लुधियाना में 2 बच्चों की मौत से किसान संगठन नाराज:एडीसी के समय देने पर नहीं पहुंचे, हाईकोर्ट जाने का लिया फैसला

लुधियाना में 2 बच्चों की मौत से किसान संगठन नाराज:एडीसी के समय देने पर नहीं पहुंचे, हाईकोर्ट जाने का लिया फैसला

पंजाब के लुधियाना के गांव हसनपुर में आवारा कुत्तों द्वारा दो मासूम बच्चों की जान लेने की घटना के बाद भी प्रशासन की लापरवाही जारी है। हरसुखप्रीत सिंह की मौत के बाद हाईवे पर धरना दे रहे लोगों को एडीसी कुलप्रीत सिंह ने आश्वासन दिया था कि वह स्वयं मृतक बच्चे के घर आकर ग्रामीणों से मांग पत्र लेंगे। एडीसी ने तीन बार दिया समय एडीसी ने पहले सुबह 11:30 बजे का समय दिया, फिर 1:30 बजे और बाद में 4 बजे का समय निर्धारित किया, लेकिन वह नहीं पहुंचे। नाराज किसान संगठनों का कहना है कि जिन अधिकारियों के पास मांग पत्र लेने का समय नहीं है, वे आवारा कुत्तों की समस्या का समाधान कैसे करेंगे। हड्डारोड़ी के आवारा कुत्तों के झुंड ने अब तक 15 से अधिक लोगों को घायल किया है। राजनेताओं से भी लगा चुके गुहार भारतीय किसान यूनियन एकता के राज्य उपाध्यक्ष अमनदीप सिंह ललतों और जिला उपाध्यक्ष जगरूप सिंह हसनपुर ने कहा कि सरकार को इन कुत्तों के आक्रामक व्यवहार की जांच के लिए विशेषज्ञों की टीम गठित करनी चाहिए थी। स्थानीय निवासियों ने जिला उपायुक्त लुधियाना, पुलिस वरिष्ठ अधिकारियों और राजनेताओं से भी गुहार लगाई, लेकिन कोई समाधान नहीं निकला। समस्या के पक्के समाधान की मांग अब किसान संगठनों ने मामले को हाईकोर्ट में ले जाने का निर्णय लिया है। किसान नेताओं ने कहा कि मंगलवार को हसनपुर और आसपास गांव की पंचायत को साथ लेकर डीसी जतिंदर जोरवाल से मुलाकात करके समस्या के पक्के समाधान की मांग करेंगे। बच्चों का घरों से निकलना बंद गौरतलब है कि पिछले तीन महीने में हड्डारोड़ी के खूंखार आवारा कुत्तों के ये झुंड 15 से अधिक लोगों पर हमला करके घायल कर चुके हैं और एक हफ्ते में दो मासूम बच्चों को नोच कर उनकी जान भी ले ली। मासूम अर्जुन और हरसुखप्रीत दोनों 11 वर्ष के थे और गांव के सरकारी स्कूल में क्रमवार कक्षा 4 और 5 के विद्यार्थी थे। हड्डारोड़ी के इन कुत्तों का खौफ इतना बढ़ गया है कि बच्चों का घरों से बाहर निकलना बंद है। पंजाब के लुधियाना के गांव हसनपुर में आवारा कुत्तों द्वारा दो मासूम बच्चों की जान लेने की घटना के बाद भी प्रशासन की लापरवाही जारी है। हरसुखप्रीत सिंह की मौत के बाद हाईवे पर धरना दे रहे लोगों को एडीसी कुलप्रीत सिंह ने आश्वासन दिया था कि वह स्वयं मृतक बच्चे के घर आकर ग्रामीणों से मांग पत्र लेंगे। एडीसी ने तीन बार दिया समय एडीसी ने पहले सुबह 11:30 बजे का समय दिया, फिर 1:30 बजे और बाद में 4 बजे का समय निर्धारित किया, लेकिन वह नहीं पहुंचे। नाराज किसान संगठनों का कहना है कि जिन अधिकारियों के पास मांग पत्र लेने का समय नहीं है, वे आवारा कुत्तों की समस्या का समाधान कैसे करेंगे। हड्डारोड़ी के आवारा कुत्तों के झुंड ने अब तक 15 से अधिक लोगों को घायल किया है। राजनेताओं से भी लगा चुके गुहार भारतीय किसान यूनियन एकता के राज्य उपाध्यक्ष अमनदीप सिंह ललतों और जिला उपाध्यक्ष जगरूप सिंह हसनपुर ने कहा कि सरकार को इन कुत्तों के आक्रामक व्यवहार की जांच के लिए विशेषज्ञों की टीम गठित करनी चाहिए थी। स्थानीय निवासियों ने जिला उपायुक्त लुधियाना, पुलिस वरिष्ठ अधिकारियों और राजनेताओं से भी गुहार लगाई, लेकिन कोई समाधान नहीं निकला। समस्या के पक्के समाधान की मांग अब किसान संगठनों ने मामले को हाईकोर्ट में ले जाने का निर्णय लिया है। किसान नेताओं ने कहा कि मंगलवार को हसनपुर और आसपास गांव की पंचायत को साथ लेकर डीसी जतिंदर जोरवाल से मुलाकात करके समस्या के पक्के समाधान की मांग करेंगे। बच्चों का घरों से निकलना बंद गौरतलब है कि पिछले तीन महीने में हड्डारोड़ी के खूंखार आवारा कुत्तों के ये झुंड 15 से अधिक लोगों पर हमला करके घायल कर चुके हैं और एक हफ्ते में दो मासूम बच्चों को नोच कर उनकी जान भी ले ली। मासूम अर्जुन और हरसुखप्रीत दोनों 11 वर्ष के थे और गांव के सरकारी स्कूल में क्रमवार कक्षा 4 और 5 के विद्यार्थी थे। हड्डारोड़ी के इन कुत्तों का खौफ इतना बढ़ गया है कि बच्चों का घरों से बाहर निकलना बंद है।   पंजाब | दैनिक भास्कर