूरा हो रहा है। इससे पहले ही उन्हें कैबिनेट में शामिल कर लिया गया। पटना में जन्म, स्कूलिंग भी वहीं से
जेपी नड्डा का जन्म हिमाचल प्रदेश नहीं बल्कि बिहार के पटना में हुआ है। नड्डा के पिता नारायण लाल नड्डा पटना यूनिवर्सिटी में टीचर थे। नड्डा का पालन-पोषण और बीए तक की पढ़ाई पटना में ही हुई। एलएलबी के लिए उन्होंने हिमाचल प्रदेश यूनिवर्सिटी में दाखिला लिया। बड़ा मंत्रालय मिलना तय
कैबिनेट मिनिस्टर बनने के बाद नड्डा को केंद्र में बड़ा पोर्टफोलियो मिलना भी लगभग तय है। वर्ष 2014 में पहली बार प्रधानमंत्री बने नरेंद्र मोदी ने नड्डा को अपनी सरकार में शामिल करते हुए स्वास्थ्य विभाग का जिम्मा सौंपा था। 2019 में दूसरी बार भाजपा की सरकार बनने के बाद मोदी-शाह ने नड्डा को BJP का राष्ट्रीय अध्यक्ष बना दिया। अब मोदी ने नड्डा को फिर से अपने मंत्रिमंडल में शामिल किया है, ऐसे में उन्हें बड़ा मंत्रालय मिलना भी लगभग तय है। नड्डा के कारण अनुराग की छुट्टी
हिमाचल प्रदेश के कोटे से नड्डा के मंत्री बनने के साथ ही, हमीरपुर से 5वीं बार सांसद चुने गए अनुराग ठाकुर की केंद्रीय मंत्रिमंडल से छुट्टी हो गई। वर्ष 2019 में मोदी की अगुवाई वाली सरकार में केंद्रीय सूचनाएवं प्रसारण मंत्रालय संभालने वाले अनुराग ठाकुर इस बार भी मंत्रिपद के दावेदार थे लेकिन नड्डा के मिनिस्टर बन जाने के कारण वह चूक गए। हालांकि सूत्रों का कहना है कि अनुराग ठाकुर को अब भाजपा संगठन में बड़ी जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है। जेपी नड्डा भी वर्ष 2010 में भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री का दायित्व निभा चुके हैं। भाजपा ने तीसरी बार हिमाचल की चारों सीटें जीती
इस लोकसभा चुनाव में BJP ने एक बार फिर से क्लीन स्वीप करते हुए हिमाचल की चारों लोकसभा सीटें जीती है। 2014 और 2019 में भी पार्टी ने प्रदेश की चारों लोकसभा सीटें जीती थी। इस बार शिमला से सुरेश कश्यप, हमीरपुर से अनुराग ठाकुर, कांगड़ा से डॉ. राजीव भारद्वाज और मंडी से कंगना रनोट सांसद चुनी गईं हैं। चारों सांसद पिछले चार दिन से दिल्ली में ही हैं।